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बस हादसे में 12 लोगों की मौत:अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिरी बस, 30 घायल

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पुंछ। जम्मू-कश्मीर के पुंछ में बुधवार को एक बस हादसे में 12 लोगों की मौत हो गई। हादसे में 30 लोग घायल हुए हैं, जिन्हें मंडी और पुंछ के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सेना के साथ स्थानीय लोगों ने बस में फंसे घायल यात्रियों को बाहर निकाला और उन्हें अस्पताल पहुंचाया। घायलों में से 5 लोगों को जिला अस्पताल से जम्मू के जीएमसी हॉस्पिटल में एयरलिफ्ट किया गया है।
मंडी तहसीलदार शहजाद लतीफ के मुताबिक, दुर्घटना सवजियां के पास सुबह करीब साढ़े 8 बजे हुई। मिनी बस (JK12-1419) मंडी से सवजियां जा रही थी। बस जैसे ही सवजियां के पास बरारी बल्लाह पहुंची, ड्राइवर ने नियंत्रण खो दिया और गहरी खाई में जा गिरी। मौके पर ही 9 लोगों की मौत हो गई थी। बाकी 4 लोगों ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
हादसे में अपनी जान गंवा चुके 9 लोगों की पहचान की गई है। इनमें मरूफ अहमद (14), बशीर अहमद (40), रोजसिया अख्तर (18), जरीना बेगम (40), मोहम्मद हसन (65), नाजिमा अख्तर (20), इमरान अहमद (5), अब्दुल करीम (70) और अब्दुल कयूम (40) शामिल हैं।
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सभी मृतकों के परिवार को 5 लाख और घायलों को 1-1 लाख रुपए देने की घोषणा की है। साथ ही घायलों के बेहतर इलाज के लिए अधिकारियों को आदेश दिए। PMNRF ने भी मृतकों के परिजनों को 2 लाख और घायलों को 50 हजार रुपए देन की घोषणा की है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी दुर्घटना पर शोक जताया है। उन्होंने ट्वीट किया- पुंछ के सवजियां में हुए दर्दनाक सड़क हादसे में लोगों की मौत अत्यंत दुखद है। मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं परिवारों के साथ हैं। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करती हूं।
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4 साधुओं को बच्चा चोरी के शक में डंडों से पीटा था, 6 गिरफ्तार
महाराष्ट्र के सांगली में 4 साधुओं की बच्चा चोरी के शक में बेरहमी से पिटाई की गई। चारों साधु उत्तर प्रदेश के मथुरा के रहने वाले हैं। ये सभी लोग बीजापुर से पंढरपुर दर्शन के लिए जा रहे थे। पिटाई का वीडियो वायरल होने के बाद 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, बाकियों की तलाश जारी है।
महाराष्ट्र में जिन साधुओं को बेरहमी से पीटा गया था वे सभी पंचदशनाम अखाड़े के साधु थे। महामण्डलेश्वर गर्वगिरी महाराज और उनके शिष्य तीर्थ यात्रा पर थे। इन साधुओं की पुलिस की वजह से जान बची लेकिन वापस मथुरा लौटा दिया गया। साधुओं ने किसी भी आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज नहीं करवाई है।
पुलिस ने बताया कि पंढरपुर जाते वक्त स्थानीय लोगों ने इन्हें रोका। सवाल पूछने पर ये लोग भाषा के चलते एक-दूसरे की बात समझ नहीं पाए। इसके बाद ही लोगों को शक हुआ कि ये सभी बच्चा चोर हैं। इसके बाद इनकी पिटाई शुरू कर दी। साधुओं को लोगों ने डंडों से पीटा। मौके पर पुलिस भी पहुंची। इस दौरान भी लोगों ने साधुओं को जीप से निकालने की कोशिश की।
पुलिस ने सभी साधुओं को अस्पताल में भर्ती कराया है। अभी किसी की भी स्थिति बयान देने की नहीं है। इनकी हालत सुधरते ही इनके बयान रिकॉर्ड किए जाएंगे। अभी तक इस मामले में कोई FIR दर्ज नहीं की गई है।
महाराष्ट्र के पालघर में 16 अप्रैल 2020 को दो साधुओं और एक ड्राइवर की हत्या कर दी गई थी। 16 अप्रैल की रात 70 साल के कल्पवृक्ष गिरी, सुशील गिरी (35) अपने ड्राइवर नीलेश तेलगाडे (30) के साथ ओमिनी वैन से सूरत जा रहे थे, जब पालघर से 100 किलोमीटर दूर स्थित गढ़चिंचले गांव में भीड़ ने उन्हें बाहर खींच लिया था। इसके बाद, उनकी पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी।
दोनों साधु वाराणसी के जूना अखाड़ा के थे और वे सूरत में महंत श्री राम गिरी के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए जा रहे थे। वारदात के वीडियो सामने आने के बाद घटनास्थल पर मौजूद पुलिसकर्मियों पर सवाल उठे थे। लिंचिंग, बच्चा चोरी की अफवाह उड़ने के बाद हुई थी।
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13वीं मंजिल का स्लैब टूटा, 7 की मौत,8 मजदूर सेफ्टी नेट पर गिरे
अहमदाबाद। अहमदाबाद में बुधवार सुबह एक बड़ा हादसा हो गया। यहां एक निर्माणाधीन इमारत की 13वीं मंजिल का स्लैब टूट गया और इस पर काम कर रहे 8 मजदूर नीचे आ गिरे। इनमें से 7 की मौके पर ही मौत हो गई और एक घायल हो गया।
फायर ब्रिगेड के मुताबिक, सभी मजदूर एक साथ स्लैब पर खड़े थे। बताया जा रहा है कि ज्यादा वजह होने से यह हादसा हुआ। स्लैब कमजोर था। स्लैब टूटते ही सभी आठ मजदूर एक साथ नीचे गिरे। हालांकि, इन मजदूरों की सेफ्टी के लिए आठवीं मंजिल पर एक नेट भी लगाई गई थी, लेकिन ये कमजोर निकली। मजदूर नेट के साथ नीचे गिर गए। इनमें से 2 मजदूर ग्राउंड फ्लोर पर, जबकि 6 बेसमेंट में गिरे। इनमें से 7 ने नीचे गिरते ही दम तोड़ दिया।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने इस हादसे में लोगों की मौत पर गहरा दु:ख व्‍यक्‍त किया है। उन्होंने हादसे में घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना भी की। साथ ही यह भी लिखा कि स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों के परिवारों की हर संभव सहायता प्रदान कर रही है।
जब पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे, तो सुपरवाइजर मौके से फरार हो गया। हादसे में जान गंवाने वाले मजदूरों के नाम संजयभाई बाबूभाई नायक, जगदीशभाई रमेशभाई नायक, अश्विनभाई सोमाभाई नायक, मुकेश भरतभाई नायक, राजमल सुरेशभाई खराडी और पंकजभाई शंकरभाई खराडी हैं।