कासगंज। उत्तर प्रदेश के कासगंज हादसे में अब तक मरने वालों की संख्या 23 हो गई है। माघ पूर्णिमा पर सभी गंगा स्नान और बच्चे का मुंडन कराने के लिए ट्रैक्टर-ट्राली से जा रहे थे। पटियाली-दरियावगंज मार्ग पर ककराला गांव के पास तालाब में ट्रैक्टर ट्राली पलट गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर गहरा शोक प्रकट करते हुए मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने का निर्देश दिया है।
शनिवार को हादसे से पहले सभी ट्रैक्टर-ट्राली में सवार होकर एटा के जैथरा से कासगंज के कादरगंज गंगाघाट के लिए निकले थे। पूरे रास्ते में हंसी-खुशी का माहौल था और महिलाएं गाना गा रही थीं। जैसे ही ट्रैक्टर-ट्राली पटियाली-दरियावगंज मार्ग के ककराला गांव पहुंची हादसा हो गया। एक पल में मंगलगीतों की धुन चीत्कार में बदल गई। बस एक ही आवाज आ रही थी, हमें बचाओ-हमें बचाओं। चीत्कार इतनी तेज थी कि लोगों का कलेजा फट जा रहा था। आसपास के लोग सभी को बचाने में जुट गए। जिससे जो बन सका वो किया। कोई हाथ पकड़कर बाहर खींचा तो कोई बिना कपड़े उतारे ही बचाने के लिए तालाब में कूद गया। लोगों की समझ में नहीं आ रहा था कि ये हो क्या गया है।
आसपास के ग्रामीण और पुलिस तालाब से लोगों को निकालने में जुटी रही तो वहीं तालाब में डूब चुके लोगों के कपड़े उतराने लगे थे। लोगों की आंखों से बहते आंसू अपनों की तलाश में तलाब से निकलते चेहरों को इस आस में देख रहे थे कि कोई अपना होगा, लेकिन जब अपना नहीं होने की जानकारी होती तो चीत्कार और तेज हो जा रही थी। अगर किसी को अपना मिल जा रहा था तो वो उसे गोदी में उठाकर कुछ कहने के लिए बार-बार कोशिश कर रहा था। लोग अपनों की तलाश में पागल हो रहे थे। वहीं, कुछ लोग तालाब के पानी में जाकर अपनों की तलाश कर रहे थे। आसपास की ग्रामीण महिलाएं अन्य औरतों को संभाल रही थीं। अपने बच्चों के शवों को देखकर महिलाएं बेहोश हो जा रही थीं।
एक युवक महिला को लेकर बैठा था और जोर-जोर से चिल्लाए जा रहा था कि भगवान ये क्या हो गया। मेरा तो परिवार खत्म हो गया है। इससे अच्छा मैं मर जाऊं। वहीं, जब अपने नहीं मिलते तो लोग तलाब के बाहर पड़े शवों के पास आकर उनकी पहचान कर रहे थे। एक-दूसरे से पूछ रहे थे कि तुमने मेरी मां को देखा, तुमने मेरी बहन को देखा, मेरा बच्चा नहीं मिल रहा है। पागलों की तरह चीखे जा रहे थे और बार-बार कह रहे मेरे बच्चों को देखा क्या। गांव वालों ने बताया कि ट्रैक्टर-ट्राली तेज स्पीड से आई और देखते ही देखते तालाब में चली गई। इसके बाद लोगों के चीखने और चिल्लाने की आवाजें आने लगीं।
पुलिस की ओर से जारी मृतकों की सूची के अनुसार, शकुंतला (70), ऊष्मा (24), मीरा (65), सपना (22), पुष्पा (45), शिवम (30), देवांशी (छह), सुनयना (10), सिद्धू (डेढ़ वर्ष), कुलदीप (सात), कार्तिक (चार), पायल (दो माह), लड्डू (तीन), संध्या (पांच) दीक्षा (19), गायत्री (52), श्यामलता (40), गुड्डी (75), शिवानी (25), मीरा (55), अंजलि (24) और ज्योति (24) की मौत हो गई। इसके अलावा दो अन्य की भी मौत हो गई।
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दिल्ली से गिरफ्तार हुआ हल्द्वानी हिंसा का मुख्य साजिशकर्ता, दिल्ली में काट रहा था फरारी
पुलिस ने उत्तराखंड के हल्द्वानी में हुई हिंसा के पीछे के मास्टर माइंड अब्दुल मलिका को दिल्ली से गिफ्तार कर लिया है। आठ फरवरी को हुई हिंसा के बाद से वह फरार चल रहा था। उत्तराखंड पुलिस उसे काफी समय तलाश रही थी।
बनभूलपुरा में आठ फरवरी को हिंसा हो गई थी। दरअसल, नगर निगम व प्रशासन वहां किए गए अतिक्रमण को हटाने के लिए पहुंचा था। उस जगह पर अब्दुल मलिक ने किया कब्जा किया हुआ था। अतिक्रमण की कार्रवाई के दौरान वहां हिंसा भड़क गई, जिससे नगर निगम को 2.44 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
नगर निगम इस नुकसान की भरपाई अब्दुल मलिक से करने की कार्रवाई कर रही है। उसने अब्दुल मलिक को नोटिस भी भेजा, लेकिन उसकी तरफ से कोई जवाब नहीं दिया गया। अब्दुल मलिक से तहसील के जरिए वसूली की जाएगी।
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UP सरकार ने रद्द की पुलिस कॉन्टेबल भर्ती परीक्षा, युवाओं ने CM योगी को दिया धन्यवाद
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में यूपी पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा में कथित पेपर लीक को लेकर युवा प्रदर्शन कर रहे थे। उनके लिए उत्तर प्रदेश की सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर जानकारी दी कि परीक्षा को रद्द कर दिया गया है। अब अगले 6 महीने के भीतर फिर से एग्जाम कराया जाएगा। प्रदेश सरकार के इस फैसले के बाद युवाओं ने जश्न मनाते हुए इसका स्वागत किया।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस आरक्षी नागरिक पुलिस के पदों पर चयन के लिए आयोजित परीक्षा-2023 को निरस्त करने और आगामी 06 माह के भीतर ही दोबारा परीक्षा कराने के आदेश दिए हैं। परीक्षाओं की शुचिता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता है। युवाओं की मेहनत के साथ खिलवाड़ करने वाले किसी भी दशा में बख्शे नहीं जाएंगे। ऐसे अराजक तत्वों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई होनी तय है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी पुलिस कांस्टेबल सिविल पुलिस परीक्षा 2023 को रद्द करने और अगले 6 महीनों के भीतर दोबारा परीक्षा आयोजित करने के आदेश की घोषणा के बाद लखनऊ में अभ्यर्थियों ने जश्न मनाया।
कानपुर के मयंक सचान ने कहा कि मैं सीएम योगी आदित्यनाथ का आभार व्यक्त करता हूं कि उन्होंने हमारी मांग पूरी की। अगले दो महीने के अंदर हम उन्हें दिखा देंगे कि युवा उनके साथ हैं। उन्होंने हमारी जान बचाई है। हम आत्महत्या करके मरना वाले थे।