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19 हजार पटवारी 3 दिन की छुट्‌टी पर:सीमांकन, प्रमोशन का मुद्दा फिर उठा

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भोपाल। मध्यप्रदेश के करीब 19 हजार पटवारी बुधवार से 3 दिन की छुट्‌टी पर चले गए। सीमांकन की समस्या और प्रमोशन के मुद्दे पर उनकी नाराजगी है। दो दिन सरकारी अवकाश होने से भी पटवारी काम नहीं करेंगे। इस तरह वे पांच दिन छुट्‌टी पर रहेंगे।
मध्यप्रदेश पटवारी संघ के आह्वान पर प्रदेश के सभी जिलों में सीमांकन कार्य से विरत रहने, समान कार्य समान वेतन के आधार पर 2800 ग्रेड-पे देने एवं अन्य विषयों को लेकर 4 मई को ज्ञापन सौंपा गया था। जिसमें कहा गया था कि 23 मई तक मांगें पूरी कर दें, लेकिन तय समय सीमा में मांगें पूरी नहीं की गई। इसके चलते 24, 25 और 26 मई तक पटवारी सामूहिक अवकाश पर चले गए। 27 मई को शनिवार और 28 मई को रविवार है। सरकारी छुट्‌टी होने से इन दो दिन भी पटवारी काम नहीं करेंगे। इस तरह पटवारी लगातार पांच दिन कार्य से दूर रहेंगे।
पटवारी संघ के अध्यक्ष उपेंद्र सिंह ने बताया कि पटवारियों के पास संसाधनों की कमी है। दूसरी ओर, विशेष भर्ती अभियान के तहत नियुक्त 500 राजस्व निरीक्षकों द्वारा सीमांकन कार्य नहीं किए जाने से पटवारियों पर काम का दवाब है, क्योंकि पटवारियों के पास पहले से अत्यधिक कार्य है। ऐसे में पटवारी सीमांकन कार्य नहीं कर सकते। इसलिए पटवारियों को समान कार्य समान वेतन के आधार पर 2800 ग्रेड-पे नहीं दिया जाता और समस्याओं का समाधान नहीं होता, पटवारी सीमांकन कार्य नहीं करेंगे। न ही सीमांकन कार्य में किसी प्रकार का सहयोग करेंगे।
प्रदेश के कई जिलों में कलेक्टर पटवारियों से ही सीमांकन कार्य करा रहे हैं। न करने पर उन्हें निलंबित करने जैसी कार्रवाई की जा रही है। सिंगरौली जिले में तो 15 पटवारियों को निलंबित किया गया। वहीं, सीधी जिले में 100 से ज्यादा पटवारियों पर निलंबन, नो वर्क-नो पे आदि कार्रवाई की गई है। इसके चलते पटवारी अवकाश पर चले गए हैं।
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दिग्विजय बोले-बजरंग बली की तुलना गुंडों की जमात से हुई:कहा- मोदी जी माफी मांगें
बुरहानपुर । पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बजरंग दल को बैन करने को लेकर कहा, बजरंग बली को आप मानते हो, बजरंग बली की तुलना बजरंग दल से करना धार्मिक था कि अधार्मिक? मैं मोदी जी से कहता हूं कि आपने बजरंग बली की तुलना गुंडों की जमात बजरंग दल से की है। माफी मांगिए। मैं हनुमान भक्त हूं। मुझसे बड़े हनुमान भक्त कमलनाथ जी हैं। उन्होंने छिंदवाड़ा में देश की सबसे बड़ी मूर्ति लगाई है। मोदी जी ने हमारी आस्था को अपमानित किया है। मोदी जी माफी मांगें।
दिग्विजय सिंह बुरहानपुर दौरे पर हैं। स्थानीय सर्किट हाउस पर सुबह 10 बजे उन्होंने मीडिया से चर्चा की। इस दौरान दिग्विजय सिंह ने कहा कि शिवराज सिंह कहते हैं कि कर्जा माफ ही नहीं हुआ। भाजपा कहती है कर्जा माफ ही नहीं हुआ। शिवराज सिंह जी आपके जैत गांव में आपका निवास जहां है, वहां के आपके रिश्तेदारों की सूची हमारे पास है, जिनके कर्जे माफ हुए हैं।
सीएम शिवराज के बेटे कार्तिकेय ने मंगलवार को ट्वीट किया था कि नकुलनाथ जब अमेरिका में थे, तब देख में सिख नरसंहार हो रहा था। इसी को लेकर जब दिग्गी से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा- 1984 में हुए दंगों को लेकर लगभग 40 साल बाद भी अब तक एफआईआर दर्ज क्यों नहीं हुई। अटल जी के समय भाजपा की सरकार 6 साल रही। केंद्र में गैर कांग्रेसी सरकारें रहीं। आज तक मुकदमा दायर क्यों नहीं हुआ कमलनाथ जी पर। कमलनाथ जी डरकर उनके घर नहीं चले जाएंगे। वे हिम्मत वाले व्यक्ति हैं और उनका कोई लेना-देना नहीं था सिखों के दंगों से। यहां तक कि आप छिंदवाड़ा के सिख लोगों से पूछ लीजिए कि कमलनाथ ने उनके लिए कितना किया है। प्रदेश के हमारे सिख समुदाय के लिए कितना किया है।
दिग्विजय सिंह ने कहा, आज भाजपा बंट गई है। शिवराज भाजपा, महाराज भाजपा और नाराज भाजपा। आपके बुरहानपुर में भी कई आरएसएस और जनसंघ के परिवारों में जाकर पूछ लो। जो दलाल भाजपा के ठेकेदार नए-नए तैयार हो गए। महाराज और शिवराज भाजपा के पास फॉर्च्यूनर है, पुराने जनसंघियों के पास साइकिल तक नहीं है। साइकिल से चल-चल के, चने खा-खाके, जिन्होंने जनसंघ को जमाया कहां हैं वो लोग? कौन पूछ रहा है उनको?
