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बिना शादी के जन्मे बच्चों का भी माता-पिता की संपत्ति में अधिकार, कर सकते हैं हिस्सेदारी का दावा- सुप्रीम कोर्ट

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नई दिल्ली। अब बिना शादी के पैदा हुए बच्चों को भी माता-पिता की संपत्ति में हिस्सा मिल सकेगा। सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार 1 सितंबर को फैसला सुनाते हुए कहा कि "अमान्य विवाह" के बच्चों को माता-पिता की संपत्ति में हिस्सा मिल सकता है। सुको ने यह भी कहा कि ऐसे बच्चे हिंदू कानून के तहत माता-पिता की संपत्ति में अधिकार का दावा कर सकते हैं।
हिंदू विवाह कानून के अनुसार, शून्य या अमान्य विवाह में पुरुष और महिला को पति-पत्नी का दर्जा नहीं मिलता है शून्य विवाह एक ऐसा विवाह है जो शुरुआत से ही अमान्य है जैसे कि विवाह अस्तित्व में नहीं आया हो। शून्यकरणीय विवाह में उन्हें पति और पत्नी का दर्जा प्राप्त है। शून्यकरणीय विवाह में शून्यता की डिक्री की आवश्यकता होती है। जबकि शून्य विवाह में, विवाह को रद्द करने के लिए शून्यता की किसी डिक्री की जरूरत नहीं होती है।
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सुप्रीम कोर्ट का फैसला 2011 की एक याचिका पर आया है जो माता-पिता की पैतृक संपत्ति में हिस्सेदारी के जटिल कानूनी मुद्दे के मामले में दायर की गई थी। याचिका में पूछा गया था कि क्या गैर-वैवाहिक बच्चे हिंदू कानूनों के तहत अपने माता-पिता की पैतृक संपत्ति में हिस्सेदारी के हकदार हैं।
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अलायंस (I.N.D.I.A.) की तीसरी बैठक में लालू बोले- संकल्प लिया है, मोदी को हटाकर ही दम लेंगे
मुंबई। विपक्षी दलों के इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल अलायंस (I.N.D.I.A.) की तीसरी बैठक मुंबई में हुई। मीटिंग के दूसरे दिन 1 सितंबर को गठबंधन ने 13 मेंबर की कोऑर्डिनेशन कमेटी का ऐलान किया। बाद में कहा गया कि कमेटी में CPI(M) के मेंबर का नाम भी जोड़ा जाएगा। इसके बाद इस कमेटी में 14 मेंबर हो जाएंगे। अगली मीटिंग (चौथी) दिल्ली में होगी।
विपक्ष की मीटिंग खत्म होने के बाद साढ़े तीन बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई। इसमें तीन संकल्पों की जानकारी दी गई। इनमें देशभर में गठबंधन की रैलियां करने और कोऑर्डिनेशन कमेटी बनाने के अलावा कैंपेन की थीम जुड़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया रखना शामिल हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में लालू यादव ने कहा- हमने संकल्प लिया है कि मोदी जी को हराकर ही दम लेंगे।
सभी का उद्देश्य एक ही है कि मोदी महंगाई के लिए क्या करेंगे, बेरोजगारी के लिए क्या करेंगे। पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ रही है। मोदी जी 100 रुपए बढ़ाते हैं और 2 रुपए कम करते हैं। एलपीजी के दाम डबल हो गए है, लेकिन उन्होंने 200 कम किए।
लोगों को दिखाने के लिए 200 रुपए कम करना और कहना मैं गरीबों के लिए काम करता हूं। मोदी जी कभी गरीबों के लिए काम नहीं करेंगे। वे बड़े-बड़े उद्योगपतियों के साथ मिलकर चलते हैं।
