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प्रेमी से मिलने नेपाल से दरभंगा आ पहुंची दो बच्‍चों की मां, प्रेमी हो गया छू मंतर, प्रेमिका धरने पर बैठी

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दरभंगा। प्यार के लिए लोग किसी भी हद तक जाने को तैयार रहते हैं। प्रेम में दीवाने सरहद पार करने में घबराते नहीं है। पाकिस्तान से चार बच्चों की मां सीमा हैदर भारत चली आई। वहीं, दूसरी तरफ राजस्थान से 34 वर्षीय अंजू प्रेमी नसरुल्ला के लिए पाकिस्तान चली गई। दोनों खबरों की चर्चा खत्म नहीं हुई है कि नेपाल की एक विवाहिता बिहार के दरभंगा पहुंच गई। हालांकि, लड़के ने उसे अपनाने से इनकार कर दिया है।
इस मामले में शुक्रवार देर हाई वोस्टेज ड्रामा जारी है। नेपाल निवासी संगीता देवी अपने दोनों बच्चों को पति के पास छोड़ आई। इसके बाद अपने प्रेमी गोविंद कुमार की तलाश में दरभंगा आ गई।
काफी मशक्कत के बाद संगीता ने अपने प्रेमी का घर ढूंढ निकाला। हालांकि जब इसकी जानकारी गोविंद की पत्नी को मिली तो वह आपा खो बैठी। उसने संगीता को घर में दाखिल होने से रोक दिया। कुछ ही देर में हंगामा शुरू हो गया। आसपास के लोग जुट गए।
इस बीच मौका देख गोविंद कुमार घर से भाग गया। संगीता चीख-चीखकर कहने लगी की वह गोविंद से प्यार करती है। वह उसका पति है। उसने शादी करने की बात कही है।
गोविंद कुमार की पत्नी प्रेरणा ने कहा कि उनकी शादी को 8 साल हो चुके हैं। विवाह के बाद दो बच्चों के माता-पिता हैं। ऐसे में उसका पति किसी दूसरे से प्यार कैसे कर सकता है। उन्होंने कहा कि मेरे पति इस महिला को नहीं जानते हैं।
सूचना मिलते ही पुलिस पहुंची और मामले को शांत कराने की कोशिश की। हालांकि, नेपाल से आई महिला ने वापस जाने से मना कर दिया। वह गोविंद के घर के बाहर धरने पर बैठ गई। इससे नाराज होकर गोविंद के मकान मालिक ने घर खाली करने को कहा है।
महिला थानाध्यक्ष नूसरत जहां ने कहा कि पीड़िता पुलिस स्टेशन आई थी। वरिष्ठ पदाधिकारियों को घटना की जानकारी दी गई है। पीड़िता से आवेदन देने के लिए कहा गया है।
गोविंद कुमार लहेरियासराय के बाकरगंज में रहता है। वह पूर्वी चंपारण के रक्सौल स्थित बंधन बैंक का कर्मचारी है। गोविंद और संगीता की दोस्ती सोशल मीडिया के जरिए हुई थी।
प्रेमिका का दावा है कि सीमावर्ती क्षेत्र में उसका घर है। जहां से गोविंद से मिलने आती थी। इस दौरान दोनों ने मंदिर में विवाह कर लिया। कुछ दिनों बाद प्रेमी से उसे छोड़कर फरार हो गया। पता चला कि उसने अपना ट्रांसफर करा लिया है। इसके बाद उसकी तलाश में दरभंगा पहुंची।
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भूस्खलन से ऋषिकेश-बद्रीनाथ हाइवे बंद, अब तक 16 शव निकाले
नई दिल्ली । उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में कुदरत का कहर जारी है। दोनों राज्यों में जनजीवन थम सा गया है। उत्तराखंड में भूस्खलन के कारण NH-58 ऋषिकेश-बद्रीनाथ राजमार्ग बंद कर दिया गया है।
मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है। देश की राजधानी दिल्ली-एनसीआर सहित कई राज्यों में देर रात से झमाझम बारिश हो रही है। वहीं पहाड़ों पर बीते कुछ दिनों से मूसलाधार बारिश हो रही है। भारी बारिश के कारण भूस्खलन और बाढ़ की घटनाएं सामने आ रही है। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में कुदरत का कहर जारी है। दोनों राज्यों में जनजीवन थम सा गया है। उत्तराखंड में भूस्खलन के कारण NH-58 ऋषिकेश-बद्रीनाथ राजमार्ग बंद कर दिया गया है। वहीं हिमाचल में खोज एवं बचाव अभियान का आज छठा दिन है। हमने कल तक 16 शव निकाले जा चूके है। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में भी राहत मिलती नजर नहीं आ रही है।
