बालाघाट। जनपद पंचायत कार्यालय वारासिवनी में तीन कर्मचारियों का जुआ खेलता वीडियो शनिवार को दिनभर इंटरनेट मीडिया पर वायरल रहा, जिसमें जनपद पंचायत वारासिवनी के सभाकक्षा में कर्मचारी जुआ खेलते देखे गए। वायरल वीडियो सामने आने के बाद कलेक्टर डा. गिरीश कुमार मिश्रा ने वीडियो में पहचाने गए तीनों कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
वीडियो शुक्रवार देर शाम का बताया जा रहा है। जनपद पंचायत कार्यालय वारासिवनी में पंचायत समन्वय अधिकारी राजकुमार ढोक, महेश कुंभारे एवं सहायक ग्रेड-तीन मनोज चौरे वायरल वीडियो में जुआ खेलते हुए पहचाने गए हैं। जनपद पंचायत वारासिवनी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के प्रस्ताव पर कार्रवाई करते हुए कलेक्टर डा. गिरीश कुमार मिश्रा ने इन तीनों कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है और उनका मुख्यालय निलंबन अवधि में जिला पंचायत कार्यालय बालाघाट रखा गया है। जानकारी के अनुसार, जनपद वारासिवनी कार्यालय परिसर लंबे समय से जुआरियों व शराब पीने वालों का अड्डा बना हुआ है, जिसे लेकर अक्सर शिकायतें भी सामने आती रहती हैं।
-----------------------------------
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में हितग्राहियों को बांटे नकली एलईडी टीवी, चार दर्जन लोगों ने लौटाए, दो आरोपित गिरफ्तार
सागर। शिवराज सरकार में मंत्री गोपाल भार्गव के क्षेत्र गढ़कोटा में दो महीने पूर्व आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलन में ब्रांड के नाम पर नकली टीबी सप्लाई के मामले में अब तक पुलिस के पास 48 एलईडी जमा हो चुकी है। सम्मेलन में जिन-जिन हितग्राहियों को यह एलईडी मिली थी, अब वह पुलिस के पास उन्हें जमा कराने पहुंच रहे हैं। वहीं नकली एलईडी सप्लाई करने वाले आरोपित महेंद्र साहू और दिल्ली निवासी राजू गुप्ता को गिरफ्तार करने के बाद बुधवार को उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। दोनों आरोपितों को पुलिस ने दिल्ली जाकर राजू गुप्ता के निवास से गिरफ्तार किया था।
बताया जा रहा है कि आरोपी महेंद्र साहू बीजेपी का नेता है, जिसे बचाने के लिए बीजेपी के कद्दावर नेता लगातार पुलिस पर कार्रवाई न करने का दबाब बनाते रहे, लेकिन उक्त प्रकरण में डेढ़ करोड़ रुपए से अधिक का घोटाला और हितग्राहियों के लामबंद होने के कारण पुलिस को अंतत: कार्रवाई करनी पड़ी।
ये है पूरा मामला-11 मार्च 2023 को प्रदेश के लोक निर्माण विभाग के मंत्री गोपाल भार्गव के गृह क्षेत्र गढ़कोटा में आयोजित मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया था। जिसमें 1850 वर-वधू को दिए जाने वाले उपहार में सेंसुई कंपनी की एलईडी भी दी गई थी। ई-टेंडर के माध्यम से भाजपा नेता महेंद्र साहू ने 7 हजार 777 रुपए प्रति एलईडी के हिसाब से 1862 एलईडी की सप्लाई की थी। जिसका 1 करोड़ 38 लाख 11 हजार 951 रुपए का भुगतान भी कर दिया गया। सेंसुई कंपनी की एलईडी कंपनी के नाम पर लोकल ब्रांड की एलईडी सप्लाई की गई। विवाद के कुछ दिन बाद जब एलईडी खराब होने लगी, तो हितग्राहियों ने मैकेनिक से इन्हें दिखवाया, जिसके बाद इसका खुलासा हुआ।
-------------------------------
दिग्विजय बोले- इंजीनियर से लेकर CM तक बंट रहा पैसा, कांग्रेस की सरकार बनी तो एक-एक घपला खोलेंगे
