This website uses cookies to ensure you get the best experience on our website.

पार्षद सहित 27 जुआरी गिरफ्तार, 5 लाख से ज्यादा का कैश, महंगी कारें और मोबाइल जब्त

User Rating: 4 / 5

Star ActiveStar ActiveStar ActiveStar ActiveStar Inactive
 


ग्वालियर। ग्वालियर पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए चार थानों के साथ जुए के एक फड़ पर छापा मार कार्रवाई की है, पुलिस ने इस फड़ से 27 जुआरियों को जुआ खेलते हुए गिरफ्तार किया, पकड़े गए जुआरियों में एक पार्षद भी शामिल है, पुलिस ने जुआरियों के पास से 5 लाख रुपये से ज्यादा का कैश, महंगे मोबाइल और महंगी कारें बरामद की है, पकड़े गए आरोपी ग्वालियर और भिंड जिले के हैं।
दरअसल ग्वालियर पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि पुरानी छावनी थाना क्षेत्र के ग्राम गंगा मालनपुर में एक बाड़े में कुछ लोग इकट्ठा होकर जुआ खेल रहे हैं, सूचना मिलने के बाद एसपी ने एडिशनल एसपी अमृत मीना को महाराजपुरा अनुभाग के पुलिस थानों की टीमें बनाकर जुआरियों को पकड़ने के निर्देश दिए।
वरिष्ठ अधिकारियों का निर्देश मिलते ही सीएसपी महाराजपुरा नागेन्द्र सिंह सिकरवार ने थाना पुरानी छावनी, थाना महाराजपुरा, थाना हजीरा एवं थाना बहोड़ापुर पुलिस की टीमों को मुखबिर के बताये स्थान ग्राम गंगा मालनपुर के पास कार्यवाही करने के लिए भेजा।
पुलिस की टीमें ग्राम गंगा मालनपुर में मुखबिर के बताये गये रास्ते से गांव के पीछे ईंट के भट्टों से होकर एक बाडे़ में पहुँची, पुलिस ने यहाँ छिपकर देखा तो बाड़े में लगे बल्व की रोशनी में कुछ लोग जुआ खेल रहे थे। जुआरियों को पुलिस की उपस्थिति का आभास होने पर उन्होंने भागने का प्रयास किया लेकिन पुलिस टीमों ने घेराबंदी कर बाड़े के दोनों गेटों पर जुआरियों को पकड़ लिया।
पकड़े गये जुआरियों की संख्या गिनने पर ये 27 निकले, पुलिस ने जब इनका नाम और पता पूछा तो अधिकांश ग्वालियर जिले के थे और कुछ भिंड जिले के थे जो यहाँ जुआ खेलने आये थे , खास बाते ये है कि इनमें में से एक भिंड जिले के मालनपुर का पार्षद भी है।
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 5 लाख 2 हजार 500 रुपये कैश, ताश की गड्डियां और 26 महंगे मोबाइल मिले , पुलिस को जब जुए के फड़ के आसपास जब कई महंगी कारें खड़ी दिखाई दी तो उसने पूछताछ की तो ये कारें भी जुआरियों की निकली , पुलिस ने कैश, और मोबाइल सहित 5 महंगी कारें भी जब्त कर ली ।

------------------------------
लाउडस्पीकर पर लगाम लगाने का विरोध: DJ का वॉल्यूम बढ़ाने को लेकर संघर्ष, सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरे संचालक
भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार के लाउडस्पीकर के फैसले पर डीजे संचालक सड़क पर उतर गए है। लाउडस्पीकर पर लगाम लगाने का विरोध किया जा रहा है। डीजे का वॉल्यूम बढ़ाने को लेकर संघर्ष जारी है। दरअसल, मोहन सरकार की पहली कैबिनेट में लाउडस्पीकर पर लगाम लगाने का आदेश जारी किया है। तय मापदंड से अधिक डेसिबल में लाउडस्पीकर बजाया गया तो कार्रवाई होगी। जिसके बाद से डीजे संचालक इसका विरोध कर रहे है।
इसी कड़ी में बुधवार को राजधानी भोपाल के शाह जहानी पार्क में डीजे संचालकों ने एक दिवसीय विरोध प्रदर्शन किया। जिसमें प्रदेशभर के हजारों की संख्या डीजे संचालक शामिल हुए। एमपी सरकार ने डीजे संचालकों को सिर्फ 2 साउंड बॉक्स बजाने की अनुमति दी है। वहीं डीजे संचालक 6 साउंड बॉक्स बजाने की अनुमति मांग रहे है।
नरसिंहपुर में CM के नाम कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
नरसिंहपुर। नरसिंहपुर के लाउडस्पीकर और लाइट साउंड संगठन ने सीएम के नाम से जिले के कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने कहा कि कोरोना के चलते पिछले 3 सालों से उनका कारोबार बंद चल रहा है और अब जैसे ही साउंड और डीजे के कारोबार ने रफ्तार पकड़ी थी तो मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने ऐसे नियम कानून लागू कर दिए हैं जिससे उनका व्यापार नहीं चल पा रहा है।
उन्होंने कहा है कि युवाओं ने बैंकों से कर्ज लेकर साउंड और डीजे के कारोबार में कदम रखा था, लेकिन अब उनके सामने रोजी-रोटी की समस्या बन रही है। इसलिए उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से मुख्यमंत्री से मांग की है कि डीजे और लाउडस्पीकर साउंड सिस्टम के नियमों में बदलाव किया जाए, जिससे उनका रोजगार चल सके।

