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हरदा। मनमाने तरीके से फीस बढ़ाने वाले शहर के विभिन्न चार निजी स्कूलों पर 2-2 लाख रुपये का अर्थदंड लगाया गया है। संबंधित स्कूल संचालकों को निर्देश दिए गए हैं कि 15 दिन में बढ़ी हुई फीस अभिभावकों को लौटानी होगी। इन चारों स्कूलों ने निर्धारित प्रक्रिया का पालन नहीं किया और मनमाने तरीके से फीस बढ़ा दी, जिससे अभिभावकों पर आर्थिक बोझ बढ़ गया। इसके बाद कलेक्टर ने स्कूलों के विरूद्ध कार्रवाई करते हुए 2-2 लाख रुपये का अर्थ दंड लगाने के आदेश जारी किए।
सहायक संचालक शिक्षा बलवंत पटेल ने बताया कि जिन स्कूलों पर अर्थ दंड लगाया गया है उनमें सेंट मेरी को-एड हायर सेकंडरी स्कूल हरदा, सनरेज हायर सेकंडरी स्कूल हरदा, होलीफेथ बाल रेड क्रास हायर सेकंडरी विद्यालय हरदा तथा द फाउण्डेशन आफ एजुकेशन हायर सेकंडरी विद्यालय हरदा शामिल हैं।
पटेल ने बताया कि कलेक्टर के निर्देश पर जिले के सभी निजी स्कूलों की विस्तृत जांच की गई। जांच में यह पाया गया कि इन स्कूलों ने पिछले साल की तुलना में इस शिक्षा सत्र में फीस में 10 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि की है। फीस वृद्धि के लिए शासन के निर्धारित प्रक्रिया का पालन स्कूलों ने नहीं किया।
कलेक्टर के जारी आदेश में चारों स्कूलों के संचालकों को निर्देश दिए गए हैं कि विद्यार्थियों से ली गई अतिरिक्त फीस आगामी 15 दिन की समय सीमा में विद्यार्थियों के अभिभावकों को वापस की जाए। चारों स्कूलों के संचालकों को निर्देश दिए गए हैं कि अर्थ दंड की राशि 2-2 लाख रुपये का बैंक ड्राफ्ट आयुक्त लोक शिक्षण के नाम से तैयार करा कर कलेक्ट्रेट कार्यालय में जमा किए जाएं।
मनमाने तरीके से फीस बढ़ाने के ही मामले में पिछले माह मई में टिमरनी के दो निजी स्कूलों पर भी 2-2 लाख रुपये के अर्थदंड की कार्रवाई हुई थी। इनमें सनराइज हायर सेकंडरी स्कूल टिमरनी और एकेडमिक हाइट पब्लिक स्कूल टिमरनी शामिल हैं। इन स्कूलों की जांच में भी गत वर्ष की तुलना में इस शिक्षा सत्र में फीस में 10 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि करना पाया गया था।

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ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दी मुखाग्नि, पंचतत्व में विलीन हुईं राजमाता
ग्वालियर। केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां और सिंधिया राजपरिवार की राजमाता माधवी राजे सिंधिया पंचतत्व में विलीन हो गई हैं। ग्वालियर में सिंधिया घराने की छत्री पर राजसी परंपरा के साथ माधव राव सिंधिया की समाधि के पास राजमाता माधवी राजे सिंधिया का अंतिम संस्कार किया गया। राजमाता को अंतिम विदाई देने के लिए जनसैलाब उमड़ा और हर किसी ने उन्हें नम आंखों से अंतिम विदाई दी।
केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नम आंखों से मां माधवी राजे सिंधिया को मुखाग्नि दी। इससे पहले रानी महल में माधवी राजे सिंधिया की पार्थिव देह को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था जहां बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा, मंत्री प्रहलाद पटेल, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, नरोत्तम मिश्रा सहित कई राजनेता ने अंतिम दर्शन कर राजमाता को श्रद्धांजलि दी। रानीमहल से छत्री तक निकली अंतिम यात्रा के दौरान भी लोगों का जनसैलाब नजर आया। अंतिम यात्रा में प्रहलाद पटेल, नरोत्तम मिश्रा, कैलाश विजयर्गीय सहित मध्यप्रदेश के कई मंत्री मौजूद रहे।
राजमाता माधवी राजे सिंधिया लंबे समय से बीमार थीं और दिल्ली के AIIMS में उनका इलाज चल रहा था। बुधवार को सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली थी। दिल्ली से गुरुवार सुबह माधवी राजे की पार्थिव देह ग्वालियर लाई गई थी। एयरपोर्ट पर भी राजमाता के अंतिम दर्शन करने के लिए हजारों लोग पहुंचे थे जिन्हें देखकर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एंबुलेंस का दरवाजा खोल दिया था।
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मामी और भांजे में अवैध संबंध, मामा बन रहा था रोड़ा, दोनों ने दी खौफनाक सजा
शिवपुरी। मध्य प्रदेश के शिवपुरी पुलिस ने बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर की हत्या के मामले में खुलासा किया है। मृतक की पत्नी (मामी) और भांजे ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर मौत के घाट उतारा था। मामी-भांजे के अवैध संबंधों में रोड़ा बन रहे पति (मामा) की हत्या कर दी। मर्डर के बाद लाश को पुल पर फेंक दिया था। फिलहाल पुलिस ने हत्यारिन पत्नी सहित भांजे और उसके दोस्त को गिरफ्तार किया है। दो अन्य फरार की तलाश जारी है।
