दिल्ली। पुलिस ने दुष्कर्म के आरोपी दिल्ली सरकार के निलंबित अधिकारी और उसकी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है। मुख्य आरोपी प्रेमोदय खाखा की उम्र 51 साल है और वह वह दिल्ली सरकार में महिला एवं बाल विकास विभाग में उप निदेशक हैं। दूसरी आरोपी उनकी पत्नी सीमा रानी हैं, जिनकी उम्र 50 साल है। प्रेमोदय खाखा पर उत्तरी जिले के बुराड़ी थाने में अपने मृत दोस्त की नाबालिग बेटी के साथ कई महीनों तक रेप का मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आदेश पर आरोपी अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मुख्य सचिव को जांच चलने तक उन्हें निलंबित करने का निर्देश दिया गया है और इस पर रिपोर्ट भी मांगी है।
बीजेपी ने इस मामले को शर्मनाक बताते हुए केजरीवाल सरकार पर सवाल खड़े किये हैं। दिल्ली बीजेपी की नेता बांसुरी स्वराज ने पूछा कि जब 13 अगस्त को ही एफआईआर दर्ज हो गई थी, तो दिल्ली सरकार ने अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने में इतना वक्त क्यों लगाया।
रेप की घटना पर दिल्ली की मंत्री आतिशी ने कहा कि यह चौंकाने वाली घटना है क्योंकि आरोपी खुद महिला एवं बाल विकास विभाग में काम कर रहा था। अगर उन पर किसी नाबालिग के साथ दुष्कर्म का आरोप है तो यह चिंताजनक बात है। जैसे ही यह मामला मुख्यमंत्री के सामने आया तो मुख्यमंत्री (अरविंद केजरीवाल) ने संबंधित अधिकारी को आरोपित अधिकारी के निलंबन का आदेश दिया। उन्होंने उन आरोपों को भी खारिज किया, जिसमें आरोपी अधिकारी के उनके ओएसडी के रूप में काम करने की बात कही जा रही थी।
दिल्ली महिला आयोग ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है। DCW अध्यक्ष स्वाति मालीवाल दिल्ली के उस अस्पताल में धरने पर बैठीं जहां नाबालिग लड़की को भर्ती कराया गया है। उन्होंने कहा कि मैं देखना चाहती हूं कि ऐसा क्या है जो दिल्ली पुलिस छिपाना चाहती है। उनका कहना था कि उन्हें अंदर जाकर लड़की से मिलने नहीं दिया गया।
पूरा मामला- उत्तरी दिल्ली के डीसीपी सागर सिंह कलसी ने पूरे मामले की जानकारी देते हुए बताया कि 17 वर्षीय लड़की के पिता की मौत अक्टूबर 2020 में हो गई थी। बाद में लड़की को उसके मृत पिता के पारिवारिक मित्र के आवास पर भेज दिया गया, जो अब मामले में आरोपी (दिल्ली सरकार का अधिकारी) है। उसने बताया कि नवंबर-दिसंबर 2020 और जनवरी 2021 में उसके स्थानीय अभिभावक (दिल्ली सरकार के अधिकारी) ने उसके साथ बलात्कार किया। जब उसने यह बात आरोपी की पत्नी को बताई तो महिला ने उसे धमकाया और उसका गर्भपात भी करा दिया। लड़की तनाव और दबाव में रही। घटना के बाद उसे पैनिक अटैक का भी सामना करना पड़ा। उसके इलाज के दौरान ये बात सामने आई। डॉक्टरों ने बताया कि लड़की बयान देने के लिए फिट नहीं है। पुलिस ने कहा कि लड़की का बयान दर्ज करने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
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ओबीसी महासम्मेलन में स्वामी प्रसाद मौर्य पर जूता फेंका, वकील की ड्रेस में आया युवक
लखनऊ। मऊ में स्याही कांड के बाद अब लखनऊ में जूता कांड हुआ है। सोमवार को सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्या को वकील की ड्रेस पहनकर आए युवक ने जूता फेंककर मारा। स्वामी प्रसाद सपा के पिछड़ा वर्ग के महासम्मेलन में शामिल होने के लिए इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान पहुंचे थे। कार से उतरकर वह अंदर जा रहे थे, तभी युवक ने जूते से उन पर हमला कर दिया। जूता स्वामी प्रसाद को छूता हुआ दूर गिरा।
