लखनऊ। तमिलनाडु के मदुरै रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन के प्राइवेट कोच में आग लग गई। शनिवार तड़के हुए हादसे में UP के 9 तीर्थ यात्रियों की मौत हो गई, जबकि 50 लोग झुलस गए। प्राइवेट कोच में UP के 63 तीर्थयात्री सफर कर रहे थे। हादसे के वक्त कोच यार्ड में खड़ा था। यह कोच 17 अगस्त को लखनऊ जंक्शन से रवाना हुआ था। कोच को रविवार को चेन्नई से लखनऊ लौटना था।
मदुरै कलेक्टर एमएस संगीता ने बताया कि कोच में सभी UP के तीर्थयात्री थे। इस कोच को मदुरै में दो दिन तक रुकना था। यात्रियों ने आज सुबह कॉफी बनाने के लिए स्टोव जलाया, तो सिलेंडर में ब्लास्ट हो गया।
मृतकों में छह लोगों का नाम-पता चला है। इनमें शत्रुदमन सिंह निवासी सीतापुर, मिथिलेश कुमारी निवासी सीतापुर, शांति देवी निवासी लखीमपुर, मनोरमा अग्रवाल निवासी लखनऊ, हिमानी बंसल निवासी लखनऊ और हरदोई निवासी परमेश्वर दयाल शामिल हैं।
सीतापुर के RSS स्वयंसेवक शिव प्रताप सिंह चौहान ने सोशल मीडिया पर लिखा- मैंने चार लोगों को लाद कर बाहर निकाल लिया, लेकिन अपनी मिसेज और बहनोई शत्रुदमन सिंह को नहीं निकाल पाया। हार कर गिर गया।
रेलवे के मुताबिक, हादसा मदुरै यार्ड पर खड़े कोच में सुबह 5.15 मिनट पर हुआ। 5 बजकर 45 मिनट पर फायर टीम पहुंची और 7 बजकर 15 मिनट पर आग बुझा ली गई। ये प्राइवेट कोच शुक्रवार को नागरकोल जंक्शन पर पुनालूर-मदुरै एक्सप्रेस (16730) में जोड़ा गया था। ट्रेन सुबह 3 बजकर 47 मिनट पर मदुरै रेलवे स्टेशन पहुंची थी। वहां इस कोच को ट्रेन से अलग कर दिया गया।
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मेवाड़ यूनिवर्सिटी में कश्मीरी छात्रों का हंगामा, हिंदू विरोधी लगे नारे, 2 घायल, 6 पुलिस हिरासत में
चित्तौड़गढ़। राजस्थान के चित्तौड़गढ़ की मेवाड़ यूनिवर्सिटी में मैस में खाना खाने के दौरान हुआ विवाद इतना बढ़ गया कि कश्मीरी और स्थानीय छात्रों के बीच पत्थरबाजी और चाकूबाजी हो गई। इस घटना में अभी तक 2 छात्रों के घायल होने की सूचना है। एक छात्र को उदयपुर रेफर किया गया। कश्मीरी छात्रों पर कैंपस में अल्लाह-हु-अकबर नारे लगाने और पत्थरबाजी करने का आरोप लगा है। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची स्थानीय पुलिस ने 6 कश्मीरी छात्रों को हिरासत में लिया है। कैंपस में मामला शांत है, लेकिन तनाव बना हुआ है। मामला चित्तौड़गढ़ जिले के गंगरार क्षेत्र का है।
मारपीट में घायल एक छात्र का कहना है कि कैंपस की मैस में शुक्रवार को एक छात्र खाना खा रहा था। इस दौरान वहां मौजूद कश्मीरी छात्रों से उसकी बहस हो गई। इसके बाद बड़ी संख्या में कश्मीरी छात्रों ने हमला कर दिया। घटना के कुछ वीडियो भी वायरल हुए हैं, जिसमें कश्मीरी छात्र अल्लाह-हु-अकबर के नारे लगाते हुए हुड़दंग मचाते नजर आ रहे हैं। इसके बाद कश्मीरी और स्थानीय छात्रों के गुट आमने सामने हो गए। इस झगड़े में आधा दर्जन से अधिक लोगों को चोटें आई हैं। कश्मीरी छात्रों पर मेस में जमकार तोड़फोड़ के आरोप भी लगे हैं।
वहीं घटना की सूचना मिलने के बाद हिंदू संगठन के लोग भी यूनिवर्सिटी पहुंचे। फिलहाल कैंपस के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस ने दोनों गुटों से शांति बनाए रखने की अपील की है। स्थानीय छात्रों का आरोप है कि कश्मीर छात्रों के पास हमेशा हथियार होते हैं। इस संबंध में कई बार शिकायत भी दर्ज कराई गई, लेकिन उनकी कभी चैंकिंग नहीं की जाती है।
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बृजमंडल यात्रा के ऐलान पर एक्शन, नूंह में एक फिर इंटरनेट-SMS पर रोक
नई दिल्ली। हरियाणा के नूंह जिले में एक बार फिर इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी गई है। प्रशासन की तरीफ से एहतियात के तौर पर यह फैसला लिया गया है। हरियाणा सरकार ने शनिवार को नूंह जिले में 28 अगस्त तक मोबाइल इंटरनेट और ‘बल्क एसएमएस’ सेवा को बंद करने का आदेश दिया जहां पिछले महीने सांप्रदायिक हिंसा हुई थी। सरकार ने हिंदू संगठनों के एक बार फिर ‘शोभा यात्रा’ निकालने के आह्वान के मद्देनजर यह निर्णय लिया है। आपकोे बता दें कि इससे पहले 31 जुलाई को नूंह में दो समुदायों के बीच हुई झड़प के बाद नूंह प्रशासन ने इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं को निलंबित कर दिया था।
हरियाणा सरकार ने सोमवार को आयोजित होने जा रही यात्रा से पहले यह आदेशा जारी किया है ताकि इस दौरान असामाजिक तत्वों द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से अफवाह फैलाए जाने पर रोक लगाई जा सके। इसके चलते नूंह के डिप्टी कमिश्नर ने कल गृह विभाग को पत्र लिखकर नूंह में इंटरनेट सेवा और बल्क मैसेज बंद करने की सिफारिश की थी, जिसके बाद आज हरियाणा के होम सेक्रेटरी द्वारा 26 अगस्त से 28 अगस्त तक इंटरनेट सेवा बंद करने के आदेश जारी किए गए हैं।
दरअसल, विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने 28 अगस्त को दोबारा ब्रजमंडल यात्रा निकालने का एलान किया है। हालांकि प्रशासन की ओर से इसकी अनुमति नहीं दी गई है। हरियाणा सरकार के अधिकारियों ने स्थानीय पुलिस के साथ-साथ कानून व्यवस्था में गड़बड़ी की आशंका का हवाला देते हुए यात्रा की अनुमति देने से इनकार कर दिया है।