गुना। मध्य प्रदेश सरकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा जिला गुना के नेतृत्व में प्रांतीय आवाहन के तहत गुना जिले के अधिकारी कर्मचारी अपनी 39 सूत्रीय मांगों को लेकर 25 अगस्त को सामूहिक अवकाश पर रहेंगे। अगर मांग पर सरकार ने गंभीरता पूर्वक निर्णय नहीं लिया तो 11 सितंबर को राजधानी में जंगी प्रदर्शन भी किया जाएगा।
संयुक्त मोर्चा जिलाध्यक्ष आलोक नायक ने बताया कि मध्य प्रदेश के 7.30 लाख अधिकारी कर्मचारियों की विभिन्न समस्याओं का निराकरण लगातार अनुनय विनय आंदोलन ध्यान आकर्षण के बावजूद न होने से प्रदेश के अधिकारी कर्मचारियों में सरकार के प्रति भारी आक्रोश व्याप्त है।
कर्मचारी नेताओं ने बताया कि प्रदेश सरकार लगातार नई-नई घोषणाएं और बाजार से कर्ज लेकर विभिन्न योजनाओं पर खर्च कर रही है। परंतु मध्य प्रदेश के अधिकारी कर्मचारियों की लगातार अनदेखी किए जाने से पूरे प्रदेश में शासकीय सेवकों के मन में भारी नाराजगी है।
संयुक्त मोर्चा के ज्ञापन में 39 मांगों के साथ विभिन्न संगठनों द्वारा समय-समय पर दिए गए ज्ञापनों पर तत्काल निर्णय लेकर समस्याओं का समाधान चुनाव पूर्व करना मुख्य रूप से शामिल की गई है।
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शहरी स्वास्थ्य केंद्र पर गर्भवती महिलाओं की जांच की गई
गुना। शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बूढ़े बालाजी पर 10 गर्भवती महिलाओं की जांच की गई एवं 10 बच्चों का टीकाकरण किया गया। इसके साथ ही यूविन पोर्टल के माध्यम से एंट्री कर सर्टिफिकेट वितरण किए गए। इस अवसर पर डॉ. रामवीर सिंह रघुवंशी ने समस्त आशा कार्यकर्ताओं की बैठक लेकर उन्हें मार्गदर्शन दिया।
उन्होंने बताया कि कि गर्भवती महिलाओं को आयरन की गोली दी गई, जिसका सेवन गर्भवती महिलाओं को प्रतिदिन करना है एवं प्रसव जिला चिकित्सालय में ही कराएं। इस अवसर पर 108 एंबुलेंस वाहन की जानकारी दी गई। इस अवसर पर संस्था प्रबंधक डॉ. रामवीर सिंह रघुवंशी ने 150 मरीजों का उपचार किया गया। स्टाफ नर्स वर्षा कटरे द्वारा ब्लड सैंपल और 20 रोगियों के ब्लड प्रेशर व 10 रोगियों की डायबिटीज की निशुल्क जांच की गई।
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निचला बाजार रपटे को चौड़ा करने का वर्क ऑर्डर जारी,एनजीटी पहुंची बचाओ समिति
गुना। नगर पालिका निचला बाजार रपटे की चौड़ाई कथित तौर पर 280 फीट बढ़ाने के लिए 2.67 करोड़ के प्रोजेक्ट का वर्क ऑर्डर जारी कर दिया है। इसके साथ ही एनजीटी यानि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में 6 साल स्थगित गुनिया बचाओ समिति का केस भी फिर ओपन हो गया। समिति ने नपा पर ट्रिब्यूनल के 2017 के आदेश की अवमानना करने का आरोप लगाते हुए दोबारा याचिका दायर कर दी। इसे सुनवाई के लिए मंजूर कर लिया गया है।
गुनिया बचाओ समिति के कार्यकर्ता ने बताया कि एनजीटी ने नदी पर व्यवसायिक निर्माण पर रोक लगाई है, इसके बावजूद नपा इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू करवा रही है। दरअसल नपा ने इससे पहले भी गुनिया नदी के ऊपर पुल नुमा संरचना बनाकर, इसके दोनों ओर मार्केट विकसित करने भी प्रस्ताव था। इसके खिलाफ समिति ने 2015 से 2017 के बीच लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी। अंत में नपा को यह प्रोजेक्ट ठंडे बस्ते में डालना पड़ा। अब दोबारा इसे नए बहाने से लागू करने की कथित साजिश की जा रही है। हालांकि नपा का कहना है वह रपटे की चौड़ाई दोनों ओर 15-15 फीट ही बढ़ाना चाहती है। 3. 2017 में अधिकारियों ने एनजीटी में हलफनामा दिया था कि 24 माह में सीवेज सिस्टम पूरा होने के बाद नदी को रिकवर कर लिया जाएगा।
