सबलगढ़। न्यायालय में महिला से दुष्कर्म व अपहरण के मामले में कोर्ट पेशी पर आए आरोपित युवक को कोर्ट के गेट पर डेढ़ दर्जन के करीब लोग जबरन गाड़ी में बिठाकर अपहरण कर ले गए। खासबात यह है कि जिस पर आरोपितों ने इस अपहरण को अंजाम दिया, उस समय युवक हथियारबंद पुलिसकर्मियों के साथ ही खड़ा था। बदमाशों ने युवक को पकड़ने का प्रयास किया तो पुलिस कर्मियों ने उसे बचाने का कुछ देर तो प्रयास किया फिर हाथ खड़े कर दिए। हथियारबंद पुलिसकर्मियों के हाथाें के बीच से बदमाश युवक को गाड़ी में डालकर ले गए। बाद में सबलगढ़, टैंटरा व रामपुर थाने की पुलिस सक्रिय हुई तो रात तीन बजे काजोना घाटी के पास से युवक को मुक्त करा लिया। वहीं एक आरोपित को भी धर दबोचा। अपहरकर्ता महिला के स्वजन ही बताए जा रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि बड़ा निठारा गांव निवासी गिर्राज जाटव उम्र 27 साल का जसलामनी गांव की एक महिला से प्रेम प्रसंग हो गया। जिस पर महिला 2022 में गिर्राज के साथ कहीं चली गई। जिसे बाद में बरामद किया तो महिला ने आकर रामपुर थाने में गिर्राज के खिलाफ जबरन अपहरण और दुष्कर्म का मामला दर्ज करा दिया। जो प्रकरण सबलगढ़ न्यायालय में चल रहा था। शुक्रवार को गिर्राज जाटव अपने स्वजन के साथ सबलगढ़ न्यायालय में पेशी पर आया था। शाम सात बजे तक यहां निर्णय हुआ। बताया जाता है कि महिला ने गिर्राज के पक्ष में ही बयान दे दिए। वहीं पुलिस सुरक्षा की भी मांग की। जिस पर कोर्ट ने महिला को पुलिस सुरक्षा दे दी। इसके बाद गिर्राज अपने स्वजन के साथ कोर्ट से बाहर आने लगा। जिसके साथ मौके पर चार हथियारबंद पुलिसकर्मी भी मौजूद थे। गिर्राज को भी उसके साथ वारदात होने की भनक थी, जिससे वह भी पुलिसकर्मियों के पीछे ही चल रहा था। जैसे गिर्राज कोर्ट के गेट पर पहुंचा तो यहां पहले से ही तैयार खड़े डेढ़ से दो दर्जन लोगों ने उस पर हमला कर पकड़ने का प्रयास किया। गिर्राज भागा भी। पुलिस कर्मियों के लिए लोग चिल्लाए, तो पुलिस कर्मियों ने उसे बचाने का प्रयास किया। लेकिन यहां बदमाश उसे जबरन उठाकर एक बोलेरो गाड़ी में पटक लिया। कुछ देर तो पुलिस कर्मियों ने गिर्राज को खींचा, लेकिन इसके बाद उन्होंने भी हाथ खड़े कर दिए। जिसके बाद बड़े ही आराम से बदमाश गिर्राज का अपहरण कर ले गए। इस मामले में एक वीडियो भी सामने आया है। जिसमें चार पुलिसकर्मी मौके पर दिखाई दे रहे है। जिनके हाथों से छीनकर गिर्राज को बदमाश उठा ले गए। अपहरण के बाद गिर्राज के पिता रामस्वरूप जाटव व मां सामंती सबलगढ़ थाने पहुंचे। जहां उन्होंने अपनी आपबीती पुलिस को बताई। रात एक बजे के करीब पुलिस ने इस मामले में अपहरण व एससी, एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया।
युवक को घने बाजार के बीच से अपहरण होने के बाद सबलगढ़, टैंटरा व रामपुर थाने की पुलिस सक्रिय हुआ। पुलिस ने चारों तरफ से घेराबंदी की। जिस पर बदमाश अपनी बोलेरो क्रमांक एमपी 06 बीए 0603 को जब्त कर लिया। बदमाश गाड़ी छोड़कर गिर्राज को पैदल ही घाटी क्षेत्र में घुमा रहे थे, जो बाहर नहीं निकल सके। इसी बीच काजोना घाटी के पास पुलिस को बदमाश दिखे। जिस पर गिर्राज को छोड़कर भागने लगे। जिसमें से एक अपहरणकर्ता को पुलिस ने मौके पर पकड़ लिया। बाकी के भागने में सफल हो गए। इस मामले में पुलिस ने शिवचरण बघेल, रामौतार बघेल, उम्मेद बघेल, गजेंद्र बघेल, माेहर सिंह बघेल निवासी जसलामनी, भूरा बघेल निवासी टेलई, आदिराम निवासी नंदापुरा के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
