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महू में मतांतरण के मामले में पांच लोगों पर प्रकरण दर्ज

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महू । महू शहर की खान कालोनी में मतांतरण के मामला सामने आया है। पुलिस ने संबंधित घर में रहने वाले परिवार पर लोगों को प्रलोभन देकर मतांतरण कराने और घर में घुस कर तोड़फोड़ करने वाले अज्ञात आरोपितों पर भी प्रकरण दर्ज किया है। मामले में पुलिस घर में से निकले लोगों से पूछताछ कर रही है। पता चला है कि घर में उपाध्याय परिवार हिंदू धर्मावलंबियों को ईसाई धर्म में परिवर्तित करते थे। दो साल पहले भी उक्त परिवार पर मतांतरण कराने का प्रकरण दर्ज किया गया था।
खान कालोनी में गुरुवार रात को पुलिस को सूचना मिली कि एक घर में मतांतरण किया जा रहा है। साथ ही वहां कई लोग मौजूद हैं। पुलिस मौके पर गई तो देखा कि पहले हिंदूवादी कार्यकर्ताओं ने घर में लोगों से मारपीट कर तोड़फोड़ कर दी। पुलिस ने घर में से 25 से अधिक लोगों को बाहर निकाला। इसके बाद मामले की जांच करते हुए पूछताछ की। इसके बाद पुलिस ने घर में रह रहे पांच लोगों आशीष उपाध्याय, संजय चौहान, चंद्रशेखर उपाध्याय, संगीता उपाध्याय व स्वाति तिवारी के खिलाफ मतांतरण के साथ अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है।
ग्रामीण एसपी हितिका वासल ने बताया कि हमने घर में से निकले लोगों को थाने में लाकर पूछताछ की है। सभी लोग महू तहसील सहित आसपास के क्षेत्रों से आए थे। इसमें कुछ लोग कह रहे थे कि हम जन्मदिवस की पार्टी में आए थे, कुछ का कहना है कि हम शादी में आए थे। वहीं एक महिला ने कह दिया कि हमें लेडी पास्टर्न ने बुलाया था। सूत्रों के अनुसार घर में आए सभी लोगों को किसी ना किसी चीज का प्रलोभन दिया गया था। इसमें उन्हें अच्छी नौकरी, रुपये, घर और अच्छी जगह शादी कराने की बात शामिल है। घर के ऊपर करुणा प्रार्थना भवन लिखा हुआ है। साथ ही घर में एक हाल में प्रार्थनालय भी बनाया हुआ है।
गौरतलब है कि इससे पहले भी खान कालोनी के इसी घर में मतांतरण की घटना हो चुकी है। इसमें पुलिस ने भी प्रकरण दर्ज किया था। यह घटना साल 2020 में कोरोना के समय लाकडाउन के समय हुई थी। उस समय भी घर में एक साथ बुलाकर प्रार्थना कराई जाती थी। वहीं आसपास के लोगों ने बताया कि इस तरह प्रार्थना हर गुरुवार को होती थी।
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पीएम मोदी का कार्यक्रम अचानक बदला, रोड शो कैंसिल, स्वागत भी नहीं होगा
भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में 1 अप्रैल को आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जोरशोर से स्वागत की तैयारियों को अब बंद कर दिया गया है। उनका भव्य स्वागत नहीं होगा। रामनवमी के दौरान इंदौर में हुई 36 मौतों से दुखी भाजपा ने यह फैसला लिया है। पीएम मोदी का भोपाल में होने वाला रोड शो भी कैंसिल कर दिया गया है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन पर पहले कुशाभाई ठाकरे कन्वेंशन हाल से लेकर रानी कमलापति रेलवे स्टेशन तक कार्यकर्ता उनका कई जगह स्वागत करने वाले थे। लेकिन इंदौर में रामनवमी के मौके पर हुई दुखद खटना की वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कोई स्वागत कार्यक्रम नहीं किया जाएगा। गौरतलब है कि भोपाल में शनिवार को आ रहे प्रधानमंत्री के भव्य स्वागत की जोरदार तैयारी की जा रही थी। कार्यकर्ता उन पर कई स्थानों पर पुष्पवर्षा करने वाले थे।
