बदनावर। मध्यप्रदेश के धार जिले के बदनावर में 300 से ज्यादा लोग फूड पॉइजनिंग से बीमार हो गए। इनमें 26 बच्चों समेत ज्यादातर महिलाएं शामिल है। इन सभी लोगों ने धमाना गांव में एक शादी समारोह में दाल, बाफले और लड्डू खाए थे। जिसके बाद तबीयत बिगड़ने पर इन्हें बस और अन्य वाहनों से बदनावर के सरकारी अस्पताल लाया गया। यहां इनका इलाज किया जा रहा है।
अस्पताल में एक साथ इतने मरीज आने से यहां की व्यवस्था चरमरा गई। अस्पताल में जिसे जहां जगह मिली, उसे वहीं लेटाकर इलाज शुरू कर दिया गया। कोई अस्पताल के फर्श पर, कोई गैलरी में, तो कोई खुले में पेड़ के नीचे इलाज कराता नजर आया। बीमार लोगों में तीन की हालत गंभीर होने से उन्हें दूसरे अस्पताल रेफर किया गया है।
धमाना गांव के डूंगर सिंह और कालू के यहां शादी समारोह था। दोनों ने मिलकर सामूहिक भोज रखा था। इसमें बारातियों समेत अन्य मेहमान शामिल हुए थे। शादी समारोह में दाल, बाफले, लड्डू बनाए गए थे। खाना खाने के बाद अचानक मेहमानों की तबीयत बिगड़ने लगी, उन्हें उल्टियां होने लगी। फूड पॉइजनिंग होने पर सभी को बस से सिविल अस्पताल लाया गया।
करीब 300 लोगों के बीमार होने की खबर सुनकर एसडीएम मेघा पवार समेत कुछ समाजसेवी और बड़ी संख्या में दूसरे लोग भी अस्पताल पहुंच गए। अस्पताल में बीमार लोगों की संख्या अधिक होने से अफरा-तफरी मच गई। फिलहाल सभी का इलाज जारी है।
एसडीएम मेघा पवार ने बताया कि सभी बीमार लोगों का तत्काल इलाज शुरू करवा दिया गया है। हालात नियंत्रण में है। ये फूड पाइजनिंग होने से बीमार हुए हैं। इसकी भी जांच करवाई जा रही है।
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झूठे मुकदमे में फंसाकर गाली दी तो प्रधान आरक्षक को रिश्वत लेते पकड़वाया
शिवपुरी । सड़क दुर्घटना के झूठे मुकदमे में फंसाकर गाली देना बदरवास थाने के प्रधान आरक्षक कदम सिंह को भारी पड़ गया। पीड़ित रामनारायण कुशवाह ने उसे पांच हजार की रिश्वत लेते पकड़वा दिया। प्रधान आरक्षक कोर्ट में डायरी पेश करने के एवज में रिश्वत मांग रहा था।
बदरवास थाने में 20 अप्रैल को फ्रिज व एसी बनाने वाली कंपनियों में सर्विस प्रोवाइडर रामनारायण कुशवाह के वाहन से महिला के एक्सीडेंट का मुकदमा दर्ज किया गया था। इस मामले में जब्त वाहन की जमानत कोर्ट से होनी थी।
रामनारायण के अनुसार प्रधान आरक्षक कदम सिंह ने कोर्ट में डायरी पेश करने के एवज में पांच हजार रुपये मांगे थे। इसकी शिकायत जब थाना प्रभारी सुरेश शर्मा से की तो रामनारायण ने थाने में न केवल उसे बल्कि दिवंगत पिता को भी अपश्ब्द कहे। इसके बाद उसने प्रधान आरक्षक को सबक सिखाने की ठानी और ग्वालियर लोकायुक्त में शिकायत कर बुधवार को उसे थाने में ही पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार करा दिया।
मुकदमे पर भी उठाए सवाल: रामनारायण कुशवाह ने बताया कि 20 अप्रैल को सड़क पर जाम के दौरान एक भिखारी महिला ने भीख मांगने के लिए गाड़ी के अंदर हाथ डाल दिया। इसी दौरान जाम खुला और उसने गाड़ी आगे बढ़ाई तो महिला गिर गई और उसके पैर में चोट आ गई।
वह महिला को उपचार के लिए ले गए तथा 200 रुपये भी दिए। जब महिला को छोड़ा था तो उसका बैग गाड़ी में छूट गया। जब यह बात उनके संज्ञान में आई तो सड़क पर जहां महिला मिली थी वहां बैग एक दुकान पर रखवा दिया। 25 अप्रैल को बदरवास थाने से फोन आया कि उनकी गाड़ी के खिलाफ एक्सीडेंट की रिपोर्ट हुई है और महिला का बैग भी ले गए हो।
रामनारायण के अनुसार वह दुकान से बैग लेकर थाने पहुंचे और सारी बात बताई। इसके बावजूद गाड़ी जब्त कर ली गई, जबकि महिला ने थाने में सिर्फ बैग गाड़ी में चले जाने की शिकायत की थी।
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खाली प्लाट में इंसानी हड्डियां मिलने से हड़कंप, पुलिस जांच में जुटी
भोपाल। राजधानी के ईदगाह हिल्स में स्थित डाक्टर कालोनी में बुधवार सुबह खाली प्लाट में पड़ी पालीथीन में इंसानी हड्डियां मिलने से सनसनी फैल गई। इंसानी हड्ड़ियां बरामद होने से रहवासी भी दहशत में आ गए। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन शुरू की। पुलिस ने हडि्डयों को जब्त कर लिया है। मौके पर फारेंसिक विभाग की टीम भी जांच के लिए पहुंची। पुलिस के मुताबिक प्रारंभिक जांच में सामने आया कि ये हड्डियों के नमूने हैं, जो चिकित्सा के विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए इस्तेमाल की जाती हैं।
गौरतलब है कि डाक्टर कालोनी में ज्यादातर जीएमसी, हमीदिया के चिकित्सकों के आवास हैं। कालोनी के गेट के पास कोई अज्ञात शख्स इन हड्डियों को पालीथीन मे बंद कर फेंक गया, जिसे कुत्तों ने नोंचकर फाड़ दिया। बुधवार सुबह सफाई दरोगा ने जब इन हड्डियों को देखा तो उसने तुरंत आसपास रहने वाले लोगों को बताया। इसके बाद रहवासियों ने पुलिस को सूचना दी।
शाहजहांनाबाद के एसीपी उमेश तिवारी ने बताया कि बरामद की गई हड्डियों पर उनके नाम और नंबर दर्ज हैं। इससे साफ है कि ये हड्डियां मेडिकल स्टूडेंट्स की पढ़ाई में इस्तेमाल की जाती रही होंगी। बहरहाल, कालोनी में इन हडि्डयों को किसने फेंका, पुलिस इसकी जांच कर रही है। बरामद हड्डियों की भी जांच कराई जा रही है।