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भाजपा में इस्तीफों का दौर शुरू, हर्षवर्धन सहित कई पदाधिकारियों ने छोड़ी पार्टी

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बुरहानपुर । भाजपा की अधिकृत प्रत्याशी अर्चना चिटनिस के खिलाफ बगावत कर निर्दलीय प्रत्याशी हर्षवर्धन सिंह चौहान के साथ खड़े होने वाले भाजपा के पदाधिकारियों ने बड़ा कदम उठाते हुए इस्तीफे सौंपने शुरू कर दिए हैं। गुरुवार दोपहर बाद से इस्तीफों की झड़ी लगी हुई है।
जिससे भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के होश उड़े हुए हैं। सबसे पहले युवा मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष स्व. नंदकुमार सिंह चौहान के पुत्र हर्षवर्धन सिंह चौहान ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के नाम अपना इस्तीफा भेजा।
इसके बाद युवा मोर्चा के पूर्व जिलाध्यक्ष रमेश पाटीदार, नगर निगम के पूर्व अध्यक्ष मनोज तारवाला, भाजपा जिला मंत्री प्रवीण शहाणे, जिला प्रभारी पिछड़ा वर्ग मोर्चा व पूर्व जनपद अध्यक्ष किशोर पाटिल, भाजपा जिला मंत्री सौरभ पाटिल और पूर्व जनपद अध्यक्ष काशीनाथ महाजन ने अपना इस्तीफा सौंपा है।
सभी पदाधिकारियों ने इस्तीफा सौंपने का कारण प्रत्याशी चयन में वरिष्ठ नेताओं द्वारा गलती करना बताया है। पदाधिकारियों ने कहा है कि उचित मंच पर विरोध दर्ज कराने के बावजूद निर्णय नहीं बदला गया है। इसलिए वे पार्टी और प्रत्याशी के पक्ष में काम कर पाने में असमर्थ हैं।
उल्लेखनीय है कि गुरुवार को नाम वापसी का अंतिम दिन था। भाजपा जिलाध्यक्ष ने संकेत दिए थे कि यदि अंतिम समय सीमा तक बागी अपना नामांकन वापस नहीं लेते और बागियों का समर्थन कर रहे भाजपा नेता वापस नहीं लौटते तो ऐसे पदाधिकारियों के खिलाफ निष्कासन की कार्रवाई की जाएगी।
इसे लेकर भाजपा कार्यालय में शाम को बैठक भी होनी थी। इस बैठक से पहले ही पदाधिकारियों ने अपने इस्तीफे सौंप कर पार्टी नेतृत्व को यह बताने का प्रयास किया है, कि अब वे किसी भी सूरत में अपने कदम पीछे नहीं खींचेंगे।
स्व. नंदूभैया के पुत्र हर्षवर्धन सिंह को जिताने के लिए काम करेंगे। इस संबंध में हमने भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज लधवे का पक्ष जानने का प्रयास भी किया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।
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3 नवंबर को सर्वार्थसिद्धि योग में राशि परिवर्तन करेंगे शुक्र, 4 को रवि योग में मार्गी होंगे शनि
उज्जैन। पंचांगीय गणना के अनुसार दीपावली से पहले दो महत्वपूर्ण ग्रहों के गोचर में परिवर्तन होने जा रहा है। शुक्रवार के दिन सर्वार्थसिद्धि योग में सुबह 7 बजे शुक्र सिंह राशि को छोड़कर कन्या राशि में प्रवेश करेंगे। वहीं शनिवार के दिन नवंबर माह से वक्री चल रहे शनि मार्गीय होंगे। ग्रहों का यह परिवर्तन सामाजिक, राजनीतिक परिवर्तन के साथ विभिन्न राशि के जातकों की किस्मत के द्वार खोलेगा।
ज्योतिषाचार्य पं.अमर डब्बावाला के अनुसार नवग्रह में सुख, समृद्धि, वैभव, ऐश्वर्य का कारक ग्रह शुक्र सिंह राशि को छोड़कर कन्या राशि में प्रवेश करेगा। हालांकि, कन्या राशि का अधिपति बुध है और कन्या राशि में शुक्र निम्न अवस्था पर होते हैं। फिर भी दृष्टिसंबंधों के आधार पर देखें तो सातवीं दृष्टि उच्च की होती है जो मीन राशि को देखती है। इस दृष्टिकोण से शुक्र का राशि परिवर्तन केंद्र योग बनाएगा। साथ में व्यापार जगत में भारी परिवर्तन के साथ आर्थिक प्रगति के योग बनेंगे। उद्योग जगत में नए-नए परिवर्तन या नवाचार आदि दिखाई देगा, जो आमजन के लिए अनुकूल रहेगा।