फिजिकल थाना पुलिस के अनुसार, मृतक बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर नितिन शर्मा का भांजा सत्यम का उसके घर आना जाना था। इस दौरान भांजे का अपनी मामी साधना से अवैध संबंध बन गया और यह सिलसिला लंबे समय से चल रहा था, लेकिन कुछ महीने पहले मृतक नितिन को इनके अवैध संबंधों की भनक लगी। जिसके चलते भांजे सत्यम को उसने लड़ झगड़ कर घर से भगा दिया।
इसके बाद नितिन की पत्नी साधना और भांजे सत्यम ने नितिन को रास्ते से हटाने की ठान ली। 5 और 6 मई की रात जब नितिन घर में सो रह था, तभी साधना ने घर का दरवाजा खोल दिया। सत्यम और उसके सहयोगी दोस्त ने सोते समय नितिन को कुल्हाड़ी से काट दिया। नितिन की लाश को ले जाकर कर्बला पुल पर फेंक दिया।
खास बात यह है कि नितिन की गुमशुदगी की रिपोर्ट भी हत्यारिन पत्नी साधना ने थाने में दर्ज कराई थी। फिलहाल पुलिस ने मृतक की पत्नी साधना (मामी), भांजे सत्यम और उसके दोस्त को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में दो अन्य आरोपी फरार है। पुलिस उनकी तलाश में जुटी हुई है।

जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर जिला सहकारी बैंक में हुई भर्ती प्रक्रिया में बड़े फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। इस फर्जीवाड़े के उजागर होने के बाद कलेक्टर जबलपुर दीपक सक्सेना ने कुछ अधिकारियों के निलंबन को लेकर उनके संबंधित विभाग को प्रस्ताव भेज दिया है। जांच में पता चला है कि जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में सहायक समिति प्रबंधक और समिति प्रबंधक के पद पर भर्ती निकाली गई थी। जिसमें नियमों को तक पर रखकर यह भर्ती की गई थी। जांच में यह भी पता चला है की भर्ती के समय गलत तरीके से आरक्षण प्रक्रिया अपनाई गई।
यही नहीं अपने चाहतों को फायदा पहुंचाने के लिए संबंधित विभागों के उच्च अधिकारियों से अनुमति लिए बिना ही भर्ती का विज्ञापन जारी कर लोगों को सेट कर दिया गया। इस पूरी गड़बड़ी को देखते हुए जबलपुर कलेक्टर ने पूरी भर्ती प्रक्रिया को ही निरस्त कर दिया है। वहीं दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई करते हुए 5 को तत्काल सस्पेंड भी कर दिया है। बाकी लोगों को शोकाज नोटिस जारी किए गए हैं।
आपको बता दे की 14 मार्च 2024 को इस भर्ती प्रक्रिया के लिए विज्ञापन निकाला गया था। जिसके तहत 27 लोगों को समिति प्रबंधक के पद पर नियुक्त किया गया था। इस मामले में कई लोगों ने शिकायत दर्ज कराई थी कि यह भर्ती प्रक्रिया अपनाने में नियमों को ताक पर रखा गया है। इसके बाद मामला कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना तक पहुंचा और उन्होंने एक जांच समिति बनाते हुए पूरे मामले का पर्दाफाश कर दिया। रिपोर्ट आते ही सबसे पहले कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना ने पूरी भर्ती प्रक्रिया को ही निरस्त कर दिया। वहीं उसके बाद संबंधित अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर कुछ लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए उनके विभागों को लेटर भेजा है।
इस फर्जी भर्ती मामले में तत्कालीन सीईओ देवेंद्र कुमार राय समेत कई अधिकारियों पर ऊंगली उठ रही है। कहां जा रहा है कि इस मामले में अखिलेश निगम तत्कालीन उपायुक्त सहकारिता जबलपुर, वर्तमान उपायुक्त सहकारिता भोपाल एवं चंद्रशेखर पटले, तत्कालीन सहायक प्रबंधक मध्य प्रदेश राज्य सहकारी बैंक शाखा राइट टाउन, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला केंद्रीय सहकारी बैंक जबलपुर द्वारा आवेदकों की पात्रता का जिस हिसाब से परीक्षण किया जाना था वह नहीं किया गया। लिहाजा भर्ती प्रक्रिया में इन लोगों की भूमिका भी संदिग्ध नजर आ रही है।
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ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दी मुखाग्नि, पंचतत्व में विलीन हुईं राजमाता
ग्वालियर। केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां और सिंधिया राजपरिवार की राजमाता माधवी राजे सिंधिया पंचतत्व में विलीन हो गई हैं। ग्वालियर में सिंधिया घराने की छत्री पर राजसी परंपरा के साथ माधव राव सिंधिया की समाधि के पास राजमाता माधवी राजे सिंधिया का अंतिम संस्कार किया गया। राजमाता को अंतिम विदाई देने के लिए जनसैलाब उमड़ा और हर किसी ने उन्हें नम आंखों से अंतिम विदाई दी।
केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नम आंखों से मां माधवी राजे सिंधिया को मुखाग्नि दी। इससे पहले रानी महल में माधवी राजे सिंधिया की पार्थिव देह को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था जहां बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा, मंत्री प्रहलाद पटेल, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, नरोत्तम मिश्रा सहित कई राजनेता ने अंतिम दर्शन कर राजमाता को श्रद्धांजलि दी। रानीमहल से छत्री तक निकली अंतिम यात्रा के दौरान भी लोगों का जनसैलाब नजर आया। अंतिम यात्रा में प्रहलाद पटेल, नरोत्तम मिश्रा, कैलाश विजयर्गीय सहित मध्यप्रदेश के कई मंत्री मौजूद रहे।
राजमाता माधवी राजे सिंधिया लंबे समय से बीमार थीं और दिल्ली के AIIMS में उनका इलाज चल रहा था। बुधवार को सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली थी। दिल्ली से गुरुवार सुबह माधवी राजे की पार्थिव देह ग्वालियर लाई गई थी। एयरपोर्ट पर भी राजमाता के अंतिम दर्शन करने के लिए हजारों लोग पहुंचे थे जिन्हें देखकर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एंबुलेंस का दरवाजा खोल दिया था।
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खराब गेहूं खरीदी का मामला: चार अधिकारियों पर FIR दर्ज, दोषी कर्मचारियों के खिलाफ जांच कमेटी गठित
जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर में राघव वेयरहाउस में भारी मात्रा में मिले खराब और सड़े हुए गेहूं के मामले में कलेक्टर ने कार्रवाई तेज कर दी है। इस मामले में कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना ने चार अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। तो वहीं बाकी दोषी कर्मचारियों के खिलाफ विभाग की जांच भी बिठा दी गई है। मामले में मिलीभगत उजागर होने के बाद उन्होंने पूरे स्टैक की जांच की है। जिसमें कुछ और मात्रा में खराब और बिना टैग का गेहूं बरामद हुआ है। इसी के साथ कलेक्टर ने जबलपुर के 100 से ज्यादा उपार्जन केन्द्रों में जांच के आदेश दिए हैं जिसमें से ज्यादातर उपार्जन केंद्र की जांच हो गई है। वहीं कुछ उपार्जन केन्द्रों की जांच रिपोर्ट अभी आना बाकी है।
बता दें कि 2 दिन पहले ही बरगी क्षेत्र में संचालित राघव वेयरहाउस का विधायक नीरज सिंह और प्रशासन ने औचक निरीक्षण किया था। इस दौरान भारी मात्रा में पुराना, घुना हुआ और Non FAQ गेहूं पाया गया था। ये गेहूं सहकारी समिति द्वारा समर्थन मूल्य पर किसानों के नाम पर ख़रीदा गया था। प्राथमिक जांच में कुल 13 स्टैक्स में से 2 स्टैक्स में पुराना, घुना हुआ और Non FAQ गेहूं मिला था। जिसके बाद कलेक्टर ने जिलेभर के उपार्जन केन्द्रों की जांच के आदेश दिए थे।
वहींं गेहूं खरीदी में घपले के के बाद कई अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया था। इस मामले में नोडल अधिकारी रघुनाथ कुदौलिया, सहकारिता निरीक्षक, JSO भावना तिवारी और कुन्जम सिंह राजपूत निलंबित कर शाखा प्रबंधक MPWLC-प्रियंका पठारिया को निलंबित करने का प्रस्ताव भोपाल भेजा गया है। कुल 212 किसानों से 25800 क्विंटल की ख़रीदी दर्ज की गई थी, खरीदी के लिए 4.56 करोड़ का भुगतान भी हो चुका है।
वेयरहाउस में खराब और NON FAQ गेहूं मिलने के मामले में कलेक्टर ने माना है कि ये खेल अधिकारों और कर्मचारियों की मिलीभगत से ही चल रहा था। कलेक्टर ने माना है की इसमें वेयर हाउस, सहकारी समिति, वेलुअर से लेकर सरकरी कर्मचारी सभी की मिलीभगत है। कलेक्टर ने गेहूं खरीदी का बचा हुआ पेमेंट रुकवाने जे आदेश भी जारी कर दिए है। कलेक्टर ने कहा है कि, अपात्र किसानों को किया गया भुगतान वापस लाने की पुरी कोशिश होगी। सोसायटियों से पैसों की वसूली की जाएगी। साथ ही ये पता लगाने की भी कोशिश की जा रही है कि खराब गेहूं किसका है और किसके माध्यम से आया था। आपको बता दे की गेहूं खरीदी में अब तक 4 करोड़ 56 लाख रूपए का भुगतान हो चुका है। जबकि करीब डेढ़ करोड़ का भुगतान होना अभी बाकी है।

नई दिल्ली । मणिपुर में सुरक्षा अधिकारियों ने बताया है कि राज्य में 8 से 13 मई के बीच करीब 13 लोगों को किडनैप किया गया है। इनमें 4 पुलिसकर्मी और एक CRPF का जवान भी शामिल है। बाकी स्थानीय लोग हैं।
सुरक्षा अधिकारियों ने मीडिया को बताया कि अगवा किए गए लोगों की वास्तविक संख्या इससे कहीं ज्यादा हो सकती है, क्योंकि ज्यादातर परिवार गायब हुए लोगों की पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराते।
मणिपुर पुलिस ने किडनैपिंग की शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए 10 लोगों को अरेस्ट किया है। इसमें मैतेई मिलिशिया ग्रुप अरामबाई तेंगगोल के दो मेंबर भी हैं। जिन पर पूर्वी इंफाल के कांगपोकपी जिले से चार पुलिसकर्मियों को अगवा करने के आरोप हैं।
