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घर के बार में दारू पार्टी, लड़कियों सहित 10 अरेस्ट

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जबलपुर। मध्यप्रदेश में शराब पार्टी के लिए लाइसेंस नीति को लेकर नया विवाद अभी थमा नहीं है। आबकारी विभाग के इस फैसले के खिलाफ विपक्ष सरकार पर हमलावर है, इसी बीच जबलपुर में रईसजादों की शराब पार्टी में पुलिस ने दबिश दी। मौके से पुलिस ने 10 से ज्यादा लोगों को अरेस्ट किया है। इनमें लड़कियां भी हैं। सभी जबलपुर के टॉप डॉक्टर, बिजनेसमैन, लॉयर और रिटायर्ड पुलिस ऑफिसर के बेटे-बेटियां हैं।
ये शराब पार्टी जबलपुर के रितिक अपार्टमेंट में चल रही थी। अपार्टमेंट के एक रूम को पूरी तरह बार का लुक दिया गया था। पुलिस ने आज तड़के 3 बजे जब रेड की तो सभी नशे में मिले। युवतियां लाउड म्यूजिक पर झूम रही थीं। आरोपियों ने पुलिस पर दबाव बनाने की भी कोशिश की, लेकिन पुलिस ने किसी की एक नहीं सुनी।
गोरखपुर थाना प्रभारी एसपीएस बघेल ने बताया कि सूचना मिली थी कि रितिक अपार्टमेंट में कुछ लोग लाउड म्यूजिक बजा रहे हैं। मौके पर पुलिस पहुंची तो वहां कमरे में भारी तादाद में शराब की बोतलें रखी मिलीं। पुलिस ने सभी को हिरासत में लेना शुरू कर दिया। पुलिस पर दबाव बनाने की भी कोशिश की गई। युवकों ने पुलिस के साथ बहस की। सीएसपी प्रतीक्षा सिंह ने बताया कि जिस समय अपार्टमेंट में कार्रवाई की गई, उस समय सभी लाउड म्यूजिक में डांस कर रहे थे। पुलिस ने मौके से 10 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है।
एक युवक बोला, मैं पुलिस वाले की फैमिली से हूं। अपने पिता का नाम लेते हुए कहा कि मैं उनका बेटा हूं। पुलिस ने उसकी एक नहीं सुनी। दूसरा युवक बोला- ये हमारी प्राइवेट पार्टी है। माफी मांग लेता हूं। पुलिस ने राजेंद्र सिंह राजपूत, असीम, अनुज अवस्थी, रोहित खरे, राहुल खरे, शोभित आनंद, अक्षत कुमार, राहुल तिवारी,अर्पित अग्रवाल, प्रणीत नागरथ, अवनीश खत्री, टीनू बग्गा, कनिष्क मदान समेत अन्य को पकड़ा है।

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जनसुनवाई में पहुंची महिला ने जैसे ही खुद पर डाला पेट्रोल, मचा गया हड़कंप
शिवपुरी । जमीन घर के विवाद को लेकर लंबे समय से प्रशासन के चक्कर लगा रही एक महिला ने आज मंगलवार को जनसुनवाई कार्यक्रम के दौरान परेशान हो कर अपने ऊपर पेट्रोल डाल लिया। जिसके चलते वहां हड़कंप मच गया।
दरअसल मामला शिवपुरी के कलेक्ट्रेट में जनसुनवाई का है। जहां महिला अपने पक्ष को लेकर पहुंची थी, इस पर यहां महिला ने अब तक की शिकायत के संबंध में पूछा, तो उनसे पुलिस के पास जाने को कहा गया, लेकिन लगातार हर ओर से परेशान महिला ने तभी अपने शॉल के नीचे से पेट्रोल से भरी बोतल निकाली और अपने उपर डाल ली महिला को ये करते देख वहां मौजूद अधिकारी कर्मचारी सहित सभी अचानक सकते में आ गए और तुरंत उससे वह बोतल छीनी।
महिला का आरोप है कि उनकी जमीन घर के विवाद में सुनवाई तो हुई नहीं, बल्कि उल्टा उसके पति को जेल भेज दिया गया और उसके बाद से ही मुझे लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है। जिस पर कलेक्टर ने कहा कि हम जांच कराएंगे।
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शराब बनाने की योजना:जिस फंड से सड़कें बनीं, उससे अपने क्षेत्र में महुआ शराब की फैक्ट्री खोलना चाहते हैं वन मंत्री शाह
भोपाल। डिंडोरी और आलीराजपुर के बाद अब खंडवा के खालवा में महुआ शराब फैक्ट्री खोलने की तैयारी है। यह हेरिटेज शराब होगी, जिसके लिए वन मंत्री विजय शाह ने पहल की है। साथ ही लघु वनोपज संघ के डेवलपमेंट फंड की राशि से इसे बनाने का प्रस्ताव दिया है। डेवलपमेंट फंड में इस समय 300 करोड़ रुपए हैं, जो प्रॉफिट की राशि का सिर्फ 10 फीसदी है। इसमें से 4-5 करोड़ रुपए शराब फैक्ट्री के लिए दिए जा सकते हैं।
वन मंत्री ने सोमवार को वनोपज मेले के अंतिम दिन यह बात कही और मंगलवार को मंत्रालय में हुई विभागीय समीक्षा में भी जोर दिया। अब लघु वनोपज संघ को इस पर निर्णय लेना है। खालवा के आवलिया में ही वनोपज संघ की एक प्रोसेसिंग यूनिट है, जो काफी समय से बंद है। इसके निर्माण में 30 से 40 लाख रुपए खर्च हुए थे और इत्र का उत्पादन होना था, लेकिन 10 फीसदी भी उत्पादन नहीं हो पाया। इसी में शराब फैक्ट्री चलाने की तैयारी है। विभागीय समीक्षा में वनमंत्री शाह के साथ अपर मुख्य सचिव वन जेएन कंसोटिया, वन विकास निगम के एमडी व प्रभारी वन बल प्रमुख अभय पाटिल और वनोपज संघ के एमडी पुष्कर सिंह मौजूद रहे।
लघु वनोपज संघ को होने वाले प्रॉफिट में 75% पैसा तेंदूपत्ता बोनस के लिए आता है। वर्ष 2021 में ही कुल फंड 30 करोड़ आया था। वर्ष 2022 में भी 35 करोड़ तक आने की संभावना है। इस मद में 300 करोड़ रुपए रखे हैं। प्रस्ताव अमल में आता है तो पहली बार पैसा शराब की फैक्ट्री के लिए इस्तेमाल होगा।
-‘दो जगह हेरिटेज शराब बन रही है। इसीलिए वनोपज संघ से भी एक इकाई बनाने की बात है। वनोपज समितियों और महुआ बीनने वाली समितियों को इससे फायदा होगा। डीपीआर का काम जल्द होगा। इससे महुए की कीमत बढ़ेगी। अभी भी 35 रुपए वाला महुआ 110 रुपए प्रति क्विंटल बेचा गया है। विदेश से 200 क्विंटल का सौदा हुआ है।’
- विजय शाह, वनमंत्री, मप्र
‘यह विचार चल रहा है। वहां प्रोसेसिंग सेंटर है। ट्रेनिंग भी होती है। डिंडोरी और आलीराजपुर में हेरिटेज शराब बन रही है।’
- पुष्कर सिंह, एमडी, लघु वनोपज संघ, मप्र