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सड़क हादसे में 3 की मौत, ... डैम में डूबने से गई दो बच्चों की जान

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धार। धार में एक सड़क हादसे में 3 लोगों की मौत हो गई। हादसा मंगलवार को बेटमा के पास हुआ। जानकारी के मुताबिक देवास का एक परिवार कार से धार की तरफ जा रहा था। इस दौरान दोपहर करीब 3 बजे उनकी कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई। घटना में देवास निवासी विपिन ठाकुर उर्फ पिंटू, मां शारदा ठाकुर और इंदौर निवासी मौसी मन्ना की मौत हो गई।
इंदौर में बडगोंदा थाना क्षेत्र के चोरल डैम में दो बच्चों की डूबने से मौत हो गई। हादसा मंगलवार दोपहर 2 बजे हुआ। ग्रामीण और परिजन दोनों बच्चों के शव डैम से निकालकर अस्पताल ले गए। एक बच्चा महू की वेद कॉलोनी का रहने वाला था, जबकि दूसरा उसका रिश्तेदार था, जो जयपुर राजस्थान से यहां आया था। बच्चों के नाम अनस (16) पिता मो. युसूफ कुरैशी निवासी वेद कॉलोनी, महू, और शाकिब (16) पिता साबिर खान, निवासी जयपुर हैं। दोनों डैम में नहाने के लिए उतरे थे। इसी दौरान गहरे पानी में डूबने से उनकी मौत हो गई।
सतना में तेज रफ्तार यात्री बस पलटने से 16 यात्री घायल हो गए। हादसा मंगलवार दोपहर को बिरसिंहपुर के पास नगवर मोड़ पर हुआ। गहरवार ट्रैवल्स की बस बिरसिंहपुर से शुकवाह जा रही थी। तभी सामने से आ रही बाइक को बचाने की कोशिश में बस बेकाबू होकर पलट गई। जिसके बाद वहां चीख पुकार मच गई। कई यात्री बस में ही दबे रह गए। स्थानीय लोगों ने बचाव कार्य किया। 16 घायलों को बिरसिंहपुर अस्पताल भेजा गया। प्राथमिक इलाज के बाद 12 लोगों को तो छुट्टी दे दी गई, लेकिन 4 की गंभीर हालत होने के चलते उन्हें सतना जिला अस्पताल रेफर किया गया।
इससे पहले सुबह सतना के ताला से रीवा जा रही एक बस अनियंत्रित होकर पलट गई। यह हादसा ताला के पास हुआ है। जानकारी के अनुसार 13 यात्री घायल हो गए हैं, जिनमें से तीन की हालत गंभीर बनी हुई है। सभी घायलों को रीवा के संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं।
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दर्दनाक हादसे में भाजपा नेता समेत 3 की मौत, पुल से नीचे जा गिरी कार
मध्य प्रदेश। यातायात पुलिस द्वारा लगातार चलाए जा रहे सड़क सुरक्षा अभियानों के बावजूद सड़ हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। आलम ये हैं कि, यहां रोजाना सैकड़ों लोग सड़क हादसों में घायल हो रहे हैं तो वहीं, दर्जनों लोग अपनी जान गवा रहे हैं। ऐसा ही एक भीषण सड़क हादसे का मामला सूबे के धार जिले से सामने आया है। यहां इंदौर - अहमदाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर घाटाबिल्लोद बाईपास पर बेटमा थाना इलाके में एक तेज रफ़्तार कार अनियंत्रित होकर पुल से नीचे जा गिरी। इस दर्दनाक हादसे में भाजपा नेता के साथ 2 महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई।
बताया जा रहा है कि, हादसे का शिकार होकर जान गवाने वाले सभी लोग देवास जिले के रहने वाले थे। घटना की सूचना मिलने के बाद घाटाबिल्लोद पुलिस और बेटमा थाना पुलिस घटना स्थल पर पहुंची कार में फंसे तीनों शवों को निकालकर पोस्टमार्टम के लिए बेटमा अस्पताल पहुंचाया। घटना बेटमा थाना इंदौर क्षेत्र की है।
पुलिस के अनुसार, मृतक की जेब से विजिटिंग कार्ड और आधार कार्ड निकला, जिसमें मृतक की शिनाख्त विपिन सिंह ठाकुर आदर्श कॉलोनी पीएनबी रोड देवास के रहने वाले के रूप में हुई है। साथ ही, विजिटिंग कार्ड भी मिला है, जिसमें विपिन सिंह ठाकुर नगर संयोजक प्रधानमंत्री जन कल्याण प्रकोष्ठ छपा हुआ है, जिस जगह ये भीषण दुर्घटना हुई, वो स्थान इलाके का सबसे बड़ा एक्सीडेंट जोन बना हुआ है। यहां आए दिन छोटी बड़ी ,ड़क दुर्घटनाएं होती रहती हैं। यहां हुए हादसों में अबतक कई लोग जान भी गवा चुके हैं।
