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सवा लाख के इनामी डकैत को पुलिस ने मारी गोली, 5 घंटे तक चली मुठभेड़

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धौलपुर। एक लाख इक्कीस हजार रुपए के इनामी डकैत केशव गुर्जर और पुलिस के बीच धौलपुर के जंगलों में देर रात मुठभेड़ हो गई। गुर्जर के पैर में गोली लगी है। वहीं, उसके दो दर्जन से अधिक साथियों की जंगल में सर्च अभियान चलाकर तलाश की जा रही है। पुलिस फोर्स घायल डकैत को धौलपुर जिला हॉस्पिटल लेकर पहुंची है।
सूत्रों के अनुसार धौलपुर एसपी धर्मेंद्र सिंह को बीती रात केशव गुर्जर के डांग क्षेत्र में छुपे होने की जानकारी मिली थी। इसके बाद एसपी खुद टीम के साथ जंगलों में पहुंचे थे। यहां केशव की गैंग के साथ करीब तीन-चार घंटे तक मुठभेड़ चली। भरतपुर आईजी गौरव श्रीवास्तव भी ऑपरेशन की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
डीएसपी मनीष कुमार शर्मा ने बताया कि एसपी धर्मेंद्र सिंह के नेतृत्व में भी सोने का गुर्जा और चंबल किनारे क्षेत्र में डकैत को पकड़ने के लिए सर्च अभियान चलाया गया था। डांग में डकैत के साथियों की तलाश के लिए चलाए जा रहे सर्च ऑपरेशन में कई थानों की पुलिस और एंटी डकैत फोर्स (एडीएफ) के साथ एसपी की विशेष पुलिस टीम शामिल रही।
बताया जा रहा है कि अभी केशव गुर्जर धौलपुर के कुदिन्ना गांव का ही रहने वाला है। 10 साल से फरार चल रहा था। मुरैना और राजस्थान पुलिस ने मिलाकर इस पर 1.20 लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा है। उस पर 40 से ज्यादा मामले दर्ज हैं।
केशव को ढूंढने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। उसने न तो शादी की है और न उसका कोई परिवार है। केशव डकैती की परंपरा बदलने के लिए भी जाना जाता है। वह डकैतों की तरह काम न करके, गैंगस्टर की तरह काम करता है। वह आमतौर पर किसी व्यक्ति पर फायरिंग नहीं करता, सिर्फ फोन कॉल से फिरौती वसूलता है। अब तक उस पर हत्या का महज एक मुकदमा दर्ज है।
धौलपुर में एसपी धर्मेंद्र सिंह की नियुक्ति होने के बाद से 6 महीने में पुलिस की केशव के साथ 5 बार मुठभेड़ हो चुकी है। नवंबर के पहले सप्ताह में चन्द्रपुरा के बीहड़ में हुई मुठभेड़ में दोनों तरफ से 190 राउंड फायरिंग हुई थी।
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प्रेमी को घर बुलाकर भाई से कराई हत्या:बोली-वो मान नहीं रहा था
ग्वालियर। ग्वालियर में रोड किनारे मिले शव में हत्या की वजह एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर सामने आई। पुलिस ने महिला, उसके पति, भाई, भाई के दोस्त और एक रिश्तेदार महिला को आरोपी बनाया है। पूरी प्लानिंग कर महिला ने प्रेमी को घर बुलाया। पीछे से भाई अपने दोस्त को लेकर आ गया। रिश्तेदार महिला पहले से मौजूद थी। मफलर से गला घोंटा गया, इसके बाद महिला का भाई और उसका दोस्त साड़ी में बांधकर शव को बाइक से रोड किनारे फेंक आए।
प्लान तिघरा डैम में फेंकने का था। पुलिस चेकिंग की वजह से ऐसा नहीं कर सके। पुलिस ने दोनों महिलाओं समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। महिला के पति की तलाश की जा रही है। पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि महिला दो बच्चों की मां है। मृतक पेशे से ड्राइवर था। दो साल से दोनों के बीच अवैध संबंध थे। पति को यह बात पता चल गई थी। महिला खुद भी उससे छुटकारा पाना चाहती थी।
महिला ने पुलिस को बताया कि हमारे दो साल पहले रिलेशन बने, फिर कई बार। अब आगे रिलेशन नहीं रखना चाहती थी। उसे मना किया तो वह मान नहीं रहा था। मेरे साथ जबरदस्ती करता था। इसी के बाद हत्या का इरादा बनाया।
