This website uses cookies to ensure you get the best experience on our website.

बड़ी बेटी की डोली उठी..छोटी की अर्थी:48 घंटे में शादीवाले एक और परिवार में मातम

User Rating: 4 / 5

Star ActiveStar ActiveStar ActiveStar ActiveStar Inactive
 


इंदौर। इंदौर में 48 घंटे में शादी-ब्याह वाले एक और परिवार में मातम छा गया। शिप्रा थाना क्षेत्र में बड़ी बहन की बरात लौटी और थक कर परिवार वाले सोए ही थे कि छोटी बहन ने सुसाइड कर लिया। घटना मंगलवार-बुधवार रात 1.45 बजे के आसपास की है।
इंदौर में बड़ी बेटी को विदा किया और 24 घंटे बाद ही उस परिवार को छोटी बेटी को कांधा देना पड़ा। 17 साल की नाबालिग ने बड़ी बहन की बारात लौटते ही फांसी लगाकर जान दे दी है। घटना मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात करीब पौने दो बजे की है। बहन की विदाई के बाद सब थक कर सो गए थे। देर रात पिता ने उसे लटके हुए देखा।
शिप्रा पुलिस के मुताबिक मृतका का नाम ---- (17) पुत्री तुलसीराम चौहड़िया निवासी सुल्याखेड़ी है। चचेरे भाई राहुल के मुताबिक रानू को रात करीब पौने दो बजे पिता तुलसीराम ने फंदे पर लटके देखा था। उसके बाद वह उसे अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। रानू तीन भाई-बहनों में दूसरे नंबर की थी। वहीं 11वीं क्लास में पढ़ाई कर रही थी। पिता पेशे से किसान हैं।
---------------------------------------------
एक सप्ताह तक तेज हवाएं, बारिश, ओलावृष्टि जारी रहेगी, तीन सिस्टम एक्टिव
भोपाल। मध्यप्रदेश में फिलहाल बारिश, तेज हवाएं और ओलावृष्टि से राहत नहीं मिलने वाली है। अगले सप्ताह तक मौसम ऐसा ही रहेगा। इस कारण तापमान बढ़ने के आसार भी नहीं है। ऐसा प्रदेश में एक्टिव तीन सिस्टम की वजह से हो रहा है। मंगलवार को भोपाल, रीवा, जबलपुर, ग्वालियर, सागर, रायसेन समेत कई जिलों में जमकर बारिश हुई।
मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि अभी उत्तर भारत में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (पश्चिमी विक्षोभ) एक्टिव है, जबकि एक ट्रफ लाइन साउथ वेस्ट एमपी से नॉर्थ तमिलनाडु तक गुजर रही है। तीसरे सिस्टम का असर चक्रवात के रूप में देखने को मिल रहा है, जो साउथ छत्तीसगढ़ पर बना है। इस कारण प्रदेश में गरज-चमक और तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है। 8 मई तक प्रदेश में कहीं-कहीं हल्की बारिश जारी रहेगी। बादल भी छाए रहेंगे। वहीं, अगले 2-3 दिन तक कुछ संभाग में तेज बारिश, 40 से 50Km प्रतिघंटे की रफ्तार से तेज हवाएं और ओलावृष्टि का दौर जारी रहेगा।
मौसम विभाग के अनुसार बुधवार को सिस्टम की एक्टिविटी रीवा, जबलपुर, शहडोल और सागर संभाग के जिलों में रहेगी। यहां कई जगहों पर बारिश हो सकती है। इंदौर, उज्जैन, भोपाल और चंबल में कहीं-कहीं बारिश के आसार हैं। शहडोल-जबलपुर संभाग में ओले गिर सकते हैं, जबकि नर्मदापुरम, बैतूल, रायसेन और खरगोन में भी ओलावृष्टि की संभावना है। प्रदेशभर में तेज हवाओं का दौर भी जारी रहेगा। यहां दोपहर बाद मौसम बदल जाएगा।
मौसम वैज्ञानिक पांडे ने बताया कि आमतौर पर मई के पहले सप्ताह में तापमान एवरेज 41-42 डिग्री के बीच रहता है, जबकि वर्तमान में यह 32-33 डिग्री के बीच है यानी 9 से 10 डिग्री तक टेम्प्रेचर लुढ़क गया है। 8 मई तक प्रदेशभर में मौसम बदला रहेगा। इसके बाद ही तापमान में बढ़ोतरी होगी। इसके चलते 15-20 मई तक तो प्रदेश में हीट वेव यानी गर्म हवाएं और तेज गर्मी पड़ने की संभावना कम ही है।
