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प्‍यून का बेटा कामर्स संकाय में प्रदेश में अव्‍वल, किसान की बेटी ने भी लहराया परचम

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भोपाल। मध्य प्रदेश माध्‍यमिक शिक्षा मंडल द्वारा कक्षा 12वीं के नतीजे घोषित कर दिए गए। 12वीं में राजधानी के सुभाष उत्‍कृष्‍ट विद्यालय के बच्चों ने भी बेहतर प्रदर्शन किया है। कामर्स स्ट्रीम में यशवर्धन सिंह मरावी ने पांच सौ में से 482 नंबर प्राप्त कर 96 प्रतिशत अंक अर्जित करते हुए प्रदेश में पहला स्‍थान प्राप्‍त किया है। यशर्धन कक्षा दसवीं से एक्सीलेंस स्कूल में हैं। नवदुनिया से चर्चा में उन्होंने बताया कि मेरे पापा मुन्नालाल मरावी विध्यांचल भवन में प्यून हैं। हमारा परिवार मंडला जिले का रहने वाला है और वर्तमान में पंचशील नगर में रहते हैं। मां प्रभादेवी गृहणी हैं और तीन बहनों के बाद मैं सबसे छोटा हूं। ऐसे में अर्थिक स्थिति ठीक न होने के बावजूद पढ़ाई आसान नहीं थी, लेकिन स्कूल के प्राचार्य और मैडम की प्रेरणा से मैं इतने अंक अर्जित कर पाया हूं। परीक्षा के समय मेरी मानसिक स्थित ठीक नहीं थी। नर्वस हो गया था। इस नाजुक समय में टीचरों ने मुझे मोटिवेट किया। मेरा सपना सीए बनने का है। स्कूल में सुपर 100 स्कीम में शामिल होने के कारण सीए प्रथम सेमेस्टर की फीस का इंतजाम स्कूल से हो जाएगा।
कला संकाय में प्रदेश के द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाली सोनाक्षी परमार किसान की बेटी हैं। उन्होंने बताया कि कम संसाधनों के बावजूद भी माता-पिता ने कभी कोई कमी महसूस नहीं होने दी। स्वयं की मेहनत के अलावा दीदी और स्कूल के टीचरों की मदद से अच्छे अंक हासिल कर पाई हूं। पास हो प्रथम श्रेणी में पास होना तो तय थी लेकिन इतने अच्छे नंबर आने की मुझे उम्मीद तक नहीं थी। परीक्षा के दौरान सोती कम थी। 15-16 घंटे पढ़ती थी। कोचिंग और ट्यूशन कभी नहीं किया। शिक्षकों के अतिरिक्त बड़ी बहन ने मुझे पढ़ाया और मेरे हिस्से का घर का काम भी वहीं करती थीं। बीए करने के बाद सरकारी नौकरी के लिए तैयारी करूंगी।
प्रदेशस्तरीय मेरिट सूची में चौथे स्थान पर आए मयूर सोनी कटनी के रहने वाले हैं। भोपाल में वे हास्टल में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं। मयूर ने बताया कि पापा कटनी में एक निजी मोबाइल स्टोर में नौकरी करते हैं, जबकि मम्मी निजी स्कूल में टीचर हैं। परीक्षा के दौरान फोन देखना बिल्कुल बंद कर दिया था। हास्टल में अपना कमरा बंद कर दस-दस घंटे पढ़ाई करता था और डाउट होने के दोस्तों से बातचीत करता था। सीए बनने का सपना है। जून में होने वाले एस्ट्रेंस एग्जाम की तैयारी कर रहा हूं।
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12वीं में छिंदवाडा की मौली ने कला में, गणित में नर्मदापुरम के नारायण व कृषि में अनुज किया टाप
भोपाल। माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) द्वारा 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं का परिणाम कुछ देर में घोषित होने वाला है। इस बार 10वीं व 12वीं का परिणाम एक साथ जारी किया गयाा है। साथ ही कक्षाओं की मेधावी सूची भी जारी की जाएगी। इस बार प्रदेश भर से 10वीं व 12वीं में करीब 18 लाख विद्यार्थी शामिल हुए हैं। 12वीं में छिंदवाडा की मौली नेमा ने कला संकाय में और गणित में नर्मदापुरम के नारायण ने टाप किया है। नर्मदापुरम के ही अनुज कुमार ने कृषि संकाय में टाप किया है।
