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नदी में टापू पर फंसे 6 लोग, हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू,रेलवे-पुल की मिट्‌टी में कटाव, ट्रेनें डायवर्ट

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भोपाल। मध्यप्रदेश में मानसून की एंट्री के बाद से ही कई इलाकों में तेज बारिश का दौर जारी है। नरसिंहपुर जिले में पिछले 24 घंटे में करीब साढ़े 8 इंच बारिश दर्ज की गई है। यहां जबलपुर-इटारसी रेलवे ट्रैक पर बारुरेवा रेलवे पुल की मिट्‌टी में कटाव हो गया है। जिसके चलते कई ट्रेनों के रूट डायवर्ट किए गए हैं। जबलपुर में हिरन नदी के तेज बहाव में एक पिकअप बह गई। सिवनी के केवलारी ब्लॉक में वैन गंगा नदी में फंसे लोगों को हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू किया गया।
सिवनी जिले के केवलारी ब्लॉक में खरपडियां गांव में 6 लोग नदी के टापू पर फंस गए। जिन्हें हेलिकॉप्टर की मदद से रेस्क्यू किया जा रहा है। इसमें 1 महिला और 5 पुरुष शामिल हैं। बताया जा रहा है कि ये लोग मवेशी चराने गए थे। यहां अचानक नदी का जलस्तर बढ़ गया। जिससे ये टापू में फंस गए। मौके पर केवलारी पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद हैं।
शाजापुर जिले के शुजालपुर में रेलवे अंडर ब्रिज में पानी भर गया। जिससे शुजालपुर मंडी रेलवे गेट पर जाम लग गया। रेलवे गेट पर जाम लगने से दोनों ओर वाहनों की करीब 1 किलोमीटर लंबी लाइन लग गई। इधर यात्री ट्रेन का ग्रीन सिग्नल होने के बाद भी वाहनों की कतार के कारण रेलवे गेट को बंद नहीं किया जा सका। जिसे देखते हुए यात्री ट्रेन रोकनी पड़ी। बाद में पुलिस ने रेलवे गेट के आसपास से वाहनों को हटाया। जिसके बाद ट्रेन को रवाना किया गया।
जबलपुर में हिरन नदी के पुल को पार करते समय पिकअप गाड़ी बह गई। हादसा मझौली थाना क्षेत्र के गाढ़ा गनियारी गांव में हुआ। पुलिस और NDRF की टीम माैके पर पहुंची है। गाड़ी में कितने लोग सवार थे? अभी इसका पता नहीं चल सका है। पानी पुल के ऊपर से बहने के कारण ट्रैफिक रोक दिया गया है। पिकअप दमोह निवासी भागीरथ पटेल के नाम पर दर्ज है।
डिंडौरी में खरमेर नदी उफना गई है। डिंडौरी-मंडला पर रोड के रपटे से नदी का पानी जाने से यहां यातायात रोकना पड़ा है। शाहपुर से चौरा मार्ग में भी नदी उफान पर है। बालाघाट-मंडला नेशनल हाईवे पर लामता में मानकुंवर नदी में बनाया गया डायवर्जन पुल बह गया। बालाघाट से मंडला का संपर्क टूट गया है। यह पुल 1 महीने 26 दिन पहले ही बना था। जबलपुर-पनागर रोड पर रपटे का एक हिस्सा बहने से फोरव्हीलर्स का इस रोड पर ट्रैफिक रोक दिया गया है। आधारताल-दमोह नाका होते हुए बाइपास से निकाला जा रहा है।
भोपाल में भी बुधवार सुबह 7.45 के बाद से रुक-रुक कर पानी गिर रहा है। छिंदवाड़ा में रातभर पानी गिरा और यह सिलसिला बुधवार को भी जारी है। जबलपुर में भी बादल छाए हुए हैं। मलाजखंड में 5.64, मंडला में 5.33 इंच, जबलपुर में 3.26 इंच बारिश पिछले 24 घंटे में हो चुकी है।
29 जून को शाजापुर और आगर जिले में अति भारी बारिश होने की संभावना है। विदिशा, सीहोर, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, नीमच, मंदसौर, गुना, अशोकनगर, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी में भारी बारिश हो सकती है।
