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ASI के बेटे की शादी में चोरी: मेहमान बनकर आए चोर, एक लाख नगद और ढाई तोला सोना ले उड़े

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ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में उस समय सनसनी फैल गई जब शिवपुरी में पदस्थ एक एसआई के बेटे की शादी में चोरों ने धावा बोल कर नगदी व जेवरात से भरा बैग लेकर चोर फरार हो गए। शादी समारोह में मेहमान बनकर आए चोरों ने मौका पाते ही बड़ी चालाकी से हाथ साफ कर दिया। घटना इंदरगंज थाना क्षेत्र के जीआरएमसी क्लब की है।
हालांकि चोरो की ये पूरी करतूत गार्डन में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। वहीं पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे में कैद अज्ञात चोरों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी तलाश में जुट गई है। CCTV कैमरे में एक नाबालिग और एक बालिग युवक घटना को अंजाम देते नजर आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि एक लाख नगद और ढाई तोला सोना चोरों ने पार कर दिया है।
दरअसल जिला शिवपुरी के पिछोर में पदस्थ एएसआई शैलेंद्र सिंह चौहान के बेटे अनिल चौहान की शादी का आयोजन ग्वालियर इंदरगंज थाना क्षेत्र के अचलेश्वर रोड स्थित जीआरएमसी क्लब में किया गया था। घर के सभी लोग शादी के काम में व्यस्त थे। तभी सूट बूट पहनकर मेहमान बनकर शादी में घुसे दो चोरों मौके का फायदा उठाते हुए नकदी और जेवरात से भरा हुआ एक बैग लेकर फरार हो गए। बताया जा रहा है कि चोरी गए बैग में लगभग एक लाख रुपया नगद और तकरीबन ढाई तोला सोना रखा हुआ था। फिलहाल पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे के आधार पर मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है और पुलिस का कहना है कि दोनों चोरों को जल्दी ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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थाने में प्रदर्शन के बाद आरक्षक पर केस दर्ज, पुलिस की पिटाई के बाद युवक ने कर ली थी खुदकुशी
रतलाम। जिले के ग्राम बाजना में पुलिस आरक्षक द्वारा चांटे मारने के बाद तनाव में आए युवक द्वारा शनिवार को फांसी लगाकर खुदकुशी करने पर स्वजन व अन्य ग्रामीणों ने शनिवार दोपहर शव थाना परिसर में रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया था जो देर रात तक चला।
रात में समझाइश के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए स्वजन ले गए, लेकिन रविवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद सुबह करीब 11 बजे फिर से शव थाने लाकर स्वजन ने थाना परिसर में ही दाह संस्कार की तैयारी कर ली।
दोषी पुलिसकर्मी के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर बर्खास्त करने, मुआवजा देने की मांग पर करीब पांच घंटे चला प्रदर्शन आरक्षक के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने व दो लाख रुपये का मुआवजा देने के बाद खत्म हुआ।
मालूम हो कि 22 वर्षीय गणेश मईड़ा पुत्र छगन मईड़ा निवासी रतलाम रोड बाजना ने शनिवार दोपहर अपने घर में रस्सी से फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। इसके बाद स्वजन व अन्य लोग शव लेकर बाजना थाने पर पहुंचे और पुलिस को बताया कि 24 जनवरी की रात बाजना से करीब आधा किलोमीटर स्थित एक ढाबे पर गणेश गया था।
वहां पुलिस वाहन से आरक्षक शफीउल्लाह व अन्य पुलिसकर्मी पहुंचे थे और गणेश को चांटे मारे थे। स्वजन की मांग थी कि संबंधित पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआइआर कर उन्हें बर्खास्त किया जाए, तभी उसके बाद ही धरना समाप्त किया जाएगा।
रात करीब 11 बजे समझाइश पर स्वजन शव पोस्टमार्टम के लिए ले गए। पोस्टमार्टम के बाद रविवार को फिर से शव थाने लेकर आए दोबारा प्रदर्शन शुरू कर दिया। थाना परिसर में ही लकड़ियां लाकर स्वजन ने शवदाह की तैयारी भी कर ली। इस पर पुलिस ने अहतियात के तौर पर शव को थाना परिसर में ही एक टेबल पर रखवा दिया।