शुक्र का कन्या राशि में केतु के साथ युति संबंध रहेगा। ज्ञातव्य है कि राहु-केतु ने 30 अक्टूबर को राशि परिवर्तन किया, जिसके अंतर्गत राहु मीन राशि में तथा केतु कन्या राशि में गोचर कर रहे हैं। अब कन्या राशि के केतु के साथ ही शुक्र का भी गोचर रहेगा। इस दृष्टि से शुक्र केतु की युति बनेगी यही युति अच्छी है, फिर भी खानपान पर ध्यान देने की आवश्यकता रहेगी।
4 नवंबर को रवि योग में शनि होंगे मार्गी-नवग्रह में सर्वाधिक सुंदर ग्रह शनि वर्तमान में कुंभ राशि में वक्री चल रहे हैं। 4 नवंबर को इनका वक्रत्व काल समाप्त होगाऔर वे मार्गी होंगे। कुंभ राशि पर ही मार्गी होने का यह क्रम आगे तक चलेगा। उनके मार्गी होने से बहुत कुछ परिवर्तन होंगे। व्यापार-व्यवसाय, टेक्नोलॉजी, लोह उद्योग, केमिकल आदि से जुड़े क्षेत्र में विशेष परिवर्तन तथा प्रगति होने का योग बन रहा है। शनि की साढ़े साती, शनि की महादशा, शनि की अंतर्दशा या शनि की ढैया से जो जातक प्रभावित हैं, उन सभी को राहत का अनुभव होगा।
इन राशियों पर ऐसा रहेगा प्रभाव
मेष : नए कार्य की प्राप्ति तथा आ रही बाधाओं का निवारण होगा।
वृषभ : भाग्योन्नति के रास्ते खुलेंगे तथा आर्थिक लाभ होगा।
मिथुन : स्वास्थ्य समस्या हल होगी तथा तनाव कम होगा।
कर्क : कुछ मामलों में मौन लाभप्रद रहेगा, मान प्रतिष्ठा बढ़ेगी।
सिंह : अधिक सोचने से बचने का समय, सब ठीक होगा।
कन्या : कार्य क्षेत्र से जुड़े मामलों में बाहरी यात्रा सफल होगी।
तुला : कोई बड़ा पद प्राप्त होने की संभावना है, प्रयास करें।
वृश्चिक : जमीन से जुड़े मामलों में लाभ होने की प्रबल संभावना है।
धनु : भाग्य तथा कार्य का लाभ मिलेगा, हाथ आए अवसरों का जाने ना दें।
मकर : समय पक्ष का होने जा रहा है, अंतिम ढैया लाभकारी रहेगा।
कुंभ : शनि की कोशिश से आध्यात्मिक धार्मिक भावनाओं का निर्माण होगा।
मीन : अपनों के सहयोग से अपका कोई बड़ी सफलता मिलेगी।
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पत्नी ने कोर्ट से मांगी 'मां बनने के लिए ' इजाजत, जानें मामला
भोपाल। करवाचौथ पर एक तरफ जहां हर सुहागन अपने सुहाग की लंबी उम्र के लिए व्रत रखे हुए थी वहीं दूसरी तरफ जबलपुर में एक महिला कोर्ट का दरवाजा खटखटा रही थी। महिला ने जेल में बंद अपने पति के साथ 15-20 दिन गुजारने की हाईकोर्ट से अनुमति मांगी है। महिला ने कोर्ट में याचिका दायर कर बताया है कि वो मां बनना चाहती है और उसका पति इंदौर जेल में बंद है। हाईकोर्ट ने महिला का मेडिकल परीक्षण कर यह पता लगाने के आदेश दिए हैं कि वह गर्भधारण कर सकती है या नहीं।
महिला का पति इंदौर जेल में बंद है। उसने वकील के जरिए कोर्ट को बताया कि वो मां बनना चाहती है इसलिए महिला ने वैवाहिक अधिकारों का दावा करते हुए उचित निर्देश देने की मांग की है। महिला ने मां बनने के लिए 15-20 दिन पति के साथ रहने की अनुमति मांगी है। महिला ने याचिका के समर्थन में, नंदलाल (थ्रू हिज वाइफ रेखा) वर्सस स्टेट ऑफ राजस्थान के मामले में राजस्थान हाईकोर्ट के आदेश का भी हवाला दिया है जिसमें एक खंडपीठ ने संतान प्राप्ति के लिए आजीवन कारावास की सजा प्राप्त कैदी को 15 दिन की पैरोल दी थी।
वहीं कोर्ट में राज्य सरकार के वकील ने महिला की याचिका का विरोध करते हुए बताया कि हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने महिला के पति की अस्थाई जमानत याचिका खारिज कर दी थी। याचिकाकर्ता-महिला ने रजोनिवृत्ति की आयु पार कर ली है और इसलिए, उसके गर्भधारण करने की कोई संभावना नहीं है। जिसके बाद कोर्ट ने महिला को डीन, नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज, जबलपुर के सामने 7 नवंबर 2023 को पेश होने का निर्देश दिया है। साथ कॉलेज के डीन को पांच डॉक्टरों की एक टीम गठित करने का निर्देश दिया गया है, जिसमें तीन स्त्री रोग विशेषज्ञ, एक मनोचिकित्सक और दूसरा एंडोक्रिनोलॉजिस्ट है, जो याचिकाकर्ता महिला की जांच करेगी और यह पता लगाएगी कि क्या वह गर्भधारण कर सकती है ।