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मिशनरी स्कूल की प्रयोगशाला में था मानव भ्रूण, पुलिस ने किया जब्‍त

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सागर। मिशनरी द्वारा संचालित निर्मल ज्योति कान्वेंट स्कूल की प्रयोगशाला के एक जार में मानव भ्रूण रखा हुआ था। जब मप्र बाल संरक्षण आयोग के सदस्य जांच करने स्कूल पहुंचे तो उन्हें यह भ्रूण दिखा। इस पर तत्काल उन्होंने पुलिस को जानकारी देकर भ्रूण जब्त कराया और मामले की जांच करने के लिए कहा।
दरअसल, फीस नहीं भरने पर निर्मल ज्योति कान्वेंट स्कूल की प्राचार्य द्वारा एक छात्र को स्कूल से निष्कासित कर दिया गया था। इस पर 03 फरवरी को उस छात्र के पिता ने अधिकारियों सहित मप्र बाल संरक्षण आयोग से शिकायत की थी। जिस संबंध में गुरूवार को आयोग के सदस्य ओमकार सिंह तथा डा निवेदिता शर्मा जांच के लिए बीना पहुंचे। प्राचार्य के जबाब से असंतुष्ट आयोग के सदस्यों ने स्कूल के दस्तावेज चेक किए, साथ ही स्कूल का निरीक्षण किया। प्रयोगशाला के निरीक्षण में उन्हें एक जार में मानव भ्रूण रखा मिला। यह देखकर वे सन्‍न रह गए। यह भ्रूण कितना पुराना था, इस पर प्राचार्य जानकारी नहीं दे पाईं। तब आयोग के सदस्यों ने तत्काल टीआइ कमल निगवाल को निर्देशित किया कि वह भ्रूण को जब्त कर इसकी जांच कराएं और उचित कार्रवाई करें।
डा निवेदिता शर्मा ने बताया कि स्कूल परिसर में गेस्ट रूम था। जो कि नहीं होना चाहिए। आयोग के सदस्यों व अधिकारियों को उस गेस्ट रूम तक नहीं जाने दिया गया। इसके अलावा सभी स्टाफ का पुलिस वेरीफिकेशन नहीं है। जमीन का डायवर्सन अन्य व्यवसाय के लिए कराया गया है जो नियम विरुद्ध है। फीस को लेकर दबाब बनाया जा रहा है, यह भी गलत है। इससे अभिभावकों व छात्रों पर मानसिक दबाब पड़ता है। प्रयोगशाला में जीवों के पुराने नमूने रखे हुए हैं। जो सड़ गए हैं। केमिकल से इन्हें सही ढंग से संरक्षित नहीं किया गया है। इसके लिए पुलिस को निर्देशित किया गया है कि वह जांच कर रिपोर्ट दे।
टीआई कमल निगवाल का कहना है कि अभी गुड फ्राइडे सहित अन्य छुट्टियां हैं। सोमवार को भू्रण जांच के लिए एफएसएल को भेजेंगे। शिक्षा विभाग से जांच प्रतिवेदन आने के बाद छात्र मामले में भी जांच कर कार्रवाई की जाएगी। मामले में निर्मल ज्योति कान्वेंट स्कूल प्राचार्य सिस्टर ग्रेस से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन संपर्क नहीं हो सका
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महिला ज्योतिष की हत्या के लिए बुलाया शूटर, पति ने दस लाख में दी सुपारी
इंदौर । इंदौर क्राइम ब्रांच ने इलेक्ट्रिक व्यवसायी विनोद साहू और शूटर चेतन उर्फ भोला व बलराम उर्फ बल्लू को गिरफ्तार किया है। आरोपितों को विनोद ने अपनी ज्योतिष पत्नी सपना की हत्या के लिए बुलाया था।सपना जानलेवा हमले के मामले में समझौता नहीं कर रही थी। पुलिस ने दो पिस्टल और आठ कारतूस बरामद जब्त किए हैं।
डीसीपी (अपराध) निमिष अग्रवाल के मुताबिक, सपना कुंजवन कालोनी (केशरबाग रोड़) निवासी 40 वर्षीय सपना ने विनोद साहू पुत्र रामगोपाल साहू निवासी भवानी नगर से 10 साल पूर्व मुंबई में प्रेम विवाह किया था। शादी के कुछ समय बाद दोनों में विवाद होना शुरू हो गया और एक दूसरे के विरुद्ध प्रकरण दर्ज करवा दिए। ताजा मामला धामनोद का है, जब विनोद ने पिछले वर्ष मई में सपना पर जानलेवा हमले का आरोप लगाया। उसने कहा कि सपना ने गोली चलवा कर हत्या की कोशिश की है। इस मामले में विनोद ने समझौता करने की एवज में सपना से 70 लाख रुपये मांगे।
