भोपाल। गुजरात में भारी तबाही मचाने वाले बिपरजॉय तूफान का मध्यप्रदेश में 21-22 जून तक असर देखने को मिलेगा। हालांकि, शनिवार से ही तूफान आंधी-बारिश कराएगा। राजस्थान से सटे कई हिस्सों में आंधी-बारिश होने का अनुमान है, जबकि 18-19 जून को ग्वालियर-चंबल में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। इसके बाद प्रदेश के पूर्वी हिस्से भी भीगेंगे। टीकमगढ़, निवाड़ी, छतरपुर, रीवा और सतना में 20-21 जून को बारिश होगी। कहीं-कहीं तेज या भारी बारिश हो सकती है। 22-23 जून को भी प्रदेश में मौसम बदला सा रहेगा। इसी बीच मानसून की एंट्री भी हो सकती है।
सीनियर मौसम वैज्ञानिक ममता यादव ने बताया कि बिपरजॉय का असर मध्यप्रदेश के इलाकों में भी रहेगा। नीमच, मंदसौर, बड़वानी, रतलाम, झाबुआ और अलीराजपुर में 17 जून को बूंदाबांदी हो सकती है। साउथ वेस्ट मध्यप्रदेश के इलाकों में शनिवार को यह दस्तक देगा।
तूफान जैसे-जैसे आगे बढ़ेगा, इसकी तीव्रता में कमी आएगी। लो प्रेशर एरिया के चलते असर दिखाई देगा। इसके चलते ही 18 और 19 जून को पश्चिमी इलाकों में असर रहेगा। ग्वालियर और चंबल संभाग में कहीं तेज तो कहीं भारी बारिश होने का अनुमान है। यहां के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम वैज्ञानिक यादव ने बताया कि इसके बाद पूर्वी इलाकों में भी बारिश और तेज हवा होने की संभावना है। इनमें टीकमगढ़, निवाड़ी, छतरपुर, रीवा-सतना में 20-21 को बारिश होगी। कहीं-कहीं तेज या भारी बारिश हो सकती है।
बिपरजॉय की वजह सेहवा की रफ्तार भी बढ़ जाएगी। शुक्रवार से ही हवा की रफ्तार बढ़ हुई रही। सीहोर में 44km, शिवपुरी में 42km, नीमच में 39km, गुना में 39km, बड़वानी में 34km, सागर में 40km, मंडला में 38km, बालाघाट में 36km और सिवनी में 33km प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चली। शनिवार को 50Km प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चल सकती है। ग्वालियर-चंबल में यह रफ्तार ज्यादा रह सकती है।
तूफान ने प्रदेश से सारी नमी खींच ली थी। दूसरी ओर राजस्थान गर्म था। इसके चलते मध्यप्रदेश में भी गर्मी का असर रहा था। चूंकि, तूफान राजस्थान में एंटर कर चुका है। यहां बारिश का दौर भी चल रहा है, इसलिए यहां से ठंडी हवाएं आ रही हैं। इसके चलते शुक्रवार को दिन के तापमान में मामूली गिरावट हुई है।
शुक्रवार को रीवा, नरसिंहपुर, शिवपुरी सबसे गर्म रहे। यहां तापमान 42 डिग्री या इससे ज्यादा रहा। भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर समेत प्रदेश के 17 शहरों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री या इससे ज्यादा रहा। इससे पहले खजुराहो समेत कई शहरों में दिन का पारा 43-45 डिग्री तक पहुंच गया था।
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डंपर में भिड़ी बस, 3 की मौत:10 से ज्यादा यात्री घायल, 2 की हालत गंभीर
