This website uses cookies to ensure you get the best experience on our website.

स्कूल के शिक्षक ने छात्राओं को दिखाए अश्लील वीडियो, पुलिस ने हिरासत में लिया

User Rating: 3 / 5

Star ActiveStar ActiveStar ActiveStar InactiveStar Inactive
 


रतलाम। एक सरकारी स्कूल के शिक्षक द्वारा छात्राओं को मोबाइल फोन पर अश्लील वीडियो दिखाने व उनके साथ छेड़छाड़ करने का मामला सामने आया है। छात्राओं द्वारा चाइल्ड लाइन के फोन नम्बर 1098 पर शिकायत करने के बाद मामला पुलिस को सौंप दिया गया। औद्योगिक क्षेत्र पुलिस ने आरोपित शिक्षक फूलसिंह भगौरा के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर उसे हिरासत में ले लिया है।
जानकारी के अनुसार एक गांव में स्थित शासकीय माध्यमिक विद्यालय की कक्षा सात में पढ़ने वाली 12 से 14 वर्ष की कुछ छात्राओं को आरोपित शिक्षक फूलसिंह भगौरा पिछले कुछ दिनों से मोबाइल फोन पर अश्लील वीडियो दिखा रहा था। दो छात्राओं ने इसकी जानकारी अपने स्वजन को दी तो उनमें रोष फैल गया। उन्होंने कार्रवाई के लिए चाइल्ड लाइन पर फोन कर सूचना दी। चाइल्ड लाइन की टीम के जिला समन्वयक प्रेम चौधरी, काउंसलर सुनीता पंवार, केस वर्कर लक्षिका राठौड़ व ताला सिसौदिया ने तत्काल ग्रामीणों व छात्राओं से संपर्क किया।
दो छात्राओं ने काउंसलिंग के दौरान शिक्षक द्वारा उन्हें अश्लील वीडियो दिखाने, बेड टच करने, छेड़छाड़ की जानकारी दी। इसके बाद चाइल्ड लाइन की टीम ने बाल संरक्षण अधिकारी टीना सिसौदिया को जानकारी देकर पूरे मामले से अवगत कराया। मामला बाल कल्याण समिति के समक्ष ले जाया गया। बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष सुधीर निगम, सदस्य ममता चौहान, शंभूलाल मांगरोला, दीपक कुमार तिवारी ने तत्काल औद्योगिक क्षेत्र थाना पर पत्र भेजकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए काउंलर से जानकारी ली और दो छात्राओं के बयान लिए। सूत्रों के अनुसार छात्राओं ने काउंसलिंग के दौरान तथा बयानों में बताया कि शिक्षक फूलसिंह भगौरा छात्राओं को अलग-अलग समय में अश्लील वीडियो दिखाकर छेड़छाड़ भी करता था। शर्म के कारण कुछ छात्राएं स्कूल तक नहीं जा रही हैं। पुलिस ने आरोपित शिक्षक फूलसिंह भगौरा के खिलाफ भादंवि की धारा 354, 354 (क), 293, पाक्सो एक्ट की धारा 9 एफ, 10, 11 व 12 के तहत प्रकरण दर्ज किया है।
----------------------------------
पेट्रोल पंप संचालक से डकैती के मामले में 5 आरोपियों को 10-10 वर्ष का कारावास
छतरपुर। सरेराह पेट्रोल पंप संचालक से डकैती करने के मामले में प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश बिजावर के अतिरिक्त न्यायाधीश की अदालत ने 5 आरोपियों को 10-10 वर्ष का सश्रम कारावास ओर अर्थदण्ड से दंडित किया है।
अभियोजन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार फरियादी अभिषेक अग्रवाल ने थाना बिजावर में एक लिखित शिकायत दी थी। जिसमें लेश किया कि 29 नवम्बर २०19 को रात 8.15 बजे वह रोजाना की तरह अपने जटाशंकर पेट्रोल पम्प चक्कर की सड़क बिजावर से 1 लाख 92 हजार 500 रुपए अपनी स्कूटी की डिग्गी में थैले में रखे था, लेकर अपने घर तरफ जा रहा था। इस दौरान जैसे ही वह चक्कर की सड़क पर अतीक मिस्त्री के डिब्बा के सामने पहुंचा, तभी बाइक से २ लोग आए और उसकी स्कूटी के सामने उन्होंने अपनी बाइक लगा दी। जिसके बाद एक व्यक्ति और पैदल बगल से आ गया और उसने कट्टा की बट से व हाथ पैर से मारपीट की व स्कूटी की डिग्गी से थैला सहित रुपए छीन लिए। इस दौरान लायसेंसी पिस्टल व कारतूस छीन लिए। घटना के दौरान मेरी आवाज सुनकर बड़े भाई आशीष अग्रवाल व राकेश सिंह जो बाइक से आ रहे थे, उन्हें देखकर तीनों बदमाश अपनी बाइक से कट्टा लहराते हुए फरार हो गए। इस मामले में आरोपियों पर पुलिस ले मामला दर्ज किया और जांच के बाद अभियोग पत्र न्यायालय में प्रस्तुत किया। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला स्तरीय समिति द्वारा मामले को चिंहित जघन्य सनसनीखेज अपराध की श्रेणी में रखा गया।
