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कलश यात्रा में मंगलसूत्र हुए चोरी, पुलिस ने 13 महिलाओं को पकड़ा, 10 सोने के मोती बरामद

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राजगढ़ । शिव महापुराण की कथा को लेकर आयोजित की गई कलश यात्रा को लेकर जिस बात का अंदेशा था वही घटना सामने आई है। कलश यात्रा के दौरान कुछ महिलाओं ने मंगलसूत्र छीनने की घटना को अंजाम दिया है। हालांकि पुलिस ने समय रहते संदेह के आधार पर 13 महिलाओं को पकड़ लिया। संबंधित महिलाओं के पास से सोने के 10 मोती भी पुलिस ने बरामद कर लिए हैं।
शुक्रवार को राजमहल से स्टेडियम परिसर के लिए आयोजित की गई कलश यात्रा में बड़ी संख्या में महिलाओं ने भाग लिया। ऐसे में पुलिस को अंदेशा था कि अधिक संख्या में महिलाओं के आने के दौरान इस तरह की घटना हो सकती है, इसलिए उन्होंने महिलाओं से सोने के आभूषण नहीं पहनकर आने का आव्हान किया था। हालांकि महिलाएं जरूरी आभूषण मंगलसूत्र पहनकर पहुंची थी।
स्टेडियम में प्रसादी वितरण के दौरान मंगलसूत्र छीनने की घटना हुई है। इसके बाद कालाखेत निवासी एक महिला मेहताबबाई ने राजगढ़ कोतवाली में शिकायत की है कि उनका मंगलसूत्र छीन लिया है। शिकायत के बाद पुलिस ने एफआइआर दर्ज कर ली है। उधर संदेह के आधार पर पुलिस ने 13 महिलाओं को पकड़ा है, जिनके पास से सोने के 10 मोती उन्होंने बरामद किए हैं।
पुलिस ने बताया कि यह वही मोती है जो मेहताबबाई के मंगलसूत्र में थे। मामले की विवेचना कर रहे पुलिसकर्मी राजेंद्र शर्मा ने बताया कि संदेह के आधार पर हमने तनुजा, गीताबाई, रोशनी, निशा, रानी, अंजली, पिंकी, आराधना, रोज्या, सुधा, अमरीबाई, ज्योति व रोशनी सहित 13 महिलाओं को पकड़ा है। उनके पास से मोती भी बरामद किए हैं।
महिलाओं को संदेह के आधार पर पकड़ा है, उनका कहना है कि हम निर्दोष हैं और कलश यात्रा में शामिल होने के लिए आए थे। पुलिस ने अपनी खानापूर्ति करने के लिए हम निर्दोषों को ही आरोपित बना दिया। हम धार्मिक यात्रा में शामिल होने आए थे और हमारे ऊपर मंगलसूत्र छीनने के आरोप लगा दिए। मंगलसूत्र किसने छीने हमें तो पता तक नहीं।
शिव महापुराण के कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा देर शाम को सीहोर से चलकर जिला मुख्यालय पर पहुंचे। वह 7 बजे बाद होटल संस्कृति पर पहुंचे, जहां राजगढ़ के भक्तों ने उनका आत्मीय स्वागत किया। उनके ठहरने के लिए इसी होटल में इंतजाम किए हैं। आज दोपहर से वह कथा करेंगे।
26 से 29 जून तक बागेश्वर धाम के महंत पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने खिलचीपुर में हनुमंत कथा की थी। कथा के एक दिन पहले 25 जून को यहां एतिहासिक कलश यात्रा निकाली थी, जिसमें शामिल होने हजारों की संख्या में महिलाएं पहुंची थी। इस कलश यात्रा में भी करीब तीन दर्जन महिलाओं की सोने की चेन व मंगलसूत्र छीनने की घटनाएं सामने आई थी। महिलाओं ने खिलचीपुर थाने में शिकायत भी की थी, लेकिन अब तक किसी भी महिला की न सामग्री बरामद हुई और न ही आरोपित पकड़े जा सके।
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तेलंगाना एक्सप्रेस में लगी आग, मची अफरा-तफरी
छिंदवाड़ा। शनिवार तड़के नई दिल्ली से हैदराबाद जाने वाली 12724 तेलंगाना एक्सप्रेस ट्रेन में आग लग गई। छिंदवाड़ा के पांढुर्णा रेलवे स्टेशन से लगभग 1 किलोमीटर की दूरी पर ट्रेन की पैंट्री कार से यात्रियों ने धुआं और आग की लपटें उठती देखीं। जिसके बाद अफरा-तफरी मच गई।
