पलक्कड़। केरल के अय्यप्पा टेम्पल में चल रहे पलियामकावु उत्सव के दौरान एक हाथी बहक गया। उसने करीब 2 घंटे तक उत्पात मचाया। जिसमें दो लोग घायल हो गए। उसने गुस्से में एक गाड़ी भी पलटा दी और अपने ऊपर बैठे महावत को गिराने की कोशिश भी की। गुरुवार को श्रीकृष्णपुरम में पलाकोम्बु में फेस्टिवल चल रहा था। हाथी के बहकने से वहां मौजूद लोगों में भगदड़ मच गई।
हाथी का नाम कोलक्कदान महादेवन है। उत्सव के दौरान निकाली जा रही परेड के दौरान महादेवन पागल हो गया। सजे-धजे हाथी के ऊपर दो व्यक्ति बैठे थे। पागल हाथी मंदिर के मैदान में जा घुसा।
पागल हो चुके महादेवन ने अपने ऊपर बैठे लोगों को खींचकर गिराने की कोशिश की। जिनमें से एक पेड़ की टहनी पकड़कर भाग निकला, जबकि दूसरे कूदकर अपनी जान बचाई। करीब 2 घंटे की मशक्कत के बाद महावत ने हाथी पर काबू पाया। हाथी ने मंदिर के मुख्य पुजारी की वैन को पलट दिया। हालांकि इस दौरान किसी को गंभीर चोट नहीं आई।
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टीपू सुल्तान के डायरेक्टर को जान से मारने की धमकी, मिला लेटर, लिखा- शो बंद करो नहीं तो मरो
मैसूरु। कर्नाटक में टीपू सुल्तान पर आधारित एक कन्नड़ शो टीपू निंजा कनसुगलु (टीपू के असल सपने) पर विवाद छिड़ गया है। इसके राइटर और डायरेक्टर अडांडा सी करियप्पा को मौत की धमकी वाला लेटर मिला है। जिसमें लिखा है- शो बंद करो नहीं तो तुम्हें मार दिया जाएगा। डायरेक्टर ने मैसूर के जयलक्ष्मीपुरम पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई। आगे की जांच की जा रही है।
करियप्पा ने बताया कि मुझे दो लेटर मिले - एक पोस्टकार्ड है और दूसरा लेटर एक लिफाफे में बंद होकर आया। लेटर में शो को बंद करने के लिए कहा गया है। उन्होंने बताया कि लेटर के जरिए मुझे जान से मारने की धमकी दी गई। उसमें लिखा था कि शो बंद करो या मरो। करियप्पा के मुताबिक लेटर में ये भी लिखा था कि दुनिया को कोई ताकत उन्हें नहीं बचा सकती। लेटर भेजने वाले ने अपशब्दों का इस्तेमाल भी किया है।
टीपू निंजा कनसुगलु मैसूर में आयोजित किया जा रहा है। अब तक इसके 7 शो हो चुके हैं। इसके अलावा दो और शो तीन दिसंबर और चार दिसंबर को होंगे। करियप्पा ने बताया कि राज्य के 75 जगहों पर इस शो का आयोजन किया जाएगा। खासकर उन जगहों पर जहां सिनेमाहॉल नहीं हैं। डायरेक्टर के मुताबिक शो में टीपू सुल्तान, उनकी पत्नी, बेटी, दीवान और ब्रिटिश रूलर्स सहित 70 कैरेक्टर को शामिल किया गया है।
डायरेक्टर ने बताया कि शो को जनता से अच्छी प्रतिक्रिया मिली है, शो रोजाना बिक रहे हैं। करियप्पा के मुताबिक इस शो को आखिरी बार आयोजन 2018 में किया गया था। करियप्पा ने कहा कि शो टीपू समर्थक या टीपू विरोधी नहीं है। यह असली टीपू है और यह अच्छा चल रहा है। हर दिन इस शो को देखने के लिए 1200 लोग आ रहे हैं।
मैसूर में अब मस्जिद जैसा नहीं दिखेगा बस स्टॉप:दो गुंबद हटाए, रंग भी बदला
