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प्रेमी जोड़े को पकड़ा, बॉयफ्रेंड के सामने गैंगरेप, लड़की की हालत गंभीर, 5 पर FIR

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हाजीपुर । बिहार के वैशाली में कुछ युवकों ने खेत में एक प्रेमी जोड़े को पकड़ा। इसके बाद 4-5 युवकों ने दोनों के कपड़े उतरवाए। मारपीट और गाली-गलौज की। पुलिस को बुलाने की धमकी देकर युवकों ने बॉयफ्रेंड के सामने ही लड़की के साथ गैंगरेप किया। लड़की जब बेहोश हो गई, तो युवक भाग गए। युवकों ने इसका वीडियो भी बना लिया और उसे सोशल मीडिया पर डाल दिया।
लड़की की उम्र 15 साल है। लड़की की हालत गंभीर है। उसका इलाज जारी है। पुलिस में पांच युवकों पर केस दर्ज किया है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।
मामला जिले के जंदाहा थाना इलाके का है। शनिवार को 9वीं की छात्रा (15) अपने बॉयफ्रेंड से मिलने सुनसान इलाके में पहुंची थी। खेत में दोनों बातचीत कर रहे थे। तभी वहां कुछ युवक आ गए। दोनों के साथ अभद्रता करने लगे। लड़कों ने दोनों के कपड़े उतरवाए और मारपीट की। फिर पुलिस को बुलाने की धमकी देकर लड़की के साथ गैंगरेप किया। दोनों छोड़ने की गुहार लगाते रहे, पैर भी पकड़े। लेकिन युवकों ने नहीं छोड़ा।
इस दौरान एक लड़का पूरी घटना का वीडियो बनाता रहा। रेप से लड़की जब बेहोश हो गई तो युवक फरार हो गए। इसके बाद वीडियो भी वायरल कर दिया। घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। आसपास के लोगों की भीड़ लग गई।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस का कहना है कि वायरल वीडियो के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है। लड़की का मेडिकल करवाया जा रहा है। कुछ लोगों से पूछताछ की जा रही है। आरोपियों की तलाश में छापेमारी चल रही है।
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दिल्ली में 1000 लो फ्लोर बसों की खरीदी में घोटाला:LG ने CBI जांच की मंजूरी दी; AAP ने कहा- हमें पढ़े-लिखे उपराज्यपाल की जरूरत
नई दिल्ली। शराब घोटाले की जांच झेल रही दिल्ली सरकार पर अब लो फ्लाेर बसों की खरीदी में भ्रष्टाचार का आरोप लगा है। LG वीके सक्सेना ने रविवार को मामले की CBI जांच की मंजूरी दे दी है। शिकायत दिल्ली परिवहन निगम (DTC) के मुख्य सचिव नरेश कुमार ने 9 जून को दर्ज कराई थी।
शिकायत में दिल्ली के परिवहन मंत्री पर टेंडर, खरीद और दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टी-मॉडल ट्रांजिट सिस्टम (DIMTS) समिति के अध्यक्ष की नियुक्ति में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया था। हालांकि , पिछले साल शिकायत के बाद बस खरीद का टेंडर रद्द कर दिया गया था।
आम आदमी पार्टी (AAP) ने CBI जांच के जवाब में कहा, 'LG खुद भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोपों का सामना कर रहे हैं। ध्यान हटाने के लिए, वे ऐसे काम कर रहे हैं। अब तक CM, डिप्टी CM और स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ हुई जांचों का कोई नतीजा नहीं निकला है। उन्होंने अब चौथे मंत्री के खिलाफ शिकायत की है। उन्हें पहले अपने खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों का जवाब देना चाहिए।'
AAP ने यह भी कहा कि ये बसें कभी नहीं खरीदी गईं और टेंडर रद्द कर दिए गए। दिल्ली को और ज्यादा पढ़े-लिखे LG की जरूरत है। इस आदमी को पता नहीं है कि वह किस पर साइन कर रहा है।
भाजपा विधायक विजेंद्र गुप्ता ने आरोप लगाया था कि जुलाई 2019 में दिल्ली सरकार ने 1,000 लो-फ्लोर बसों की खरीद और उनके रखरखाव में पांच हजार करोड़ रुपए का घोटाला किया है। मेंटेनेंस का ठेका भी बस सप्लाई करने वाली कंपनी को ही दे दिया गया है जो गलत है। बसों के सड़कों पर उतरते ही मेंटनेंस कॉन्ट्रैक्ट भी लागू हो जाएगा जबकि बसों की तीन साल की वारंटी होनी चाहिए।
इस दौरान गड़बड़ियां आने पर मेंटेनेंस के लिए एक भी पैसे नहीं देने होते हैं। तत्कालीन उपराज्यपाल अनिल बैजल के निर्देश पर तीन सदस्यीय समिति ने एक रिपोर्ट पेश की थी। समिति ने एनुअल मेंटेनेंस कॉन्ट्रैक्ट (AMC) में खामियां पाई थीं और इसे खत्म करने की सिफारिश की थी।
दिल्ली में आप और भाजपा के बीच 19 अगस्त से तकरार चल रही है। दरअसल, आबकारी नीति को लेकर दिल्ली में पहली बार 19 अगस्त को मनीष सिसोदिया के घर पर CBI ने छापेमारी की थी। यह छापेमारी करीब 14 घंटे तक चली थी, जिसके बाद CBI ने इस मामले में PMLA कानून के तहत केस दर्ज कर लिया था। भाजपा का आरोप है कि यह शराब घोटाला 2,000 करोड़ रुपए का है।
हालांकि घोटाले को लेकर CBI ने बड़े दावे किए। जांच एजेंसी के मुताबिक, इसकी पटकथा दिल्ली नहीं, मुंबई में लिखी गई थी। इसे तैयार करने में मुंबई की इवेंट मैनेजमेंट कंपनी के पूर्व CEO का नाम सामने आया है।
