बैतूल। बैतूल में एक साथ 60 से ज्यादा आदिवासी जोड़े विवाह सूत्र में बंधे। इस विवाह की खास बात यह रही कि दूल्हा-दुल्हन को उपहार में करीब ढाई करोड़ रुपए के भू-खंड का दान पत्र सौंपा गया। विवाह समारोह का आयोजन अखिल गोंडवाना महासभा ने किया था, जिसमे गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के जिलाध्यक्ष ने जोड़ों को मकान बनाने के लिए अपने स्वामित्व की जमीन भेंट की।
अखिल गोंडवाना महासभा के बैनर तले यहां हमलापुर इलाके में गोंडवाना विवाह, भूदान सम्मेलन का आयोजन किया गया था। महासभा के इस आयोजन में 100 से ज्यादा जोड़ों का पंजीयन किया गया था, जिसमे 63 जोड़ों का जनजातीय रीति रिवाज से विवाह संपन्न करवाया गया। समारोह की खासियत यह रही की प्रत्येक वधु को कन्यादान में बैतूल नगर के गौठाना क्षेत्र में 25x30 = 750 वर्गफीट आवास के लिए भू-खंड का दान-पत्र दिया गया।
आदिवासी रीति रिवाजों के तहत सम्पन्न हुए इस विवाह कार्यक्रम में सबसे पहले दोपहर 12 बजे से पड़ापेन, मुठवा पूजन किया गया। दोपहर 12.30 बजे से आंगापेन दर्शन हुआ। इसके बाद 2 बजे से विवाह कार्यक्रम के बाद 3 बजे से विवाहित जोड़ों को भू-दान पत्र वितरण तथा आशीर्वाद दिया गया। समारोह में बड़ी तादाद में जोड़े और उनके परिजन मौजूद रहे।
सामूहिक विवाह और भू-दान समारोह में जोड़ो को शपथ पत्र पर प्रमाणित दान पत्र सौंपा गया, जिसमें दानकर्ता हेमंत सरेयाम ने अपने स्वामित्व की भूमि मौजा मरामझीरी में खसरा नंबर 11/2 रकबा 0.809 हेक्टेयर में से दान की है। दान पत्र में उल्लेख किया गया है कि उक्त सम्पूर्ण कृषि भूमि में से मेरे जनजाति समुदाय के समिति के महिला सदस्यों को मेरे द्वारा जनजातीय रीति-रिवाज के साथ विवाह करने पर एक प्लाट जिसका आकार 25 फीट 30 फीट बराबर 750 वर्ग फीट जमीन कन्या दान के रूप में भेंट की जाएगी। इस दान पत्र के साथ जमीन के ले आउट का नक्शा भी लगाया गया है। दानगृहिता उक्त दान पत्र पंजीयन शुल्क एवं न्यायालयीन कार्य कि लिए आवश्यक लागत खर्च का भार स्वयं ही वहन करेगी। दानकर्ता ने केवल भूमि का दान ही किया है।
बैतूल के नगरीय क्षेत्र की सीमा से लगी यह भूमि करोड़ों रुपए की है। हेमंत सरेयाम ने बताया की जिस भूखंड का दान किया गया है, उसकी शासकीय लागत मूल्य 3 लाख 85 हजार है। इस हिसाब से 60 जोड़ो को दान की गई यह जमीन 2 करोड़ 31 लाख रुपए मूल्य की है। हेमंत ने बताया की इस भूमि के दान के बाद इस पर उनके व उनके किसी वारिस का कोई अधिकार नही होगा। उन्होंने बताया की आदिवासी समाज के जोड़ो का विवाह समारोह आदिवासी संस्कृति के लिहाज से किया जाना चाहिए। यह अब तक होता नही था। इसीलिए यह आयोजन किया गया।
इस समारोह में जमीन मिलने से दूल्हा-दुल्हन खुश नजर आए। दुल्हन छाया ने बताया की शादी में मिले जमीन के उपहार से वे बेहद खुश है। इस जमीन पर अपना छोटा सा घर बनाकर वे वहां कोई भी व्यवसाय शुरू करेंगे। दूल्हे विक्की धुर्वे ने बताया की जमीन मिलने से वे उत्साहित है। ऐसी पहल पहली बार हुई है। सामाजिक रीति रिवाज से विवाह होने पर वे खुश हैं।
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दोस्त की शादी में आ रहे युवक का ट्रेन में मिला शव
उज्जैन। दोस्त की शादी में शामिल होने के लिए आ रहे युवक की संदिग्ध अवस्था में ट्रेन में मौत हो गई। उज्जैन स्टेशन पर ट्रेन के पहुंचने पर उसका शव मिला है। यात्रियों की सूचना पर जीआरपी ने मर्ग कायम किया है। मृतक का मोबाइल, रुपये व अन्य सामान गायब है।
