सहारनपुर। सहारनपुर में भीम आर्मी प्रमुख और दलित नेता चंद्रशेखर आजाद पर जानलेवा हमला हुआ है। बुधवार को देवबंद इलाके में चंद्रशेखर आजाद के गाड़ी पर कार सवार बदमाशों ने हमला कर दिया है। इस जानलेवा हमले में चंद्रशेखर घायल हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए देवबंद के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अस्पताल के बाहर उनके समर्थकों की भीड़ लगी हुई है।
वहीं, पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई है और इलाके की घेराबंदी कर बदमाशों की गिरफ्तारी में जुट गई है। जानकारी अनुसार जिला कलेक्टर और एसएसपी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। साथ ही आसपास के इलाकों में सीसीटीवी फुटेज भी चेक किए जा रहे हैं, ताकि हमलावरों की पहचान की जा सके।
बताया जा रहा है कि चंद्रशेखर अपनी फॉर्चूनर कार से देवबंद में संगठन के एक साथी एडवोकेट अजय के घर गए थे। अजय की मां का 2 दिन पहले निधन हो गया था। चंद्रशेखर जैसे ही अजय के घर से निकले, तभी अचानक उनकी गाड़ी पर हरियाणा नंबर कार से आए हमलावरों ने फायरिंग कर दी। गोली चंद्रशेखर के पेट से छूकर निकल गई। फायरिंग में कार के शीशे टूट गए हैं। उनकी हालत खतरे से बाहर बताई गई है।
न्यूज एजेंसी मुताबिक भीम आर्मी चीफ ने बताया, "मुझे याद नहीं है लेकिन मेरे लोगों ने उनकी पहचान की है। उनकी गाड़ी आगे सहारनपुर की तरफ भागी। हमने यू टर्न ले लिया। हमारी गाड़ी अकेली ही थी, कुल 5 लोग थे। हमारे साथी डॉक्टर को भी शायद गोली लगी है।"
आजाद समाज पार्टी ने ट्वीट कर लिखा, "सहारनपुर के देवबंद में भीम आर्मी चीफ और राष्ट्रीय अध्यक्ष भाई चंद्रशेखर आजाद पर जानलेवा हमला बहुजन मिशन मूवमेंट को रोकने का कायराना कृत्य है! आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी , सख्त कार्रवाई और राष्ट्रीय अध्यक्ष भाई चंद्रशेखर आजाद सुरक्षा की मांग करते हैं!"
चंद्रशेखर पर राष्ट्रीय लोकदल की प्रतिक्रिया सामने आई है। आरएलडी ने ट्वीट करते हुए लिखा, "आजाद पार्टी के मुखिया पर जानलेवा हमला बेहद निंदनीय है। ये उत्तर प्रदेश में व्याप्त अराजकता और भाजपा सरकार के कानून व्यवस्था की गड़बड़ी का सबूत है। राष्ट्रीय लोकदल दोषियों की अविलंब गिरफ्तारी व चंद्रशेखर आजाद जी की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग करता है।"
इस मामले पर एसएसपी डॉ. विपिन ताड़ा ने बताया, "आधे घंटे पहले चंद्रशेखर आज़ाद के काफिले पर कुछ कार सवार हथियारबंद लोगों ने गोलीबारी की थी। एक गोली उनके पास से निकल गई. वह ठीक हैं और उन्हें इलाज के लिए सीएचसी ले जाया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
चन्द्रशेखर भीम आर्मी के सह-संस्थापक और अध्यक्ष हैं। वे अंबेडकरवादी कार्यकर्ता और वकील हैं। आजाद, सतीश कुमार और विनय रतन सिंह ने 2014 में भीम आर्मी की स्थापना की। यह संगठन भारत में शिक्षा के माध्यम से दलित हिंदुओं की मुक्ति के लिए काम करता है।
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बच्ची से रेप-हत्या के दोषी को फांसी की सजा, कोर्ट ने कहा- दोषी का कृत्य पशुओं से भी ज्यादा निंदनीय
औरैया। औरैया की जिला कोर्ट ने बुधवार को 8 साल की बच्ची से रेप-हत्या के दोषी को फांसी की सजा सुनाई। इसके अलावा 6 लाख का जुर्माना भी लगाया। सजा सुनाते हुए जज ने कहा, "दोषी को तब तक फांसी पर लटकाया जाए, जब तक उसकी मौत न हो जाए। दोषी का कृत्य पशुओं से ज्यादा निंदनीय है।"