एक सुरक्षा अधिकारी के मुताबिक, अगवा किए गए चारों पुलिसकर्मी न तो मैतेई थे, न ही कुकी। ये चारों लोग कुकी साथी पुलिसकर्मी के घर से कुछ सामान इकट्ठा करने गए थे।
सुरक्षा अधिकारी ने बताया इस घर को कुकी पुलिसकर्मी पिछले साल दंगों के दौरान छोड़कर भाग गया था। मैतेई संगठन अरामबाई तेंगगोल के सदस्यों ने पुलिसकर्मियों के आने की सूचना मिलते ही उन्हें अगवा कर लिया। इसके बाद इन्हें टॉर्चर किया गया और उनकी तस्वीरें लेकर वॉट्सएप ग्रुप में वायरल की गईं।
रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले कुछ दिनों में राज्य में अपहरण और जबरन वसूली के मामले तेजी से बढ़े हैं। इसके पीछे बेरोजगारी, कट्टरपंथी ग्रुप के लिए हथियार खरीदने या ऑपरेशन चलाने के लिए पैसों की जरूरत जैसी वजहें शामिल हैं।
एक सीनियर सिक्योरिटी ऑफिसर ने बताया कि बीते एक साल में कुकी और मैतेई दोनों तरफ के संगठनों को लोगों से सुरक्षा देने के नाम पर पैसा मिलता रहा। इससे वे हथियार, ड्रोन जैसी चीजें खरीदते थे। लेकिन जैसे-जैसे राज्य में शांति लौटी, लोगों ने पैसे देना बंद कर दिया। यही कारण है कि जबरन वसूली और अपहरण जैसी घटनाएं बढ़ी हैं।
एक रिपोर्ट बताती है कि मणिपुर हिंसा के बाद से न सिर्फ आम लोगों में बल्कि पुलिसकर्मियों में भी मैतेई और कुकी के आधार पर बंटवारा देखा जा रहा है। कांगपोकपी जिला जो कुकी बहुल इलाका है, वहां मैतेई पुलिसकर्मी काम नहीं करते। ऐसे ही कुकी पुलिसकर्मी मैतेई इलाकों में जाने से बचते हैं।
मणिपुर में 3 मई 2023 से शुरू हुई जातीय हिंसा में अब तक 200 से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं। हजारों लोग विस्थापन झेल रहे हैं। मणिपुर जातीय आधार पर हिंसा का आखिरी मामला पिछले महीने 28 अप्रैल को सामने आया था।
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केजरीवाल की जमानत पर SC बोला- विशेष छूट नहीं दी:ED ने कहा- वो भाषण दे रहे, वोट मिला तो जेल नहीं जाएंगे, कोर्ट ने दलील खारिज की
नई दिल्ली। दिल्ली शराब नीति मामले में ED की गिरफ्तारी के विरोध में सीएम अरविंद केजरीवाल की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार 16 मई को सुनवाई की। कोर्ट ने केजरीवाल को जमानत देने पर कहा कि उन्हें कोई विशेष छूट नहीं दी गई है।
जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्ता की बेंच ने कहा कि हमने अपने फैसले में कहा था कि हमें यह न्यायसंगत लगा था। हालांकि कोर्ट ने यह भी कहा कि इस फैसले की आलोचनात्मक समीक्षा का हम स्वागत करते हैं।
ED की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता कोर्ट में पेश हुए। उन्होंने कहा कि केजरीवाल जमानत पर बाहर जाने के बाद चुनावी भाषणों में कह रहे हैं कि अगर लोगों ने AAP को वोट दिया तो मुझे 2 जून को जेल नहीं जाना पड़ेगा।
सुप्रीम कोर्ट ने ED की दलील खारिज करते हुए कहा- ये उनका पूर्वानुमान है। इस पर हम कुछ नहीं कह सकते। केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि एक केंद्रीय मंत्री ने भी बयान दिया है। हालांकि उनका नाम सुनवाई के दौरान नहीं लिया गया।
ED ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि वह शराब नीति मामले में आम आदमी पार्टी को भी आरोपी बनाएगी। केजरीवाल और पार्टी के खिलाफ बहुत जल्द चार्जशीट फाइल की जाएगी।

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कोवीशील्ड के बाद कोवैक्सिन से साइड इफेक्ट्स का दावा:स्टडी में सांस का इन्फेक्शन, ब्लड क्लॉटिंग के मामले दिखे
भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन- कोवैक्सिन के भी साइड इफेक्ट्स हैं। यह बात इकोनॉमिक टाइम्स ने साइंस जर्नल स्प्रिंगरलिंक में पब्लिश हुई एक रिसर्च के हवाले से लिखी है। रिसर्च के मुताबिक, बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) में हुई स्टडी में हिस्सा लेने वाले लगभग एक तिहाई लोगों में कोवैक्सिन के साइड इफेक्ट्स देखे गए हैं।
इन लोगों में सांस संबंधी इन्फेक्शन, ब्लड क्लॉटिंग और स्किन से जुड़ी बीमारियां देखी गईं। शोधकर्ताओं ने पाया कि टीनएजर्स, खास तौर पर किशोरियों और किसी भी एलर्जी का सामना कर रहे लोगों को कोवैक्सिन से खतरा है।
हालांकि कुछ दिन पहले कोवैक्सिन बनाने वाली कंपनी भारत बायोटेक ने कहा था कि उनकी बनाई हुई वैक्सीन सुरक्षित है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कोवैक्सिन के दो डोज लगवाए थे।
स्टडी में वैक्सीन से होने वाली 3 समस्याएं...
