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एक लाख रुपये लेकर पांच लाख के नकली नोट देता था सरगना, 30 लाख के नोट मार्केट में खपा दिए

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इंदौर । नकली नोटकांड की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) और आतंकवाद विरोधी दस्ता (एटीएस) को भी रिपोर्ट भेजी जाएगी। पुलिस आरोपित और नोटों की जानकारी साझा कर रही है। गिरोह का मास्टर माइंड राजेश बारबड़े है। वह अभिनेता शाहिद कपूर की वेब सीरीज फर्जी की तर्ज पर गैंग चला रहा था। आरोपित अब तक 30 लाख से ज्यादा के नकली नोट बाजार में चला चुके हैं।
नोट तीन स्टेप में छापे जाते थे। पुलिस द्वारा बरामद किए एक लाख 60 हजार रुपये के नकली नोट शुक्रवार को डिलीवर करना थे। खरीदार के स्थान पर पुलिस पहुंच गई और आरोपित को पूरे गैंग के साथ पकड़ लिया। आरोपित से थाने में पूछताछ की तो नोट छापने की पूरी विधि समझाई।
इंदौर के कारोबारी के साथ एक करोड़ रुपये की धोखाधड़ी, शेयर बाजार का झांसा देकर ठगाIndore Crime News: इंदौर के कारोबारी के साथ एक करोड़ रुपये की धोखाधड़ी, शेयर बाजार का झांसा देकर ठगा
अन्नपूर्णा पुलिस ने गुरुवार रात नकली नोट छापने वाले आरोपित राजेश बारबड़े (सिलिकान सिटी), गणेश चौहान (सुदामा नगर), विक्रम नरेश (शिव सिटी), प्रयेस स्वामी (पारसी मोहल्ला) और प्रवीण सिंह (सिलिकान सिटी) को इंदौर से गिरफ्तार किया था। आरोपितों के पास से प्रिंटर, स्कैनर, केमिकल, पेपर, चमकीली पन्नियां आदि बरामद हुए हैं। इस गैंग का सरगना राजेश बारबड़े है। मूलत: बैतूल निवासी राजेश ने बताया कि वह फिल्म फर्जी और यूट्यूब देखकर नोट छापने लगा था। उसने करीब 30 लाख रुपये बाजार में चला दिए हैं। उससे जो पेपर मिले, उससे 50 लाख रुपये तक के नोट छाप सकता था।
पुलिस को राजेश के पास से मृत्यु प्रमाण पत्र भी मिला है, जो वर्ष 2020 में बनाया था। उसने स्वयं को मृत घोषित कर लिया था। वर्तमान में वह अशोक चौहान के नाम से रह रहा था। पुलिस को जानकारी मिली कि कोरोना के वक्त वह एक आश्रम में रुका था। पूछताछ में बताया कि वहां ध्यान करने गया था। यह भी पता चला कि राजेश तमिलनाडु के दौरे कर चुका है।

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कंप्यूटर सेंटर की आड़ में बना रहे थे फर्जी आधार और वोटर कार्ड, दो आरोपित धराए
शिवपुरी। कोतवाली थानांतर्गत एक कंप्यूटर सेंटर की आड़ में फर्जी वोटर कार्ड और आधार कार्ड सहित तमाम नकली दस्तावेज और नकली सीलें बनाने वाले गिरोह के दो सदस्यों को पकड़ कर पुलिस ने उनके खिलाफ धोखाधड़ी सहित कूटरचित दस्तावेज तैयार करने का मामला दर्ज किया है। पुलिस फिलहाल गिरोह के सदस्यों से गिरेाह में शामिल अन्य सदस्यों की जानाकारी जुटाने का प्रयास कर रही है।
