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बोरवेल में गिरा 6 साल का बच्चा, रेस्क्यू जारी,बच्चा बोर में 53 फीट गहराई पर फंसा

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बैतूल। बैतूल के मांडवी गांव में 6 साल का मासूम बोरवेल में गिर गया है। बच्चा बोर में 53 फीट गहराई पर फंसा हुआ है। बच्चे को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। तीन जेसीबी मशीन की मदद से बोरवेल से 30 फीट दूर समानांतर गड्‌ढा खोदा जा रहा है।
कलेक्टर अमनवीर सिंह बैंस ने बताया कि बच्चे के हाथ में रस्सी बांधकर उसे ऊपर खींचने की कोशिश की गई, वो करीब 12 फीट ऊपर भी आ गया था। लेकिन इसी बीच रस्सी खुल गई और वो वहीं अटक गया। रात 12 बजे से साइड में एक नए गड्ढे को खोदने का काम शुरू करते हुए बच्चे को निकालने की कोशिश की जा रही है। रस्सी से खींचने के दौरान खुदाई का काम बंद कर दिया गया था। फिलहाल बच्चे में बिल्कुल भी हरकत नहीं दिखाई दे रही है।
हादसा मंगलवार शाम बैतूल जिले के आठनेर के मांडवी गांव में करीब 5 बजे हुआ। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार तन्मय खेत में खेल रहा था। संभवत: इसी दौरान उसने बोरवेल में झांकने की कोशिश की और बैलेंस बिगड़ने पर वह उसमें जा गिरा। बच्चा नजर नहीं आया ताे सभी बोरवेल की ओर दाैड़े। आवाज लगाने पर बोरवेल के भीतर से बच्चे की आवाज आई। इस पर परिवारवालों ने तत्काल बैतूल और आठनेर पुलिस को सूचना दी।
रेस्क्यू शुरू होने के बाद सबसे पहले बच्चे के लिए बोरवेल में ऑक्सीजन पाइप डाला गया, फिर CCTV कैमरा डाला गया। मौके पर SDERF की टीमें मौजूद हैं। बच्चे को निकालने के लिए बोरवेल से करीब 30 फीट दूर बुलडोजर से समानांतर खुदाई शुरू कर दी गई है। पिता ने बच्चे से बात की तो उसने कहा- यहां बहुत अंधेरा है। मुझे डर लग रहा है। जल्दी बाहर निकालो।
घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर कलेक्टर, डीआईजी, एसपी, कमिश्नर श्रीमन शुक्ला, तहसीलदार आठनेर समेत पुलिस-प्रशासन के सभी बड़े अधिकारी भी पहुंच गए।
परिवार को बच्चे से बात करने को कहा गया। बच्चे के पिता ने उससे बात की। तन्मय दूसरी क्लास में पढ़ता है। पिता सुनील दियाबार ने बताया कि 8 दिन पहले ही खेत पर उन्होंने 400 फीट गहरा बोर करवाया था। इसी बोर में उनका बेटा गिर गया है। ​​​​​​
रेस्क्यू में तीन जेसीबी शामिल
कलेक्टर बैतूल अमनवीर सिंह बैंस ने बताया कि बच्चे को निकालने के लिए कोशिश शुरू कर दी गई है। मौके पर तीन जेसीबी मशीन मौजूद हैं। घटना का पता चलते ही तहसीलदार को तुरंत मौके पर रवाना किया गया था।
ताजा खबर :-
रात करीब साढ़े बारह बजे दूसरा गड्ढा खोदने का काम शुरू किया गया। पहले गड्ढे में पत्थर आने की वजह दूसरा गड्ढा खोदने का काम शुरू किया गया।
रात 11 बजे बच्चे के हाथ में रस्सी बांधकर उसे ऊपर खींचने की कोशिश की गई, वो करीब 12 फीट ऊपर भी आ गया था। लेकिन इसी बीच रस्सी खुल गई और वो वहीं अटक गया।
रात 10.45 बजे तक करीब 20 फीट गड्ढा खोदा जा चुका था। एक अन्य गड्ढा खोदने का काम भी शुरू हुआ था, जिसे थोड़ी देर बाद रोक दिया गया।
बच्चे के रेस्क्यू पर मंत्रालय के कंट्रोल रूम से हो रही मॉनिटरिंग, अफसर रख रहे नजर।
भोपाल, नर्मदापुरम और हरदा से भी SDERF की टीम रेस्क्यू के लिए बैतूल पहुंची।