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मध्यप्रदेश में अब 5 रुपए में भरपेट खाना:7 जुलाई तक हो सकेंगे ट्रांसफर
भोपाल। मध्यप्रदेश में पं. दीनदयाल रसोई योजना के तहत मिलने वाली खाने की थाली अब 5 रुपए में मिलेगी। अब तक यह थाली 10 रुपए में मिला करती थी। पहले कैबिनेट में प्रस्ताव आया कि इस थाली का नाम 'मामा की थाली' रख दिया जाए। इस प्रस्ताव को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खारिज कर दिया। गृहमंत्री ने बताया कि इस पं. दीनदयाल रसोई योजना को नगर निगम के साथ नगर पालिकाओं से भी जोड़ा जाएगा।
कैबिनेट बैठक में बुधवार को प्रदेश में 6 नए मेडिकल कॉलेज खोलने को भी मंजूरी दी गई। साथ ही निर्णय लिया गया कि नए मेडिकल कॉलेज खरगोन, धार, भिंड, बालाघाट, टीकमगढ़ और सीधी जिले में खोले जाएंगे। सरकारी कर्मचारियों के तबादले 7 जुलाई तक हो सकेंगे। पहले ट्रांसफर की तारीख 30 जून तय की गई थी।
गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने बताया, 'प्रदेशभर में 15 जुलाई से 15 अगस्त तक विकास पर्व मनाया जाएगा। इसमें सभी विधायक, सांसद, मंत्री पूरे प्रदेश में हुए कामों का उद्घाटन और स्वीकृत कार्यों का शिलान्यास करेंगे। आज कैबिनेट में माइक्रो इरिगेशन में राष्ट्रीय अवॉर्ड के लिए मंत्रिपरिषद ने मुख्यमंत्री को बधाई दी और प्रधानमंत्री का आभार जताया।
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31 नर्सिंग कालेजों में मिले डुप्लीकेट शिक्षक, समाप्त हो सकती है मान्यता
भोपाल । हाई कोर्ट के सख्त रवैये के बाद भी प्रदेश के नर्सिंग कालेजों में गड़बड़ी नहीं रुक रही है। वर्तमान सत्र में प्रदेश के नर्सिंग कालेजों के निरीक्षण में 31 में डुप्लीकेट फैकल्टी (शिक्षक) मिले हैं। यानी एक शिक्षक का नाम एक से अधिक कालेज में दर्ज मिला है।
निरीक्षण करने वाली टीम ने फैकल्टी की यूनिक आइडी के आधार पर इसकी पहचान की है। इनमें 10 कालेजों पर मप्र नर्सेस रजिस्ट्रेशन काउंसिल ने 10-10 लाख रुपये का अर्थदंड भी लगाया है।
काउंसिल ने कालेजों को नोटिस जारी कर जवाब भी मांगा है। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर कालेजों की मान्यता समाप्त की जा सकती है।
काउंसिल के अधिकारियों ने बताया कि कुछ कालेज ऐसे भी हैं, जिनके यहां से फैकल्टी छोड़कर दूसरे संस्थान में चला गया है। कालेज प्रबंधन ने इसकी सूचना काउंसिल को नहीं दी।
इस कारण उन पर दो लाख रुपये अर्थदंड लगाया गया है। उल्लेखनीय है कि नर्सिंग कालेजों में गड़बड़ी को लेकर ला स्टूडेंट एसोसिएशन के विशाल बघेल ने पिछले वर्ष हाई कोर्ट में याचिका लगाई थी।
एसोसिएशन ने कोर्ट के माध्यम से नर्सिंग काउंसिल से कालेजों के दस्तावेज प्राप्त किए। इनका परीक्षण किया गया है। इसमें कुछ फैकल्टी तो ऐसे मिले थे जिनका नाम 10 से भी अधिक कालेजों में दर्ज था। एसोसिएशन के ओर से कोर्ट को भी यह जानकारी दी गई।
हाई कोर्ट के निर्देश पर सीबीआइ प्रदेश के 364 कालेजों की जांच कर रही है। सीबीआइ की जांच में भी कई कालेजों में खूब गड़बड़ियां मिल रही हैं। कालेजों में शासन द्वारा निर्धारित मापदंडों का पालन नहीं किया जा रहा है। कालेजों में मानक के अनुसार न तो लेक्चर हाल है, न ही लैब है। सीबीआइ को भी डुप्लीकेट फैकल्टी कालेज मिले हैं। कालेजों में पुस्तकालय भी नहीं हैं।