पुलिस ने बताया कि अरुण पुत्र विजयसिंह उम्र 28 वर्ष निवासी अलवर राजस्थान अपने दोस्त की शादी में शामिल होने इंदौर-नई दिल्ली इंटरसिटी एक्सप्रेस से उज्जैन आ रहा था। स्टेशन पर ट्रेन पहुंचने पर यात्रियों ने युवक की मौत की जानकारी पुलिस को दी।
इस पर पुलिस ने ट्रेन में पहुंचकर शव बरामद किया था। मृतक के पास से मिले आधार कार्ड से उसकी शिनाख्त हुई। पुलिस ने उसके स्वजन को जानकारी दी। मृतक के पास से उसका मोबाइल, बैग, रुपये व अन्य सामान नहीं मिला है। पुलिस ने फिलहाल मर्ग कायम किया है। शव का पोस्टमार्टम करवाया गया है। पीएम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट होगा।
रामघाट के समीप प्रजापति धर्मशाला में ठहरे एक यात्री की संदिग्ध मौत हाे गई। महाकाल पुलिस ने बताया कि विजय कुमार सिंह उम्र 42 वर्ष निवासी दिल्ली सोमवार को परिवार के साथ रामघाट पर तर्पण करने के लिए आया था। यहां वह परिवार के साथ रामघाट के समीप स्थित प्रजापति धर्मशाला में परिवार के साथ ठहरा था। सोमवार शाम उसकी एकाएक तबीयत बिगडऩे के बाद मौत हो गई। पुलिस ने मर्ग कायम किया है।
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बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री की गिरफ्तारी के लिए सड़क पर उतरे लोग
उज्जैन। कलचुरी समाज के आराध्य देव भगवान सहस्त्रार्जुन पर टिप्पणी करना कथावाचक पंडित धीरेंद्र शास्त्री को भारी पड़ रहा है। इस मामले में बागेश्वर धाम प्रमुख पंडित धीरेंद्र शास्त्री का घोर विरोध किया जा रहा है और देशभर में कलचुरी समाज उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहा है। भगवान सहस्त्रार्जुन पर आपत्तिजनक टिप्पणी से आहत उज्जैन सर्ववर्गीय कलचुरी समाज भी पंडित शास्त्री के विरोध में सड़क पर उतर आया है।
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने अमर्यादित शब्दों का उपयोग कर पूरे कलचुरी समाज को नीचा दिखाने की कोशिश की- सामाजिक जनों ने बताया कि पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने अमर्यादित शब्दों का उपयोग कर पूरे कलचुरी समाज को नीचा दिखाने की कोशिश की है। इससे आक्रोशित उज्जैन सर्ववर्गीय कलचुरी समाज ने कंट्रोल रूम पहुंचकर उनकी टिप्पणी के विरोध में ज्ञापन सौंपा। सभी ने एक स्वर में कथा वाचक शास्त्री से माफी मांगने और माफी नहीं मांगने पर गिरफ्तारी की मांग की। कलचुरी समाज के प्रतिनिधिमंडल ने पंडित शास्त्री के विरोध में जमकर नारेबाजी की। पंडित धीरेंद्र शास्त्री को गिरफ्तार करो...अभी तो यह अंगड़ाई है आगे और लड़ाई है....कलचुरी समाज के सम्मान में कलचुरी समाज मैदान में....जैसे अनेक नारे गूंजते रहे।
क्या है मामला- कलचुरी समाज के अनुसार पंडित शास्त्री का एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें उन्होंने भगवान सहस्त्रबाहु को बहुत ही निम्न शब्दों का उपयोग करते हुए बलात्कारी तक कहा। इससे पूरे कलचुरी समाज में आक्रोश है और भारतवर्ष के कलचुरी समाज क्षेत्रीय थानों, कलेक्टर कार्यालय, एसपी कार्यालय पर जाकर अपना विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। समाज पंडित शास्त्री से माफी मांगने और ना मांगने पर कानूनी कार्रवाई करने की मांग कर रहा है।