स्टडी करने वाले शंख शुभ्रा चक्रवर्ती ने कहा, "हमने उन लोगों का डेटा कलेक्ट किया जिन्हें वैक्सीन लगे एक साल हो गया था। 1,024 लोगों पर स्टडी हुई। इनमें से 635 किशोर और 291 वयस्क शामिल थे।"
स्टडी के मुताबिक, 304 (47.9%) किशोरों और 124 (42.6%) वयस्कों में सांस संबंधी इन्फेक्शन (अपर रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन) देखे गए। इससे लोगों में सर्दी, खांसी जैसी समस्याएं देखी गईं।
स्टडी में पाया गया कि स्टडी में हिस्सा लेने वाले टीनएजर्स में स्किन से जुड़ी बीमारियां (10.5%), नर्वस सिस्टम से जुड़े डिसऑर्डर (4.7%) और जनरल डिसऑर्डर (10.2%) देखे गए। वहीं, वयस्कों में जनरल डिसऑर्डर (8.9%), मांसपेशियों और हड्डियों से जुड़े डिसऑर्डर (5.8%) और नर्वस सिस्टम से जुड़े डिसऑर्डर (5.5%) देखे गए।
कोवैक्सिन के साइड इफेक्ट्स पर हुई स्टडी में 4.6% किशोरियों में मासिक धर्म संबंधी असामान्यताएं (अनियमित पीरियड्स) देखी गईं। प्रतिभागियों में आंखों से जुड़ी असामान्यताएं (2.7%) और हाइपोथायरायडिज्म (0.6%) भी देखा गया। वहीं, 0.3% प्रतिभागियों में स्ट्रोक और 0.1% प्रतिभागियों में गुलियन बेरी सिंड्रोम (GBS) की पहचान भी हुई।

ग्वालियर। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां माधवी राजे सिंधिया का बुधवार सुबह दिल्ली में निधन हो गया। 75 वर्षीय माधवी राजे लंबे समय से बीमार थीं। बीते दो माह से वह दिल्ली के एम्स में ही भर्ती थीं और यहीं उन्होंने अंतिम सांस ली। अंतिम संस्कार आज गुरुवार को ग्वालियर में किया जाएगा।
बुधवार को उनकी पार्थिव देह ज्योतिरादित्य सिंधिया के दिल्ली स्थित निवास पर रखी गई, जहां पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित कई लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। शिवराज सिंह ने दुख जताते हुए कहा कि वह सक्रिय राजनीति में नहीं थीं लेकिन ग्वालियर की जनता की चिंता उन्होंने हमेशा की। मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव, पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ और दिग्विजय सिंह सहित कई विशिष्ट लोगों ने शोक जताया है।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां और ग्वालियर राजघराने की पूर्व 'राजमाता' माधवी राजे सिंधिया का निधन हो गया है। पिछले दो महीने से उनका दिल्ली के AIIMS अस्पताल में इलाज चल रहा है। उन्होंने आज सुबह 9.28 बजे दिल्ली के AIIMS अस्पताल में अंतिम सांस ली
पांच मई को उनका स्वास्थ्य अत्यधिक बिगड़ने की सूचना मिलने पर ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने संसदीय क्षेत्र गुना में प्रचार के दौरान ही दिल्ली रवाना हो गए थे। गुरुवार सुबह 10 बजे पार्थिव देह नई दिल्ली एयरपोर्ट से ग्वालियर के लिए रवाना की जाएगी।
दोपहर 12.30 से 2.30 बजे तक अंतिम दर्शनों के लिए रानी महल में रखी जाएगी। कटोराताल स्थित थीम रोड पर स्थित अम्मा महाराज की छतरी में राजमाता विजयाराजे सिंधिया व स्व. माधव राव सिंधिया की समाधि के पास ही शाम पांच बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
थीम रोड पर स्थित अम्मा महाराज की छतरी में राजमाता विजयाराजे सिंधिया व पूर्व केंद्रीय मंत्री माधव राव सिंधिया की समाधि हैं। इसी स्थान पर मां-बेटे का अंतिम संस्कार हुआ था। इनके पास ही माधवी राजे सिंधिया के पार्थिव देह का अंतिम संस्कार आज गुरुवार को किया जाएगा।

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केंद्र से तीन माह से नहीं आ रही टीबी की जरूरी दवाएं, 70 हजार रोगियों पर मंडराया खतरा
भोपाल। प्रदेश के लगभग 70 हजार टीबी राेगियों पर इसकी दवाओं का असर कम होने (ड्रग रजिस्टेंट होने) का खतरा बढ़ गया है। कारण, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के नेशनल टीबी डिवीजन से टीबी की दवाओं की आपूर्ति पिछले तीन माह से नहीं हाे रही है। बताया जा रहा है कि यह दवाएं मात्र तीन कंपनियां ही बनाती हैं, पर उनके पास कच्चा माल यानी दवाएं बनाने का पाउडर उपलब्ध नहीं होने के कारण दवाएं नहीं बन पा रही हैं।
