गुना।(गरिमा टीवी न्यूज़) गुना में भव्य धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। 5 मई से 10 मई तक चलनेवाले इस आयोजन में अनेक शख्सियतें शामिल होंगी। धार्मिक कार्यक्रमों की शुरूआत लक्ष्मीनारायण महायज्ञ से होगी और आखिरी दिन बागेश्वर धाम प्रमुख पंडित धीरेंद्र शास्त्री का दिव्य दरबार लगेगा। इस दौरान यहां श्रीराम कथा भी होगी तथा रात में सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।
कार्यक्रम में सांसद व फिल्म अभिनेत्री हेमा मालिनी, भजन गायक लखबीर सिंह लक्खा, अनूप जलोटा शामिल होंगे- गुना शहर 5 मई से धार्मिक नगरी में तब्दील हो जाएगा। इस दिन कलश यात्रा के साथ कार्यक्रमों की शुरुआत होगी। दशहरा मैदान में श्रीराम कथा और लक्ष्मीनारायण यज्ञ होगा। पास में ही भोजन शाला और पार्किंग व अन्य व्यवस्थाएं रहेंगी। आयोजन समिति के प्रमुख नीरज निगम के अनुसार श्रीराम कथा पंडित पुण्डरीक गोस्वामी महाराज सुनाएंगे। 5 दिन तक लक्ष्मीनारायण महायज्ञ होगा जिसमें पंडित धीरेंद्र शास्त्री पूर्णाहुति देंगे। कार्यक्रम में सांसद व फिल्म अभिनेत्री हेमा मालिनी, भजन गायक लखबीर सिंह लक्खा, अनूप जलोटा भी शामिल होंगे।
हेमामालिनी की नृत्य नाटिका : 6 मई को अभिनेत्री और मथुरा से सांसद हेमा मालिनी सांस्कृतिक प्रस्तुति देंगी। वे देवी मां को समर्पित नृत्य नाटिका प्रस्तुत करेंगी। रात 8 बजे से शुरु होनेवाला यह कार्यक्रम 2.30 घंटे तक चलेगा। खास बात है कि 250 लोगों की टीम यह प्रस्तुति देगी।
भजन गायक लखबीर सिंह लक्खा भजनों की प्रस्तुति देंगे- 7 मई को बाबा सत्यनारायण मौर्य भजनों और देशभक्ति गीतों की प्रस्तुति देंगे। 8 मई को रात 8 बजे से एक शाम खाटू वाले और मातारानी के नाम भजन संध्या आयोजित होगी। इसमें भजन गायक लखबीर सिंह लक्खा भजनों की प्रस्तुति देंगे।
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दिल्ली से अगवा बच्चों को गुना जीआरपी ने ट्रेन से बरामद किया
गुना।(गरिमा टीवी न्यूज़) गुना दिल्ली से अगवा दो मासूम बच्चों को गुना जीआरपी ने कोटा-बीना ट्रेन से बरामद किया। इसके साथ ही बाल कल्याण समिति को सूचना दी गई। काउंसलिंग में बच्चों ने अपने नाम और दिल्ली में रहना बताया, तो जीआरपी ने दिल्ली पुलिस से संपर्क किया। सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए, तो दिल्ली रेलवे स्टेशन से बच्चों को एक व्यक्ति बरगलाकर ले जाते दिखा। सराय काले खां थाने में बच्चों की तीन दिन पहले गुमशुदगी भी दर्ज थी। इसके बाद दिल्ली पुलिस और स्वजन मंगलवार को गुना पहुंचे और बच्चों को सुपुर्दगी में लेकर रवाना हो गए।
दरअसल, रविवार शाम बीना-कोटा पैसेंजर ट्रेन में यात्रियों को दो मासूम बच्चे बैठे मिले, जिनके साथ कोई नहीं था। इस पर यात्रियों ने गुना शासकीय रेल पुलिस (जीआरपी) को सूचना दी। इस पर पुलिस ने तत्काल डिब्बे में पहुंचकर बच्चों को अपने कब्जे में ले लिया। वहीं बाल कल्याण समिति को अवगत कराया गया, जहां से उन्हें जिला अस्पताल के मां स्वरूपा आश्रम में रखा गया। काउंसलिंग के दौरान बच्चों ने अपने नाम सूरज और राजकुमार बताए, जबकि पता पूछने पर सिर्फ दिल्ली बताया। इस पर समिति ने जीआरपी से बीना और दिल्ली पुलिस से संपर्क और सीसीटीवी कैमरे खंगालने कहा। इसके बाद दिल्ली रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी कैमरों को देखा गया, तो एक व्यक्ति बच्चों को बरगलाते हुए ट्रेन में ले जाते दिखा। वहीं सराय काले खां थाने में बच्चों की गुमशुदगी भी दर्ज थी।
इधर, गुना जीआरपी ने दोनों बच्चों की फोटो दिल्ली पुलिस को भेजी, तो वही बच्चे निकले। इसके बाद मंगलवार को दिल्ली पुलिस के साथ एक बच्चे का पिता और दूसरे का चाचा गुना पहुंचे, जहां बाल कल्याण समिति अध्यक्ष सतीश अरोरा व सदस्यों की काउंसलिंग और आवश्यक कार्रवाई के बाद बच्चों को उनके सुपुर्द कर दिया गया। इस दौरान अभिभावकों ने बच्चों की मोबाइल पर वीडियो कालिंग के माध्यम से मां से बात कराई।
इधर, काउंसलिंग के दौरान बच्चों ने बताया कि एक चाचा थे, जो उन्हें खिलाने के बहाने लेकर आए और ट्रेन से बीना ले आए, जहां उन्हें बीना-कोटा ट्रेन में बैठाकर चले गए। इसके बाद उनका कोई पता नहीं चला। वहीं बच्चे अपना नाम और पता दिल्ली बता पाए, जिसके बाद जीआरपी व बाल कल्याण समिति की सकारात्मक कोशिश से बच्चे अपने स्वजनों तक सुरक्षित पहुंच गए।