गुना। (गरिमा टीवी न्यूज़) गुना शहर के मध्य से पुलिस के कैमरो के बीच से ओवरलोड और तेज रफ्तार बस रात्रि और दिन के समय में गुजर रही हैं। लेकिन यातायात पुलिस इन बसों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा, बल्कि उन छोटे वाहनों पर कार्रवाई की जाती है जो गरीब और असहाय लोग अपनी रोजी-रोटी चलाने के लिए कर रहे हैं।
यातायात पुलिस गुना ने किसी धन्ना सेठ की बस पर शायद ही कोर्ट कार्रवाई की हो। कल ओवरलोड बस गुना से गुजरी और बरखेड़ा मथनेर के पास पलट गई। इसमें यात्रियों से ज्यादा ऊपर सामान लदा हुआ था। इस हादसे में 18 लोग घायल हुए जिनमें पांच की हालत गंभीर बनी हुई है।
गुना शहर के अंदर भी इस प्रकार की ओवरलोड बसे रोज इंदौर और ग्वालियर से आ रही हैं और शहर के अंदर भारी भरकम सामान छतों से खाली कराया जा रहा है, लेकिन यातायात पुलिस गुना इन पर कार्रवाई करने से बचती रहती है।
ओवरलोड और तेज रफ्तार बस सड़क से उतर कर खेत में पलटी, 18 से ज्यादा सवारी घायल
गुना से ग्रामीण रुट के रास्ते अशोकनगर आने वाली बालाजी ट्रैवल्स की बस रविवार को बरखेड़ा और मथनेर के पास पलट गई। बस में सवार 18 से ज्यादा यात्रियों को चोंटे आई हैं। सड़क से उतरकर खेत में जाकर गिरी पड़ी बस में फंसे यात्री एक दूसरे की मदद से बाहर निकले। 18 घायलों को शाढ़ौरा अस्पताल लाया गया। कुछ घायल सीधे जिला मुख्यालय पर पहुंच गए।
गनीमत रही की बस पलटने के बाद भी कोई जनहानि नहीं हुई। जिन यात्रियों को चोंटे आई हैं, उनमें भी काेई गंभीर स्थिति में नहीं है। जानकारी के मुताबिक हादसा दोपहर करीब 12 बजे हुआ। बालाजी ट्रैवल्स की बस एमपी 67, पी-0394 सुबह गुना से अशोकनगर के लिए रवाना हुई। यह बस भदौर, सोबत के रास्ते शाढ़ौरा से अशोकनगर आ रही थी।
तभी बरखेड़ा और मथनेर के पास टर्न के पास चालक स्टेयरिंग नहीं घुमा सका और बस सीधे सड़क से खेत पर उतर गई। बस के सड़क से उतरते ही तेज झटका लगा और बस खेत में जाकर पलट गई। बस के पलटते ही यात्रियों में चीख पुकार मच गई। पुरुष यात्रियों ने खुद को संभाला और कांच तोड़कर बस के बाहर आए और महिलाएं, बच्चे व बुजुर्गों को बाहर निकाला। पड़ोस के गांव के लोग भी मदद के लिए दौड़े और घायलों को बाहर निकालने में मदद की।
बस में सवार महुआखेड़ी निवासी राजकुमार प्रजापति ने बताया कि मैं सिरसी से अशोकनगर जा रहा था, तभी बरखेड़ी के पास अचानक झटका लगा। मैं कुछ समझता इससे पहले ही बस खेत में जाकर पलट गई। मेरे ऊपर तीन से चार सवार गिर गई। खुद बाहर निकलने के बाद अन्य यात्रियों को भी बाहर निकाला।
घायल यात्रियों को अस्पताल लाने के लिए शाढ़ौरा के साथ ही नई सराय से ही एंबुलेंस मौके पर पहुंच गई। दो से तीन चक्कर लगाकर एंबुलेंस से 17 घायलों को शाढ़ौरा अस्पताल लाया गया। यहां से 7 यात्रियों को गंभीर चोंटे होने पर उन्हें अशोकनगर के लिए रैफर कर दिया।
अशोकनगर में होने वाली कथा में आमंत्रित करने के लिए पीले चावल दे रहे समाजसेवियों की भीड़ भी मदद के लिए अस्पताल पहुंच गई। करीब 40-50 समाजसेवी भी घायलों का उठाकर वार्ड तक पहुंचाने में जुट गए। इधर, शाढ़ौरा से रैफर हुए 7 मरीजों के साथ ही 2-3 मरीज सीधे अशोकनगर अस्पताल पहंुचे। इसकी सूचना मिलते ही विधायक जजपालसिंह जज्जी भी अस्पताल पहुंचे और घायलों को बेहतर इलाज का भरोसा दिलाया।
रविवार को अवकाश के दिन हुए हादसे की सूचना मिलते ही अस्पताल प्रबंधन ने तत्काल अपने स्टॉफ को इमरजेंसी सूचना देते हुए तत्काल बुलाया। स्टॉफ सदस्य भी घायलों को अस्पताल लाने से पहले ही अस्पताल पहुंच गए।
"बस में क्षमता से ज्यादा सवारी होने के साथ ही चालक के तेज गति से वाहन चलाने से दुर्घटना हुई है। चालक के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है।"
- अजय जाट, थाना प्रभारी शाढ़ौरा