दोनों में सौदा तय नहीं हुआ और विनोद ने तय किया कि वह उसे रास्ते से ही हटा देगा। कुछ दिनों पूर्व भौंरासला (बाणगंगा) निवासी बल्लू से बात हुई और 10 लाख रुपये में सुपारी दे दी। बल्लू ने शिप्रा से शूटर चेतन उर्फ भोला को बुलाया और एक लाख रुपये बयाना के रूप में दिलवा दिए। बल्लू ने उन रुपयों से पिस्टल खरीदी और हत्या करने इंदौर आ पहुंचा। आरोपित गुरुवार को पेशी पर जाने के दौरान सपना की हत्या करने ही वाले थे कि क्राइम ब्रांच ने तीनों को पकड़ लिया।
एडिशनल डीसीपी गुरुप्रसाद पाराशर के मुताबिक, सपना और विनोद का वर्षों से विवाद चल रहा है। दोनों एक दूसरे के खिलाफ कई बार रिपोर्ट दर्ज करवा चुके हैं। विनोद की पहली पत्नी शालिनी है। वह सपना को छोड़कर उसके साथ रहने लगा था। सपना स्वयं को ज्योतिष बताती है। विनोद का भवानी नगर में इलेक्ट्रिक शोरूम है। उनमें प्लाट और रुपयों का भी विवाद चल रहा है। पुलिस असभी बिंदुओं की जांच कर रही है।
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जयराम रमेश के बाद अब दिग्विजय सिंह ने बताया 'गद्दार'...।
भोपाल। अप्रैल शुरू होते ही तपिश बढ़ने लगी है, इसी के साथ की सियासत में भी गर्मी छाई हुई है। देश की राजनीति में सिंधिया राजवंश और गद्दारी के मुद्दे पर छींटाकशी का दौर जारी है। अब मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह (Ex CM Digvijya Singh) ने भी इस सियासी जंग में एंट्री कर ली है। दिग्विजय सिंह ने भी सिंधिया को गद्दार, अवसरवादी और मित्रद्रोही बताते हुए सियासत को और हवा दे दी है। यह जंग अब राजघरानों तक पहुंच गई है। राजनीतिक जानकारों की निगाह अब सिंधिया के पलटवार पर टिक गई है।
गौरतलब है कि कांग्रेस के सीनियर लीडर जयराम रमेश और भाजपा के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya m Scindia) के बीच ट्वीटर वार छिड़ा हुआ है, एक दूसरे पर पलट-पलट कर सवाल और जवाब भेजे जा रहे हैं। इसी बीच, दिग्विजय सिंह (Ex CM Digvijya Singh) भी इस लड़ाई में कूद गए हैं।
हमेशा ट्वीट से सुर्खियों में रहने वाले दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार को सुबह भी एक ट्वीट किया है। यह ट्वीट गुलाम नबी आजाद और सिंधिया को लेकर किया गया है। इस ट्वीट के साथ दिग्विजय सिंह ने फेसबुक का वो आर्टिकल भी शेयर किया है जो पूरी तरह से सिंधिया पर फोकस है। दिग्विजय सिंह ने इस आर्टिकल के जरिए सिंधिया को अवसरवादी और मित्र द्रोही बताते हुए गद्दार भी कहा।
दिग्विजय सिंह ने एक आर्टिकल फेसबुक पर शेयर किया है जिसमें कहा गया है कि राजनीति में लोग खूब मेहनत करते हैं तब जाकर उन्हें कोई मुकाम मिलता है, लेकिन ज्योतिरादित्य वो शख्स हैं, जिनके राजनीति में पदार्पण करते से ही खूब मिला। वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्रीमंत महाराज माधवराव सिंधिया के असामयिक स्वर्गवास के बाद उनके पुत्र ज्योतिरादित्य को शुरू से ही जैसे कांग्रेस ने कंधों पर बैठा लिया था, सोनिया गांधी उन्हें घर से निकाल कर राजनीति में लाईं। उन्हें अपने बेटे जैसा दुलार दिया। कम उम्र सांसद का टिकिट दिया और केंद्र सरकार में अलग अलग विभागों में मंत्री बनाया। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने सिंधिया को इतना सम्मान दिया जितना उन्होंने कभी किसी राजनेता को नहीं दिया, ऐसा जैसे वे घर के सदस्य हों।