रपटे की चौड़ाई दोनों ओर 15-15 फीट ही बढ़ाएंगे नपा प्रोजेक्ट के इंजीनियर बीबी गुप्ता का दावा है कि यातायात की सुविधा के लिए हम रपटे की चौड़ाई को दोनों ओर 15-15 फीट ही बढ़ा रहे हैं। साथ ही उनका यह भी दावा है कि इस प्रोजेक्ट में नदी के दोनों किनारों पर 250 फीट पिचिंग का काम होगा। उन्होंने इस बात का खंडन किया कि रपटे की चौड़ाई 280 फीट की जा रही है।
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सकतपुर में सरपंच जगवीर ने नहीं बनवाई पुलिया, नाराज लोगों ने प्रदर्शन किया, इस बार वोट न डालने की बात कही
गुना। गुना जिले के ग्राम सकतपुर में गांव वालों ने सरपंच के खिलाफ नाराजगी जताई और विरोध प्रदर्शन किया। गांव वालों का आरोप है कि टूटी पुलिया के लिए लगभग 03 वर्षों से ज्यादा समय हो गया है, लेकिन पूर्व और वर्तमान सरपंच जगवीर चौहान ने पुलिया का निर्माण नहीं कराया।
समस्या पर जिला प्रशासन, जिला पंचायत अध्यक्ष और सरपंच गंभीर नहीं...
गांव वालों के छोटे बच्चों को पानी में घुसकर स्कूल जाना पड़ रहा है। वहीं इस और स्कूल शिक्षा विभाग व जिला प्रशासन ने भी ध्यान नहीं दिया। साथ ही जिला पंचायत के कारिंदे और जिला पंचायत अध्यक्ष का भी इस समस्या पर ध्यान नहीं गया। वर्तमान में कई गांव के लोग इस टूटी पुलिया से परेशान नजर आते हैं।
वर्तमान सरपंच से जब गांव के लोगों ने पुलिया बनाने की बोला तो सरपंच जगवीर चौहान ने कहा कि इस पुलिया का बजट नहीं है और यह नहीं बन पाएगी! ऐसा गांव वालों का आरोप है।
किसी भी पार्टी को वोट न देने की बात कही.....
सकतपुर गांव के लोग टूटी पुलिया के पास अभी तक दिए गए आवेदन के प्रति लेकर महिला, पुरुष, बच्चे इकट्ठे हुए और उन्होंने अपने हाथ में आवेदन लेकर इस समस्या पर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि इस बार हम किसी भी पार्टी के लोग को वोट नहीं डालेंगे यदि हमारी पुलिया का निर्माण नहीं हुआ तो। इतनी बड़ी समस्या होने के बाद भी सकतपुर ग्राम पंचायत के सरपंच जगबीर सिंह चौहान से इस संबंध में जब चर्चा करना चाहिए तो उन्होंने चार फोन लगाने के बाद भी नहीं उठाया। इस कारण उनकी प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई है।
जनसुनवाई में पहुंचे गांव के लोग....
दिनांक 22/8/2023 को जिला कलेक्टर गुना को दिए गए आवेदन के अनुसार-
ग्राम सकतपुर आदिवासी मजरा जिला गुना मे वर्ष 2021 मे गाँव की बस्ती को जोड़ने वाली पुलिया जो कि सकतपुर गाँव की आदिवासी नजरा से जोड़ती थी वह अत्यधिक बरसात होने से ग्राम सकतपुर में बहने वाले नाले में बाढ़ आ गई थी। जिसके कारण सकतपुर आदिवासी मजरा को जोडने वाली पुलिया वह गई थी।
पुलिया वर्ष 2021 से अत्यधिक बरसात होने के कारण टूट चुकी है, जिस कारण ग्रामवासी अत्यधिक परेशान हो रहे है। न ही अपने बच्चो को सकतपुर स्कूल भेज पा रहे है। क्योंकि जाने के लिये मात्र पुलिया ही एक रास्ता था जो कि अब टूट चुका है।
प्रार्थी का विनम्र अनुरोध है कि ग्राम सकतपुर आदिवासी मजरा जिला गुना में गाँव व आदिवासी मजरा को जोड़ने वाली पुलिया का निर्माण कार्य जल्द से जल्द कराने की कृपा करे जिससे ग्रामवासी को जो समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है उससे निजात मिल सके।
दिनांक २२-८-२०23 समस्त ग्रामवासी - प्रेम नारायण केवट, सन्तोष, रामबाबू, भरोसा डालचंद, मन्नू आदीवासी, महेश, झोलाराम आदीवासी, राजा, धनसिंह, लल्लू