धरने की सूचना पर एसडीएम मनीष जैन मौके पर पहुंचे और समझाइश दी, लेकिन ग्रामीण व स्वजन सभी पुलिकर्मियों पर प्रकरण दर्ज करने, मुआवजे की मांग करने लगे। एसडीएम से जिपं उपाध्यक्ष केशु निनामा, जिला पंचायत शरद डोडियार, जनपद सदस्य चंदू मईड़ा, जयस कार्यकर्ता पूनमचंद डामर ने चर्चा की, लेकिन सभी जिले के वरिष्ठ अधिकारी से ही चर्चा करने की मांग करते रहे।
इस बीच करीब एक बजे सैलाना विधायक कमलेश्वर भी थाने पर पहुंचे। विधायक ने सबके सामने अधिकारियों चर्चा की और वरिष्ठ अधिकारियों से बात करने के लिए कहा।
एएसपी राकेश खाखा के आने के बाद ग्रामीणों ने उन्हें अपनी समस्या बताते हुए कहा कि थाने में पुलिसकर्मी मिलकर भांजगड़ा करवाते हैं। अनावश्यक परेशान किया जाता है। एएसपी ने ऐसे मामलों में कार्रवाई का आश्वासन दिया।
इधर रेडक्रास से तत्काल दो लाख रुपये का मुआवजा देने व आरक्षक शफीउल्लाह के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने की जानकारी देने पर शाम करीब चार बजे प्रदर्शन समाप्त हुआ और शव थाने से ले जाकर अंतिम संस्कार किया गया।
आरक्षक शफीउल्लाह को निलंबित करने के बाद उसके खिलाफ प्रकरण भी दर्ज किया गया है। जांच में आगे की कार्रवाई भी करेंगे। रेडक्रास से दो लाख रुपये का मुआवजा भी दिलवाया गया है। थाना परिसर में किसी भी तरह का भांजगड़ा नहीं होगा, ऐसा करने वालों पर सख्त कार्रवाई के लिए कहा है।
आदिवासी युवक ने पुलिस की मारपीट के चलते आत्महत्या की। मारपीट करने की शिकायत पर थाने में भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। प्रकरण दर्ज किया है, लेकिन एक ही पुलिस आरक्षक का नाम है। आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित करने की धारा भी नहीं लगाई गई है। जांच में हम इन धाराओं को जुड़वाएंगे।
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माकड़ोन में सरदार पटेल और डॉ. अंबेडकर दोनों की मूर्तियां होंगी स्थापित, दोनों पक्षों की सहमति से निर्णय लिया गया
उज्जैन। कलेक्टर नीरज कुमार सिंह और पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा की मौजूदगी में रविवार को प्रशासनिक संकुल भवन के द्वितीय तल स्थित सभा कक्ष में गत दिनों माकड़ोन में हुई घटना से संबंधित दोनों पक्षों के प्रतिनिधियों के साथ समन्वय बैठक आयोजित की गई।
बैठक में कलेक्टर सिंह ने दोनों पक्षों के प्रतिनिधियों को अपनी बात रखने के लिए कहा। दोनों पक्षों के प्रतिनिधियों द्वारा गत दिनों माकड़ोन में हुई घटना पर दुख व्यक्त किया गया। साथ ही दोनों पक्षों के प्रतिनिधियों द्वारा भविष्य में माकड़ोन में शांति और आपसी सामंजस्य बनाए रखने का आश्वासन भी दिया गया।
इसके अलावा आपसी समन्वय से यह निर्णय लिया गया कि माकड़ोन में सरदार पटेल और डॉ. अंबेडकर दोनों की मूर्तियां पुनः स्थापित की जाएंगी। सरदार वल्लभभाई पटेल की मूर्ति पुनः उसी स्थान पर स्थापित की जाएगी, इसके अलावा माकड़ोन के बस स्टैंड पर डॉ. भीमराव रामजी अंबेडकर की मूर्ति भी स्थापित की जाएगी।
पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने दोनों पक्षों के प्रतिनिधियों से कहा कि आने वाले समय में बीते दिनों हुई घटना के लिए जिम्मेदार शरारती तत्वों और वैमनस्य फैलाने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उनके नाम दोनों पक्षों द्वारा पुलिस विभाग को प्रदान किए जाएं।
बैठक में जानकारी दी गई कि पुलिस द्वारा माकड़ोन में निरंतर पेट्रोलिंग की जा रही है। दोनों पक्ष पुलिस विभाग और प्रशासन को सहयोग प्रदान करें। जिन प्रकरणों में विवेचना चल रही है उनमें नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
इसके लिए एडिशनल एसपी नितेश भार्गव को नियुक्त किया गया है। वे माकड़ोन में उपस्थित रहेंगे। आने वाले समय में माकड़ौन में स्थानीय स्तर पर अधिकारियों की बैठक आयोजित की जाएगी। माकड़ौन में मूर्ति की स्थापना की प्रक्रिया प्रशासन की ओर से नियमानुसार की जाएगी। बैठक में दोनों पक्षों के प्रतिनिधियों द्वारा एक दूसरे को पुष्प माला पहनाई गई तथा विवाद के अंत की घोषणा की गयी।