मुरैना। ग्वालियर से दिल्ली जा रही स्लीपर कोच बस मुरैना में खड़े डंपर से टकरा गई। हादसे में 3 यात्रियों की मौत हो गई। 10 से ज्यादा यात्री घायल बताए जा रहे हैं। इनमें 2 की हालत गंभीर बताई जा रही है। गंभीर घायलों को ग्वालियर रेफर किया गया है। बाकी घायलों को मुरैना के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना शुक्रवार देर रात 1.30 बजे की बताई जा रही है। घटना के कारण मुरैना-धौलपुर हाईवे पर 2 किलोमीटर लंबा जाम लग गया। घटना से पहले बस में आग लगने की भी बात सामने आई है।
ग्वालियर से देर रात 12 बजे दिल्ली के लिए स्लीपर कोच बस रवाना हुई। यह बस मुरैना जिले के सरायछौला थाना इलाके के बाबा देवपुरी मंदिर पर पहुंच पाती, उससे पहले ही बीच सड़क पर खड़े डंपर से जा भिड़ी। टक्कर इतनी तेज थी कि बस की खिड़कियों के कांच टूट गए। अंदर बैठे यात्री टूटी खिड़कियों से बाहर फिंका गए। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह चौहान मौके पर पहुंच गए। सभी घायलों को बस से निकालकर मुरैना जिला चिकित्सालय पहुंचाया गया।
कलेक्टर अंकित अस्थाना ने चिकित्सालय पहुंचकर व्यवस्थाओं को देखा। कलेक्टर ने बताया कि ट्रैवल की बस दुर्घटनाग्रस्त हुई है। मृतकों में बस ड्राइवर भी शामिल है। एक मृतक धौलपुर का बताया जा रहा है। बाकी लोगों की जानकारी जुटा रहे हैं।
घटना के कारण मुरैना-धौलपुर हाईवे पर 2 किलोमीटर लंबा जाम लग गया। सरायछौला थाने की पुलिस ने दुर्घटनाग्रस्त बस और डंपर को हटाकर यातायात शुरू कराया गया। जाम से अव्यवस्था न हो, इसके लिए मौके पर पुलिस अधीक्षक खुद दो घंटे तक निगरानी करते रहे। ट्रक चालक मौके पर नहीं मिला।
इस बस में अधिकतर मजदूर वर्ग के यात्री यात्रा कर रहे थे। कुछ मजदूर धौलपुर (राजस्थान) में उतरने वाले थे, जिन्हें धौलपुर से जयपुर, अजमेर, उदयपुर तक यात्रा करनी थी। कुछ मजदूर दिल्ली की ओर जा रहे थे।
एक मजदूर के अनुसार, बस में ग्वालियर से 20 किलोमीटर चलने के बाद बानमोर कस्बे में आग भी लगी थी। उस दौरान यात्रियों ने चालक से दूसरी बस मंगाने की बात कही थी, लेकिन उसने आग बुझाकर अनसुना कर दिया था।
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कलियासोत डैम में बनी अवैध मजारों पर चला हथौड़ा
भोपाल। जिले में अतिक्रमणकारियों ने अब जलस्रोत तक को नहीं छोड़ा है। शहर के खुशीलाल आयुर्वेदिक कालेज के पास कलियासोत डैम में अतिक्रमणकारियों ने कब्जा कर अवैध मजार बना ली थी। जिसकी भनक तक निगम प्रशासन अमले को नहीं लगी। जब इसकी जानकारी इंटरनेट मीडिया के जरिए प्रशासन तक पहुंची तो मौके पर पहुंची टीम ने जगह का निरीक्षण कर अतिक्रमण चिह्नित किए। इसके बाद शनिवार शाम को प्रशासन ने नगर निगम अमले की मदद से डैम में बनाई गईं अवैध मजारों को हथौड़ा चलाकर तोड़ दिया है। एसडीएम संतोष बिटोलिया का कहना है कि कलियासोत डैम में अवैध मजार व अतिक्रमण चिह्नित किए गए थे। जिन पर कार्रवाई की जा रही है।
कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि खुशीलाल आयुर्वेदिक संस्थान की जमीन पर कलियासोत डैम किनारे छह मजारे बनी हुई थी। जहां जांच कराई गई तो चार नई मजारें बनाई जाना पता चला है जबकि दो मजार काफी पुरानी हैं। इस वजह से चार मजारों को तोड़ने की कार्रवाई की गई है।