सपा कार्यकर्ताओं ने हमलावर युवक को पकड़ लिया। उसको पीट-पीटकर अधमरा कर दिया। पुलिस उसे बचाने का प्रयास करती रही। लेकिन सपा कार्यकर्ता बार-बार पुलिस से छुड़ाकर उसको पीटते रहे। बमुश्किल युवक को पुलिस ने सपा कार्यकर्ताओं से छुड़ाया।
दरअसल, ओबीसी महासम्मेलन में अखिलेश यादव को भी आना था। अखिलेश के पहुंचने से पहले 11.30 बजे स्वामी प्रसाद मौर्या पहुंचे। तभी यह घटना हुई। इस सम्मेलन में मौर्या, कुशवाहा, शाक्य, सैनी और बिंद समाज के पूर्व मंत्रियों, विधायक, पूर्व विधायकों, पूर्व सांसदों और पूर्व राज्यसभा सांसदों को बुलाया गया था।
जूता कांड के बाद महासम्मेलन में पहुंचे अखिलेश ने बीजेपी पर निशाना साधा। कहा, "बीजेपी चुनाव से पहले क्या-क्या करेगी। यह किसको पता है। कुछ भी हो सकता है। ये सरकार एक कंपनी को हायर करके अपने झूठ को सच बनाना चाहती है।"
उन्होंने कहा, "बीजेपी जीरो टॉलरेंस की बात करती है तो जूता फेंकने की क्या जरूरत पड़ रही है। जो कार्यकर्ता मऊ में था वो भाजपा का था। यहां भी कहीं न कहीं भाजपा का कार्यकर्ता होगा। भाजपा बौखला गई है। घबराई हुई है कि जनसमर्थन अब उनसे हट रहा है। उन्हें 10 साल दिल्ली के, यूपी के 7 साल का हिसाब-किताब देना है।"
वहीं, कार्यक्रम में स्वामी प्रसाद मौर्या ने कहा, "जो लोग पिछड़ों के दुश्मन हैं। हमारे आरक्षण के दुश्मन हैं। उनको 2024 में भगाने का काम करेंगे। देश खतरे में है। राष्ट्रीय संपत्ति बेची जा रही है। सभी एयरपोर्ट बेच दिए गए। रेलवे बेच दिया गया। इन सभी को निजी हाथों में सौंप कर नौजवानों की नौकरी खा रहे हैं। अब कोई राजा रानी के पेट से पैदा नहीं होता। जब भाजपा फंसती है तो कहती है कि जातीय जनगणना करवाएंगे। लेकिन अब मौन है। कान में तेल डालकर सो गए हैं।"
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राहुल गांधी बाइक से खारदुंग ला पहुंचे, 25 अगस्त तक लद्दाख दौरे पर हैं
लद्दाख। कांग्रेस नेता राहुल गांधी 25 अगस्त तक लद्दाख के दौरे पर हैं। सोमवार को वे बाइक राइड कर खारदुंग ला पहुंचे। यहां स्थानीय लोगों से मुलाकात की और उनके साथ तस्वीरें भी खिंचवाईं। इससे जुड़ी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
राहुल गांधी दो दिन (17-18 अगस्त) के दौरे पर लद्दाख गए थे, लेकिन 18 अगस्त को उनका दौरा 25 अगस्त तक के लिए बढ़ा दिया गया। शनिवार (19 अगस्त) को राहुल ने लद्दाख से पैंगोंग त्सो लेक तक बाइक राइडिंग की। वहीं, कांग्रेस नेता ने रविवार (20 अगस्त) को पैंगोंग त्सो लेक के किनारे अपने पिता पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को श्रद्धांजलि दी।
राहुल गांधी ने 20 अगस्त को लद्दाख में चीनी घुसपैठ का दावा किया था। कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि एक इंच भी जमीन नहीं गई। यहां के लोगों ने मुझे बताया कि लद्दाख में घुसकर चीन ने उनकी जमीन छीन ली।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राहुल पर पलटवार करते हुए कहा- कांग्रेस ने हिंदी-चीनी भाई-भाई का माला जपकर भारत माता की धरती से 45 हजार स्क्वायर किमी चीन को दे दिया। उन्हें अपने गिरेबान में झांकना चाहिए।
उधर, रविशंकर प्रसाद ने कहा- कुछ भी करो, लेकिन भारत के सुरक्षाबलों का मनोबल गिराने की कोशिश क्यों करते हो? कांग्रेस बालाकोट और उरी हमलों का सबूत मांगती है, हम उनसे क्या उम्मीद कर सकते हैं। आज राहुल गांधी लद्दाख के बारे में बात कर रहे हैं, मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि 1962 के युद्ध से पहले और बाद में चीन ने भारत की कितनी जमीन पर कब्जा किया था।