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मध्‍य प्रदेश सरकार ने दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों का वेतन बढ़ाया

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भोपाल। राज्य शासन ने नियमित कर्मचारियों के हाल ही में बढ़ाए गए महंगाई भत्ते के आधार पर दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी की है। इससे कर्मचारियों को प्रतिमाह 325 रुपये अधिक वेतन मिलेगा। श्रम आयुक्त इंदौर ने इस संबंध में शुक्रवार को निर्देश जारी कर दिए हैं।
दरों में वृद्धि अप्रैल से सितंबर 2023 तक के लिए की गई है। अगली वेतनवृद्धि एक अक्टूबर 2023 को की जाएगी। इसका लाभ प्रदेश की सरकारी, अर्द्धसरकारी सहकारी संस्थाओं, बोर्ड, मंडल, परिषद में कार्यरत लाखों दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को होगा।
आदेश के अनुसार अकुशल श्रमिक (दैनिक वेतन भोगी) को अब 9325 रुपये के स्थान पर 9650 और अर्ध कुशल श्रमिक को 10182 के स्थान पर 10507, कुशल श्रमिक को 11560 के स्थान पर 11885 और उच्च कुशल श्रमिक को 12860 के स्थान पर 13185 मासिक वेतन मिलेगा।
मध्य प्रदेश कर्मचारी मंच के अध्यक्ष अशोक पांडेय ने दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के वेतन वृद्धि को ऊंट के मुंह में जीरा बताया है। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मांग की है कि प्रदेश के दैनिक वेतन भोगी श्रमिकों के वेतन एवं परिवर्तनशील महंगाई भत्ते की वृद्धि पर पुनः विचार करें
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भाजपा के पूर्व सांसद दिग्विजय सिंह की मौजूदगी में कांग्रेस में शाम‍िल
बड़वानी । इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर क्षेत्र में भी हलचल शुरू हो गई है। राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई है। वहीं प्रदेश के बड़े दिग्गज राजनेताओं ने भी क्षेत्र में अपने दौरे तेज कर दिए हैं। कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह शुक्रवार को जिले के दौरे पर आए। उन्होंने सिलावद में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को संबोधित किया। इस दौरान भाजपा के पूर्व सांसद मकनसिंह सोलंकी कांग्रेस में शाम‍िल हुए।
भाजपा के पूर्व सांसद सोलंकी का मंच पर दिग्विजयसिंह ने स्वागत किया। गौरतलब है कि एक दिन पूर्व ही उन्हें समझाने के लिए प्रदेश के पशुपालन मंत्री प्रेमसिंह पटेल, राज्यसभा सदस्य और उनके भतीजे डा सुमेरसिंह सोलंकी, लोकसभा सांसद गजेंद्रसिंह पटेल, पूर्व मंत्री अंतरसिंह आर्य, भाजपा जिलाध्यक्ष ओम सोनी सहित अन्य नेता उनके घर पर पहुंचे थे। यहां पर काफी देर तक उन्हें समझाइश दी गई।
अपने संबोधन में दिग्विजयसिंह ने कहा कि भाजपा ने आदिवासियों को वनवासी कहा और सम्मान नहीं दिया। कांग्रेस ने ही आदिवासियों को आरक्षण दिलाया।
उन्‍होंने कहा कि वर्तमान में यूरिया, दवाई, बिजली सहित हर वस्तु महंगी हो गई। कांग्रेस ने किसानों को मुफ्त बिजली दी। एक बत्ती कनेक्शन दिया। भाजपा ने हमारे विधायक खरीदे। भाजपा की खरीदफरोख्त में कांग्रेस का एक भी आदिवासी नेता नहीं बिका। 20 साल बाद हमारे शिवराज मामाजी को हमारी बहना की याद आई।
उन्‍होंने कहा कि अगर कांग्रेस की सरकार आती है तो आशाओं का वेतन 7 से 10 हजार तक कर नौकरी पक्की करेंगे। कांग्रेस की सरकार बनते ही सरपंचों को पहले जैसे अधिकार देंगे। कांग्रेस जो कहती है वो करती है।
सम्मेलन में पानसेमल विधायक चंद्रभागा किराड़े, जिलाध्यक्ष वीरेंद्रसिंह दरबार, पूर्व नपाध्यक्ष राजन मंडलोई, चंद्रशेखर यादव सहित अन्य नेता मौजूद रहे।
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मुंह में पेट्रोल भरकर आग का करतब दिखा रहा था युवक, गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती
नरसिंहुपर। मुंह में पेट्रोल भरकर शोभायात्रा दौरान आग के गुब्बारे छोड़ने का करतब दिखाना एक युवक के लिए भारी पड़ गया। आग की लपट से उसका चेहरा झुलस गया जिसे गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है। घटना तेंदूखेड़ा थाना के तहत आने वाले ग्राम बिल्थारी की है।इस घटना का वीडियो भी सामने आया है जो इंटरनेट मीडिया में प्रसारित हो रहा है। बताया जाता है कि बिल्थारी में जवारों का विसर्जन शोभायात्रा निकालकर किया जा रहा था। इस दौरान रायसेन जिले के टिमरावन से आया एक युवक ओमप्रकाश पिता रामगोपाल किरार 35 अखाड़े के लड़कों के बीच मुंह में पेट्रोल भरकर सामने हाथ में आग लेकर उसपर केरोसिन छिड़कर कर आग के गुब्बारे छोड़ने का करतब दिखा रहा था। शोभायात्रा में बड़ी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ थी और सभी उत्साह से नाचते हुए चल रहे थे। अचानक करतब दिखाने वाला युवक आग के गुब्बारे छोड़ने के दौरान आग की चपेट में आ गया और उसका चेहरा झुलसने लगा तो शोभायात्रा में अफरा तफरी मच गई, बैंड बंद कराए गए और सभी ने झुलसे युवक को देखने घेर लिया। आनन-फानन युवक के चेहरे की आग शांत कराई गई और उसे तत्काल इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तेंदूखेड़ा भेजा गया जहां से जिला अस्पताल रेफर किया गया।
उल्लेखनीय रहे कि जिले में इन दिनों नवरात्र के समापन उपरांत जवारों के विसर्जन का क्रम चल रहा है, गांव-गांव शोभायात्राएं निकल रही हैं। जिनमें अखाड़ों का प्रदर्शन भी चल रहा है। जिनमें अखाड़ों के खिलाड़ी अपने-अपने करतब दिखा रहे हैं।
सार्वजनिक और भीड़ भाड़ वाले क्षेत्रों में और आयोजनों में खतरनाक स्टंट करना प्रतिबंधित होता है। लेकिन आयोजकों द्वारा इस प्रकार के स्टंट करवाकर वाहवाही बटोरी जाती है जिसपर न तो प्रशासन कार्रवाई करता है और न ही लोग ऐसा होने से रोकते हैं। भीड़ भाड़ वाले आयोजनों में आग से खिलवाड़ करना दूसरे लोगों के लिए भी घातक हो सकता था।