तेलंगाना एक्सप्रेस 18 अगस्त की शाम 4 बजे नई दिल्ली से चलकर हैदराबाद जा रही थी। 19 अगस्त की सुबह 5.37 बजे पांढुरना रेलवे स्टेशन से गुजरने के लगभग 1 किलोमीटर बाद गायत्री फाटक पर इसे रोका गया। ट्रेन के पेंट्रीकार बोगी कोच नंबर 201811/सी में आग लग गई। आग लगने से यात्रियों में हड़कंप मच गया। पांढुर्णा रेलवे कर्मचारियों की मदद से आग पर काबू पाया गया। फिलहाल कोई जनहानि नहीं हुई है। आधे घंटे बाद आग बुझाकर ट्रेन को आगे के लिए रवाना किया गया।
बताया जा रहा है कि यह ट्रेन भोपाल से गुजरने के बाद इटारसी होते हुए नागपुर की ओर जा रही थी। ट्रेन का नागपुर पहुंचने का समय सुबह 7ः10 था लेकिन पांढुर्णा रेलवे स्टेशन के पास ही ट्रेन से धुआं उठने लगा और इसे रोक दिया गया। बताया जा रहा है कि पैंट्री कार के नीचे से ट्रेन में धुंआ निकल रहा था। फिलहाल अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि आग कैसे लगी। जिसकी जांच की जा रही है।
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युवक के पार्सल में मादक पदार्थ होने का भय दिखाकर 1.14 लाख रुपये हड़पे
भोपाल। राजधानी में आनलाइन ठगी का अनोखा मामला सामने आया है। एक शातिर जालसाज ने खुद को कोरियर कंपनी में कार्यरत बताते हुए पीड़ित को फोन कर धमकाया कि उसके पार्सल में भारी मात्रा में मादक पदार्थ मिला है। इस धमकी भरे फोन काल के बाद आरोपित ने फरियादी से करीब 1.14 लाख रुपये अपने खाते में जमा कराकर हड़प लिए। बाद में जब मामला खुला तो पीड़ित के पिता ने साइबर क्राइम पुलिस में एफआइआर दर्ज करा दी।
इस वारदात में चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपित ने साइबर पुलिस अधिकारी बताकर एक व्यक्ति से बात भी कराई। उससे बात कराने के बाद आरोपित ने पीड़ित युवक को झांसे में लेकर रुपये अपने खाते में जमा करवाकर मोबाइल फोन बंद कर लिया। पुलिस मोबाइल नंबर के आधार पर आरोपितों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।
साइबर क्राइम के एसआइ शिवराज सिंह ने बताया कि भोपाल निवासी जगमोहन कुमार शासकीय इंजीनियर हैं। उन्होंने सायबर क्राइम में शिकायत की थी कि उनका बेटा गुरुवीर बेंगलुरु में साफ्टवेयर इंजीनियर है, उसे जल्द ही वापस जाना था। इस दौरान 10 अगस्त को बेटे के मोबाइल पर एक व्यक्ति का फोन आया। फोन करने वाले ने कहा कि उसका आधार कार्ड स्कैन किया है और उसके माध्यम से एक कोरियर बुक किया गया है, जब उसे चेक किया गया तो मादक पदार्थ मिला है। यह बात अगर बाहर चली गई तो आपके खिलाफ कार्रवाई होगी और गिरफ्तार भी किया जा सकता है।
इस पर गुरुदीप ने ऐसा कोई भी कोरियर करने की बात से इनकार किया तो फोन करने वाले युवक ने अपने साथी को साइबर पुलिस का अधिकारी बनाकर उससे बात कराई और कहा कि उनके आधार कार्ड स्कैन किया गया और उनके खाते से लगातार 57-57 हजार रुपये दूसरे खाते में जमा किए जा रहे हैं। इस पर गुरुदीप ने कहा कि उसने कोई ट्रांजेक्शन नहीं किया। आरोपित के साथी ने कहा कि अगर ऐसा नहीं है तो 57 हजार रुपये उसके खाते में जमा करके देख लेते हैं। बाद में वह रुपये वापस कर देगा।
गुरुवीर ने जैसे ही उस जालसाज के साथी के बताए खाते में दो बार में 57-57 हजार रुपये जमा किए तो उसने अपना मोबाइल बंद कर लिया। बाद में उसने कई बार उस नंबर फोन लगाने का प्रयास किया ,लेकिन फोन नहीं लगा। इसके बाद उसने अपने पिता को पूरा घटनाक्रम बताया, तब उनको एहसास हुआ कि उनके साथ आनलाइन ठगी हो गई है। यह सबसे नए तरीके से की गई आनलाइन ठगी है। पुलिस आरोपित के नंबर से उसकी तलाश में लग गई है।