पिछले वर्ष सितंबर से ही दवाओं की कमी हो रही थी, पर इस वर्ष फरवरी से पुराना स्टॉक खत्म होने के कारण मध्य प्रदेश सहित देशभर में किल्लत और बढ़ गई है। अब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और राज्य सरकारों के चौतरफा दबाव के बाद कंपनियाें ने दवाएं बनाना फिर से शुरू की है, पर यह जरूरत का 10 प्रतिशत भी नहीं है।
प्रदेश में बच्चों के लिए उपयोग होने वाली टीबी की दवाओं की मात्रा बढ़ाकर बड़ों को दी जा रही है, वह भी मात्र एक-एक सप्ताह के लिए। फिक्स डोज कांबिनेशन (एफडीसी) तीन और चार दवाओं की आपूर्ति नहीं हो रही है। यह टीबी की प्रारंभिक दवाएं हैं जो कुल रोगियों में लगभग 92 प्रतिशत काे दी जाती है। बाकी आठ प्रतिशत टीबी रोगियों के लगभग सात प्रतिशत मल्टी ड्रग रेसिस्टेंट (एमडीआर) और एक प्रतिशत के आसपास एक्सट्रीम ड्रग रेजिस्टेंट (एक्सडीआर) वाले होते हैं। इन्हें एफडीसी-3 और एफडीसी-4 के स्थान पर दूसरी दवाएं दी जाती हैं।
उधर, केंद्र से आपूर्ति नहीं होने पर मध्य प्रदेश पब्लिक हेल्थ सप्लाई कॉरपोरेशन ने भी दवाओं की आपूर्ति के लिए कंपनियों से दर अनुबंध किया। इसमें भी उन्हीं कंपनियों ने भाग लिया जो केंद्र को दवाएं आपूर्ति करती हैं, पर उत्पादन कम होने के कारण अभी तक आपूर्ति नहीं की। सूत्रों के अनुसार कंपनियों ने कहा है कि पहले केंद्र सरकार को आपूर्ति की जाएगी। इस संबंध में राज्य क्षय अधिकारी डा. वर्षा राय ने कहा कि केंद्र से दवाएं आने लगी हैं। कम समय के लिए, पर सभी रोगियों को दवाएं मिलने लगी हैँ।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत को 2025 तक टीबी से मुक्त करने का लक्ष्य रखा है, पर मप्र से सहित देशभर में दवाओं की किल्लत से इस लक्ष्य को पाने में मुश्किल आ सकती है। इस लक्ष्य को पाने के लिए हर राज्य को अधिक से अधिक रोगी खोजने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है। अनुमान है कि प्रति लाख आबादी पर टीबी के 216 रोगी होते हैं, पर कोई राज्य इस लक्ष्य के पास तक भी नहीं पहुंच रहा है। हालांकि, अब टीबी मुक्त भारत बनाने के लिए पहले की तुलना नए रोगी अधिक खोजे जा रहे हैं, जिससे अधिक मात्रा में दवाओं की आवश्यकता पड़ रही है, पर मिल नहीं रहीं।
टीबी दवाओं की कमी के चलते सामान्य रोगियों के अतिरिक्त एचआइवी एवं एड़्स राेगियों और गैस पीड़ितों की बीमारी बढ़ने का खतरा बढ़ गया है। एड़्स के लगभग 25 प्रतिशत राेगी प्रतिरोधक क्षमता कम होने की वजह से टीबी से भी संक्रमित हो जाते हैं। उनकी टीबी की दवा में अंतराल होने से उनका संक्रमण तेजी से बढ़ सकता है। यही स्थित गैस पीड़ितों की है।
टीबी के मरीजों को शुरू से एफडीसी-4 या एफडीसी-3 दवा दी जाती है। एफडीसी-चार में आइसोनियाज़िड, रिफैम्पिसिन, एथमब्यूटोल और पाइराज़िनामाइड दवाएं मिश्रित रहती हैं। एफडीसी-3 में आइसोनियाज़िड, रिफैम्पिसिन, एथमब्यूटोल का मिश्रण (कंबिनेशन) दिया जाता है। शुरू के छह माह तक लगातार यह दवाएं चलती हैं। इसमें एक दिन का भी अंतर होने पर मरीज की बीमारी एमडीआर में बदलने का खतरा रहता है। एमडीआर टीबी को ठीक करने के लिए फिर उसे लंबे समय तक सात दवाओं के मिश्रण वाली दवा दी जाती है।
-कारपोरेशन ने दवाएं खरीदने के लिए कंपनियों से दर अनुबंध किया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की ओर से खरीदी के आर्डर भी दिए गए हैं, पर उत्पादन कम होने के कारण आपूर्ति नहीं हो पा रही हैं। दो-तीन कंपनियां ही देश में यह दवाएं बनाती हैं, जिससे दिक्कत आ रही है। -डाॅ. पंकज जैन एमडी, मप्र पब्लिक हेल्थ सप्लाई काॅरपोरेशन
