इंदौर। लोकायुक्त पुलिस ने सोमवार को पंढरीनाथ थाना के सहायक उप निरीक्षक (एएसआइ) को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। एएसआइ मारपीट के मामले में गिरफ्तारी की धमकी देकर दलाल के माध्यम से रुपये मांग रहा था। सोमवार को वह रुपये लेने आया और पुलिस ने दबोच लिया।
डीएसपी (लोकायुक्त) प्रवीण सिंह बघेल के मुताबिक, सुखदेव नगर निवासी गगन आनंद जैन द्वारा शिकायत दर्ज करवाई गई थी। गगन ने कथनों में बताया कि उसके साले हर्ष नीमा के विरुद्ध पत्नी ने पंढरीनाथ थाना में शिकायत की थी। घरेलू मामले में भी एएसआइ जितेंद्र कुमार कोकाटे दलाल रत्नेश पूरी के माध्यम से रुपयों की मांग कर रहा था। रत्नेश ने स्वयं को पत्रकार बताया और कहा कि पुलिस उसे गिरफ्तार कर पीटेगी।
एएसआइ ने 10 हजार रुपये की व्यवस्था करने के लिए कहा। उसने कहा कि रुपये देने पर थाने से जमानत करवा देगा। हर्ष और गगन ने दोनों की आवाज रिकार्ड कर एसपी (लोकायुक्त) एसएस सर्राफ को शिकायत कर दी। टीम ने सोमवार दोपहर एएसआइ कोकाटे को गिरफ्तार कर लिया। एएसआइ की रविवार को रात्रि गश्त थी। वह घर से रुपये लेने आया और सादे कपड़ों में तैनात पुलिसवालों ने पकड़ लिया।
----------------------------------
ओंकारेश्वर मंदिर में दलालों का बोलबाला, ठगे जा रहे श्रद्धालु
ओंकारेश्वर। तीर्थनगरी ओंकारेश्वर में दलालों की सक्रियता से श्रद्धालु ठगी का शिकार हो रहे है। होटल ,लॉज, नाव से लेकर मंदिर में दर्शन तक के लिए पंडित- पुजारियों के नाम पर श्रद्धालुओं से मनमानी राशि वसूली जा रही है।
कई लोगों द्वारा भ्रामक जानकारी देकर मोटी रकम वसूल ली जाती है। ओंकारेश्वर में फर्जी दलालों की वजह से तीर्थ की छवि भी खराब हो रही है। ऐसे दलालों पर पुलिस प्रशासन से कार्रवाई की मांग स्थानीय लोगों द्वारा की जा रही है।
ओंकारेश्वर में पर्व और त्योहारों के मद्देनजर होने वाली बैठक में एसडीएम द्वारा नाविकों को निर्देश देने के बावजूद नर्मदा नदी में बिना लाइसेंस की नौकाएं दौड़ रही हैं।
फर्जी दलाल फारेस्ट तिराहे व मुख्य मार्गों पर मंडराते रहते है। बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को दर्शन-पूजन और ठहराने के नाम पर मोटी राशि वसूली जा रही है। इन पर किसी तरह का नियंत्रण नहीं होने से मनमानी की जा रही है।
ज्योतिर्लिंग मंदिर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को वीआईपी दर्शन के नाम पर ट्रस्ट कार्यालय के काउंटर तक पहुंचने से पहले ही अपने कब्जे में लेकर मनमानी राशि वसूली जा रही है। इसे लेकर पूर्व में तत्कालिन एसडीएम और ट्रस्ट के सीईओ सीएस सोलंकी दलालों पर कार्रवाई भी कर चुके है। इसके बाद कुछ समय दलालों की सक्रियता कम हो गई थी। अधिकारी चुनाव कार्य में व्यस्त होने से अब फिर दलाल सक्रिय हो गए है।
------------------------------------------
पकड़ाई साड़ियों से भरी कार, आचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज
