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भोपाल-नागपुर हाईवे पर 16 घंटे से लगा जाम, महिला की सिर कुचलकर हत्या

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मध्यप्रदेश। भोपाल-नागपुर हाईवे पर शनिवार रात 8 बजे से जाम लगा है। शनिवार शाम 5 बजे बरखेड़ा चौकी से लगभग डेढ़ किलोमोटर आगे एक ट्रॉला खराब हो गया था, जिससे जाम की स्थिति बनी। बरखेड़ा पुलिस रातभर वाहनों को निकालने में लगी रही। पुलिस चौकी के पास ही दोपहर करीब 1 बजे दो ट्रक भिड़ गए। हादसे के बाद फिर से जाम लगने लगा है।
ग्वालियर के माधौगंज आंग्रे साहब के पास रविवार सुबह निर्वस्त्र हालत में महिला का शव मिला। सिर और मुंह कुचलकर उसकी हत्या की गई थी। घटना देर रात की है, सुबह जब लोग मैदान से गुजरे तो उन्हें घटना का पता लगा। महिला के शरीर पर कपड़े नही थे, लेकिन वो गहने पहने हुए थी। पास में ही एक लेडीज पर्स भी पड़ा था, जिसमें दो आधार कार्ड मिले। जिसमें से एक पर माया नाम लिखा है। माना जा रहा है कि यह आधार कार्ड इसी महिला का हो सकता है, लेकिन मुंह कुचला होने के कारण उसे पहचाना नहीं जा रहा है। पर्स से एक अन्य युवक का आधार भी मिला है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
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कांग्रेस ने संगठन मंत्रियों को भोपाल बुलाया, अब होगी चुनावी तैयारी की समीक्षा
भोपाल । नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों की प्रदेश कांग्रेस आज सोमवार को समीक्षा करेगी। इसके लिए सभी संगठन मंत्रियों को भोपाल बुलाया गया है।
इसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ जिलेवार बूथ, मंडलम, सेक्टर समितियों के गठन और मतदाता सूची के सत्यापन कार्य की जानकारी संगठन मंत्रियों से लेंगे। साथ ही परिवर्तन संकल्प अभियान की तैयारियों को लेकर चर्चा की जाएगी। इसके अंतर्गत प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक जनसभा आयोजित की जानी है।
चुनाव में भाजपा के संगठन से मुकाबला करने के लिए कांग्रेस ने त्रिस्तरीय व्यवस्था बनाई है। इसके अंतर्गत बूथ, मंडलम और सेक्टर समितियों का गठन किया गया है। इन्हें मतदान केंद्र स्तर पर मतदाता संपर्क अभियान चलाने के साथ मतदाता सूची के सत्यापन, हाथ से हाथ जोड़ो अभियान सहित अन्य कार्य दिए गए हैं।
मतदान केंद्र स्तर पर दस-दस कार्यकर्ताओं की टीम भी बनाई गई है, जिन्हें बूथ प्रबंधन का प्रशिक्षण दिया जाना है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष इन सभी कार्यक्रमों की समीक्षा जिला संगठन मंत्रियों के साथ बैठक में करेंगे। इसके साथ ही इनसे बूथ स्तर पर पार्टी की स्थिति की जानकारी भी बैठक में ली जाएगी।
परिवर्तन संकल्प अभियान की तैयारियों को लेकर भी निर्देश दिए जाएंगे। इसके अंतर्गत 16 वरिष्ठ नेता सभी 230 विधानसभा क्षेत्रों में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे और एक जनसभा भी आयोजित की जाएगी।
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पांच कल्याण बोर्ड को छोड़, चुनाव तक कोई राजनीतिक नियुक्ति नहीं
भोपाल। सरकार के राजनीतिक पदों पर अब विधानसभा चुनाव तक कोई नियुक्ति नहीं होगी। सिर्फ उन्हीं कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष-उपाध्यक्ष और चार सदस्यों की नियुक्ति की जाएगी, जिनकी हाल ही में घोषणा की गई है। इनमें ब्राह्मण कल्याण बोर्ड, रजक, विश्वकर्मा, तेलघानी और स्वर्णकार कल्याण बोर्ड शामिल हैं। भाजपा को उम्मीद है कि इन समाजों से चुनावी लाभ होगा।
भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश के फरमान के बाद प्रदेश नेतृत्व ने यह फैसला किया है। साफ है कि अब बचे हुए तमाम प्राधिकरण, 900 से ज्यादा एल्डरमैन, सरकारी वकील, निगम-मंडल और आयोगों में नियुक्तियां चुनाव बाद ही हो सकेंगी। बचे हुए प्राधिकरणों में ग्वालियर विकास प्राधिकरण, ग्वालियर स्पेशल एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी, ग्वालियर व्यापार मेला विकास प्राधिकरण, ओरछा और खजुराहो विकास प्राधिकरण, विंध्य और बुंदेलखंड विकास प्राधिकरण शामिल हैं। इसी तरह नगरीय निकायों में एल्डरमैन बनने थे। मत्स्य महासंघ, हस्तशिल्प विकास निगम और महिला वित्त एवं विकास निगम भी रिक्त हैं।
नई राजनीतिक नियुक्तियों के पीछे वजह बताई जा रही है कि पूर्व में हुई नियुक्तियों से कई लोग नाराज हैं। यह बात बड़े नेताओं तक पहुंची। भाजपा से जो सीनियर नेता जिलों में असंतुष्टों से बात करने पहुंचे थे, उनके सामने भी यह बात आई, जिसे शिवप्रकाश तक पहुंचाया गया। कहा गया कि हर बार कुछ नेताओं के करीबियों को ही मौका मिला। या फिर ऐसे लोगों को कुर्सी दी गई, जिनका कोई जनाधार नहीं है। इसी के बाद निर्णय हुआ कि अब तमाम पदों के बारे में विधानसभा चुनाव तक कोई फैसला नही होगा। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने इसकी पुष्टि की है। प्रदेश में अक्टूबर के बाद विधानसभा चुनाव होने हैं, लिहाजा नई नियुक्तियों का मामला इसी के बाद आएगा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मार्च और अप्रैल में चुनावी सभाओं, रैलियों और बैठकों के दौरान कहा है कि हर बोर्ड का अध्यक्ष उसी समुदाय से बनाया जाएगा। यह बोर्ड कल्याण से जुड़ी अनुशंसाएं सरकार को करेगा। इसी आधार पर युवाओं को रोजगार या स्वरोजगार की संभावनाएं बनाई जाएंगी। सीएम की घोषणा के तुरंत बाद बोर्ड के गठन के आदेश तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार कल्याण विभाग ने तुरंत जारी भी कर दिए। बोर्ड में अध्यक्ष के साथ चार सदस्यों की नियुक्ति होगी।
शनिवार को हुई प्रदेश पदाधिकारियों की नियुक्ति के बाद अब संगठन के प्रदेश स्तर बदलाव कम होंगे, जिलों की टीम में बदलाव हो सकता है। कुछ नए जिलाध्यक्ष बने हैं, लिहाजा जिला महामंत्री, उपाध्यक्ष से लेकर बाकी चीजें बदलेंगी। प्रकोष्ठों, मोर्चों और अन्य शाखाओं के काम में भी बदलाव होगा। राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री ने जिलों की टीम को कह दिया है कि वे नियुक्तियों व फेरबदल के काम को जल्द से जल्द कर लें। इसके बाद विधानसभा चुनाव को लेकर जो भी काम दिए जाएंगे, उन्हें उसमें लगना होगा।