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SI की गुंडागर्दी : पानी की बोतल नहीं बदलने पर दुकान में घुसकर की मारपीट, CCTV आया सामने
राजगढ़। मध्य प्रदेश के राजगढ़ से एसआई की गुंडागर्दी का एक वीडियो सामने आया है। पानी की बोतल को लेकर एसआई ने दुकान में घुस कर युवक के साथ मारपीट कर दी। वहीं दुकान पर बैठे युवक के पिता ने एसआई को समझाने और रोकने की बहुत कोशिश की लेकिन वो नहीं माने। जैसे तैसे मामले को शांत करा कर एसआई को वहां से भेजा गया। मामले को लेकर पीड़ित ने इसके शिकायत जीरापुर थाने में की है।
दरअसल, राजगढ़ भावसार बुक्स जनरल स्टोर से कुछ दिन पहले एसआई पानी की बोतल खरीद कर लेकर गए थे। जिसके बाद पानी की बोतल वापस बदलने आए तो दुकानदार ने वापस लेने से मना कर दिया। फिर क्या था एसआई आग बबूला हो गया और पानी की बोतल फेंककर दुकानदार के सिर में मार दी।
इसके बाद दुकान में घुसकर दुकानदार के साथ मारपीट करने लगा। मारपीट का वीडियो दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। जानकारी के अनुसार एसआई का नाम रामलाल आजाद है, जो आगर जिले के कानड़ थाने में पदस्थ हैं। वहीं पीड़ित ने मामले को लेकर जीरापुर थाने में शिकायत की है।

छतरपुर। नौगांव थाना पुलिस ने तीन साल पहले एचडीएफसी बैंक में हुए गबन के मामले में तत्कालीन शाखा प्रबंधक गिरीश तिवारी को जबलपुर से गिरफ्तार किया है। नौगांव थाना प्रभारी सतीश सिंह ने बताया कि तीन साल पहले एचडीएफसी बैंक में एक करोड़ 11 लाख 50 हजार नौ सौ रुपये के गबन के मामले की जांच चल रही थी।
पुलिस ने बैंक प्रबंधक सौरभ खरे की शिकायत पर अज्ञात आरोपितों के खिलाफ धारा 420 सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया था। बैंक ने गबन में तत्कालीन शाखा प्रबंधक गिरीश तिवारी और संजीव शर्मा के द्वारा धोखाधड़ी करते हुए गबन करने का अभिमत दिया था।
पुलिस ने भी जांच के बाद पाया कि दोनों लोगों के द्वारा ही गबन की घटना को अंजाम दिया गया। पुलिस ने दोनों को आरोपी बनाते हुए गिरीश तिवारी को मंगलवार को जबलपुर से गिरफ्तार किया है। जबकि दूसरा आरोपित संजीव शर्मा अभी पुलिस की गिरफ्त से दूर है।
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जमीन के विवाद को लेकर जमकर चली गोलियां, लेकिन पुलिस ने दर्ज किया मारपीट का केस
मुरैना। सरायछौला थाना क्षेत्र के जैतपुर गांव में जमीनी विवाद के चलते दो गुटों के बीच मारपीट हो गई। इस बीच एक पक्ष ने बंदूक से ताबड़तोड़ फायर कर दिए। जिसका एक वीडियो भी वायरल हुआ है, पुलिस ने इस मामले में सामान्य मारपीट की धाराओं में मामला दर्ज किया है। जिसमें फायरिंग का कहीं कोई जिक्र नहीं है। पुलिस ने दोनों ही पक्षों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
जानकारी के मुताबिक मुरैना के जैतपुर गांव निवासी सभाराम गुर्जर व गांव के ही जितेंद्र गुर्जर के बीच जमीन को लेकर विवाद चला आ रहा है। मंगलवार को इसी रंजिश के चलते आमने-सामने आ गए। जिसमें दोनों ही पक्षों के लोग आमने सामने आ गए और मारपीट की।
इसी बीच एक पक्ष के लोगों ने पथराव किया और बंदूक से फायर भी किया। जिसका दूसरे पक्ष ने वीडियो भी बनाया। जिसमें एक आरोपित स्पष्ट रूप से फायरिंग करते हुए और पथराव करते हुए नजर आ रहे हैं।
पुलिस ने इस मामले में फायरिंग व पथराव का एफआइआर में जिक्र तक नहीं किया है। पुलिस ने दोनों ही पक्षों की फरियाद पर मामला दर्ज किया। जिसमें सभाराम गुर्जर की फरियाद पर आरोपित भूरा गुर्जर, महेश, देवेंद्र व निरंजन गुर्जर के खिलाफ तथा जितेंद्र गुर्जर की फरियाद पर आरोपित सभाराम, गिर्राज सिंह, गोपाली सिंह, हरेंद्र सिंह, रामवरन सिंह, योगेंद्र सिंह गुर्जर के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
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जय भीम बोलने पर दलित की बेरहमी से पिटाई, मामला दर्ज
