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ढाई महीने की बच्ची का शव कब्र से निकाला:51 बार सलाखों से दागने से हुई थी मौत; अब पोस्टमॉर्टम हुआ

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शहडोल। शहडोल में 2.5 महीने की बच्ची को 51 बार गर्म सलाखों से दागने के मामले में नया मोड़ आया है। पुलिस ने बच्ची के शव को कब्र से निकालकर शनिवार को उसका पोस्टमॉर्टम करवाया। पुलिस का कहना है कि पीएम रिपोर्ट आने के बाद मौत का सही कारण पता चल सकेगा।
26 जनवरी को सिंहपुर थाना अंतर्गत ग्राम कठौतिया में एक ढाई माह की बच्ची रुचिका कोल को 51 बार गर्म सलाखों से दागा गया था। बच्ची की हालत नाजुक होने की वजह से उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। यहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। इसके बाद बच्ची को ग्रामीणों ने कठौतिया गांव में दफना दिया। अधिकारियों के बयान आने के बाद लोगों ने इसका विरोध किया, जिसके बाद पुलिस हरकत में आई और शव को कब्र से निकालकर जांच शुरू की।
इस मामले में प्रशासनिक अधिकारी और डॉक्टरों के अलग-अलग बयान आए है, जिससे मामला पेचिदा हो गया है। कलेक्टर वंदना वैद्य इस मामले में बच्ची की मौत की वजह फेफड़े और मस्तिष्क में इंफेक्शन और निमोनिया बढ़ने से होना बता रहे है। वहीं, मेडिकल कॉलेज के डीन निलेंद्र शिरालकर का मानना है कि संक्रमण का सोर्स सलाखों से दागना था। दागने की वजह से संक्रमण बढ़ा, जिससे उसकी मौत हो गई।
पुलिस जांच में सामने आया कि ग्राम कठौतिया में रहने वाली रोशनी कोल की दुधमुंही बेटी रुचिका कोल को निमोनिया और सांस लेने की तकलीफ हो रही थी। इसके चलते परिजन उसे डॉक्टर के पास ना ले जाते हुए सामतपुर में किसी महिला के पास लेकर गए। महिला ने बच्ची के इलाज के नाम पर उसके शरीर पर 51 बार सलाखों से दागा। इससे बच्ची की हालत बिगड़ने लगी। इसके बाद परिजन खैरहा में एक फर्जी डॉक्टर के पास बच्ची को ले गए, लेकिन कोई राहत नहीं मिली। इसके बाद मेडिकल कॉलेज में बच्ची को लाकर भर्ती कराया। जहां उसकी मौत हो गई।
पुलिस ने मौत का कारण जानने के लिए शुक्रवार को बच्ची का दफन शव बाहर निकलवाया। शनिवार को मेडिकल कॉलेज शहडोल में फारेंसिक चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की टीम ने बालिका का पीएम किया। वहीं इस मामले में एसपी प्रतीक कुमार ने एफआइआर दर्ज करने के निर्देश दिए थे। सिंहपुर पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
इस मामले में सिंहपुर थाना प्रभारी एमपी अहिरवार ने बताया कि शव को शुक्रवार की शाम करीब 6 बजे के आसपास निकलवाया था। जिसे रात में मेडिकल कॉलेज में रखा गया था। शनिवार को उसका पीएम करवाया गया। पीएम रिपोर्ट आने के बाद मामले का खुलासा होगा।
इधर, शहडोल में दगना प्रथा का एक और मामला सामने आया है। ये मामला भी गांव सामतपुर का है। यहां एक 3 माह की दूधमुहीं बच्ची को 24 बार गर्म सलाखों से दागा गया। तीन महीने की शुभी कोल को सांस लेने में समस्या की वजह से यह यातना दी गई। इसके बाद सामतपुर निवासी मां सोनू कोल और पिता सूरज कोल पास के खैरहा गांव एक झोलाछाप डॉक्टर से इलाज कराने पहुंचे।
