This website uses cookies to ensure you get the best experience on our website.

पुलिस जवान के मर्डर से सनसनी फैल गई , हत्या का आरोप पिता और छोटे भाई पर

User Rating: 5 / 5

Star ActiveStar ActiveStar ActiveStar ActiveStar Active
 

 ग्वालियर। ग्वालियर में पुलिस के आरक्षक की हत्या का मामला सामने आया है, बड़ी बात ये है कि हत्या का आरोप पिता और छोटे भाई पर लग रहा है, पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया है, पिता ग्वालियर में SAF की 13 बटालियन में प्रधान आरक्षक है जबकि मृतक अनुराग राजावत भोपाल जिला पुलिस बल में आरक्षक (चालक ) के पद पर पदस्थ था, पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
एडिशनल एसपी अमृत मीणा ने जानकारी देते हुए बताया कि बीती रात करीब डेढ़ बजे जब पुलिस गश्त पर थी तभी गिरवाई थाना क्षेत्र में एक बाइक पर तीन लोग उन्हें दिखाई दी , पुलिस ने जब उन्हें टोका तो उन लोगों ने अनुसना कर गाड़ी आगे बढ़ा दी, थोड़ी देर बाद जब बाइक सवार लौटा तो तीसरा व्यक्ति गायब था, पुलिस को आशंका हुई तो उसने पड़ताल शुरू की।
कुछ दूर जाकर 13 बटालियन SAF की बाउंड्री के पास झाड़ियों में पुलिस को एक डेड बॉडी दिखाई दी, बॉडी अकड़ी हुई थी , पुलिस ने बॉडी को मर्चुरी पहुँचाया, मृतक की पहचान भोपाल जिला पुलिस बल में तैनात आरक्षक (चालक ) अनुराग राजावत उर्फ़ शानू के रूप में हुई।
पिता SAF में प्रधान आरक्षक, उनके और छोटे भाई के साथ हुआ था मृतक का झगड़ा
पुलिस ने जब जाँच आगे बढ़ाई तो पता चला कि ये 13 बटालियन में पदस्थ अपने पिता प्रधान आरक्षक सुखबीर राजावत के घर पर ही था, ये तीन दिन पहले भोपाल से ग्वालियर आया था, ये बड़ा बेटा था, छोटे का नाम गोविंद है, कल इनके बीच झगड़ा भी हुआ था, मृतक स्मैक और शराब का नशा करता था उसकी शादी नहीं हुई थी इसको लेकर वो पिता से झगड़ा करता था।
मृतक के हाथ पैर में रस्सी के निशान मिले जिससे लगता है कि उसे बांधा गया था, सिर में भी चोट के निशान है, शरीर अकड़ा हुआ था जिससे पता चलता है कि मौत शव फेंकने के पांच छह घंटे पहले ही हो गई थी, पुलिस ने पिता और छोटे बेटे दोनों को हिरासत में ले लिया है और पूछताछ की जा रही है।
शुरूआती पूछताछ में सामने आया है मृतक अनुराग की शादी नहीं हुई थी, वो इस बात के लिए माता पिता से झगड़ा करता था, कल भी इसी बात के लिए झगड़ा हुआ दिन भर विवाद होता रहा, घटना के समय मृतक की माँ नहीं थी, तीनों पुरुष ही थे, मृतक आरक्षक अनुराग शादी नहीं करने के लिए माता पिता को दोष देता था जबकि पिता सुखबीर का कहना है कि ये नशा करता था इसलिए शादी का विचार नहीं बनाया, फिलहाल गिरवाई थाना पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जाँच में ले लिया है।
सिपाही की हत्या का राजफाश हो गया है। उसकी हत्या उसके ही भाई ने की थी। वह नशा करने का आदी था, नशे में हंगामा कर रहा था। तभी मारपीट की और उसकी मौत हो गई। मृतक के पिता व भाई का दोस्त भी वारदात में शामिल हैं। तीनों को पकड़ लिया गया है। -ऋषिकेष मीणा, प्रभारी पुलिस अधीक्षक