रात 9 बजे तक बोरवेल के समानांतर 10 फीट गहरा गड्‌डा खोदा जा चुका था।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करते हुए बच्चे की कुशलता की प्रार्थना की।
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CM ऑफिस के नाम पर 1.11 करोड़ रुपए मांगे, बोले- रकम दे दो, ED का छापा नहीं पड़ेगा
भोपाल। मुख्यमंत्री के नाम पर भोपाल के हॉस्पिटल मालिक से 1.11 करोड़ की डिमांड करने का मामला सामने आया है। आरोपियों ने खुद को सीएम ऑफिस का स्टाफ बताया था। उन्होंने कॉल स्पूफिंग के जरिए डॉक्टर को कॉल कर कहा- ED की रेड पड़ने वाली है, रकम दे दो... छापा नहीं पड़ेगा।
आरोपियों ने भोपाल के LBS हॉस्पिटल के मालिक डॉ. भूपेंद्र श्रीवास्तव को ये कॉल किया था। सबसे हैरानी की बात तो ये है कि उनके मोबाइल पर CM हाउस और CM ऑफिस के नंबर भी शो हो रहे थे। यह देख हॉस्पिटल मालिक हैरान रह गए। उन्होंने पुलिस को खबर की, तो कॉल करने वाले दोनों आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए।
भोपाल पुलिस की साइबर क्राइम ब्रांच ने इस मामले में सीहोर के एलम सिंह परमार और देवनारायण रघुवंशी को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने यूट्यूब से कॉल नंबर स्पूफिंग सीखी, साथ ही एक्ट्रेस जैकलीन फर्नांडीस के बॉयफ्रेंड और महाठग सुकेश चंद्रशेखर के फ्रॉड करने का तरीका भी देखा।
इसके बाद वे CM हाउस और CM ऑफिस के नंबरों से कॉल कर अस्पताल में छापे की धमकी देने लगे। उन्होंने फर्जी कॉल करने के लिए चीन, ब्रिटेन और अमेरिका जैसे कई देशों के सर्वर का इस्तेमाल किया।
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने खुद को CM ऑफिस का स्टाफ बताकर डॉ. भूपेंद्र श्रीवास्तव को कॉल लगाया। कहा- CM साहब ने निर्देशित किया है कि आपके यहां ED की रेड पड़ने वाली है। इसके लिए अवगत करा रहा हूं। ED के डायरेक्टर से आपकी मीटिंग करा दी जाएगी। छापा नहीं पड़ेगा। इसके लिए आपको 1 करोड़ 11 लाख रुपए देने होंगे। 1 करोड़ रुपए भाजपा संगठन में चंदा जमा कराना होगा। 1.10 लाख रुपए हमें देने होंगे।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने कॉल नंबर स्पूफिंग के जरिए डाक्टर, ज्वेलर्स को फोन किया। घरवालों को शक नहीं हो इसके लिए चाणक्यपुरी कंचन मार्केट भोपाल नाके में कमरा किराए पर लिया। यहां पर फर्जी कॉल करने की ट्रेनिंग भी ली। इंटरनेट से ही CM हाउस, ऑफिस समेत दूसरे डिपार्टमेंट्स के नंबर हासिल किए।
एडिशनल DCP शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि LBS हॉस्पिटल के मालिक डॉ. भूपेंद्र श्रीवास्तव ने पुलिस में शिकायत की थी। उन्होंने बताया था कि उनके मोबाइल पर शासकीय और जनप्रतिनिधि कार्यालयों सहित मुख्य सचिव कार्यालय, CM हाउस के नंबर से फोन आ रहे हैं। ED रेड का डर दिखाकर पैसों की मांग की जा रही है। पुलिस ने जब जांच की तो यह साफ हो चुका था कि CM ऑफिस और हाउस से डॉक्टर को कॉल नहीं किए गए। जांच के लिए 4 टीम गठित की। पता चला कि आरोपियों ने कॉल नंबर स्पूफिंग के जरिए डॉक्टर को धमकी दी। नंबर ट्रेस कर पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया।
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आधी रात नकाबपोश बदमाश खोल ले गए 3 भैंस, विरोध पर चलाईं गोलियां