------------------------------
जिला स्‍तर तक होगी सर्जरी: लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में होगा बदलाव
ग्वालियर। लोकसभा चुनाव की तैयारी राजनीतिक संगठनों ने संगठन स्तर पर शुरू कर दी है। विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त के बाद कांग्रेस में सर्जरी शुरू हो गई है। प्रदेश कार्यकारिणी को भंग करने के बाद नेतृत्व जिला अध्यक्षों को फिलहाल पूर्व के अनुसार कार्य करने के निर्देश दिये हैं।
प्रदेश नेतृत्व के तेवरों को देखते हुए तय माना जा रहा है कि प्रदेश संगठन का कायाकल्प करने के बाद जिला स्तर पर बदलाव किया जाएगा। यह परिवर्तन कार्यकर्ताओं को हार के सदमे से उबारने के लिए अवश्यंभावी माना जा रहा है, ताकि नए जोश और उत्साह के साथ लोकसभा चुनाव में पूरी ताकत के साथ कार्यकर्ता मोर्चा संभाल सके।
पहली बार कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने मध्य प्रदेश की कमान युवा हाथों में सौंपी है, क्योंकि प्रदेश में पिछले 20 वर्षों से कांग्रेस सत्ता से दूर है। 2018 के विधानसभा चुनाव जैसे-तैसे कांग्रेस सरकार बनाने में कामयाब हुई थी, क्योंकि आपसी खींचतान के कारण सत्ता की डोर कांग्रेस के हाथ फिसल गई। 2023 के विधानसभा चुनाव में समीकरण व परिस्थितियां अनुकूल होने के बाद भी कांग्रेस दो तिहाई बहुमत तक पहुंचना तो दूर 100 की संख्या को भी पार नहीं कर पाई।
प्रदेश नेतृत्व में हुई परिवर्तन पर कांग्रेस विचारधारा से जुड़े लोगों का मानना है कि यह फैसला काफी समय पहले होना चाहिए था। कांग्रेस को भाजपा से सीखना चाहिए कि किस तरीके से वह अपने नए चेहरों को सामने लाकर विपरीत परिस्थितियों को अनुकूल बना लेती है।
प्रदेश कार्यकारिणी भंग होने के बाद कांग्रेस के जमीनी कार्यकर्ताओं में थोड़ी सी उम्मीद जागी है। यह परिवर्तन जिला व ब्लाकस्तर पर होने की आस लगा रहा है, क्योंकि जिलों में वही पुराने चेहरे हैं। उनकी न कोई नई सोच है, और न ही पार्टी को आगे बढ़ाने का कोई जज्बा है। कांग्रेस नेताओं का भी मानना है कि परिवर्तन से संगठन में नया जोश भरा जा सकता है और नई दिशा भी दी जा सकती है।
प्रदेश संगठन में परिवर्तन की दिशा में कांग्रेस ने एक कदम आगे बढ़ाया है और वरिष्ठ नेता भी यह मान रहे हैं कि अब युवाओं को आगे लाना चाहिए। इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि यह परिवर्तन जिला स्तर पर भी देखने को मिलेगा। मेरा मानना है कि हमें भाजपा की नकल नहीं करनी चाहिए। हम लोग प्रदेश विधानसभा चुनाव कैसे हारे, यह गहन शोध का विषय है। प्रदेश की मतदाताओं की भावनाएं हमारे साथ थी। बगैर किसी ठोस तथ्य के कुछ भी कहना उचित नहीं है। यह बात सही है कि इन परिस्थितियों में कांग्रेस को अपनी स्वयं की लाइन मतदाताओं तक पहुंचाने के लिए बनानी होगी। -बालेंदु शुक्ला, पूर्व मंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता
------------------------------------
राजस्व और पुलिस की कार्रवाई: 24 घंटे के अंदर ही गैंगरेप के आरोपियों के मकानों पर चला बुलडोजर
नर्मदापुरम। नर्मदापुरम में पुलिस प्रशासन अपराधियों पर लगाम कसने के लिए लगातार कार्रवाई कर रहा है। चार दिन पहले इटारसी में हत्या के आरोपियों के मकान को प्रशासन ने तोड़ा था वहीं आज फिर गैंगरेप के आरोपियों पर 24 घंटे के अंदर ही कार्रवाई करते हुए मकानों को तोड़ा दिया है।
क्या है पूरा मामला-बता दें कि नर्मदापुरम में 22 साल की युवती से गैंगरेप मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 4 में से दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। शिकायत दर्ज़ होने के 24 घंटे के अंदर ही आज सिटी मजिस्ट्रेट ने कार्रवाई करते हुए चार में से दो आरोपियों के मकान के अवैध निर्माण को जेसीबी से तोड़ा गया। मौके पर सिटी मजिस्ट्रेट संपदा सराफ, तहसीलदार देवशंकर धुर्वे, एसडीओपी पराग सैनी सहित पुलिस और नगर पालिका का अमला मौजूद।
नर्मदापुरम के बीटीआई क्षेत्र में 25-26 दिसंबर की दरमियानी रात को बुधनी की कंपनी में काम करने वाली 22 वर्षीय युवती अपने दोस्तों के साथ घर जा रही थी। उसी समय 4 लड़कों के द्वारा युवती को डराया धमकाया गया कि हम तेरे घर बता देंगे कि तुम इस लड़के के साथ हो इसी बात का फायदा उठाकर युवती के साथ चारों लड़कों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। जिसके बाद युवती ने मंगलवार देर शाम कोतवाली थाना पहुंचकर इसकी शिकायत की थी। पुलिस ने मामले में तत्काल एक्शन लेते हुए चार में से दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। वहीं दो आरोपियों की तलाश जारी है, जल्द ही दोनों पुलिस की गिरफ्त में होंगे।