This website uses cookies to ensure you get the best experience on our website.

सुप्रीम कोर्ट में याचिका: नई संसद का इनॉग्रेशन राष्ट्रपति करें

User Rating: 5 / 5

Star ActiveStar ActiveStar ActiveStar ActiveStar Active
 


नई दिल्ली। संसद के नए भवन के इनॉग्रेशन पर विवाद थम नहीं रहा है। कुल 40 पार्टियों में से कांग्रेस समेत 20 विपक्षी पार्टियों ने इसके बहिष्कार का ऐलान किया है। उधर, भाजपा समेत 17 पार्टियों ने सरकार के न्योते को स्वीकार कर लिया है।
इस बीच सुप्रीम कोर्ट में राष्ट्रपति से नई संसद का उद्घाटन कराने का निर्देश देने वाली याचिका दायर की गई है। याचिकाकर्ता का कहना है कि लोकसभा सचिवालय ने राष्ट्रपति को उद्घाटन के लिए आमंत्रित नहीं करके संविधान का उल्लंघन किया है।
विपक्ष का कहना है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को दरकिनार कर प्रधानमंत्री से इसका इनॉग्रेशन कराने का निर्णय न केवल गंभीर अपमान है, बल्कि यह लोकतंत्र पर भी सीधा हमला है। बुधवार को विपक्षी दलों के संयुक्त बयान में कहा गया कि इस सरकार में संसद से लोकतंत्र की आत्मा को निकाल दिया गया है। ऐसे में नए भवन का कोई मतलब नहीं है।
भाजपा समेत 18 पार्टियां शामिल होंगी: भाजपा, शिवसेना (शिंदे गुट), शिरोमणी अकाली दल, बसपा, NPP, NDPP, SKM, JJP, RLJP, RP (अठावले), अपना दल (एस), तमिल मनीला कांग्रेस, AIADMK, BJD, तेलुगूदेशम पार्टी, YSR कांग्रेस, IMKMK और AJSU MNF।
20 पार्टियां विरोध कर रहीं: कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, DMK, आम आदमी पार्टी, शिवसेना (उद्धव गुट), समाजवादी पार्टी, राजद, CPI, JMM, केरल कांग्रेस (मणि), VCK, रालोद, राकांपा, JDU, CPI (M), IUML, नेशनल कॉन्फ्रेंस, RSP, AIMIM और MDMK।
कांग्रेस नेता जयराम नरेश ने कहा, 'कल राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रांची में देश के सबसे बड़े न्यायिक परिसर का इनॉग्रेशन किया। यह एक व्यक्ति के अहंकार और आत्म-प्रचार की इच्छा है, जिसने पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति को 28 मई को नए संसद भवन का इनॉग्रेशन करने के संवैधानिक विशेषाधिकार से वंचित कर दिया है।
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि जहां तक नया संसद भवन बनाने की बात है तो यह नई बात नहीं है। यह 32 साल पहले कांग्रेस की ही सोच थी। अब कोई इसका बहिष्कार करता है या उद्घाटन समारोह में नहीं जाता है तो इस पर उन्हें कोई टिप्पणी नहीं करनी है। नए भवन का निर्माण जरूरी था और यह अच्छा है कि अब यह बन गया है।
नए संसद भवन में 28 मई यानी रविवार सुबह हवन के साथ पूजा होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोपहर 12 बजे भवन का उद्घाटन करेंगे। इस मौके पर संसद भवन के निर्माण में योगदान देने वाले श्रमयोगियों का सम्मान भी किया जाएगा।
मोदी 28 मई को नए संसद भवन के उद्घाटन के मौके पर लोकसभा अध्यक्ष के आसन के पास पवित्र सेंगोल (राजदंड) स्थापित करेंगे। अंग्रेजों की तरफ से 14 अगस्त 1947 की रात इसे पं. नेहरू को सत्ता हस्तांतरण के रूप में सौंपा गया था। 1960 से पहले यह आनंद भवन और फिर 1978 से इलाहाबाद म्यूजियम में रखा था। अब 75 साल बाद राजदंड का संसद में प्रवेश होगा।
-------------------------------
कूनो में चीता ज्वाला के 2 और शावकों की मौत, दो महीने के भीतर 6 मरे
कूनो नेशनल पार्क में गुरुवार को ज्वाला चीता के दो और शावकों की मौत हो गई। मंगलवार को चीते के एक शावक की मौत हुई थी। यहां दो महीने के भीतर अब तक छह चीतों की मौत हो चुकी है। कूनो में मादा चीता ज्वाला ने 27 मार्च को चार शावकों को जन्म दिया था। इनमें से दो की मौत हुई है।
पहली खेप में नामीबिया से 8 चीतों को कूनो नेशनल पार्क लाया गया था। 17 सितंबर को अपने जन्मदिन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन्हें बाड़े में रिलीज किया था। इसके बाद 18 फरवरी को दक्षिण अफ्रीका से 12 और चीते कूनो लाए गए थे। अब 18 चीते ही कूनो नेशनल पार्क में बचे हैं।
मॉब लिंचिंग केस में 4 दोषियों को 7 साल की जेल, एक आरोपी बरी
राजस्थान के अलवर के रामगढ़ में रकबर मॉब लिंचिंग केस में कोर्ट ने 5 में से 4 आरोपी को दोषी माना है। एडीजे कोर्ट नंबर एक ने सभी दोषियों को 7-7 साल की जेल और 10-10 हजार रुपए जुर्माना की सजा सुनाई है। वहीं, एक आरोपी को संदेह का फायदा देकर सभी धाराओं से बरी कर दिया है। 2018 में 29 साल के रकबर खान की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। उस पर गौ तस्करी का शक था। वह हरियाणा का रहने वाला था। पूरी खबर पढ़ें...
शायर मुनव्वर राणा की तबीयत बिगड़ी, ICU में भर्ती
शायर मुनव्वर राणा की तबीयत बिगड़ गई है। उन्हें लखनऊ के अपोलो हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। उन्हें ICU में शिफ्ट कर वेंटिलेटर पर रखा गया है। उनकी बेटी सुमैया राणा ने बुधवार देर रात सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर इसकी जानकारी दी। सुमैया राणा ने लिखा, 'प्लीज मेरे पापा के लिए प्रार्थना करें। मुनव्वर राणा जो ICU में हैं, घातक बीमारियों से लड़ रहे हैं। पापा के लिए दुआ करें...'
-----------------------------------------