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के बाद भूस्खलन की कई घटनाएं सामने आ रही है। NDRF के इंस्पेक्टर नफीस खान ने कहा कि खोज एवं बचाव अभियान का आज छठा दिन है। हमने कल तक 16 शव निकाले। जिन 4 अन्य शवों की सूचना मिली है उनके लिए तलाशी अभियान जारी है। NDRF, SDRF और सेना की टीमें मौके पर मौजूद हैं। हम सब कुछ मैन्युअली कर रहे हैं।
उत्तराखंड में भी हाहाकार मचा हुआ है। टिहरी जिला मजिस्ट्रेट मयूर दीक्षित ने बताया कि तोताघाटी में पहाड़ से 100 मीटर ऊपर भूस्खलन के कारण NH-58 ऋषिकेश-बद्रीनाथ राजमार्ग बंद कर दिया गया है। SDRF उत्तराखंड पुलिस के अनुसार देहरादून के लंघा रोड पर जाखन गांव में भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र में राहत और बचाव अभियान जारी है।

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नए चेहरों पर दांव लगाएगी कांग्रेस, भाजपा भी काट सकती है 45 विधायकों के टिकट
जयपुर। राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की सरगर्मी शुरू हो गई है। राजस्थान में कांग्रेस जहां फिर सत्ता में आने के लिए गुजरात मॉडल के तर्ज पर नए चेहरों पर दांव लगा सकती है, वहीं भाजपा भी 45 विधायकों के टिकट काट सकती है। भाजपा के गुजरात मॉडल पर चुनाव लड़ने की रणनीति के तहत राजस्थान के 25 लोकसभा क्षेत्रों में पर्यवेक्षक तैनात किए गए हैं।
भाजपा के गुजरात मॉडल की तर्ज पर राजस्थान में कांग्रेस इस बार चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस इस बार 6 से ज्यादा मंत्रियों के टिकट काट सकती है और 40 से ज्यादा विधायकों को भी टिकट नहीं मिलने की संभावना है। मिली जानकारी के मुताबिक, राजस्थान में 50 से ज्यादा सीटों पर नए चेहरों को मौका देने की रणनीति तैयार की जा रही है और इसके लिए कांग्रेस पार्टी ने दो स्तर पर सर्वे भी कराया है।
सूत्रों के मुताबिक ये दोनों ही सर्वे पार्टी को आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने की दिशा दे सकते हैं। एक सर्वे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कराया है, जबकि दूसरा सर्वे पार्टी आलाकमान की ओर से कराया गया है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, कार्यकर्ताओं की राय लेने के लिए हर लोकसभा क्षेत्रों में भेजे गए अधिकांश पर्यवेक्षकों ने मौजूदा विधायकों के टिकट काटने की सलाह दी है।
सर्वे में यह बात भी सामने आई है कि कई विधायकों पर भ्रष्टाचार, जातिवाद, मनमर्जी, कार्यकर्ताओं से दूरी और क्षेत्र में विकास कार्यों के बजाय तबादलों में रुचि लेने के आरोप हैं। कांग्रेस के कई विधायकों के प्रति जनता में काफी नाराजगी है। रणनीतिकारों का मानना है कि ज्यादा से ज्यादा विधायकों के टिकट काट कर नए चेहरों को मौका देने से कांग्रेस पार्टी को आगामी विधानसभा चुनाव में अच्छा फायदा हो सकता है।
इधर भारतीय जनता पार्टी ने भी राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए हरियाणा के 25 विधायकों को जिम्मा सौंपा है। हरियाणा के 25 विधायक शनिवार को राजस्थान में पहुंचकर अपने-अपने प्रभार वाले क्षेत्रों में भाजपा के लिए माहौल बनाने का काम करेंगे। केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा जहां आदिवासी वोट बैंक को साधने में जुटेंगे। भाजपा में भी करीब 45 मौजूदा विधायकों के टिकट काटे जा सकते हैं। राजस्थान में भी शिवसेना (शिंदे) गुट के प्रदेश प्रभारी चंद्रराज सिंघवी ने कहा कि भाजपा से सीटों के तालमेल को लेकर चर्चा जारी है।