हालात यह है कि सागर जिले के सभी भाजपा मंत्री, विधायक ने जाकर शिकायत की है महाराज भाजपा के नेता गोविंद सिंह राजपूत की। इसको ठीक करो नहीं तो हम लोग इस्तीफा देंगे। ये तो शुरुआत है। अभी तो टिकट बंटते समय देखना महाराज भाजपा की हालत क्या होती है। महाराज को समझ में नहीं आएगा कि कहां आ गए।
दिग्विजय सिंह ने प्रदेश में घोटालों का जिक्र भी किया। उन्होंने कहा- तुलना करना है तो आ जाओ शिवराज सिंह चौहान। 20 साल में किस कदर भ्रष्टाचार बढ़ा है। डंपर केस का क्या हुआ? व्यापमं का क्या हुआ? घोटले पर घोटाला। ई-टेंडरिंग के घोटाले का क्या हुआ? पाकिस्तान के लिए जासूसी करते बजरंग दल के लड़के पकड़े गए, भाजपा आईटी सेल के लोग पकड़े गए, उसका क्या हुआ? उन पर राजद्रोह का मुकदमा क्यों दर्ज नहीं हुआ? उनकी जमानत कैसे होने दी? आ जाओ सामने, पोषण आहार में खा गए, बच्चों की ड्रेस में खा गए, नीचे से ऊपर तक लोग खा रहे हैं। तोल कांटे में प्रोग्रामिंग की हुई है। ये सारा जवाब दें।
दिग्विजय सिंह ने कहा, बुनकरों की सहूलियत के लिए विशेष तौर पर पैकेज तैयार किया जाएगा। ये हमारे चुनाव घोषणा पत्र का अंग होगा। हर विधानसभा के लिए हम इस बार विशेष तौर पर कुछ मुद्दे तय करेंगे।
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एमपी बोर्ड 10वीं-12वीं रिजल्ट 25 मई को दोपहर 12:30 बजे होगा जारी
भोपाल। मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (MPBSE) 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षा के परिणाम 25 मई को जारी होंगे। मध्‍य प्रदेश के स्कूली शिक्षा मंत्री इंदरसिंह परमार दोपहर 12.30 बजे भोपाल में एमपी बोर्ड आफिस के विज्ञान प्रशिक्षण केंद्र स्थित आडिटोरियम में पर‍िणाम जारी करेंगे। एमपी बोर्ड की वेबसाइट mpbse.nic.in पर विद्यार्थी अपना परिणाम देख सकेंगे।
विशेषज्ञों का कहना है कि 10वीं व 12वीं परिणाम के आधार पर किसी के करियर का आकलन नहीं किया जा सकता है। बल्कि जैसा भी रिजल्ट आए, उसे करियर की आगे की सीढ़ी मानते हुए स्वीकार करें। अभिभावकों को सलाह है कि इस समय दो दिन तक बच्चों के साथ रहें।
10वीं व 12वीं बोर्ड परीक्षा में करीब 18 लाख विद्यार्थियों का परिणाम जारी किया जाएगा। रिजल्‍ट की तारीख घोषित होते ही विद्यार्थियों में उत्‍सुकता बढ़ गई है। काउंसलर का कहना है कि अभिभावक बच्चों से बातचीत करें और उनकी समस्याएं समझें। उनके साथ रहें और रिजल्ट को लेकर बच्चों पर दबाव नहीं डालें। वहीं मनोचिकित्सक का मानना है कि बच्चों के व्यवहार पर विशेष ध्यान दें। परिणाम को लेकर तुलना न करें।