सत्येंद्र जैन की हालत बिगड़ी, ऑक्सीजन सपोर्ट पर
दिल्ली के पूर्व स्वास्थय मंत्री और आप नेता सत्येंद्र जैन को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। स्वास्थ्य बिगड़ने की शिकायत के बाद उन्हें दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें यहां से उन्हें एलएनजेपी हॉस्पिटल में शिफ्ट किया गया। जैन चक्कर आने के कारण वह तिहाड़ जेल के बाथरूम में गिर पड़े थे। इस हादसे में वह गंभीर रूप से घायल हो गए। जैन को पिछले एक सप्ताह में दूसरी बार अस्पताल में भर्ती होना पड़ा है। आप नेता 31 मई 2022 से जेल में है। मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में तिहाड़ जेल में सजा काट रहे हैं।
दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन इस वक्त तिहाड़ की जेल नंबर 7 में हैं। गुरुवार सुबह छह बजे मेडिकल जांच कक्ष के बाथरूम में उन्हें चक्कर आया और गिर पड़े। हादसे में वह गंभीर रूप से घायल हो गए। कमजोरी की शिकायत के बाद उन्हें निगरानी में रखा गया था। तिहाड़ के डॉक्टर ने उनकी जांच की। जैन ने अपनी पीठ, बाएं पैर और कंधे में दर्द की शिकायत की, जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की रीढ़ की हड्डी की भी सर्जरी होगी। एक हफ्ते में यह तीसरी बार है जब जैन को अस्पताल लाया गया है। इससे पहले 22 मई को उन्हें दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया था। उस समय वे रीढ़ की हड्डी की समस्या से जूझ रहे थे। इससे पहले उन्हें 20 मई को भी दीन दयाल अस्पताल लाया गया था। सत्येंद्र जैन की हालत नाजुक बनी हुई है। उनका वजन 35 किलो कम हुआ है। वे मस्कुलर एट्रोफी से पीड़ित हैं। इन सब घटनाओं से सत्येंद्र जैन गहरे अवसाद में हैं। उन्होंने इस संबंध में जेल प्रशासन को पत्र भी लिखा था।