इससे पहले गुरुवार शाम को राजधानी भोपाल आए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के स्वागत के लिए ऐसा ही फैसला लिया गया था। उन्हें फूल माला से भव्य स्वागत की जगह सामान्य स्वागत करने का फैसला किया गया था। स्टेट हैंगर पर राजनाथ सिंह के स्वागत करने पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, अरविंद सिंह भदौरिया, विश्वास सारंग और रामेश्वर शर्मा ने उनकी सामान्य अगवानी की। हालांकि खबर है कि कई नेताओं ने उनका पुष्पों से स्वागत किया और उन्हें उसे स्वीकार भी किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को भोपाल में 7 घंटे रहेंगे। वे भोपाल में तीनों सेना के संयुक्त कार्यक्रम में शिरकत करने आ रहे हैं। इसके बाद वे रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पहुंचकर वंदे भारत ट्रेन को झंडी दिखाने वाले हैं।
यह है शेड्यूल
- सुबह 8:05 बजे दिल्ली से रवाना।
- सुबह 9:25 बजे भोपाल के ओल्ड स्टेट हैंगर पर पहुंचेंगे।
- सुबह 9:30 बजे स्टेट हैंगर से हेलीकाप्टर के जरिए रवाना होंगे।
- सुबह 9:50 बजे लाल परेड मैदान के हेलीपैड पर उतरेंगे।
- सुबह 10:00 बजे कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर में कंबाइंड कमांडर कान्फ्रेंस में शामिल होंगे।
- दोपहर 3:05 बजे कुशाभाऊ ठाकरे सभागार से कार द्वारा रवाना होंगे।
- दोपहर 3:15 बजे रानी कमलापति स्टेशन पहुंचकर वंदे भारत एक्सप्रेस को झंडी दिखाएंगे।
- दोपहर 3:35 बजे कार से बीयू परिसर में बने हेलीपैड के लिए रवाना होंगे।
- दोपहर 3:45 बजे बीयू के हेलीपैड से एयरपोर्ट के लिए रवाना होंगे।
- शाम 4:10 बजे भोपाल एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए रवाना होंगे।
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श्मशान घाट पर लगी शवों की लाइन, एक साथ जलीं कई चिताएं
इंदौर।रामनवमी पर हुए हादसे में एक साथ 36 लोगों की मौत हुई है, इस घटना के बारे में जिसने भी सुना वह स्तब्ध रह गया, क्योंकि इससे पहले इतना बड़ा हादसा शायद ही कहीं हुआ हो, ऐसे में जब एक साथ कई लोगों की अर्थियां उठी तो देखने वालों की आंखों से भी आंसू छलक उठे, वहीं परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया, ऐसा ही वाक्या श्मशान घाट पर भी नजर आया, जब एक साथ कई चिताएं जल रही थी तो लोगों की आंखों से आंसू नहीं थम रहे थे।
इंदौर के स्नेहनगर पटेलनगर स्थित मंदिर में हुए हादसे में जिन 36 लोगों की मौत हुई, उनका शुक्रवार को अंतिम संस्कार हुआ, अंतिम संस्कार के दौरान एक साथ कई शव एक के बाद एक श्मशान घाट पहुंचे, जहां पर एक साथ कई लोगों का अंतिम संस्कार हुआ, इतनी अधिक मात्रा में एक साथ अंतिम संस्कार शायद कोरोना के समय ही हुए होंगे। एक साथ कई चिताएं श्मशान घाट में जलने लगी तो उनकी गर्मी व आग की तपन के कारण लोगों को दूर हटना पड़ा।
मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में स्नेहनगर के समीप स्थित पटेल नगर में बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में गुरुवार सुबह बड़ा हादसा हो गया, यहां अंडरग्राउंड बावड़ी की छत पर बैठकर करीब 100 से अधिक लोग हवन पूजन कर रहे थे, उसी दौरान बावड़ी के ऊपर बनी छत धसक गई, जिसके कारण हवन पूजन कर रहे लोग सीधे बावड़ी में जा गिरे, बावड़ी के अंदर गिरे लोगों में से जो लोग ऊपर की तरफ थे, वे घायल हो गए, जबकि जो लोग नीचे दब गए थे, उनकी मौत हो गई।
जिस बावड़ी की छत पर बैठकर हवन पूजन हो रहा था, वह बावड़ी पिछले 20 सालों से बंद थी, हवन की पूर्णाहुति के दौरान सभी एक साथ आहुतियां देने के लिए खड़े हुए थे कि अचानक बावड़ी की छत धसक गई, उस समय करीब 100 से अधिक लोग थे, जिसमें से कुछ बावड़ी बाहर गिरे तो कुछ अंदर, जिन्हें तैरना आता था और ऊपर की तरफ थे, वे जैसे तैसे बच गए, लेकिन जिन्हें तैरना नहीं आता था, वे डूब कर मर गए, हमारी आंखों के सामने ही कई लोगों की मौत हो गई थी, मरने के बाद पानी में उनके शव तैरने लगे थे, हमें भी समझ नहीं आ रहा था कि हम भी बचेंगे या नहीं, लेकिन भगवान ने हमें बचा लिया।