राजधानी में 6 मई तक बारिश होने की संभावना है। 3 मई को कुछ इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है, जबकि 4 मई को मौसम साफ रहने का अनुमान है। 5 और 6 मई को तेज बारिश हो सकती है। इससे पहले मंगलवार दोपहर बाद मौसम बदला सा रहा। दिन में हल्के बादल भी छाए रहे।
मौसम विभाग ने ओलावृष्टि होने और बिजली गिरने को लेकर एडवाइजरी भी जारी की है। लोगों का सलाह दी गई कि वे बिजली चमकने और ओलावृष्टि होने के दौरान क्या जरूरी एहतियात बरतें।
--------------------------------------
हड़ताल पर डॉक्टर: हाईकोर्ट ने हड़ताल को बताया अवैध, डॉक्टर बोले-मांगे पूरी होने तक पीछे नहीं हटेंगे
भोपाल। मध्यप्रदेश के सरकारी अस्पतालों में इलाज के लिए आने वाले मरीजों की मुश्किलें बढ़ गई है। क्योंकि प्रदेश के करीब 15 हजार सरकारी डॉक्टर हड़ताल पर है। ग्वालियर में समय पर इलाज नहीं मिलने पर एक मरीज की मौत हो गई। इधर सरकार वैकल्पिक व्यवस्था में लगी है। साथ ही हड़ताली डॉक्टरों को मनाने की भी कोशिश कर रही है। इधर हाईकोर्ट ने हड़ताल पर सख्त रुख अपनाया है। हाईकोर्ट ने डॉक्टरों की हड़ताल को अवैध बताते हुए तत्काल काम पर लौटने का आदेश दिया है।
ग्वालियर में डॉक्टरों की हड़ताल के पहले ही दिन इलाज नहीं मिलने पर एक मरीज ने दम तोड़ दिया है। 62 साल के अमर सिंह जाटव निवासी किलागेट को सांस की बीमारी थी। वह एक महीने से जयारोग्य हॉस्पिटल के मेडिसिन वार्ड में भर्ती थे। बुधवार सुबह उनकी तबीयत बिगड़ने लगी, परिजन डॉक्टरों के पास पहुंचे, लेकिन किसी डॉक्टर ने आकर जांच तक नहीं की। कुछ देर बाद अमर सिंह ने दम तोड़ दिया। इसके बाद परिजनों ने डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही बरतने के आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया।
ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल में सांस की बीमारी से पीड़ित एक मरीज को वक्त पर इलाज नहीं मिलने से उसकी मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों ने हंगामा कर दिया।
मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने प्रदेश में जारी डॉक्टरों की हड़ताल को अवैध ठहराया है। एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने आदेश दिया है कि हड़ताल पर बैठे सभी डॉक्टर तत्काल काम पर लौटे। डॉक्टर अस्पताल में मौजूद अंतिम मरीज का भी इलाज करें। हाईकोर्ट ने ये भी कहा कि आगे से बिना अनुमति हड़ताल नहीं करें। भविष्य में टोकन स्ट्राइक को भी हाईकोर्ट ने अवैध बताया। याचिका जबलपुर के पूर्व पार्षद इंद्रजीत कुंवर पाल सिंह ने लगाई थी। जिस पर चीफ जस्टिस रवि मलिमठ और जस्टिस विशाल मिश्रा की डिवीजन बेंच में सुनवाई हुई।
मप्र शासकीय स्वशासी चिकित्सक महासंघ के मुख्य संयोजक डॉ. राकेश मालवीय ने कहा कि पिछले 10 साल से अपने मुद्दों और परेशानियों को लेकर सरकार के पास जा रहे हैं। कभी-कभी तो सरकार के प्रतिनिधि वर्षों तक बात नहीं करते। जब हम आंदोलन करते हैं, तो वो बात करते हैं। हड़ताल खत्म कराने के लिए हर बार आश्वासन का झुनझुना पकड़ा देते हैं। आज फिर से डॉक्टर्स एकजुट हुए हैं। उद्देश्य यही है कि जब तक मांगों को लेकर आदेश जारी नहीं हो जाते, तब तक पीछे नहीं हटेंगे। हालांकि हाईकोर्ट के आदेश पर उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट के निर्देश के संबंध में संगठन पदाधिकारियों की मीटिंग बुलाई गई है। उन्होंने डॉक्टरी काम में अधिकारियों के दखल पर नाराजगी भी जताई।