This website uses cookies to ensure you get the best experience on our website.

स्टूडेंट्स को पुलिस ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, 11 सूत्रीय मांगों को लेकर DAVV का घेराव करने पहुंचे थे, 20 से ज्यादा छात्र घायल

User Rating: 4 / 5

Star ActiveStar ActiveStar ActiveStar ActiveStar Inactive
 


इंदौर। इंदौर में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (DAVV) के बाहर स्टूडेंट्स ने गुरुवार को प्रदर्शन किया। ये स्टूडेंट्स कोर्स पूरा होने के बाद 10 दिन के अंदर डिग्री देने समेत 11 सूत्रीय मांगों को लेकर यूनिवर्सिटी का घेराव करने और कुलपति को ज्ञापन देने पहुंचे थे। पुलिस ने इन्हें मेन गेट पर ही रोकने की कोशिश की तो प्रदर्शनकारी बैरिकेड्स पर चढ़ने लगे।
हंगामा बढ़ते देख पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। आखिर में वाटर कैनन का इस्तेमाल कर स्टूडेंट्स को खदेड़ दिया गया। 20 से ज्यादा छात्रों को चोटें भी आईं। पुलिस ने NSUI के प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष चौकसे समेत 50 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, सभी को जिला जेल से मुचलके पर छोड़ दिया गया।
विरोध प्रदर्शन भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) के बैनर तले किया गया। इसमें यूनिवर्सिटी से जुड़े कॉलेजों के छात्र आस-पास के जिलों से भी आए थे।
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन की वजह से एग्जाम लेट हुए। 10 हजार छात्र-छात्राओं को एमबीए परीक्षा में फेल कर दिया गया। शिक्षकों की ड्यूटी राजनीतिक कार्यक्रमों में लगा दी जाती है। एक से अधिक विषय में एटीकेटी देने के साथ सीईटी परीक्षाओं में धांधली की जा रही है। NSUI कार्यकर्ता और यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स के ज्ञापन और घेराव कार्यक्रम की सूचना स्थानीय पुलिस के पास थी। इसके चलते यूनिवर्सिटी परिसर में सुबह से ही भारी पुलिस बल पहुंच गया था। उच्च अधिकारियों ने किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पुलिस को पूरी तैयारी रखने के निर्देश दिए थे।
जैसे ही स्टूडेंट्स यूनिवर्सिटी के गेट पर पहुंचे, पुलिस ने उन्हें रोका। छात्रों ने जबरदस्ती अंदर जाने की कोशिश की तो धक्का-मुक्की शुरू हो गई। उन्हें पीछे हटाने के लिए पुलिस ने लाठियां थाम लीं। छात्रों ने नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद पुलिस को वाटर कैनन चलानी पड़ी।
------------------------------------
गड़े धन के लालच में शिव चबूतरा खोदा, ग्रामीणों ने थाने में की शिकायत
गंजबासौदा। ग्राम गजनई में गड़े हुए धन के लालच में अज्ञात लोगों ने शिव मंदिर के चबूतरे को खोद दिया। घटना बुधवार-गुरुवार की दरम्यानी रात की बताई जा रही है। ग्रामीण देवेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि गुरुवार सुबह जब ग्रामवासी शिव मंदिर के चबूतरे पर पहुंचे तो चबूतरा टूटा हुआ मिला, जिसमें 4-5 फीट का गहरा गड्ढा था।
ये शिव चबूतरा करीब 400 से 500 वर्ष पुराना है, इसलिए लोग यहां माया ढूंढने के लिए पहले भी खुदाई कर चुके हैं। करीब दस साल पहले भी अज्ञात लोगों ने इसके आसपास खुदाई की थी। ग्रामीणों का कहना है कि शिव मंदिर और चबूतरा औरंगजेब के शासनकाल का बना हुआ है। औरंगजेब के सैनिकों ने भी मूर्तियों को खंडित करने की कोशिश की थी।
अभी भी यहां खंडित मूर्तियां मौजूद हैं। प्राचीन मान्यताओं के अनुसार पुराने समय में डाकू और चोर अपना लूटा धन ऐसे ही चबूतरों के नीचे छुपाते थे। जिस कारण आज भी कुछ लोग गढ़े हुए धन के लालच में चबूतरे के नीचे खुदाई करते हैं। लेकिन ग्राम गजनई में हुई घटना से ग्रामीणों में आक्रोश है। गुरुवार को ही ग्रामीणों ने देहात थाने पहुंचकर अज्ञात लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग को लेकर आवेदन सौंपा।
----------------------------------
पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते आरक्षक पकड़ा गया
शहडोल । जिले के ब्यौहारी थाना क्षेत्र के सरसी गांव में गुरुवार को आबकारी विभाग के आरक्षक अरविंद मिश्रा को पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त रीवा की टीम ने रंगे हाथों ट्रैप किया है।
आरोपित आबकारी एक्ट के तहत राजेश जायसवाल पिता जयलाल जायसवाल निवासी सरसी के खिलाफ झूठा प्रकरण न दर्ज करने के बदले में रिश्वत ले रहा था। राजेश जायसवाल ने इस मामले की शिकायत लोकायुक्त में की थी।
शिकायत की प्रारंम्भिक जांच करने के बाद 24 अगस्त को ब्यौहारी में आरोपित को शासकीय निवास में पांच हजार की रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया गया है। इसके पहले चार हजार रुपये आराेपित ले चुका था। दूसरी किस्त लेते समय उसे रंगे हाथों ट्रैप कर लिया गया है।
ट्रैप दल के सदस्य निरीक्षक जियाउलहक ने बताया कि बीते 21 अगस्त को शिकायतकर्ता के खिलाफ आबकारी एक्ट के तहत प्रकरण बनाने की धमकी दी गई थी । आरोपित कह रहा था कि प्रकरण दर्ज कर दूंगा। आरोपित आरक्षक आबकारी अधिनियम के तहत झूठा प्रकरण ना दर्ज करने के बदले पैसे ले रहा था।
कार्रवाई में निरीक्षक , डीएसपी परिहार सहित 12 सदस्यीय टीम शामिल रही। जानकारी के अनुसार गुरुवार की दोपहर अचानक टीम आबकारी निरीक्षक के घर पहुंची और जब वह शिकायतकर्तापैसे ले रहा था तभी ट्रैैप कर लिया गया ।