जानकारी के अनुसार आशीष गोयल 1 अक्टूबर को अपने आधार कार्ड में अपने पिता के नाम में संशोधन कराने के लिए फतेहपुर चौराहे स्थित सागर कंप्यूटर पर गया था। कंप्यूटर सेंटर पर उसे रवि परिहार मिला, जिसने आधार कार्ड में सुधार के एवज में 200 रुपये की मांग की और एक-दो दिन में कार्ड में सुधार होने की बात कही। अशीष अपना आधार कार्ड वहां छोड़ कर लौट आया।
छह अक्टूबर को जब आशीष अपना संशोधित आधार कार्ड लेने सागर कंप्यूटर सेंटर पर पहुंचा तो रवि परिहार वहां पर उसका आधार कार्ड तलाशने लगा। इसी दौरान आशीष ने देखा कि दुकान पर एक वोटर कार्ड रखा हुआ है, जिसमें उसका फोटो लगा है, लेकिन नंबर किसी और का दर्ज है। प्रथम दृष्टया ही वोटर कार्ड फर्जी प्रतीत होने पर आशीष फर्जी वोटर कार्ड को थाने लेकर पहुंचा और मामले की शिकायत दर्ज करवाई।
पुलिस ने शिकायत के आधार पर तत्काल कंप्यूटर सेंटर पर छापामार कार्रवाई की तो वहां बड़ी मात्रा में फर्जी आधार कार्ड, वोटर कार्ड और मेडिकल कालेज शिवपुरी की फर्जी सील, सरपंचों की सील और फर्जी दस्तावेज मिले। पुलिस ने रवि परिहार सहित अजब सिंह गुर्जर को गिरफ्तार कर फर्जी दस्तावेज जब्त कर आरोपितों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है।
टीआई विनय यादव ने बताया कि आरोपितों ने पूछताछ के दौरान बताया कि उनके पास अगर कोई व्यक्ति आधार कार्ड, वोटर कार्ड या कोई अन्य दस्तावेज बनवाने आता था तो वह आन लाइन एप के माध्यम से उनके दस्तावेज बना देते थे, जो देखने में हु-ब-हु असली प्रतीत होते थे। जिन लोगों के पास कोई दस्तावेज नहीं होता था, उन लोगों से यह तीन से पांच हजार रुपये वसूल करते थे।
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कारोबारी के साथ एक करोड़ रुपये की धोखाधड़ी, शेयर बाजार का झांसा देकर ठगा
इदौर । बड़े कारोबारी के साथ एक करोड़ रुपये की धोखाधड़ी सामने आई है। पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। आरोपितों ने शेयर बाजार में निवेश का झांसा देकर ठगा है। पुलिस बैंक खातों और फोन नंबरों की जांच कर रही है। अन्य लोगों के साथ भी धोखे की शंका जताई जा रही है।
लसूड़िया थाना पुलिस ने शुक्रवार रात मेप्पल वुड टाउनशिप निवासी शैलेष पुत्र सुधाकर याग्निक की शिकायत पर केस दर्ज किया है। शैलेष ने पुलिस को बताया कि आरोपितों ने शेयर बाजार में निवेश व ट्रेडिंग का प्रलोभन दिया और करीब 96 लाख 55 हजार रुपये अलग-अलग खातों में जमा करवा लिए। पूरी घटना पिछले वर्ष दिसंबर की है।
पुलिस को शैलेष ने दो बैंक खातों के नंबर दिए हैं, जिनमें आरोपितों ने रुपये जमा करवाए थे। दो फोन नंबर भी पुलिस को मिले है, जिनसे आरोपित कॉल करते थे। बैंक खाता फिनो बैंक का है। पुलिस आरोपितों की तलाश कर रही है।
गौरतलब है कि विजय नगर और लसूड़िया थाना क्षेत्र फर्जी एडवाइजरी और शेयर बाजार फर्म का गढ़ है। क्षेत्र में दर्जनों कंपनियां चल रही है जो पूरे देश में निवेशकों से ठगी करती है। क्राइम ब्रांच ने समय-समय पर कार्रवाई की और निवेशकों को सावधान रहने के लिए एडवाइजरी भी जारी की है।