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 शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती को नरसिंहपुर के परमहंसी गंगा आश्रम में दी जाएगी समाधि; अंतिम दर्शन को पहुंच रहे भक्त
मध्यप्रदेश। ज्योर्तिमठ बद्रीनाथ और शारदा पीठ द्वारका के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती का 98 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्होंने रविवार को नरसिंहपुर के झोतेश्वर स्थित परमहंसी गंगा आश्रम में दोपहर करीब साढ़े 3 बजे अंतिम सांस ली। वह लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे थे। सोमवार को आश्रम में ही उन्हें समाधि दी जाएगी। उनके निधन से देशभर में शोक की लहर है। जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद जी महाराज के अंतिम दर्शन के लिए उनकी पार्थिव देह आश्रम के गंगा कुंड स्थल पर रखी गई है। जहां भक्तों का तांता लगा रहा। सोमवार को भी उनके अंतिम दर्शन किए जा सकेंगे। उसके बाद शाम करीब 4 बजे उन्हें समाधि दी जाएगी। इस दौरान एमपी के पूर्व सीएम कमलनाथ, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम रमन सिंह समेत कई वीआईपी लोग यहां पहुंचेंगे और स्वामी स्वरूपानंद जी महाराज को श्रद्धांजलि अर्पित कर उनके अंतिम दर्शन करेंगे।
इससे पहले जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद जी महाराज को मणिदीप आश्रम से गंगा कुंड स्थल तक पालकी से ले जाया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में भक्त मौजूद रहे। भक्त जय गुरुदेव के जयघोष लगा रहे थे। गंगा कुंड स्थल पर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद जी के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है। सोमवार शाम करीब 4 बजे उन्हें समाधि दी जाएगी। भारी संख्या में पुलिस बल भी यहां तैनात किया गया है। शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद जी महाराज के अंतिम दर्शन के लिए कई वीआईपी लोगों के आने का सिलसिला भी शुरू हो गया है।
शैव, नाथ, दशनामी, अघोर और शाक्त परम्परा के साधु-संतों को भू-समाधि दी जाती है। भू-समाधि में पद्मासन या सिद्धि आसन की मुद्रा में बैठाकर भूमि में दफनाया जाता है। अक्सर यह समाधि संतों को उनके गुरु की समाधि के पास या मठ में दी जाती है। शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती को भी भू-समाधि उनके आश्रम में दी जाएगी।
जगतगुरु शंकराचार्य का 98वां जन्मदिन हरियाली तीज के दिन मनाया था। स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी दो मठों (द्वारका एवं ज्योतिर्मठ) के शंकराचार्य थे।
पीएम मोदी ने ट्वीट में लिखा- द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। शोक के इस समय में उनके अनुयायियों के प्रति मेरी संवेदनाएं। ओम शांति!
स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती का जन्म 2 सितंबर 1924 को मध्यप्रदेश के सिवनी जिले में जबलपुर के पास दिघोरी गांव में हुआ था। उनके पिता धनपति उपाध्याय और मां का नाम गिरिजा देवी था। माता-पिता ने इनका नाम पोथीराम उपाध्याय रखा। 9 साल की उम्र में उन्होंने घर छोड़ कर धर्म यात्राएं शुरू की। इस दौरान वह काशी पहुंचे और यहां उन्होंने ब्रह्मलीन श्री स्वामी करपात्री महाराज से वेद-वेदांग, शास्त्रों की शिक्षा ली।
1942 में जब अंग्रेजों भारत छोड़ो का नारा लगा तो वह भी स्वतंत्रता संग्राम में कूद पड़े। 19 साल की उम्र में वह 'क्रांतिकारी साधु' के रूप में प्रसिद्ध हुए। इसी दौरान उन्होंने वाराणसी की जेल में 9 और मध्यप्रदेश की जेल में 6 महीने की सजा भी काटी। वे करपात्री महाराज की राजनीतिक दल राम राज्य परिषद के अध्यक्ष भी थे। 1950 में वह दंडी संन्यासी बनाये गए और 1981 में शंकराचार्य की उपाधि मिली। 1950 में शारदा पीठ शंकराचार्य स्वामी ब्रह्मानन्द सरस्वती से दण्ड-सन्यास की दीक्षा ली और स्वामी स्वरूपानन्द सरस्वती नाम से जाने जाने लगे।
शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने राम जन्मभूमि न्यास के नाम पर विहिप और भाजपा को घेरा था। उन्होंने कहा था- अयोध्या में मंदिर के नाम पर भाजपा-विहिप अपना ऑफिस बनाना चाहते हैं, जो हमें मंजूर नहीं है। हिंदुओं में शंकराचार्य ही सर्वोच्च होता है। हिंदुओं के सुप्रीम कोर्ट हम ही हैं। मंदिर का एक धार्मिक रूप होना चाहिए, लेकिन यह लोग इसे राजनीतिक रूप देना चाहते हैं जो कि हम लोगों को मान्य नहीं है।
शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के निधन पर सीएम शिवराज सिंह ने दुख जताया है। उन्होंने कहा कि पूज्य स्वामी जी सनातन धर्म के शलाका पुरुष एवं सन्यास परम्परा के सूर्य थे।