जज ने आगे कहा, -लड़कियां अगर खुले में नहीं घूम सकतीं तो फिर उनके लिए कौन सा स्थान है। भारतीय संस्कृति में स्त्री धर्म का मूल है। स्त्री के साथ ऐसा अपराध किसी भी धर्म व संस्कृति में मान्य नहीं है। भारतीय संस्कृति में लड़कियों को नई शक्ति के सृजन की सशक्त नारी बताया गया है, लेकिन इस अपराधी ने उसका बचपन जीवन में ही खत्म कर दिया।
मामला अयाना थाना क्षेत्र के गांव का है। यहां 24 मार्च को 8 साल की मासूम बच्ची लापता खेत पर पशुओं को चराने गई। देर शाम तक घर नहीं लौटी तो परिजनों को चिंता हुई। देर रात तक मासूम के नहीं मिलने पर परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। इसके बाद एसपी पुलिस अधिकारियों व कई थानों के फोर्स के साथ गांव पहुंचीं। मासूम को खोजने के लिए सभी ने तलाश शुरू की।
25 मार्च को डॉग स्क्वॉयड की टीम भी खोजबीन में लगी। शनिवार की दोपहर करीब साढे तीन बजे घर से 600 मीटर की दूरी पर गेहूं के खेत के पास गड्ढे में मासूम का शव मिला। मासूम के साथ दुष्कर्म कर उसकी हत्या की गई थी।
पुलिस ने मामले में गांव के कई लोगों से पूछताछ की। पुलिस के मुताबिक, गांव में एक बारात घर है। वहां लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए। सीसीटीवी में चार से पांच लोग संदिग्ध दिखाई दिए। उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। गौतम सिंह से सख्ती से पूछताछ हुई तो उसने अपना जुर्म कूबूल कर लिया। बताया कि घटना की रात उसने शराब पी रखी थी और बिस्कुट का लालच देकर बच्ची को ले गया था। पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर उसे जेल भेजकर आठ दिन के भीतर चार्जशीट दाखिल कर दी।
विशेष न्यायाधीश पॉक्सो कोर्ट में मामले में सुनवाई हुई। तीन महीने में सुनवाई पूरी कर कोर्ट ने शुक्रवार को आरोपित पर दोष सिद्ध कर फैसला सुरक्षित कर लिया था। बुधवार को फांसी की सजा सुना दी। जिला शासकीय अधिवक्ता दंड अभिषेक मिश्रा, विशेष लोक अभियोजक जितेन्द्र सिंह तोमर, विशेष लोक अभियोजक पॉक्सो मृदुल मिश्र व वादी अधिवक्ता हरिशंकर शर्मा ने फांसी की सजा की मांग की थी।
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कोटा में 2 दिन में 2 छात्रों की आत्महत्या से हड़कंप, तीसरे को बचाया
कोटा । एजुकेशन हब के नाम से पहचाने जाने वाले राजस्थान के कोटा शहर में एक बार फिर छात्रों की आत्महत्या का मामला सामने आया है। यहां दो दिन में 2 छात्रों ने आत्महत्या कर ली। वहीं तीसरे छात्र को समय रहते बचा लिया गया।
कोटा पुलिस के मुताबिक, आत्महत्या करने वालों में एक छात्र उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। दोनों करीब ढाई महीने पहले अखिल भारतीय प्रवेश परीक्षा एनईईटी की तैयारी के लिए कोटा आए थे।
दोनों लड़के विज्ञान नगर इलाके में अलग-अलग स्थान पर किराए से रहते थे। एक छात्र का शव सोमवार को तो दूसरे का मंगलवार को मिला।
वहीं, बिहार के एक छात्र को आत्महत्या करने से पहले बचा लिया गया। 17 वर्षीय उक्त छात्र के माता-पिता को इस बारे में शक हुआ तो उन्होंने कोटा में चाइल्ड केयर संस्थान की सेवा की और बेटे को बचा लिया।
पुलिस के मुताबिक, लड़का करीब तीन महीने पहले इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए कोटा आया था। उसे माता-पिता की याद आ रही थी रविवार को उसने अपने माता-पिता को फोन पर बताया कि वह एक बड़ा कदम उठाने जा रहा है। इसके बाद अलर्ट हुए माता-पिता ने चाइल्ड केयर की मदद ली।