अभियोजन की ओर से एडीपीओ अपर लोक अभियोजक अजय प्रताप सिंह बुंदेला ने पैरवी करते हुए मामले के सभी सबूत व गबाह कोर्ट में पेश किए। विचारण उपरांत प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश बिजावर के न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश रूपेश कुमार गुप्ता द्वारा आरोपी अखिलेश राजपूत, मनप्यारे राजपूत, नईम उर्फ नहू, राशिद उर्फ छोटू व अरबाज उर्फ जैकस्पेरो को भादंवि की धारा 395 सहपठित धारा 397 के आरोप में 10-10 वर्ष का सश्रम कारावास व 5-5 हजार रुपए के अर्थदण्ड से दंडित किया है।
-------------------------------------
आरक्षक की दूसरी बीवी लहूलुहान हालत में थाने पहुंची, बोली- साहब पति ने बहुत मारा
कटनी। जिले के रीठी थाना में पदस्थ एक आरक्षक के द्वारा दूसरी पत्नी उसकी बड़ी बहन व एक अन्य महिला के साथ बेदम पिटाई किए जाने का मामला सामने आया है। घायलों को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उपचार जारी है। वहीं दूसरे पक्ष ने भी मारपीट करने का आरोप लगाया है। जिस आरक्षक पर मारपीट के आरोप लगे हैं उसका नाम भगवत चौधरी है जिस पर धोखा देकर झूठ बोलकर दूसरी शादी करने का आरोप भी दूसरी पत्नी ने लगाया है।
पीड़िता सरोज चौधरी निवासी रैपुरा ने बताया कि उसका विवाह रीठी थाने में पदस्थ पुलिस आरक्षक भगवत चौधरी के साथ हुआ था। लेकिन अब भगवत व उसके माता-पिता उसके साथ मारपीट करते हैं घर से निल जाने के लिए कहते हैं और इसकी वजह है भगवत की पहली पत्नी का वापस घर लौट आना। पहली पत्नी के वापस आने के बाद अब पति भगवत उसे अपने साथ नहीं रखना चाहता है। इसी बात को लेकर आज भी पति भगवत व परिवारवालों ने उसके व उसकी बड़ी बहन व एक अन्य महिला के साथ बेरहमी से मारपीट की है।
एक तरफ दूसरी पत्नी सरोज सहित तीन महिलाओं को खून से लथपथ घायल हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है वहीं दूसरी तरफ भगवत की पहली पत्नी ने भी दूसरी पत्नी पर मारपीट के आरोप लगाए हैं। आरक्षक भगवत व उसकी पहली पत्नी ने शिकायत करते हुए बताया है कि पहली पत्नी के घर वापस आने के बाद दूसरी पत्नी सरोज ने पहली पत्नी व माता-पिता के साथ मारपीट की है और इसी मारपीट की घटना में दोनों पक्षों को चोटे आई हैं।
वहीं पीड़ित दूसरी पत्नी सरोज चौधरी ने आरक्षक भगवत चौधरी पर धोखे से दूसरी शादी करने के आरोप भी लगाए हैं। उसका कहना है कि शादी करते वक्त भगवत ने कहा था कि उसका पहली पत्नी से तलाक हो गया है इसलिए वो दूसरी शादी कर रहा है लेकिन अब उसने फिर से पहली पत्नी को रख लिया है। पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत के आधार पर मामले की जांच शुरु कर दी है।
----------------------------------------
डेढ़ घंटे सर्जरी कर वृद्ध महिला के पेट से निकाला सात किलो का ट्यूमर
बुरहानपुर। बुरहानपुर जिला अस्पताल के सर्जरी विभाग ने शुक्रवार को एक 72 वर्षीय वृद्ध महिला को जीवनदान दिया है। सर्जन डा. दर्पण टोके सहित चार डाक्टरों व छह नर्सिंग स्टाफ की टीम ने करीब डेढ़ घंटे तक सर्जरी कर वृद्धा के पेट से सात किलो का सिस्ट ट्यूमर निकाला है।
डा. टोके ने बताया कि शिकारपुरा क्षेत्र निवासी शांति बाई चौहान पेट दर्द की शिकायत लेकर पहुंची थीं। उन्होंने जांच कराई तो सिस्ट होने का पता चला। आमतौर पर इस उम्र में बड़े आपरेशन करने से सरकारी अस्पताल के डाक्टर बचते हैं।
शुरूआत में शांति बाई के स्वजन को भी मेडिकल कालेज खंडवा अथवा अन्य अस्पताल जाने की सलाह दी गई थी, लेकिन आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने का हवाला देकर उन्होंने यहीं आपरेशन करने का आग्रह किया। खतरा होने के बावजूद डा. दर्पण टोके आपरेशन करने तैयार हो गए। गुरुवार को सभी जांच रिपोर्ट ठीक आने पर शुक्रवार सुबह साढ़े नौ बजे से आपरेशन शुरू किया गया। यह आपरेशन सुबह 11 बजे के आसपास समाप्त हुआ। सफल आपरेशन के बाद मरीज के स्वजन ने डाक्टरों की टीम को देवतुल्य बताते हुए धन्यवाद दिया।
आपरेशन करने वाली टीम में डा. दर्पण टोके के अलावा डा. शामली बरहाटे, डा. अर्पित आनंद, डा. रश्मि बोरले, रविंद्र शर्मा, नर्सिंग आफिसर खुशबू सिंह, प्रतिभा, ओटी के अभय सिंह, इंदर सिंह और कुसुम शामिल थीं।