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जेलर के लॉकर में मिला 31 लाख का सोना:बैंक में थे 21 गोल्ड आइटम, पौने दो लाख की FD भी मिली

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ग्वालियर। अंचल के मुरैना जेल में बतौर प्रभारी जेलर पदस्थ हरिओम पाराशर (शर्मा) के घर पर लोकायुक्त के छापे के दो दिन बाद जेलर का लॉकर खोला गया है। लोकायुक्त पुलिस ने जेलर के गोला का मंदिर स्थित कैनरा बैंक में लॉकर खाेला तो आंखे सोने देखकर हैरत में पड़ गईं। लॉकर से 544 ग्राम सोना जिसमें 21 आइटम मिले हैं। जिनमें सोने की टाइपिन, चेन, नेकलेस, मंगलसूत्र के अलावा एक दक्षिणी हार है।
इसके अलावा एक लाख रुपए कैश मिला है। सोमवार को जेलर की एक नई FD पौने दो लाख रुपए की भी मिली है। अभी तक जेलर के घर से दो करोड़ रुपए से ज्यादा का माल मिल चुका है। अब लोकायुक्त उनके घर से मिले दस्तावेजों की बारीकी से जांच कर रही है।
मुरैना जेल के प्रभारी जेलर पर लोकायुक्त ने जिस प्रकरण में जांच कर छापे की कार्रवाई की उसकी एक शिकायत जेल विभाग के साथी कर्मचारी ने भी दस्तावेज के साथ की थी। यह साथी जेलर का खास व ग्वालियर में भी पदस्थ रहा है। दोनों के बीच काफी घनिष्ठता थी, लेकिन किसी बात पर बिगड़ी तो शिकायत शिकवा तक बात आ गई। हरिओम पाराशर अपने कार्यकाल मंें ग्वालियर, मुरैना सहित रीवा, पोहरी, सिवनी, मालवा, होशंागाबाद में भी पदस्थ रहे हैं। रीवा में दो बार पदस्थ रहे हैं।
यह है पूरा मामला:- मुरैना जेल में पदस्थ जेलर हरिओम शर्मा के गोला का मंदिर कृष्णा कॉलोनी के कृष्णा अपार्टमेंट घर पर 28 जनवरी सुबह करीब 7 बजे लोकायुक्त पुलिस ने छापामार कार्रवाई की है। जेलर के ग्वालियर गोला का मंदिर कृष्णा अपार्टमेंट स्थित घर और मुरैना जेल परिसर स्थित आवाज पर एक साथ लोकायुक्त की टीमें पहुंची। घर में अचानक लोकायुक्त के अफसरों को देखकर जेलर हरिओम पाराशर की सांसे फूल गईं और उन्हें चक्कर आ गए। इसके बाद लोकायुक्त टीम के साथ मौजूद डॉक्टर ने उपचार किया। कुछ देर में वह ठीक हो गए। इसके बाद घर की छानबीन की गई तो उनकी संपत्ति को देखकर लोकायुक्त की टीम दंग रह गई। घर, फ्लैट के अलावा गहने, कैश, प्लॉट का खुलासा तो हुआ ही साथ ही लाखों रूपए की कैश भी मिला। इसके अलावा मुरैना स्थित सरकारी बंगले पर भी छापामार कार्रवाई में लाखों रुपए का सामान मिला।
लोकायुक्त पुलिस के अनुसार जेलर की अब तक की आमदनी 70 लाख 13 हजार 130 रुपए है। जबकि छापामार कार्रवाई में पहले दिन घर से 1 करोड 82 लाख 84 हजार 326 रुपए का खुलासा हुआ था, जो कि आमदनी से 118 प्रतिशत अधिक पाया गया है। इसके बाद कैनरा बैंक के लॉकर से लगभग 31 लाख रुपए का सोना, कैश व पौने दो लाख का फिक्स डिपोजिट और मिला है।
यह सम्पत्ति मिली थी:-
2400 वर्गफुट का एक भुंखंड जिसमे तीन मंजिला मकान बना हुआ है
बैंकर्स कॉलोनी मुरार में 1500 वर्गफुट का भुखंड
सिटी सेंटर गोकुल विहार में 1600 वर्गफुट का भुखंड
कृष्णा अपार्टमेंट गोला का मंदिर में एक फ्लैट, जो कि ससुर के नाम से है। लेकिन कई सालों से जेलर और उनका परिवार निवासरत है।
दो चार पहिया वाहन एक दुपहिया वाहन
कई बैंक में 7 बचत खाते जिनमें 43 लाख रुपए, 5 एफडी, 2 बीमा पॉलिसी
ग्वालियर स्थित फ्लैट में 4 लाख 52 हजार 533 रूपए का सामान, जिसमें टीवी, फ्रीज सहित अन्य सामान शामिल है
मुरैना स्थित शासकीय बंगले में 1 लाख 28 हजार की घरेलु सामान
फ्लैट में 12 लाख 48 हजार 720 रूपए नगद
17 लाख 87 हजार 650 रूपए के सोने-चांदी के गहने
लॉकर से मिला सोने के 21 आइटम
सोमवार को लोकायुक्त ने जेलर हरिओम पाराशर के कैनरा बैंक ब्रांच गोला का मंदिर में लॉकर को खोला गया। लॉकर से 544 ग्राम सोना, 500-500 रुपए के नोट की दो गड्‌डी मिली हैं। इसमें कुछ चांदी के जेवर भी हैं। एक 1.70 लाख रुपए की एफडीआर भी मिली है। सोने के जेवरांे की कीमत लगभग 31 लाख रुपए हैं।