SSP अमित सांघी ने बताया कि बात 27 जनवरी की है। थाना तिघरा स्थित रायरू-निरावली मार्ग के बीच कुलैथ रोड पर शव मिला था। इसे साड़ी में बांधा गया था। हाथ-पैर भी बंधे थे। पहचान राजवीर बघेल उर्फ राजू (30) निवासी ग्राम बिलासपुर, दतिया और हाल पिछोर तिराहा (डबरा) के रूप में हुई। जांच में पता चला कि मृतक पेशे से ड्राइवर था। डबरा के एक ट्रांसपोर्टर के यहां नौकरी करता था। ट्रांसपोर्टर की लोडर गाड़ी लेकर जा रहा था। गाड़ी में GPS सिस्टम लगा हुआ है। काफी देर तक गाड़ी की लोकेशन एक ही जगह ट्रेस हुई तो ट्रांसपोर्टर भी पता करते हुए मौके पर पहुंचा था।
पुलिस को पड़ताल में पता चला कि राजवीर का वीरपुर इलाके में एक घर में आना-जाना था। घर की महिला को थाने बुलाकर पुलिस ने पूछताछ की तो पहले तो उसने गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन सख्ती करने पर सबकुछ बता दिया। 28 साल की महिला ने बताया कि राजवीर से उसके अवैध संबंध हो गए थे। वह शादीशुदा है और दो बच्चों की मां है। पति को भी इस बात का पता चल गया था। वह छुटकारा पाना चाहती थी, लेकिन राजवीर मान नहीं रहा था।
महिला ने बताया कि घटना वाले दिन राजवीर घर आया। उस समय मेरी सहेली (रिश्तेदार महिला) भी मेरे घर पर ही थी। इसके बाद मैं और राजवीर कमरे में अकेले रह गए। सहेली घर के बाहर खड़ी हो गई थी। इसी समय भाई अपने दोस्त के साथ आ गया।
रिश्तेदार महिला और आरोपी महिला सहेलियां हैं। महिला ने पुलिस को बताया कि राजवीर से उस दिन कहासुनी हुई, इसके बाद उसका मफलर से गला घोंट दिया। पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने शव को साड़ी में बांधकर बोरी में डाल दिया। महिला का भाई और उसका दोस्त शव को बाइक पर रखकर कुलैथ चौराहे के पास फेंक आए। बाइक दोस्त की थी। महिला के खुलासे के बाद पुलिस ने उसके भाई और भाई के दोस्त को अरेस्ट किया। दोनों ने अपना जुर्म स्वीकारा। महिला रिश्तेदार को भी पकड़ लिया गया। महिला का पति फरार है।
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भाजपा में शामिल हुई महापौर प्रीति सूरी, निर्दलीय जीती थी महापौर चुनाव
भोपाल। कटनी की महापौर प्रीति सूरी भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गई हैं। प्री‍ति सूरी ने कटनी नगर निगम का चुनाव निर्दलीय प्रत्‍याशी के रूप में जीता था। उनके साथ ही तीन निर्दलीय पार्षद भी भाजपा में शामिल हुए। निर्दलीय चुनाव लड़ने पर प्रीति और उनके पति संजय सूरी को 6 साल के लिए भाजपा से निष्‍कासित किया गया था।
कटनी महापौर प्रीति सूरी भाजपा विधायक संजय पाठक के साथ आज भाजपा कार्यालय पहुंची। भाजपा कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, मध्‍य प्रदेश भाजपा अध्‍यक्ष वीडी शर्मा, गृहमंत्री डाक्‍टर नरोत्‍तम मिश्रा आदि की मौजूदगी में उन्‍होंने भाजपा की सदस्‍यता ली। कटनी चुनाव में भाजपा प्रत्‍याशी ज्‍योति दीक्षित दूसरे स्‍थान पर रही थी।
प्रीति सूरी को इस चुनाव में 45 हजार से अधिक वोट मिले थे। प्रीति सूरी ने भाजपा की बागी प्रत्‍याशी के रूप में कटनी निगम का चुनाव लड़ा था। समारोह को संबोधित करते हुए मुख्‍यमंत्री श‍िवराज सिंह चौहान ने कटनी के विकास का भरोसा दिलाया। प्रीत‍ि के साथ निर्दलीय पार्षद सुमन माखीजा, डाक्‍टर रमेश और खुशूब सोनी ने भी भाजपा की सदस्‍यता ली।
उल्‍लेखनीय है कि कटनी चुनाव में भले ही महापौर के पद को हासिल करने में भाजपा ने सफलता न पाई हो लेकिन पार्षद दल में बहुमत भाजपा का रहा। इस चुनाव में भाजपा ने कुल 45 में 27 सीटों पर कब्जा किया था। कांग्रेस के 15 पार्षद जीत थे। वहीं तीन निर्दलीय प्रत्याशियों ने चुनाव जीता था।
कड़े मुकाबले में भाजपा प्रत्याशी ज्योति दीक्षित को निर्दलीय प्रत्याशी प्रीति सूरी ने 5287 मतों के अंतर से पराजित कर दिया था। पार्टी की पृष्ठभूमि से आने वाली भाजपा की बागी निवर्तमान पार्षद प्रीति संजीव सूरी को टिकिट न मिलने पर कटनी के नागरिकों ने उनकी समाज सेवा को देखते हुए उन्हें बिना दल के भी ताज पहना दिया था।