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कोचिंग पढ़ने गई छात्रा को कार सवार 4-5 युवक ले गए

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भिंड।भिंड के मालनपुर में घर से कोचिंग पढ़ने गई छात्रा को कुछ बदमाश जबरन कार में बैठाकर ले गए। ये मामला शनिवार दोपहर का है। फरियादी पक्ष ने पुलिस थाने पहुंचकर एफआईआर दर्ज कराई है।
मालनपुर थाना पुलिस के मुताबिक 17 वर्ष की छात्रा पढ़ाई करने के लिए घर से निकली हुई थी। तभी कार में सवार होकर आए चार से पांच युवकों ने छात्रा का रास्ता रोका और उसे अपने साथ जबरन कार में बैठाकर ले गए। जानकारी लगते ही परिवार वालों ने थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। मालनपुर थाना पुलिस मामले को प्रेम प्रसंग से जोड़कर देख रही है। हालांकि छात्रा को अपने साथ ले जाने वाले युवकों में एक आपराधिक प्रवृत्ति का भी है, जिस पर केस भी दर्ज है। पुलिस ने फरियादी की रिपोर्ट पर केस दर्ज कर लिया है।
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21 सूत्रीय मांगों को लेकर करणी सेना परिवार का महा आंदोलन जारी, प्रशासन ने बातचीत के लिए मांगा समय
भोपाल। आर्थिक आधार पर आरक्षण समेत 21 सूत्रीय मांगों को लेकर लेकर भोपाल के जंबूरी मैदान पर करणी सेना परिवार का महा आंदोलन जारी है। इन मांगों को लेकर संगठन प्रमुख जीवन सिंह शेरपुर अनशन पर बैठ गए है। उन्होंने मांगें नहीं मानने पर विधानसभा घेराव की चेतावनी दी, हालांकि बाद में प्रशासन के अधिकारियों ने उनसे बातचीत का समय मांगा, जिसके बाद फिलहाल प्रस्तावित विधानसभा घेराव टाल दिया गया है।
जीवन सिंह शेरपुर ने कहा कि हमने मांगें पूरी करने के लिए 4 बजे तक का समय दिया था। इस पर सरकार ने हमसे समय मांगा है। हमने उन्हें समय दिया है। इसके साथ ही हम अपना अनशन शुरू कर रहे हैं। हम यहीं बैठेंगे। तक तक मैदान नहीं छोड़ेंगे, जब तक मांगे पूरी नहीं होंगी।
बता दें कि रविवार को एमपी की राजधानी भोपाल के जंबूरी मैदान में हो रहे इस प्रदर्शन में मध्यप्रदेश के अलावा हरियाणा, राजस्थान, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ से भी करणी सेना के हजारों कार्यकर्ता पहुंचे हैं। प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ता 'माई के लाल' और 'जय भवानी' के नारे लगाए नजर आए। प्रदर्शन के लिए शनिवार रात से ही लोग जंबूरी मैदान पर जुटना शुरू हो गए थे। सुबह होते होते पूरा मैदान करणी सेना के कार्यकर्ताओं से भर गया। इधर पुलिस ने जंबूरी मैदान की ओर जाने वाले रास्तों का ट्रैफिक डायवर्ट कर दिया। भारी भीड़ से कई जगहों पर जाम की स्थिति बनी।
एडिशनल डीसीपी रामस्नेही मिश्रा करणी सेना के प्रतिनिधि मंडल से बात करने पहुंचे। इस दौरान जीवन सिंह शेरपुर से कहा कि राज्य सरकार का प्रतिनिधि मंडल बातचीत के लिए आने के लिए तैयार है। इस पर शेरपुर ने कहा कि हमें आश्वासन नहीं चाहिए, लिखित में आदेश चाहिए। ऐसा व्यक्ति हमसे मिलने आए जो कुछ लिखित में दे सके।
उन्होंने कहा कि जो मंत्री मांगों को पूरा कर सकें, उन्हें लागू कर सके। वो आए या मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को आना होगा। शेरपुर के मुताबिक हमारे लिए कोई फेवरेट नहीं है और न ही दुश्मन है। हमें आश्वासन नहीं, बल्कि काम चाहिए। ये भी बताएं कि हमारी मांगों को कैसे मानेंगे, कैसे लागू करेंगे, सभी 21 मांगों पर लिखित आदेश भी चाहिए।
ये हैं 21 सूत्रीय मांगें
जाति के आधार पर आरक्षण की व्यवस्था बंद कर आर्थिक आधार पर आरक्षण लागू किया जाए।
