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तीन लाख का इनामी गैंगस्टर दीपक मैक्सिको से गिरफ्तार, ... बच्‍चे अब नहीं पढ़ेंगे मुगलों का इतिहास! NCERT ने हटाया चैप्‍टर

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गैंगस्टर दीपक बॉक्सर को दिल्ली पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। स्पेशल सेल की टीम ने FBI की मदद से लॉरेंस बिश्रोई गैंग से जुड़े दीपक को मैक्सिको के पास से गिरफ्तार किया है। दिल्ली पुलिस ने पहली बार देश के बाहर जाकर गैंगस्टर को पकड़ा है। पुलिस के अनुसार, लॉरेंस बिश्रोई ने दीपक को देश से फरार होने में मदद की थी।
दीपक बॉक्सर को एक-दो दिन में भारत लाया जा सकता है। गैंगस्टर सिविल लाइंस इलाके में हुई बिल्डर की हत्या के बाद फरार था। पुलिस को बिल्डर अमित गुप्ता के मर्डर के मामले में दीपक बॉक्सर की तलाश थी।
जानकारी के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर का शीर्ष गैंगस्टर दीपक जितेंद्र गोगी की हत्या के बाद गिरोह की कमान संभाल रहा था। दीपक बॉक्सर ने मुरादाबाद से फर्जी पासपोर्ट बनवाया था। पुलिस ने कहा कि गैंगस्टर इस साल जनवरी में कोलकाता से मैक्सिको भाग गया था।
बता दें कि बॉक्सर 2016 में बहादुगढ़ में पुलिस कस्टडी से गोगी को छुड़ाने के बाद चर्चा में आया था। 2018 में उसके गिरोह पर मकोका के तहत कार्रवाई हुई थी, तब से दीपक फरार है। पुलिस ने बताया कि दीपक हरियाणा के गन्नौर शहर का रहने वाला है। उस पर तीन लाख रुपये का इनाम है।
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बच्‍चे अब नहीं पढ़ेंगे मुगलों का इतिहास! NCERT ने हटाया चैप्‍टर
अब बच्चे किताबों में मुगल शासकों से जुड़े इतिहास नहीं पढ़ाए जाएंगे। जी हां एनसीआरटी ने एक बड़ा निर्णय लेते हुए सीबीएसई की कक्षा 12 वीं टेक्स बुक से मुगल शासकों के चेप्टर हटा दिए गए हैं। आपको बता दें इसके पहले यूपी सरकार द्वारा भी रविवार को अपने सिलेबस में से मुगल शासकों से जुड़े कुछ चैप्टर्स को हटा दिय गया था। जी हां स्कूलों में अब मुगलों का इतिहास नहीं पढ़ाया जाएगा।
नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग NCERT ने अपनी किताबों में बड़ा बदलाव करते हुए ये निर्णय लिया है। जिसके बाद किताबों में से मुगलों से जुड़े अध्‍याय हटा दिए गए हैं। ये बदलाव 12वीं क्‍लास में पढ़ाई जाने वाली टेक्‍स्‍ट बुक्‍स में क‍िए गए हैं। यानी सीबीएसई बोर्ड की इन किताबों में मुगलों का इतिहास नहीं दिखेगा।
आपको बता दें इसके पहले यूपी सरकार भी अपने सिलेबस में इससे जुड़े कई बदलाव करने का ऐलान किया है। यूपी की सीएम योगी सरकार ने कहा था कि शैक्षिक सत्र 2023.24 में 12वीं में पढ़ाई जाने वाली इतिहास की किताब में से मुगल इतिहास के बारे में चैप्टर हटा दिए गए हैं। खबरों के अनुसार यहां 11वीं की किताबों में भी कुछ बदलाव किए गए हैं। जहां किताबों से इस्लाम का उदय, संस्कृतियों में टकराव, औद्योगिक क्रांति, समय की शुरुआत जैसे चैप्‍टर्स हटा दिए गए हैं। रविवार यानि 2 अप्रैल को इसे लेकर यूपी में भारतीय इतिहास के कुछ विषय-द्वितीय से शासक और मुगल दरबार को हटा दिया गया है। तो वहीं सिविक्‍स की किताब से अमेरिकी वर्चस्व और शीत युद्ध का चैप्‍टर भी हटाया गया है।
अभी तक जो खबरें सामने आ रही हैं उसके अनुसार कक्षा 12वीं की हिस्‍ट्री की किताबों में मुगल दरबार से जुड़े चैप्‍टर होते थे। इनमें शासकों का जिक्र था। पर एनसीईआरटी के इस निर्णय के बाद इन्हें नहीं पढ़ाया जाएगा। अब ये नहीं दिखेंगे। यह फैसला अकैडमिक सेशन 2023-24 से लागू होगा। यानी इस सेशन से यह तब्‍दीली दिखाई देगी। इस तरह जो छात्र अगले साल बोर्ड की परीक्षा में बैठेंगेए उनके ल‍िए इन बदलावों के बारे में जानना बहुत जरूरी है।
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नाथू ला में हिमस्खलन से छह पर्यटकों की मौत, कईयों के दबे होने की आशंका