12वी बोर्ड के घोषित परीक्षा परिणामों में जिले के अमरवाड़ा ब्लॉक निवासी मौली नेमा ने प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है। मौली नेमा ने न सिर्फ कला संकाय में पहला स्थान हासिल किया बल्कि प्रदेश में भी पहली रैंकिग हासिल की। उन्होंने 500 में से ,489 अंक प्राप्त किए। अमरवाड़ा के ज्ञानदीप उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की छात्रा मौली नेमा की इस उपलब्धि पर स्वजनों और मित्रों ने खुशी जाहिर की है।
बैतूल माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा गुरूवार को जारी किए कक्षा 10 वीं के परीक्षा परिणाम में जिले की मेरिट लिस्ट में उत्कृष्ट स्कूल बैतूल के तुषार धोटे 484 अंक प्राप्त प्रथम स्थान पाया। इसी स्कूल के तेजस सिंह सिसोदिया, गुरुकुल विद्या मंदिर की लुभांशी बेले, शासकीय स्कूल सांवगी आठनेर की महिमा सोनारे ने क्रमश: 480 अंक प्राप्त कर द्वितीय स्थान प्राप्त किया है। वहीं तीसरे स्थान पर उत्कृष्ट स्कूल बैतूल की रानी मालवीय, एलएफएस स्कूल के राज वर्मा, पैराडाईस इंग्लिश स्कूल आमला की निशा राठौर ने क्रमश: 479 अंक प्राप्त कर रहे।
सागर हाई एवं हायर सेकंडरी स्कूल की बोर्ड परीक्षा के परिणाम गुरुवार को घोषित हो गए। हाईस्कूल की परीक्षा की प्रदेश की मैरिट सूची में सागर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थियों की धमक रही। सागर जिले के ग्रामीण क्षेत्र के तीन विद्यार्थियों ने कक्षा दसवीं की मैरिट सूची आठवां स्थान हासिल किया है। वहीं एक छात्र नौवें स्थान पर रहा। कक्षा बारहवीं में रहली की छात्रा दीपा खरे ने आठवां स्थान हासिल किया है। जानकारी के मुताबिक देवरी के सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल की छात्रा गीतिमा पिता राजेश बाजपेयी ने 487 अंक के साथ प्रदेश की मैरिट सूची में आठवां स्थान हासिल किया। वहीं देवरी ब्लाक के ही गौरझामर ग्राम पंचायत के अंसार पिता राशिद खान व मालथौन ब्लाक के बरौदिया कलां ग्राम पंचायत के शीतल पिता सुधीर श्रीवास्तव ने भी 487 अंक के साथ प्रदेश की मैरिट सूची में आठवां स्थान हासिल किया है। इसी तरह कक्षा दसवीं में खुरई के तक्षशिला हायर सेकंडरी स्कूल के विद्यार्थी जगदीश पिता जगभान दांगी ने 446 अंक हासिल कर प्रदेश की मैरिट सूची में नौवां स्थान हासिल किया है। वहीं रहली के सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल की छात्रा दीपा पिता वीरेंद्र खरे ने वाणिज्य संकाय में प्रदेश की सूची में आठवां एवम पुष्पा पिता बलवीर सेन विज्ञान संकाय सरस्वती शिशु मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मंडी बामोरा तहसील बीना ने प्रदेश की मैरिट सूची में दसवां स्थान हासिल किया है। वहीं सागर जैसे नगरों की बात करें तो यहां से एक भी विद्यार्थी कक्षा दसवीं व बारहवीं परीक्षा की मैरिट सूची में स्थान प्राप्त नहीं कर सका।