------------------------------------
दो परिवारों की दुश्मनी में 10 से ज्यादा FIR: 2008 से चल रहा विवाद, हुआ खूनी, आधा दर्जन लोग घायल
इंदौर।मध्य प्रदेश के इंदौर में चेंबर में कचरा फेंकने को लेकर दो पक्षों में जमकर खूनी संघर्ष की घटना सामने आई है। जिसमें दोनों पक्षों को करीब आधा दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने मोर्चा संभालते हुए घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है। पुलिस ने पूरे मामले में प्रकरण दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
पूरा घटना आजाद नगर थाना क्षेत्र स्थित मुसाखेड़ी की कॉलोनी की है। जहां आमने-सामने रहने वाले दो पक्षों में कचरा फेंकने को लेकर विवाद हो गया। जिसके चलते दोनों पक्षों में जमकर खूनी संघर्ष हुआ। इस विवाद में कुल 6 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। जिनमें से एक पक्ष ने डीसीपी आदित्य मिश्रा से मुलाकात कर शिकायत की है. वहीं दूसरे पक्षी ने भी थाने पर शिकायत की है।
दोनों ही पक्षों के घायलों का इलाज हॉस्पिटल में जारी है, तो वहीं पूरे मामले में पुलिस ने दोनों ही पक्षों के के अनुसार मारपीट सहित विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है. बताया जा रहा है कि 14 सालों से बच्चों को खेलने को लेकर दुश्मनी हुई थी. जो आज तक चली आ रही है। दोनों परिवारों के बीच पहली बार आजाद नगर में शिकायत 2009 में हुई थी। दोनों ही परिवार ने मारपीट की धाराओं में मामले दर्ज करवाए थे, लेकिन आमने-सामने रहने के कारण दोनों ही परिवार आपस में समझौते कर लेते हैं और उसके बाद फिर छोटी सी बातों पर बड़े विवाद शुरू हो जाते हैं।
इस बार विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों के बीच खूनी संघर्ष हो गया. दोनों ही परिवार के लोग इसमें गंभीर घायल हुए हैं. पूरे मामले में राजू सूर्यवंशी धर्मेंद्र गीता महेंद्र डीसीपी जोन 1 के पास शिकायत लेकर पहुंचे थे। इसके बाद डीसीपी आदित्य मिश्रा ने पूरे मामले की थाना प्रभारी से जानकारी ली, तो पता चला कि दोनों के बीच लंबे समय से विवाद चल रहे है। इन्हीं विवादों के कारण एक दूसरे पर मारपीट की एफआईआर दर्ज करवाते हैं और आपस में समझौता भी कर लेते हैं।
बलवीर सिंह ठाकुर, कालू ठाकुर और कृष्ण ठाकुर सूर्यवंशी परिवार के घर के सामने रहते हैं। ठाकुर परिवार में भी दो लोगों के सिर में गंभीर चोट आई है। वहीं सूर्यवंशी परिवार के चार लोगों को सिर में गंभीर चोट लगी हैं। पूरे मामले में डीसीपी ने जांच के आदेश दिए हैं। एक पक्ष का आरोप है कि छोटी जाति का होने का कारण क्षेत्र में रहने वाले बड़ी जाति के लोग आए दिन विवाद करते हैं। पुलिस ने पूरे मामले में बारीकी से जांच पड़ताल कर रही है और पूरे विवाद को संज्ञान में लिया है. एक पक्ष राजू सूर्यवंशी, गीताबाई, धर्मेंद्र को आरोपी बनाया है तो वहीं दूसरी पक्ष में बलवीर ओर कालू सहित अन्य लोगों को आरोपी बनाया गया है।
------------------------------------
कारोबारी को फंसाने वाली महिला का पति गिरफ्तार, ब्लैकमेलिंग मामले में महिला है जेल में
इंदौर। शहर में बहुचर्चित हनी ट्रैप मामले के आरोपी महिला के पति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी महिला पहले से ही सालखो पीछे है। ब्लैकमेलिंग के रुपए को महिला आपने पति के अकाउंट में ट्रांसफर करती थी। सबूत और साक्ष्य के आधार पर पुलिस ने बीती रात को पति की गिरफ्तारी की है।
दरअसल मामला यह है कि लसूड़िया थाना क्षेत्र में रहने वाले कारोबारी को प्रेम जाल में फंसाने वाली महिला द्वारा लाखों रुपए से ब्लैकमेलिंग कर रुपए ऐंठ लिए थे। महिला ने कारोबारी को प्रेमजाल में फंसाया और फिर अलग मकान में रहने की बात कही। जिसके बाद कारोबारी ने 1 करोड़ से अधिक की कीमती मकान खरीद कर महिला को रहने के लिए दिया। महिला ने बताया था कि वह तलाकशुदा है जबकि फर्जी तरीके से महिला ने कुटुंब न्यायालय में कई शपथ पत्र भी पेश किए थे। व्यापारी को महिला की चालाकियों का पता चला तो महिला से दूरी बना ली थी। महिला ने कारोबारी के खिलाफ दुष्कर्म सहित विभिन्न धाराओं में प्रकरण भी दर्ज कराया था।
जेल से छूटने के बाद कारोबारी ने तमाम सबूत इकट्ठा किया और फिर पूरे मामले में पुलिस अधिकारियों को शिकायत की थी। साक्ष्य और सबूत के आधार पर पुलिस ने महिला के खिलाफ ब्लैकमेलिंग सहित विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज कर जेल की सलाखों के पीछे कर दिया था। हनी ट्रैप को अंजाम देने वाली महिला के बैंक अकाउंट की जानकारी निकाली गई तो पता चला कि महिला ब्लैकमेलिंग के रकम को पति के बैंक अकाउंट में हस्तांतरित कर देती थी। इस सबूत के आधार पर पुलिस द्वारा बीती रात महिला के पति को भी गिरफ्तार किया है। उससे मामले में पूछताछ की जा रही है। जानकारी राजेश दंडोतिया एडिशनल डीसीबी क्राइम ब्रांच इंदौर ने दी।