खंडवा। खंडवा में दिग्विजय सिंह ने कहा, मध्यप्रदेश में भ्रष्टाचार का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता। यहां जनपद के सब इंजीनियर से लेकर मुख्यमंत्री तक 8 जगह पर पैसा बंटता है। नर्मदा सेवा यात्रा के दौरान जब मैं CM शिवराज सिंह चौहान के गांव जैत पहुंचा, तो सड़कें और गांव डंपरों से पटे हुए थे। CM ने शपथपत्र में 9 करोड़ की संपत्ति बताई है। उन्होंने इतनी संपत्ति कहां से अर्जित की। हमारी सरकार आती है तो एक-एक भ्रष्टाचार की पोल खोलेंगे।
चुनावी साल में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह प्रदेश दौरे पर हैं। आज खंडवा में कांग्रेस संगठन से चर्चा से पहले पूर्व मंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, किसान की आय दोगुनी करने का दावा करने वाले खुद की आय बढ़ा रहे हैं। हमारी सरकार 5 साल के लिए चुनी गई थी। भाजपा वाले हमारे से 15 महीने का हिसाब मांगते हैं। मैं शिवराज को चैलेंज करता हूं कि वे बताएं अपने 20 साल के कार्यकाल का लेखा-जोखा। दिग्विजय सिंह ने 10 साल में इंदिरा सागर सहित कई परियोजनाएं दी हैं। मुझे मिस्टर बंटाधार कहते हैं। इनके लोग ठेकेदार बने हुए हैं। ऐसी कोई योजना नहीं बची, जो बंटाधार की भेंट नहीं चढ़ी।
दिग्विजय ने कहा, मध्यप्रदेश में हमारी सरकार बनेगी तो भारतीय जनता पार्टी और बजरंग दल के लोगों के खिलाफ देशद्रोह का केस दर्ज किया जाएगा, जिन्होंने पाकिस्तान की ISI एजेंसी के लिए जासूसी का काम किया है। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकाल में हुए एक-एक भ्रष्टाचार के प्रकरण की पोल खोली जाएगी।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति से नहीं करवाना भारत के राष्ट्रपति का अपमान है। भारत की राष्ट्रपति झारखंड जाकर न्यायालय भवन का उद्घाटन कर सकती हैं, लेकिन दिल्ली में रहते हुए राष्ट्रपति भवन का उद्घाटन नहीं कर सकतीं। पहले राष्ट्रपति को आदिवासी बताकर श्रेय लिया और अब मोदी जी सिर्फ अपना चेहरा दिखाने के लिए खुद उद्घाटन कर रहे हैं। उनकी फ्रेम इस तरह बनती है कि फोटो में कोई दूसरा नेता नहीं नजर आता है।
दिग्विजय सिंह ने गौरीकुंज सभागार में कांग्रेस संगठन की बैठक ली। यहां विधानसभा के दावेदारों से वन टू वन चर्चा की। बैठक कार्यक्रम की शुरुआत वंदे मातरम् गीत से की। इससे पहले दिग्विजय सिंह ने बड़ाबम स्थित उद्यान में पंडित जवाहरलाल नेहरू की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने पहुंचे। इस दौरान जिला प्रभारी कैलाश कुंडल, शहर अध्यक्ष डॉ. मुनीश मिश्रा, राजनारायण सिंह, अवधेश सिंह सिसौदिया, अजय ओझा, बुरहानपुर विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा, अणिमा उबेजा, रचना तिवारी आदि मौजूद थे।
खंडवा विधानसभा में ब्लॉक, मंडल, सेक्टर सहित कार्यकर्ता सम्मेलन पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह के आतिथ्य में हुआ। बैठक के दौरान कई बार हंगामा हुआ। हंगामे की वजह अरुण यादव गुट के नेताओं को मंच पर भाषण के लिए नहीं बुलाना थी। मंच संचालन कर रहे शहर अध्यक्ष डॉ. मुनीश मिश्रा ने जैसे ही आखिरी नाम कमलनाथ समर्थक कुंदन मालवीय का लिया, तो अरुण यादव समर्थक बिफर पड़े। वे सीधे कार्यकर्ताओं के बीच बैठे दिग्विजय सिंह के पास गए। उनसे कहा कि हम भी पदाधिकारी हैं, लेकिन मंच पर नहीं बुलाया जा रहा है।
दिग्गी ने सबको बारी-बारी से मंच दिलाया। इसके बाद मामला शांत हुआ।बैठक में संगठन पर जोर देने की बजाय एक-दूसरे पर चुनाव के समय गुटबाजी के आरोप-प्रत्यारोप लगाते रहे। आखिर में दिग्विजय सिंह ने खंडवा के संगठन पर निराशा व्यक्त की।