शहडोल। मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में एक बैंड बाजा बजाने वाले दलित का जय भीम और जय बुद्धाय बोलना कुछ दबंगों को नागवार गुजरा और उन्होंने उसकी जमकर पिटाई करदी। बेरहमी से हुई इस मारपीट का वीडियो सोशल पर जमकर वायरल हो रहा है। इधर पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर मारपीट करने वाले दबंगो के खिलाफ मारपीट की अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है।
मामला जिले के ब्यौहारी थाना क्षेत्र के ग्राम साखी का है। जहां एक शादी समारोह कार्यक्रम में बाजा बजाने गए बैंड पार्टी के एक सदस्य ने फोन पर जय भीम और जय बुद्धाय बोल दिया। तभी वहीं खड़े दो लोगों को यह बात नागवारा गुजरा और उन्होंने दलित युवक की जमकर पिटाई कर दी। वही पीड़ित ने जय भीम बोलने पर मारपीट से आहत होकर खुद का एक वीडियो सोशल साइट पर अपलोड कर दिया है। जो अब सोसल साइट पर तेजी से वायरल हो रही है।
जिले के ब्यौहारी थाना क्षेत्र के ग्राम बिजहा बारह टोला नीवासी चन्द्रशेखर साकेत बीती रात ग्राम साखी निवासी रामसुकुल राठौर ने अपने लड़के की शादी मे बैण्ड बजाने के लिए बुलाया था। पीड़ित ने बताया कि, बैंड पार्टी साथी राजेश साकेत, बबलू साकेत, नीरज साकेत, राजू साकेत एक शादी समारोह में बाजा बजाने गए थे। शाम करीब 5 बजे चन्द्रशेखर मोबाइल से ग्राम खड्डा के पुष्पेन्द्र साकेत को फोन लगाकर पहले जय भीम भाई नमो बुद्धाय बोला, तभी उनके बगल में खड़े डब्बू गौतम व शिवांशू गौतम को यह बात नागवारा गुजरा और दोनों आए और बोले की ‘तू क्या बोल रहा’ है। इतना कहते हुए उक्त दोनों दबंगों ने लात घुसो से पिटाई करने लगे। पीड़ित के आगे कहा, तभी मदद की गुहार लगाने पर आवाज सुनकर राजेश साकेत और राजू साकेत ने आकर बीच बचाव किया। जिसके बाद उक्त दोनों दबंग युवक ने जान से मारने की धमकी दी।
जिसके बाद पीड़ित ने मामले की शिकायत थाने में दर्ज कराई। पीड़ित की शिकायत पर ब्यौहारी पुलिस ने मरपीट करने वाले दोनों आरोपियो के खिलाफ धारा 294,323,506,34 के तहत मामला दर्ज कर विवेचना में लिया है। वहीं पीड़ित ने जय भीम बोलने पर मारपीट से आहत होकर खुद का एक वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया है। जो अब तेजी से वायरल हो रही है।
इधर इस पूरे मामले में ब्यौहारी थाना प्राभारी मोहन पड़वार का कहना है कि जय भीम बोलने पर मारपीट नहीं की गई, बल्कि किसी बात को लेकर हुए विवाद में पिटाई की गई। शिकायत पर दो लोगो के खिलाफ मामला दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।

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नई दिल्ली । मणिपुर में सुरक्षा अधिकारियों ने बताया है कि राज्य में 8 से 13 मई के बीच करीब 13 लोगों को किडनैप किया गया है। इनमें 4 पुलिसकर्मी और एक CRPF का जवान भी शामिल है। बाकी स्थानीय लोग हैं।सुरक्षा अधिकारियों ने मीडिया को बताया कि अगवा किए गए लोगों की वास्तविक संख्या इससे कहीं ज्यादा हो सकती है, क्योंकि ज्यादातर परिवार गायब हुए लोगों की पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराते।मणिपुर पुलिस ने किडनैपिंग की शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए 10 लोगों को...

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हरदा। मनमाने तरीके से फीस बढ़ाने वाले शहर के विभिन्न चार निजी स्कूलों पर 2-2 लाख रुपये का अर्थदंड लगाया गया है। संबंधित स्कूल संचालकों को निर्देश दिए गए हैं कि 15 दिन में बढ़ी हुई फीस अभिभावकों को लौटानी होगी। इन चारों स्कूलों ने निर्धारित प्रक्रिया का पालन नहीं किया और मनमाने तरीके से फीस बढ़ा दी, जिससे अभिभावकों पर आर्थिक बोझ बढ़ गया। इसके बाद कलेक्टर ने स्कूलों के विरूद्ध कार्रवाई करते हुए 2-2 लाख रुपये का अर्थ दंड लगाने के आदेश जारी किए।सहायक संचालक शिक्षा बलवंत पटेल ने...

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