बच्ची की तबीयत नहीं सुधरी, तो परिजन उसे मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे, बाद में निजी अस्पताल ले गए। आदिवासी बाहुल्य अंचल से ऐसे मामले लगातार सामने आ रहे हैं। यहां अंधविश्वास के चलते बच्चों को गर्म सलाखों से दागकर इलाज किया जाता है। भले ही प्रशासन जागरूकता लाने की बात कह रहा हो, लेकिन एक के बाद एक ऐसे मामले सामने आ रहे है।

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AAP पार्टी का बड़ा ऐलान; सभी 230 सीटों पर चुनाव लड़ेगी AAP
मध्यप्रदेश। मध्यप्रदेश में आज आम आदमी पार्टी (AAP) की बड़ी बैठक हुई। पांच दिन पहले AAP ने MP की राज्य कार्यकारिणी से लेकर प्रदेश की सभी इकाइयों को भंग कर दिया। इसके बाद से पार्टी की सेंट्रल टीम ने प्रदेश में कमान अपने हाथ में ले ली है। ये पूरी कवायद इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर है।
कार्यकर्ताओं की बैठक लेने से पहले AAP के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री और राज्यसभा सांसद संदीप पाठक ने दैनिक भास्कर से चर्चा की। उन्होंने कांग्रेस के लिए कहा कि कांग्रेस के विधायक चुनाव जीतने पर बिक जाते हैं। BJP का एजेंडा है जीते हुए कैंडिडेट को खरीद लो। कांग्रेस को वोट देना मतलब BJP को वोट देना है। संदीप ने कहा कि आम आदमी पार्टी एमपी की सभी 230 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ेगी।
आम आदमी पार्टी के केंद्रीय कार्यालय ने मप्र की सभी इकाइयों को भंग करने के साथ ही नई टीम बनाने की कवायद भी शुरू कर दी है। दिल्ली से आम आदमी पार्टी की टीम ने भोपाल में डेरा डाल रखा है। मानस भवन में होने वाले कार्यक्रम की तैयारियों को भी केंद्रीय टीम ने संभाला है। जिलों में कार्यकर्ताओं और निवर्तमान पदाधिकारियों को सूचना देने से लेकर भोपाल के कार्यक्रम की सारी व्यवस्थाएं वही टीम कर रही है।
आम आदमी पार्टी के एक निवर्तमान जिलाध्यक्ष ने मप्र की कार्यकारिणी को भंग करने के पीछे की वजह चुनावी तैयारियां बताई। उन्होंने कहा कि इस साल चुनाव होने हैं। कई ऐसे जिले हैं, जहां संगठन में लोगों ने सि
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बीजेपी विधायक के भाई पर रेप का आरोप
छतरपुर। मध्यप्रदेश में 12वीं की एक नाबालिग छात्रा ने बीजेपी विधायक के भाई पर रेप के आरोप लगाया है। पीड़ित का कहना है कि आरोपी पिछले 10 महीने से उसका शोषण कर रहा था। लड़की अपनी मां के साथ एसपी ऑफिस पहुंची और न्याय की गुहार लगाई।
मामला छतरपुर के चंदला का है। लड़की ने चंदला से बीजेपी विधायक राजेश प्रजापति के भाई कमलेश प्रजापति पर आरोप लगाया है। उसने बताया कि वह विधायक के गांव की रहने वाली है और उनके गांव के परिवार से जुड़ी है। लड़की के मुताबिक आरोपी रिश्ते में उसका भाई भी लगता है, लेकिन उसने अपने रसूख के दम पर डरा-धमकाकर और बहला-फुसला कर उसके साथ कई बार रेप किया। लड़की का ये भी आरोप है कि बीजेपी विधायक के सामने ये मामला आया, तो उन्होंने कोई एक्शन नहीं लिया। मेरी कोई मदद नहीं की।