2022 में महिला ने गिर्राज पर अपहरण व दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था। जिसके बाद वह अपने ससुराल में रहने लगी। महिला के दो बच्चे भी है। लेकिन चार महीने पहले महिला फिर से गिर्राज के साथ चली गई। जो उसके साथ लिविंग रिलेशनशिप में ही रह रही थी। शुक्रवार को कोर्ट पेशी पर भी वह गिर्राज के साथ ही न्यायालय में पहुंची थी। जहां उसने गिर्राज के पक्ष में ही बयान दिए। वहीं अपने स्वजन से सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मियों की मांग की थी। कोर्ट ने महिला को सुरक्षा मुहैया करा दी थी, जो पुलिस की कस्टडी में ही न्यायालय में थी। लेकिन गिर्राज जैसे ही बाहर निकला तो उसे बदमाश पकड़ ले गए। गिर्राज की मां ने गिर्राज की हत्या किए जाने की भी आशंका जताई थी।
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विधायक जीतू पटवारी समेत 4 को एक साल की सजा
भोपाल। कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री जीतू पटवारी समेत 4 लोगों को शासकीय कार्य में बाधा डालने के मामले में एक साल की सजा सुनाई गई है। एमपी-एमएलए कोर्ट ने साल 2009 के मामले में ये फैसला सुनाया है। इन पर 10-10 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है।
पटवारी समेत 17 लोगों के खिलाफ साल 2009 में राजगढ़ में बलवा समेत शासकीय कार्य में बाधा डालने की एफआईआर दर्ज की गई थी। इन पर आईपीसी की धारा 148, 294, 353, 332, 332/149, 323, 323/149 , 506(2), 336, 427 और प्रिवेंशन ऑफ डैमेज टू पब्लिक प्रॉपर्टी एक्ट 1984 के सेक्शन 3 के तहत आरोप लगाए गए थे। इसी मामले में शनिवार को विधायक जीतू पटवारी, उज्जैन कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष सुरेंद्र मरमट, जिला पंचायत अध्यक्ष राजगढ़ चंदर सोंधिया और पूर्व विधायक राजगढ़ कृष्णमोहन मालवीय को सजा सुनाई गई है। इस दौरान पटवारी खुद कोर्ट में मौजूद रहे।
विधायक पटवारी के वकील अजय गुप्ता ने कहा, 'इस फैसले से जीतू पटवारी की विधायकी पर कोई असर नहीं पड़ेगा। हम अपर कोर्ट में अपील भी करेंगे। '
कांग्रेस ने राजगढ़ में 2009 में किसानों को लेकर सरकार के खिलाफ आंदोलन किया था। इसका नेतृत्व पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह कर रहे थे। कांग्रेस नेता कलेक्टर कार्यालय में ज्ञापन देने जा रहे थे। इसी दौरान किसी ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। घटना बलवा में बदल गई थी। दिग्विजय सिंह को भी चोट आई थी।
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अवैध गैस रीफिलिंग के दौरान कार में लगी आग, जोरदार धमाके से दहले लोग
ग्वालियर। ग्वालियर में अवैध रुप से चल रहा गैस रीफीलिंग का धंधा किसी बड़े हादसे की वजह बन सकता है। शुक्रवार को डबरा में गैस रीफिलिंग के दौरान एक कार में आग लग गई और फिर जोरदार ब्लास्ट हुआ। आसपास मौजूद लोगों ने भागकर अपनी जान बचाई। संयोग से इस हादसे में किसी की जान नहीं गई। जहां धमाका हुआ, वहां से कुछ दूर घनी बस्ती है। ऐसे में यहां गैस की रीफिलिंग कापी खतरनाक बताया जा रहा है। इस ये किसी दिन बड़े प्रशासनिक अधिकारियों ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है।
मिली जानकारी के मुताबिक ये हादसा पिछोर रोड स्थित हनुमान मंदिर के सामने जसवंत कुशवाह की दुकान में हुआ। यहां अवैध रूप में वाहनों में एलपीजी गैस भरने का काम होता है। शुक्रवार को ग्राम गधोटा भितरवार का रहने वाला अनूप अपनी कार में घरेलू सिलेंडर से गैस भरवा रहा था, तभी कार में आग लग गई। आग लगते ही वहां मौजूद लोग दूर भाग गए। कुछ सेकंड में आग की ऊंची-ऊंची लपटें निकलने लगीं और ब्लास्ट हो गया। बाद में जब आग की लपटें कम हुईं तब लोगों ने पानी डालकर आग बुझाई। आसपास के लोगों ने इसका वीडियो भी बना लिया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। मामले में पुलिस या प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई है।चार हथियारबंद पुलिसकर्मियों के हाथों के बीच से युवक का अपहरण