सिक्किम के नाथू ला पहाड़ी दर्रे में हुए भारी हिमस्खलन से कम से कम छह पर्यटकों की मौत हो गई और कई जख्मी हो गये। इस हिस्खलन में करीब 100 लोगों को फंसे होने की आशंका है। स्थानीय प्रशासन ने बचाव अभियान शुरू कर दिया गया है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक बर्फ में फंसे 22 पर्यटकों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। BRO (सीमा सड़क संगठन) ने रास्ते की बर्फ हटाकर इस हिमस्खलन में फंसे 350 से अधिक पर्यटकों और 80 से अधिक वाहनों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है। फिलहाल बर्फ में दबे लोगों को निकालने की कोशिश चल रही है।
जानिए पूरा मामला- समाचार एजेंसी के अनुसार, गंगटोक को नाथुला से जोड़ने वाले जवाहरलाल नेहरू रोड पर 15वें मील पर अचानक हुए हिमस्खलन में छह पर्यटकों की मौत हो गई, जबकि 80 से अधिक लोगों के बर्फ में फंसे होने की आशंका है। हिमस्खलन मंगलवार को दोपहर में करीब 12 बजकर 20 मिनट पर हुआ। इसमें घायल छह लोगों ने नजदीकी सैन्य अस्पताल में दम तोड़ दिया। इनमें चार पुरुष, एक महिला और एक बच्चा शामिल है। इस बीच, बर्फ में फंसे 22 पर्यटकों को बचा लिया गया है और उन्हें गंगटोक के एसटीएनएम अस्पताल और सेंट्रल रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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शिरडी साईं बाबा पर विवादित टिप्पणी कर बुरे फंसे बागेश्वर बाबा, मुंबई पुलिस दर्ज कर सकती है FIR
मुंबई। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री यानी बागेश्वर बाबा शिरडी के साईंबाबा पर दिए गए अपने विवादित बयान को लेकर नए विवाद में फंस गए है। इस संबंध में पंडित धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ मुंबई पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि बागेश्वर बाबा ने धार्मिक भावनाओं को आहत किया है और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई है।
मिली जानकारी के मुताबिक, साईं बाबा के खिलाफ विवादित टिप्पणी करने के आरोप में बागेश्वर धाम के प्रमुख धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ मुंबई के बांद्रा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई गई है। शिवसेना (उद्धव गुट) युवा सेना के नेता राहुल कनाल ने मुंबई के बांद्रा थाने में धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। ठाकरे गुट के नेता ने कहा कि बागेश्वर बाबा को साईबाबा के बारे में बोलने का अधिकार नहीं है। कनाल ने शिरडी साईं बाबा पर दिए गए उनके बयान के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है।
अपने ट्विटर पर राहुल कनाल ने पोस्ट कर कहा, "हम भारत के लोग बागेश्वर धाम द्वारा अपने प्यारे साईं बाबा के खिलाफ एक दुर्भावनापूर्ण और द्वेषपूर्ण अभियान देख रहे हैं, वह प्यारे साईं बाबा को अनादर के साथ संबोधित कर रहे हैं और मुख्य रूप से नफरत फैलाने के इरादे से झूठी सूचना दे रहे है, इस तरह का व्यवहार किसी भी समाज में स्वीकार्य नहीं है और हमें इसके खिलाफ एक स्टैंड लेना चाहिए। हम सभी नागरिकों से आग्रह करते हैं कि वे इस कृत्य की निंदा करें और यह सुनिश्चित करें कि भविष्य में ऐसी गतिविधियां फिर से न हो। मैंने अपनी शिकायत एडिशनल सीपी और डीसीपी के समक्ष दर्ज कराई है. इस तरह के व्यक्ति को गिरफ्तार किया जाना चाहिए और महाराष्ट्र में भी प्रतिबंधित किया जाना चाहिए।
हाल ही में मध्य प्रदेश के जबलपुर के पनागर में श्रीमद्भागवत कथा के आखिरी दिन जब साईंबाबा की वैदिक तरीके से पूजा करने को लेकर सवाल पूछा गया तो पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने जवाब देते हुए कहा था कि साईंबाबा भगवान नहीं है. गीदड़ की खाल पहनकर कोई शेर नहीं बन सकता है।
बागेश्वर बाबा ने कहा, हमारे शंकराचार्य ने साईंबाबा को भगवान का स्थान नहीं दिया है। शंकराचार्य हिंदू धर्म के प्रधानमंत्री हैं, उनकी आज्ञा का पालन करना प्रत्येक सनातनी हिंदू का कर्तव्य है। उन्होंने कहा, कोई भी संत चाहे गोस्वामी तुलसीदास जी हो या सूरदास जी हों, ये संत हैं, महापुरुष हैं, युग पुरुष हैं, कल्प पुरुष हैं, लेकिन भगवान नहीं। कई लोगों की साईंबाबा में आस्था होगी। मैं उनकी भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाना चाहता। लेकिन साईंबाबा संत हो सकते हैं, फकीर हो सकते हैं लेकिन भगवान नहीं। उन्होंने आगे कहा कि गीदड़ की खाल पहनकर कोई शेर नहीं बन सकता। उनके इस बयान से नया विवाद खड़ा हो गया है।