जयपुर। सीरियल बम ब्लास्ट के मामले में चार आरोपियों को राजस्थान उच्च न्यायालय से राहत मिली है। फांसी की सजा के खिलाफ दायर अपीलों पर सुनवाई के बाद उच्च न्यायाल ने चार आरोपियों को बरी कर दिया है।
जयपुर सीरियल बम ब्लास्ट के मामले में चार आरोपियों को राजस्थान उच्च न्यायालय से राहत मिली है। फांसी की सजा के खिलाफ दायर अपीलों पर सुनवाई के बाद उच्च न्यायाल ने चार आरोपियों को बरी कर दिया है। वहीं एक मामला किशोर बोर्ड को भेजा गया है।
इस मामले न्यायाधीश पंकज भंडारी और समीर जैन की खंडपीठ ने पुलिस के खिलाफ टिप्पणी करते हुए फैसला में लिखा है कि पुलिस के जांच अधिकारियों की टीम इस मामले की कड़ियां जोड़ने में असफल रही है। खंडपीठ ने जांच में लारवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए राज्य के पुलिस महानिदेशक को लिखा है।
मामले में डैथ रेफरेंस सहित आरोपियों की ओर से 28 अपील पेश की गई थी। हाईकोर्ट ने दोषियों की अपील को मंजूर करने के बाद यह फैसला सुनाया है। डैथ रेफरेंस पर हाईकोर्ट में करीब 48 दिन तक सुनवाई चली थी। सभी पक्षों के मौखिक तर्क सुनने के बाद कोर्ट ने फैसला सुनाया । गौरतलब है कि इस मामले में विशेष न्यायालय ने 20 दिसंबर, 2019 को सैफ, सलमान, सैफूर्रहमान और सरवर आजमी को फांसी की सजा सुनाई थी। अब हाईकोर्ट ने सलमान का मामला किशोर बोर्ड को भेजा है। वहीं सैफ, सैफूर्रहमान और सरवर आजमी को बरी कर दिया है।
इस मामले में जल्द सुनवाई के लिए राज्य सरकार की ओर से अतिरिक्त राजकीय अधिवक्ता रेखा मदनानी की ओर से जल्द सुनवाई का प्रार्थना पत्र पेश किय गया था। अधिवक्ता रेखा मदनानी ने 29 अगस्त से 12 सितंबर 2022 तक रखा था कोर्ट के सामने पक्ष। मामले में सरकार का पक्ष रखने में अधिवक्ता सविता नाथावत ने किया था सहयोग।
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PPI मर्चेंट लेनदेन पर लगेगा इंटरचेंज चार्ज, जानें नया नियम
अगर आप भी ऑनलाइन पेमेंट के लिए प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट्स (PPI) जैसे कि ऑनलाइन वॉलेट या प्री-लोडेड गिफ्ट कार्ड का उपयोग करते हैं तो सतर्क हो जाए क्योंकि 1 अप्रैल से अब आपको प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट्स से UPI पेमेंट्स करने पर अतिरिक्त शुल्क देना होगा। दरअसल भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने 1 अप्रैल से प्रीपेड भुगतान उपकरणों का उपयोग करने पर UPI लेनदेन पर 1.1 प्रतिशत तक का इंटरचेंज चार्ज पेश किया है। यह ऑनलाइन व्यापारियों, बड़े व्यापारियों और छोटे व्यापारियों को किए गए 2,000 रुपए से अधिक के UPI भुगतान पर लगाया जाएगा।
इंटरचेंज शुल्क भुगतान सेवा प्रदाताओं की ओर से वॉलेट जारीकर्ताओं जैसे कि बैंकों को दिया जाने वाला शुल्क है। ये वॉलेट मुख्य रूप से पेटीएम (Paytm), फोनपे ( PhonePe) और गूगल पे (Google Pay) जैसे ऑनलाइन भुगतान साधक हैं। इंटरचेंज शुल्क लेनदेन को स्वीकार करने, संसाधित करने और अधिकृत करने की लागत को कवर करने के लिए लगाने का फैसला लिया गया है।