वर्ष 2022 के माध्यमिक शिक्षा मंडल की बोर्ड परीक्षा के परिणाम की बात करें तो रहली के शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला की कक्षा 12वीं की छात्रा इशिता दुबे ने कलां संकाय में प्रदेश में पहला स्थान पाया था। उसने 500 में से 480 अंक हासिल किए थे। वहीं महाराजपुर कस्बे की सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल में पढ़ने वाली खुशी कुर्मी ने कक्षा दसवीं की मैरिट सूची में पांचवां स्थान प्राप्त किया है। इस साल मैरिट में सातवें स्थान तक सागर के छात्रों का नाम नहीं है। कक्षा दसवीं में जहां छात्रों ने आठवां स्थान किया। वहीं वााणिज्य संकाय से भी एक छात्रा को आठवां स्थान मिला हैं
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मध्‍य प्रदेश में दिसंबर 2022 तक की अनाधिकृत कालोनियों को वैध करने के लिए सर्वे कराएगी सरकार
भोपाल। मध्‍य प्रदेश में 31 दिसंबर, 2022 तक की अनाधिकृत कालोनियों को वैध करने के लिए सर्वे कराया जाएगा। ऐसी कालोनियों को चिह्नित कर उनकी मैपिंग की जाएगी। बता दें कि 31 दिसंबर, 2016 तक बनी 6077 अनाधिकृत कालोनियों को वैध किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणा के बाद अब 31 दिसंबर, 2022 तक बनी अनाधिकृत कालोनियों को भी वैध करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। राज्य सरकार पूर्व की व्यवस्था में भी बदलाव करने जा रही है। अब पहले इन कालोनियों में विकास कार्य कराए जाएंगे, इसके बाद ही कालोनियों को वैध घोषित किया जाएगा। अनुमान है कि शहरी क्षेत्र में ऐसी तीन हजार से अधिक कालोनियां हैं। नगरीय विकास एवं आवास विभाग ने इनके सर्वे की तैयारी शुरू कर दी है।
नगर निगम और निकाय की सीमा से लगे ग्रामीण क्षेत्रों में शहर की अपेक्षा अधिक संख्या में अवैध कालोनियां हैं। यहां खेत की भूमि पर प्लाट काट दिए जाते हैं और जाने अनजाने में लोग ऐसे प्लाट पर मकान बना लेते हैं। बाद में यही क्षेत्र जब निकाय सीमा के अंतर्गत आते हैं तो ये कालोनियां अवैध मानी जाती हैं। इसके चलते ऐसी कालोनियों में विकास कार्य प्रभावित होते हैं। राज्य सरकार ऐसी कालोनियां काटने वाले बिल्डरों पर अब सख्ती से नजर रखेगी।
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने अनाधिकृत कालोनियों के नियमितीकरण एवं अनुज्ञा प्रदाय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री से आग्रह किया था कि 31 दिसंबर, 2022 तक की अनाधिकृत कालोनियों को वैध करने का निर्णय लिया जाए। इन कालोनियों में बने ऐसे मकान जो कंपाउंडिंग की सीमा में आ रहे हैं, उनके नक्शे पास किए जाए। गरीब रहवासियों से विकास शुल्क लेने का प्रविधान समाप्त किया जाए तो इससे लाखों गरीब लाभान्वित होंगे।
इन कालोनियों के नक्शे पास करने के लिए आफलाइन प्रक्रिया अपनाई जाए। इन कालोनियों में नियमित योजनाओं जैसे अमृत योजना, अधोसंरचना मद और सांसद एवं विधायक निधि आदि से विकास कार्य हो सकेंगे। पेयजल, सीवर और बिजली के वैध कनेक्शन दिए जाए जा सकेंगे। मंत्री भूपेन्द्र सिंह के इस आग्रह को स्वीकार करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने मंच से इन प्रस्तावों को पूरा करने की घोषणाएं कर दी। विधानसभा चुनाव से पहले इन सभी घोषणाओं को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।