पीड़ित का आरोप है कि बीजेपी विधायक राजेश प्रजापति ने पुलिस से साठगांठ कर थाने में उसकी रिपोर्ट भी नहीं लिखवाने दी। जिसके बाद अपनी मां के साथ एसपी ऑफिस पहुंची लड़की ने जिले के पुलिस कप्तान से न्याय की गुहार लगाई है।
लड़की ने मीडिया के सामने अपनी आपबीती सुनाई
मेरी उम्र 17 वर्ष है। मैं लवकुशनगर के मुड़ेरी गांव की रहने वाली हूं। मुड़ेरी विधायक राजेश प्रजापति का पैतृक गांव है। विधायक का छोटा भाई कमलेश प्रजापति हमारे परिवार के सदस्य जैसा ही है। उसका घर पर आना-जाना था। करीब 10 महीने पहले वह मुझे बातों में फंसाकर लवकुशनगर के पंकज पार्क के पीछे रहने वाले बबलू प्रजापति के घर ले गया, जहां उसने मेरे साथ गलत काम किया। जब मैंने इसका विरोध किया तो उसने जान से मारने की धमकी दी। कहा कि मैं पहले भी हत्या कर चुका हूं, मेरा भाई विधायक है, मुझे किसी का डर नहीं है। अगर तुमने यह बात किसी को बताई तो तुम्हारी हत्या कर दूंगा। डर की वजह से मैं चुप रही। मेरे डर ने कमलेश के हौसले बढ़ा दिए। इसके बाद उसने कई बार जबरन मेरा शारीरिक शोषण किया।
15-16 जुलाई को वह मुझे महोबा के राजमहल होटल ले गया, जहां उसने फिर मेरे साथ शारीरिक संबंध बनाए। वह मुझे रुपए का लालच देता, साथ ही जबरन शराब भी पिलाता था। मैं जब प्रेग्नेंट हो गई तो उसने गर्भ निरोधक गोलियां खिलाकर मेरा एक माह का गर्भ गिरवा दिया।
कमलेश की हरकतों से परेशान होकर मैंने पहले अपनी मां को सच्चाई बताई। इसके बाद 31 जनवरी को लवकुशनगर स्थित कमलेश के घर पर पहुंची तो विधायक के छोटे भाई कमलेश की पत्नी अर्चना ने मेरे साथ मारपीट की और उल्टा मुझ पर ही मारपीट का आरोप लगाकर लवकुशनगर थाने में एफआईआर करा दी। मैं जब अपनी शिकायत लेकर थाने पहुंची तो पुलिस ने दोनों पक्षों की महिलाओं पर साधारण मारपीट की धाराओं में केस दर्ज किया, जबकि रेप की शिकायत का जिक्र ही नहीं किया। विधायक को भी सब कुछ पता है, लेकिन उन्होंने मना कर दिया कि मैं आप लोगों की मदद नहीं कर सकता।
शुक्रवार को पीड़ित अपनी मां के साथ छतरपुर आई। इस मामले की शिकायत के साथ पुलिस अधीक्षक से मिलना चाहा, लेकिन वो दफ्तर में नहीं थे। लड़की का आरोप है कि एसपी के नहीं होने पर किसी दूसरे अधिकारी ने उसका आवेदन तक नहीं लिया। लड़की का आरोप है कि लवकुशनगर थाना पुलिस पहले ही विधायक के दबाव में कुछ नहीं कर रही है। अब जिला मुख्यालय पर भी किसी ने उसकी फरियाद नहीं सुनी। लड़की की मां ने रोते हुए कहा कि उसे न्याय चाहिए।
मामले पर जब बीजेपी विधायक राजेश प्रजापति से बात की गई, तो उन्होंने साफ कह दिया कि जो जैसा करे वैसा भरे। उन्होंने कहा कि मैं अपने भाइयों और पिता से अलग रहता हूं। मेरा अलग जीवन है, मुझे इस मामले में कोई लेना-देना नहीं है। यदि मेरे भाई ने कोई गलत काम किया है, तो कानून अपना काम करेगा। उन्होंने कहा कि कई बार मेरे परिवार के कारण मेरी छवि खराब करने की कोशिश भी की जाती है।