कर्नाटक में मैसूर ऊटी रोड पर बने बस स्टॉप का रंग रूप बदल दिया गया है। दरअसल पहले इस पर तीन गुंबद थे। एक भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि ये मस्जिद जैसा दिख रहा था। उन्होंने कहा था कि इसे ठीक नहीं किया तो वे इसे बुलडोजर से गिरा देंगे। इस पर बस स्टॉप का रूप रंग बदल दिया गया। अब इस पर केवल एक ही गुंबद दिख रहा है, जिसे लाल रंग से रंगा गया है।
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'भगवान राम ने पूरी दुनिया को सिखाया जीने का तरीका', भारत जोड़ो यात्रा के दौरान बोले राहुल गांधी
भारत जोड़ो यात्रा के दौरान आज राहुल गांधी ने आगर मालवा में एक जनसभा को संबोधित किया, जहां उन्होंने कहा कि "भगवान राम जिंदगी जीने का तरीका थे। भगवान राम ने पूरी दुनिया को जीने का तरीका सिखाया।"
कांग्रेस की तमिलनाडु के कन्याकुमारी से 7 सितंबर को शुरू हुई भारत जोड़ो यात्रा इस समय मध्यप्रदेश में है। इसी यात्रा के दौरान आज राहुल गांधी ने RSS-BJP पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि BJP वाले एक जाति को दूसरे जाति, एक राज्य को दूसरे राज्य से लड़ाते हैं। राहुल गांधी ने लोगों से पूछते हुए कहा कि जब परिवार और भाई-भाई के बीच लड़ाई होती तो नुकसान होता है कि फायदा? इसके बाद उन्होंने कहा कि जब भाई-भाई की लड़ाई से परिवार को नुकसान होता है तो देश में जब भाई-भाई को लड़ाया जाता है तो क्या होगा?
इसके साथ ही राहुल गांधी ने कहा कि एक पडिंत जी ने कहा कि "भगवान राम तपस्वी थे, उन्होंने पूरा जीवन तपस्या को दिया। वह एक व्यक्ति नहीं थे बल्कि जीवन जीने का एक तरीका थे। उन्होंने पूरी दुनिया को प्यार, भाईचारा, इज्जत, तपस्या दिखाई।" इसके बाद उन्होंने कहा कि "जब गांधी जी 'हे राम' कहते थे तब उससे उनका मतलब भगवान राम की भावनाओं को अपने अंदर लाने से था, और हमें उसी भावनाओं को लेकर हमें जिंदगी जीनी है।"
राहुल गांधी ने कहा कि भगवान राम के लिए दूसरा नारा जय सिया-राम है, जिसके बारे में पडिंत जी ने बताया कि जय सीता और जय राम। इसका मतलब यह है कि सीता और राम एक ही हैं, इसीलिए नारा जय सिया-राम या जय सीता-राम। उन्होंने कहा कि जब हम जय सिया-राम या जय सीता-राम कहते हैं तो समाज में जो सीता की जगह होनी चाहिए उसका आदर करते हैं। इसके बाद राहुल गांधी ने कहा कि तीसरा नारा जय श्री राम है, जिसको लेकर पंडित जी ने कहा कि आप अपने भाषण में पूछिए कि BJP के लोग जय श्री राम कहते हैं। मगर कभी जय सिया-राम और हे राम क्यों नहीं कहते हैं। इसके साथ ही राहुल गांधी ने कहा कि राम ने समाज के साथ अन्याय नहीं किया, राम ने समाज को जोड़ने के काम किया।
राहुल गांधी ने कहा कि BJP और RSS के लोग भगवान राम के जीवन जीने के तरीके को नहीं अपनाते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वो सिया-राम या जय सीता-राम कर ही नहीं सकते क्योंकि उनके संगठन में एक भी महिला ही नहीं है। इसके बाद राहुल गांधी ने कहा कि हमारे जो RSS के मित्र हैं उनके कहना चाहता हूं कि जय श्री राम जरूर, लेकिन जय सिया-राम, जय सीता-राम और हे राम का प्रयोग कीजिए और सीता जी का अपमान मत कीजिए।