लोकायुक्त को जेलर के घर से जमीन, प्लॉट व मकान के दस्तावेज मिले थे जिनकी बारीकी से जांच की जा रही है। इसके अलावा लोकायुक्त रजिस्ट्रार कार्यालय को पत्र लिखकर भी पता कर रही है कि जेलर के नाम पर कोई और प्रॉपर्टी तो नहीं है जिसके दस्तावेज उनके घर पर नहीं मिले हों।
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घोटाला मामले में तत्कालीन तीन पार्षदों सहित नौ लोगों को तीन-तीन वर्ष की सजा
इंदौर । 23 वर्ष पुराने इंदौर के मेघदूत उपवन घोटाला मामले में तत्कालीन तीन पार्षदों सहित नौ आरोपितों को विशेष न्यायालय ने तीन-तीन वर्ष का कठोर कारावास सुनाया। वहीं, पांच-पांच हजार रुपये के अर्थदंड से दंडित भी किया।
मामला वर्ष 2000 का है। आरोपितों के नाम तत्कालीन सहायक शिल्पज्ञ सुरेश कुमार जैन, तत्कालीन उद्यान अधीक्षक अमानुल्ला खान, तत्कालीन पार्षद राजेन्द्र सोनी, ठेकेदार मेघदूत कार्पोरेशन केशव पंडित, तत्कालीन पार्षद सूरज कैरो, तत्कालीन सीनियर आडिटर विद्यानिधि श्रीवास्तव, तत्कालीन सहायक संचालक ऋषिप्रसाद गौतम, तत्कालीन पार्षद कैलाश यादव, तत्कालीन नगर शिल्पज्ञ नगर पालिक निगम इंदौर जगदीश डगांवकर हैं।
मामले की शिकायत वर्ष 2003 में तत्कालीन पार्षद और नेता प्रतिपक्ष छोटू शुक्ला ने लोकायुक्त से की थी। आरोप था कि तत्कालीन महापौर एवं परिषद के सदस्यों ने पूर्ण रूप से विकसित मेघदूत उद्यान के सौंदर्यीकरण एवं विकास के नाम पर 2.50 करोड़ रुपये की योजना बनाई और बगैर शासन की स्वीकृति के षड्यंत्रपूर्वक छोटे-छोटे प्रस्ताव बनाकर अलग-अलग कार्य, अलग-अलग व्यक्तियों से करवाकर लाखों रुपये का भ्रष्टाचार किया गया है। प्राथमिक जांच में यह बात सामने आई थी कि आरोपितों ने संगमत होकर 33,60,322 रुपये की आर्थिक क्षति नगर निगम को पहुंचाई थी। इस पर प्रकरण दर्ज कर वर्ष 2015 में आरोपितों के खिलाफ चालान प्रस्तुत किया गया।
मंगलवार 31 जनवरी 2023 को विशेष न्यायालय ने इस प्रकरण में निर्णय पारित करते हुए उपरोक्त सभी आरोपितों को तीन-तीन वर्ष का सश्रम कारावास और पांच-पांच हजार रुपये अर्थदंड की सजा से दंडित किया। प्रकरण में अभियोजन का पक्ष विशेष लोक अभियोजक आशीष कुमार खरे ने किया।
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मिठाई कारोबारी के घर से 30 लाख के हीरेजड़ित जेवर चोरी, नौकर गिरफ्तार
इंदौर । मिठाई कारोबारी के घर से नौकर ने लाखों रुपये कीमती जेवर चुरा लिए। कारोबारी पहले अपने स्तर पर जेवर मांगते रहे। बाद में लिखित आवेदन देकर कार्रवाई करवाई। पुलिस ने पहले नौकर विक्रम कीर को गिरफ्तार किया बाद में चोरी की एफआइआर दर्ज की। आरोपित से आभूषण भी जब्त हो गए हैं।
पलासिया पुलिस के मुताबिक, साकेत नगर में यूनिक पुत्र दिलीप जैन रहते हैं। उनका जेएमबी मिष्ठान के नाम से मिठाइयों का कारोबार है। यूनिक ने पुलिस को बताया कि 22 दिसंबर रात करीब 10 बजे पत्नी ने नीले रंग के पर्स में आभूषण रखे थे। उसमें हीरे का हार, तीन जोड़ इयरिंग, दो हीरे की चूड़ियां, सोने की पोलकी, झुमकी, सोने की लेपल पिन, बच्चे की हीरे की अंगूठी, सोने का मंगलसूत्र, हीरे का रानी हार, सोने का ब्रेसलेट, अंगूठियां, सोना और हीरे का छोटा हार, सोने की चेन, बच्चे का नजरिया, तीन गिन्नियां, मोटी चेन (पैंडलवाली) और करीब एक लाख रुपये रखे थे, जो चोरी हो गए। चोरी का उस वक्त पता चला जब यूनिक ने 29 जनवरी को अलमारी खोली।
पुलिस के मुताबिक, जैन ने नौकरों पर शक जताया और संदेह के आधार पर पूछताछ भी की। विक्रम कमरे में आता-जाता था। पुलिस को इसकी जानकारी दी तो तुरंत हिरासत में ले लिया। मूलत: सलूंबर उदयपुर (राजस्थान) का विक्रम कीर नंदानगर में रहता है। पहले उसने गुमराह करने की कोशिश की लेकिन बाद में वह टूट गया। पुलिस ने उससे तीस लाख रुपये कीमती आभूषण बरामद कर लिए।