फिलहाल इंटरचेंज चार्ज मर्चेंट UPI लेनदेन पर ही लगाया जा रहा है। बैंक और प्रीपेड वॉलेट के बीच व्यक्ति-से-व्यक्ति लेनदेन या व्यक्ति-से-व्यापारी लेनदेन पर इसे लागू नहीं किया गया है। आप बिना किसी चिंता के UPI पेमेंट कर सकते हैं और कोई एक्स्ट्रा चार्ज भी नहीं देना होगा।
PPI के जरिए 2,000 रुपए से अधिक के UPI लेनदेन के लिए 1.1 प्रतिशत का इंटरचेंज चार्ज लगेगा, पेटीएम या गूगल पे जैसे जारीकर्ता को वॉलेट लोडिंग शुल्क के रूप में बैंक को देना होगा। ईंधन, शिक्षा, कृषि और उपयोगिता भुगतान जैसी श्रेणियां में 0.5-0.7 प्रतिशत का इंटरचेंज चार्ज है। इसके अलावा खाद्य दुकानों, विशेष खुदरा दुकानों और ठेकेदारों के लिए ये शुल्क अधिकतम 1.1 है।
इंटरचेंज चार्ज लगने पर आम व्यक्ति के जेब पर कोई असर नहीं होगा लेकिन व्यापारियों पर इसका प्रभाव जरूर पड़ेगा। 2,000 से कम का भुगतान करने वाले छोटे व्यापारियों और दुकानदारों पर इसका असर नहीं पड़ेगा। कुछ मामलों में यह वॉलेट-ऑन-यूपीआई पर लागू होता है, जो भुगतान कंपनियों की क्षमता और उनकी इच्छा पर निर्भर करता है।
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किसी भी वक्त सरेंडर कर सकता है अमृतपाल सिंह, स्वर्ण मंदिर के बाहर अलर्ट
खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह किसी भी वक्त सरेंडर कर सकता है। जानकारी के मुताबिक, पंजाब पुलिस ने होशियारपुर के पास एक गांव में उसे घेर लिया है। वहीं, अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के आसपास भी पुलिस अलर्ट मोड में है।
पंजाब पुलिस के आला अधिकारियों को आशंका है कि अमृतपाल सिंह नहीं चाहता है कि पुलिस उसे पकड़े। वह खुद मीडिया के सामने सरेंडर करना चाहता है। इसके लिए वह स्वर्ण मंदिर को चुन सकता है। यही कारण है कि अमृतसर में चप्पे-चप्पे पर पुलिस है।
बठिंडा पुलिस ने तलवंडी साबो में भारी पुलिस बल तैनात किया है। सूचना है कि अमृतलाल यहां से आत्मसमर्पण करेगा। बीती रात गांव मरनाइया से लुधियाना नंबर की इनोवा (PB10CK-0527) बरामद की गई थी। पुलिस अधिकारियों को आशंका है कि इसी कार में दोनों युवक सवार थे। पुलिस द्वारा पीछा करने पर वे कार छोड़कर फरार हो गए थे।
अमृतपाल सिंह 10 दिनों से अधिक समय से फरार है। पूरे पंजाब में अलर्ट होने के बाद भी वह पुलिस से बचता रहा। मंगलवार को आखिरी बार उसे एक कार में देखा गया।
रिपोर्ट के मुताबिक, जालंधर में पुलिस से भागने के बाद अमृतपाल सिंह और उनके सहयोगी पपलप्रीत सिंह ने महिलाओं के नेटवर्क का इस्तेमाल किया। पटियाला से दिल्ली तक, खालिस्तानी नेता और उसके सहयोगियों ने पुलिस से बचने के लिए इस नेटवर्क का इस्तेमाल किया। ये महिलाएं पपलप्रीत सिंह की दोस्त बताई जा रही हैं।