एससी एसटी एक्ट में बिना जांच के गिरफ्तारी पर रोक लगाई जाए।
एससी एसटी एक्ट की तरह सामान्य पिछड़ा एक्ट बनाया जाए, जो सामान्य एवं पिछड़ा वर्ग के नागरिकों पर एससी एसटी द्वारा किए जाने वाले अत्याचार से रक्षा करें।
EWS आरक्षण में भूमि एवं मकान की बाध्यता को समाप्त कर 8 लाख रुपए वार्षिक आय निर्धारित की जाए।
वर्तमान में प्रक्रियाधीन शिक्षक भर्ती वर्ष 2018 में प्रथम काउंसलिंग के बाद शेष बचे EWS वर्ग के समस्त पदों को द्वितीय काउंसलिंग या शिक्षा विभाग की वर्तमान नियोजन प्रक्रिया में समस्त पदों के साथ EWS वर्ग के पात्र अभ्यर्थियों से भरा जावे। EWS के रिक्त पदों को इसी वर्ग से भरा जावे।
प्राथमिक शिक्षक भर्ती वर्ग 3 के पदों में 51000 पदों पर न्यायसंगत रोस्टर के साथ भर्ती की जावे। माध्यमिक शिक्षक वर्ग 2 के वंचित विषयों जैसे मातृभाषा हिन्दी, सामाजिक विज्ञान, विज्ञान के विषय में पदों में वृद्धि की जावे।
भर्ती कानून बनाए जाए, प्रत्येक वर्ष नियमित भर्ती निकाल जाए। व्यापम के 1 लाख पदों एसआई, पटवारी, अन्य विभागों में शीघ्र भर्ती की जाए और भर्ती नहीं होने पर बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता प्रदान किया जाए।
MPPSC की 2019, 20, 21 की भर्तियां संवैधानिक रूप से पूर्ण की जाए व ओबीसी आरक्षण मुद्दा हल किया जाए।
केन्द्र और राज्य की आने वाले सभी भर्तियों में सभी वर्गों को 3 वर्ष की अतिरिक्त छूट दी जावे।
अतिथि शिक्षकों, रोजगार सहायकों व कोरोना काल में सेवा देने वाले स्वास्थ्यकर्मियों को नियमित नियुक्ति प्रदान की जाये।
किसानों के हित में स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिशों को लागू किया जाए, ताकि किसानों को उपज का सही मूल्य मिल सके। रासायनिक खादों की बढ़ती कीमत पर अंकुश लगाया जाए।
खाद्यान्न (रोजमर्रा की चीजें ) को GST से मुक्त किया जाए, बढ़ती महंगाई पर लगाम लगाई जाए।
क्षत्रिय महापुरुषों के इतिहास में छेड़छाड़ को तुरंत रोका जाए, इतिहास संरक्षण समिति बने ताकि समाज में आपसी सामंजस्य बना रहे।
सवर्ण आयोग की कार्यप्रणाली में सुधारकर उसे क्रियाशील बनाया जाए।
राज्य कर्मचारी आयोग की सिफारिश, जिसमें कर्मचारियों की रिटायरमेंट आयु 65 वर्ष करने को कहा गया है, किसी भी परिस्थिति में अब कर्मचारियों की रिटायरमेंट आयु नहीं बढ़ाई जाए।
गौमाता को राष्ट्र माता का दर्जा दिया जाए, गौशालाओं के स्तर में सुधार किया जाएं। गोबर व गौमूत्र को सरकारी स्तर पर खरीदने की व्यवस्था करें, ताकि गौ पालन से रोजगार के अवसर भी बढ़े।
पद्मावत फिल्म के विरोध में दर्ज प्रकरण वापस लिए जाए।
मप्र की भर्तियों में यहां के युवाओं को प्राथमिकता दी जाए, अन्य राज्यों के अभ्यर्थियों का कोटा सीमित हो।
कर्मचारियों को दी जा रही पदोन्नति के साथ उन्हें उसके अधिकार व सुविधा भी दी जाए। कर्मचारियों की पुरानी पेंशन पुनः चालू की जाए।
पुलिस विभाग में आरक्षकों की वेतन विसंगति को दूर कर 2400 ग्रेड पे लागू की जाए ।
सरकारी स्कूलों की कार्यप्रणाली में सुधार कर शिक्षा का स्तर प्रायवेट स्कूलों की तरह किया जाए। ताकि छात्र प्रायवेट स्कूलों की तरफ ना भागे व प्रायवेट स्कूलों की फीस पर नियंत्रण रखने हेतु एक कमेटी बनाई जाए।
इस प्रदर्शन में राजस्थान के गैंगस्टर दिवंगत आनंदपाल सिंह का भाई पहुंचे। वह राजस्थान से करीब 70 गाड़ियां लेकर भोपाल पहुंचे हैं। वहीं मुख्य अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश के विधायक रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया का कार्यक्रम कैंसिल हो गया। फ्लाइट मिस होने के कारण वे नहीं आ पाए।