घटनास्थल का ओसरुद गांव इंदौर जिले के बेटमा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आता है। लेकिन जब भी यहां कोई दुर्घटना होती है तो नजदीक होने के चलते सबसे पहले घाटाबिल्लौद चौकी पुलिस ही यहां पहुंचती है और सारी व्यवस्थाएं संभालती है। आज भी दुर्घटना की सूचना के बाद घाटाबिल्लौद चौकी प्रभारी प्रतीक शर्मा और पुलिस जवान मौके पर पहुंचे और घटनास्थल से शव को बेटमा अस्पताल भिजवाने की व्यवस्था की गई।
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BJP को दो दिनों में तीसरा झटका- प्रजातांत्रिक समाधान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने 2000 कार्यकर्ताओं के साथ थामा कांग्रेस का हाथ
भोपाल। मध्यप्रदेश में होने वाले विधान सभा चुनावों 2023 से पहले ही कांग्रेस की ओर से भाजपा पर बढत बनाने की कोशिशें लगातार जारी हैं। इन्हीं कोशिशों के बीच जहां मप्र की ही भांति छत्तीसगढ में भी होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले सोमवार को ही जहां भाजपा के नंदकुमार साह ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया था।
इन सब स्थितियों के बीच जहां अभी भाजपा डैमेज कंट्रोल की सोच ही रही थी कि, मुख्यमंत्री शिवराज के ही गृह जिले से आए एक मामले ने एक बार फिर भाजपा को बडा झटका दे दिया।
दरअसल मंगलवार को आष्टा विधानसभा सीट से आने वाले प्रजातांत्रिक समाधान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नेता कमल सिंह चौहान ने कमलनाथ की उपस्थिति में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली। जिसके बाद से सूबे में तेजी से बदल रहे राजनैतिक समीकरण ने भाजपा की टेंशन को बढा दिया है।
कुल मिलाकर मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही अब दल बदल शुरु हो गया है, ज्ञात हो कि जहां पर पहले कांग्रेस के कई बड़े नेता भाजपा में शामिल हुए। तो वहीं अब भाजपा से जुड़े या भाजपा को समर्थन दे चुके कई नेता अब कांग्रेस का रुख कर रहे हैं। जिसका सबसे बडा उदाहरण सीएम शिवराज के गृह जिले में देखने को मिला। जहां प्रजातांत्रिक समाधान पार्टी के अध्यक्ष सहित उनके करीब 2000 कार्यकर्ताओं ने अपना विलय कांग्रेस मे कर लिया है।
ज्ञात हो कि कमल सिंह चौहान आष्टा विधानसभा से 3 बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं। वह आष्टा से जिला पंचायत सदस्य भी हैं और पिछलेे दिनों हुए जिला पंचायत के चुनाव में कमल सिंह चौहान ने भाजपा समर्थित उम्मीदवार के पक्ष में मतदान कर जिला पंचायत अध्यक्ष बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
अंदर खाने से जो सूचना सामने आ रही है उसके अनुसार सीएम के गृह जिले में संगठन और सत्ता के बीच कोई विशेष तालमेल नहीं होने के चलते यहां संगठन और सत्ता के रवैया को लेकर कई नेता वर्षों से खासे नाराज बने हुए हैं। ऐसे में जहां कांग्रेस आष्टा विधानसभा में स्थिति मजबूत करना चाहती है तो वहीं भाजपा अपनी जमीन बचाने में थोड़ी सी कमजोर दिख रही है।
आपको जानकारी दे दें कि आष्टा क्षेत्र में जहां कांग्रेस के पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा लगातार सक्रिय हैं। वहीं ये भी कहा जा रहा है कि बीजेपी नेताओं की बेरुखी के चलते कई भाजपा के समर्थक अब कांग्रेस की ओर रुख कर रहे हैं। इन सब के बीच भाजपा से कमल सिंह चैहान भी नाराज बताए जा रहे थे इसी सबके चलते उनके द्वारा कांग्रेस का हाथ थामकर आगे बढने का मन बनाया गया।
बताया जाता है कि आष्टा में अपनी अच्छी खासी पकड़ रखने वाले प्रजातांत्रिक समाधान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमल सिंह चौहान ने अपने 2000 समर्थकों के साथ कांग्रेस मुख्यालय में पहुंचे, जहां उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की उपस्थिति में कांग्रेस की सदस्यता दिलाई गई। यहां उनके द्वारा कांग्रेस की रीति नीति से प्रभावित होकर कमलनाथ के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करने की बाद भी कही।
इस दौरान चौहान ने लिए भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प लेने के साथ ही कहां कि भाजपा सरकार के कारण देश में लोकतंत्र और संविधान खतरे में है। यहां उन्होंने कमलनाथ के नेतृत्व पर भी विश्वास जताया।