विपक्ष की कमेटी में 1 CM, 1 डिप्टी CM, दो पूर्व मुख्यमंत्री, 5 राज्यसभा और 2 लोकसभा सांसदों को जगह दी गई है। इसके अलावा लेफ्ट से दो नेताओं को कमेटी में शामिल किया गया है। कमेटी में झारखंड के CM हेमंत सोरेन (JMM), बिहार के डिप्टी CM तेजस्वी यादव (RJD)। जम्मू-कश्मीर से दो पूर्व मुख्यमंत्री- उमर अब्दुल्ला (NC) और महबूबा मुफ्ती (PDP)। पांच राज्यसभा सांसद- केसी वेणुगोपाल (कांग्रेस), संजय राउत (शिवसेना UBT), शरद पवार (NCP), राघव चड्ढा (AAP) और जावेद अली खान (SP)। लोकसभा के दो सांसद- ललन सिंह (JDU), अभिषेक बनर्जी (TMC)। डी राजा (CPI) और एक सदस्य CPI (M) से एक सदस्य को शामिल किया गया है। CPI (M) के सदस्य के नाम की घोषणा नहीं की गई है।
गठबंधन के लोगो पर सहमति नहीं बन पाई। इसलिए इसे तीसरी बैठक में लॉन्च नहीं किया गया। लोगो के 6 डिजाइन शॉर्ट लिस्ट हुए थे, जिनमें से एक सभी को पसंद आया, लेकिन इसमें कुछ बदलाव होने बाकी हैं। इस पर फैसला अगली मीटिंग में होगा।
यह मीटिंग होटल ग्रैंड हयात में हुई। मीटिंग में प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि जैसे-जैसे I.N.D.I.A मजबूत होगा तो उसके सदस्यों पर छापे और गिरफ्तारियां भी बढ़ेंगी। बैठक के पहले दिन 31 अगस्त को 28 दलों के नेता शामिल हुए थे। इन्होंने कहा था कि वे देश और संविधान को बचाने के लिए साथ आए हैं।
विपक्ष के गठबंधन की 13 सदस्यीय कमेटी में दो मुख्यमंत्रियों को जगह मिली है। इनमें तमिलनाडु के CM एमके स्टालिन और झारखंड के CM हेमंत सोरेन शामिल हैं। एक डिप्टी CM तेजस्वी यादव शामिल हैं। दो पूर्व मुख्यमंत्री- उमर अब्दुल्ला (NC) और महबूबा मुफ्ती (PDP) को रखा गया है। पांच राज्यसभा सांसद- केसी वेणुगोपाल (कांग्रेस), संजय राउत (शिवसेना UBT), शरद पवार (NCP), राघव चड्ढा (AAP) और जावेद अली खान (SP) हैं। इसके अलावा लोकसभा के दो सांसद ललन सिंह (JDU), अभिषेक बनर्जी (TMC) को भी सदस्य बनाया गया है। डी राजा (CPI) ऐसे सदस्य हैं जो न लोकसभा में हैं और न राज्यसभा में।
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संघ प्रमुख ने कहा 'हिंदुस्तान एक हिंदू राष्ट्र, ये ही सच्चाई है' लेकिन कुछ लोग यह समझ नहीं रहे
नई दिल्ली। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने एक बार फिर हिंदू राष्ट्र को लेकर बड़ा बयान दिया है। नागपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में संघ प्रमुख ने कहा कि भारत एक हिंदू राष्ट्र है सभी भारतीय हिंदू हैं और हिंदू सभी भारतीयों का प्रतिनिधित्व करते हैं। संघ प्रमुख ने कहा कि कुछ लोग या तो इसे अभी तक समझ नहीं पाए हैं या भूल गए हैं। भागवत ने कहा कि संघ को सभी के बारे में चिंतित होना चाहिए। भागवत नागपुर में दैनिक अखबार तरुण भारत की एक इमारत के उद्घाटन के मौके पर बोल रहे थे।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा, 'हिंदुस्तान एक हिंदू राष्ट्र है और ये सच्चाई है। वैचारिक रूप से सभी भारतीय हिंदू हैं और हिंदू का मतलब सभी भारतीय हैं। वे सभी जो आज भारत में हैं, वे हिंदू संस्कृति, हिंदू पूर्वजों और हिंदुओं की जमीन से संबंधित हैं। कुछ लोग इस बात को समझ गए हैं, लेकिन कुछ लोग अपनी आदतों और स्वार्थ के कारण इस पर अमल नहीं कर रहे हैं।' भागवत ने आगे कहा कि कुछ लोग या तो इसे अभी तक समझ नहीं पाए हैं या भूल गए हैं।
भागवत ने कहा कि हमारी विचारधारा की दुनिया भर में बहुत मांग है। वास्तव में इस विचारधारा का कोई विकल्प नहीं है। देश को वैश्विक शक्ति बनाने की जिम्मेदारी समाज और मीडिया पर आएगी। ऐसे समाज और मीडिया पर जो विचारधारा का प्रसार करती है। भागवत ने कहा कि रिपोर्टिंग निष्पक्ष और तथ्यों पर आधारित और इसमें सभी पक्षों को शामिल किया जाना चाहिए। मोहन भागवत ने स्वदेशी अपनाने, पर्यावरण की देखभाल और अनुशासन पर ध्यान लगाने पर भी जोर दिया।