बुरहानपुर । जिले के दूसरे किलर हाइवे अमरावती मार्ग पर बुधवार दोपहर फिर एक बड़ा हादसा हो गया। मजदूरों से भरे पिकअप वाहन को देड़तलाई के पास गन्ना लेकर जा रहे ट्रक ने पीछे से जोरदार टक्कर मार दी। जिससे पिकअप में सवार दो बच्चियों सहित पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। जिला अस्पताल ले जाते समय चार साल के बच्चे धारसिंह ने भी दम तोड़ दिया। पिकअप सवार नौ अन्य लोग घायल हैं।
उन्हें खकनार स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल भेजा गया है। घायलों में से तीन की हालत नाजुक बताई जा रही है। सभी मृतक और घायल खंडवा जिले की खालवा तहसील के सुंदरदेव गांव के हैं।
जानकारी के मुताबिक ये मजदूर कपास चुनने के लिए महाराष्ट्र के अंतरगांव शिवाजी गए थे। काम खत्म होने पर अपने घर लौट रहे थे। जिले की सीमा में प्रवेश करते ही दोपहर करीब 3.30 बजे उनकी घर लौटने की खुशी मातम में बदल गई। घटना स्थल पर चीखपुकार मच गई। यह देख राहगीर और स्थानीय लोग दौड़े और घायलों को बाहर निकाल कर पुलिस को सूचना दी।
यह हैं मृतक और घायल:- अस्पताल और पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक पार्वती पति रामसिंग दिनकर 32 वर्ष, नंदिनी पुत्री रामसिंग दिनकर 12 वर्ष, दुर्गा पुत्री कालू तंडिलकर 14 वर्ष, रमेश पुत्र मंगल 35 वर्ष और जामवंती बाई पति रमेश 32 वर्ष की घटना स्थल पर ही मौत हो गई थी। घायलों में बसंती पति श्रीराम 45 वर्ष, गणेश पुत्र रामचरण 10 वर्ष, छरासिंह पुत्र रमेश 07 वर्ष, रविन्द्र पुत्र रमेश 10 वर्ष, मुन्नीबाई पति रामचरण 48 वर्ष, रामसिंग पुत्र मोतीलाल 40 वर्ष, कोशल्या पिता जीकेश 15 वर्ष, जगन पुत्र कमल 13 वर्ष, चन्दाबाई पति नानकराम 35 वर्ष शामिल हैं। सभी खंडवा जिले के सुंदरदेव गांव के बताए गए हैं।
देड़तलाई से करीब एक किमी दूर मिश्रा पेट्रोल पंप के पास जहां हादसा हुआ है, वहां अक्सर दुर्घटनाएं होती हैं। स्थानीय लोगों के मुताबिक यहां अंधा मोड़ है, जिससे वाहन चालकों को कुछ नजर नहीं आता। मोड़ से पहले एमपीआरडीसी ने स्पीड ब्रेकर व सुरक्षा के अन्य प्रबंध भी नहीं किए हैं। जिसके चलते इस ब्लैक स्पाट पर हर साल तीस से चालीस दुर्घटनाएं होती हैं।
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पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने संत तुकाराम पर दिए बयान पर मांगी माफी
मध्यप्रदेश। संत तुकाराम पर दिए गए विवादित बयान को लेकर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने यू टर्न ले लिया है और सफाई देते हुए माफी मांगी है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है, जिसमें धीरेंद्र शास्त्री को यह कहते हुए दिखे कि संत तुकाराम की पत्नी उन्हें रोज डंडे से मारती थी।
इस वीडियो के सामने आने के बाद धीरेंद्र शास्त्री ने तुरंत माफी मांगी और अपना स्पष्टीकरण दिया। उन्होंने कहा कि मेरे शब्दों से जिनकी भावनाओं को ठेस पहुंची है, मैं उनसे हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि संत तुकाराम एक महान संत थे और हमारे आदर्श हैं। हमने किसी कथा में उनकी पत्नी को लेकर भाव प्रस्तुत किये थे कि वो थोड़ा विचित्र स्वभाव की थीं। गन्ने वाली कहानी हमने पढ़ी थी। संत तुकाराम को लेकर हमने एक किताब में पढ़ा था कि उनकी पत्नी उन्हें गन्ना लेने भेजती हैं। फिर एक गन्ने से उनकी पिटाई के चलते दो टुकड़े हो गए, तो इसे मैंने अपने भाव से समझाया। मेरे शब्दों से जिनकी भावनाओं को ठेस पहुंची, उनसे हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं और अपने शब्दों को वापस लेता हूं। धीरेन्द्र शास्त्री ने अपने एक वीडियो में बयान देते हुए ये भी कहा की वो संत तुकाराम को अपना आदर्श मानते हैं।
दरअसल, बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वायरल हो रहे वीडियो में वह यह कहते सुनाई दे रहे हैं कि संत तुकाराम की पत्नी उन्हें रोज डंडे से मारती थी। संत तुकाराम पर की गई उनकी इसी टिप्पणी के कारण राकांपा उनके विरोध में आई है। वहीं कुनबी मराठा समुदाय बागेश्वर बाबा के खिलाफ सड़कों पर उतर आया है और युवा मंच की ओर से बागेश्वर बाबा के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग भी की।
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सामूहिक विवाह के दौरान आपस में भिड़े भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ता
छिंदवाड़ा। मध्य पप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के अंतर्गत आने वाले पांढुर्णा में हुए एक सामूहिक विवाह समारोह के दौरान मंच पर कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्ता आमने - सामने आ गए। बता दें कि, दोनों पक्षों के कार्यकर्ताओं के बीच सम्मेलन में भाषणबाजी के दौरान बहस शुरु हो गई। गरमा - गरमी के चलते सामुहिक विवाह समारोह का माहौल बिगड़ गया। इस तरह नारेबाजी और बहस के बीच सामूहिक विवाह जैसे तैसे संपन्न हो सका। बता दें कि, इस सामुहिक विवाह समारोह में 218 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे हैं।
दरअसल सामूहिक विवाह सम्मेलन की शुरूआत में पहले भाजपा पदाधिकारियों ने शिवराज सरकार की उपलब्धियां गिनानी शुरु कर दीं। इसके बाद कांग्रेस विधायक नीलेश उईके ने कमलनाथ की पंद्रह महीनों की सरकार की उपलब्धियां गिनाना शुरु कीं। यही नहीं, इस दौरान विधायक उइके ने ने शिवराज सरकार पर 2 हजार झूठी घोषणाएं करने का आरोप लगाया। कांग्रेस विधायक से भाजपा सरकार पर लगाए जा रहे आरोपों पर सामने बैठे भाजपा कार्यकर्ता भड़क उठे।
भाजपाइयों ने कांग्रेस विधायक नीलेश उइके का माइक छीनकर नारेबाजी करनी शुरू कर दी। इसपर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नाराजगी जताई तो वहीं, दोनों पक्षों के बीच जमकर बहस शुरु हो गई। भाजपा नेता और कार्यकर्ता खड़े होकर विरोध करने लगे। भाजपा कार्यकर्ता विरोध में कांग्रेस विधायक और कांग्रेस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मंच पर पहुंच गए। इसके बाद करीब आधे घंटे तक समारोह के दौरान तनाव के हालत बने रहे।
इसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों, पुलिस अमले और पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ। जैसे-तैसे विवाह की रस्में पूरी कराई गई। तब कहीं जाकर सामुहिक विवाह समारोह का आयोजन संपन्न हो सका।