ग्वालियर। अभी तक आपने ग्वालियर-चंबल अंचल में कैश, गहने लुटते देखे होंगे, लेकिन कोई आपसे कहे कि अब भैंस भी लुटने लगी है, तो हैरान होने की जरुरत नहीं है। गांव-देहात में ऐसे मामले सामने आते रहे हैं, लेकिन अब शहर में भैंसों की डकैती होने लगी है। बात दो दिन पहले की है। शहर के गोला का मंदिर नारायण विहार कॉलोनी में आधी रात नकाबपोश आधा दर्जन बदमाश 3 भैसों को खोलकर ले जा रहे थे।
जब भैंस मालिकों की नींद खुली तो बदमाशों ने अधिया और कट्‌टो से दो से तीन फायर किए। इसके बाद वह भैंसों को लेकर भाग निकले। लूटी गई भैंसों की कीमत लगभग 4 लाख रुपए है। घटना के बाद नारायण विहार में दहशत का माहौल है। बदमाशों की हरकत वहां लगे CCTV कैमरे में कैद हुई है। पीड़ित परिवार ने गोला का मंदिर थाने में मामले की शिकायत की है।
शहर के मुरैना रोड स्थित नारायण विहार कॉलोनी में रहने वाले रमेश माझी ने बताया कि देर रात वह अपने घर के अंदर सो रहे थे तभी नकाबपोश 4 से 6 बदमाश उनके घर पहुंचे। बदमाशों ने एक दीवार की धीरे धीरे कर ईंटे हटाते हुए उनके घर के अंदर बने बाड़े से तीन भैंसों को बाहर निकाल लिया। भैंस मालिक रमेश को इसका एहसास हुआ तो उन्होंने चिल्लाते हुए बदमाशों को पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन बदमाशों ने उन पर लाठी-डंडे से हमला कर फायर ठोक दिए। चार बार फायर करने के बाद रमेश ने जैसे तैसे कर अपनी जान बचाई। लेकिन बदमाश उसकी एक भैंस ले जाने में सफल रहे। इसके बाद कुछ दूरी पर रहने वाले महावीर सिंह तोमर की 3 लाख कीमत की दो भैंसे बदमाश लेकर फरार हो गए। यहां भी बदमाशों ने फायरिंग की है। भैंस लूटे जाने और फायरिंग से लोगों में दहशत है।
घटना के बाद पीड़ित पक्ष ने आसपास लगे CCTV कैमरे खंगाले तो उसमें बदमाशों की हरकत आते जाते कैद हो गई। जिसमें एक बदमाश अधिया बंदूक लिए भी दिखता नजर आ रहा है। फरियादी का आरोप है कि जब वहा CCTV कैमरे के साथ थाने में शिकायत करने पहुंचा तो पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया और उसे थाने से वापस लौटा दिया। जबकि बदमाशों से संघर्ष के दौरान एक बदमाश को पहचान भी लिया था। रमेश के लिए भैंस ही एकमात्र जीवन यापन का स्त्रोत है। जब इस मामले में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने मामला संज्ञान में होने की बात कहते हुए जल्दी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
पीड़ित रमेश मांझी का कहना है कि अपने घर के अंदर सो रहे थे तभी नकाबपोश चार से पांच बदमाश उनके घर पहुंचे। बदमाशों ने एक दीवार की धीरे धीरे कर ईंटे हटाते हुए उनके घर के अंदर बने बाड़े से तीन भैंसों को बाहर निकाल लिया। इसका एहसास हुआ तो उन्होंने चिल्लाते हुए बदमाशों को पकड़ने का प्रयास किया। लेकिन बदमाशों ने उन पर डंडे लाठी से हमला कर फायर ठोक दिए। वहीं दूसरे फरियादी महावीर तोमर का कहना है कि मेरी भी दो भैंसे तीन लाख रुपए कीमत की बदमाश ले गए हैं। नकाबपोश बदमाश थे जिनमें से एक की पहचान मुझे हो गई है वो इसी क्षेत्र में आता जाता रहता है। पर पुलिस कोई एक्शन नहीं ले रही है।
पुलिस का कहना
- इस मामले में एएसपी क्राइम राजेश दंडौतिया का कहना है कि यह मामला मेरे संज्ञान में है। शिकायत आती है तो कार्रवाई की जाएगी आपने मुझे बताया है अगर कोई पक्ष शिकायत करता है तो मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई की जाएगी।