खंडवा। जिले की मांधाता विधानसभा में सोमवार को साड़ियों से भरी कार पुलिस ने पकड़ी है। दिनदहाड़े पुनासा की एक बस्ती में कुछ लोग कार से साड़ियां बाटने पहुंचने पर कांग्रेस कार्यकर्ता कमलेश खरगे सहित अन्य लोगों ने ने वीडियो बनाकर शिकायत कर दी। साड़ी बांटने वालों ने वहां से कर भागने का प्रयास किया इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता को चोट भी लगी है।
बताया जा रहा है कि यह गाड़ी पुनासा के भाजपा नगर पंचायत पदाधिकारी के नाम पर परिवहन विभाग में दर्ज है। उसे पर भाजपा नगर परिषद उपाध्यक्ष की प्लेट भी लगी है । मांधाता से कांग्रेस प्रत्याशी उत्तम पाल सिंह ने अपने समर्थकों के साथ पुनः चौकी पहुंचकर कार्रवाई की मांग की है।
इस मामले में एसडीओपी पुनासा रविन्द्र बोयत ने कहा कि पुनासा में कालसन माता मंदिर क्षेत्र की बस्ती में एक कार में साड़ियां बांटने की सूचना पर कार्रवाई की है। वाहन व साड़ियां जब्त की गई है। वाहन मालिक सहित अन्य जानकारी जुटाई जा रही है। प्रलोभन देने और आचार संहिता के उल्लंघन का प्रकरण दर्ज किया है
----------------------------------
हरियाणा के डाक्टर को ले आई भोपाल पुलिस, अपहरण को लेकर स्वजन थाने पहुंचे
अलीगढ़/भोपाल। हरियाणा के एक डाक्टर को टप्पल क्षेत्र में जेवर बार्डर स्थित क्लीनिक से शनिवार रात भोपाल पुलिस उठा ले गई। डाक्टर के गायब होने पर शोर अपहरण का मच गया। इससे पुलिस के भी होश उड़ गए। जांच में जब पता चला कि भोपाल पुलिस ले गई है तब राहत की सांस ली। यह भी पता चला कि भोपाल में पंजीकृत मानव तस्करी के मामले में डाक्टर को पूछताछ के लिए ले जाया गया है।
होडल के पलवल क्षेत्र के गांव बनेचारी निवासी डा. अशोक कुमार जेवर बार्डर पर हामिदपुर के पास एक साल की क्लीनिक चला रहे हैं। शनिवार रात 11 बजे एक महिला और दो पुरुष मरीज बनकर आए, वे उसे साथ ले गए। उस समय क्लीनिक पर कर्मचारी श्याम था। डाक्टर के स्वजन को इसकी जानकारी हुई तो उनके होश उड़ गए। पहले तो परिचितों से वह आसपास के जिलों में पुलिस से जानकारी कराई, जब कोई सुराग नहीं लगा तो रविवार को टप्पल पुलिस से शिकायत की। पुलिस ने सीसीटीवी की मदद से कार का नंबर पता किया। उस नंबर के आधार पर पुलिस भोपाल पुलिस तक पहुंची। इसके बाद स्पष्ट हुआ कि भोपाल के शहरी कोतवाली में 21 अक्टूबर को चार बच्चों के अपहरण का मुकदमा दर्ज हुआ है। गांधी नगर रोड के ओवरब्रिज के नीचे रहने वाले आदिवासी परिवारों के एक से आठ साल के चार बच्चे गायब हैं। 34 से 40 साल की महिला द्वारा उन्हें ले जाने की बात कही गई है। जांच के आधार पर पुलिस मानव तस्करों तक पहुंची। इसके बाद ही डाक्टर को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। इस मामले में डाक्टर की पत्नी समुद्री ने थाने में तहरीर भी दी। जिसमें कहा है कि डाक्टर को ले जाने वाले लोग क्लीनिक में लगे सीसीटीवी कैमरों की डीवीआर अपने साथ ले गए। क्लीनिक के लोगों ने उनके फोटो और वीडियो भी बनाए हैं।
इनका कहना है
डाक्टर के अपहरण की सूचना स्वजन से मिली थी। जब जांच की गई तो पला चला कि भोपाल पुलिस ले गई है। भोपाल में बच्चों के अपहरण व मानव तस्करी की घटना हुई है। उसी मामले में डाक्टर को पुलिस ले गई है।
- पलाश बंसल, एसपी देहात