नई दिल्ली। चीन से निकले कोरोना की जद में पूरा विश्व आ गया था। आज भी कोरोना से मिली परेशानियां लोगों को शारीरिक और मानसिक दिक्कतें देती हैं। अब एक नई बीमारी चीन में फैल रही है। इस बीमारी का शिकार बच्चे हो रहे हैं। नई बीमारी उत्तरी चीन को अपना शिकार बना रही है। H9N2 नाम की इस बीमारी पर भारत सरकार नजर बनाए हुए है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने चीन में फैल रहे एच9एन2 पर टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि हम इस पर काफी करीब से नजर बनाए हुए हैं। चीन में एवियन इन्फ्लूएंजा और श्वसन संबंधी बीमारी के बारे में पता चला है, लेकिन इसका भारत पर खतरा कम ही है। उन्होंने आगे कहा कि फिर भी चीन की इस बीमारी से भारत में कोई आपात स्थिति बनती है तो हम उससे निपट लेंगे।
चीन में कुछ सप्ताह में ही सांस से जुड़ी बीमारियों में लगातार तेजी देखने को मिल रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय की मानें तो बच्चों में सांस की समस्या को सामान्य ही माना गया है, इसमें खतरनाक लक्षणों की कोई पहचान अभी तक नहीं हुई है।
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क़तर की अदालत ने स्वीकार की भारत की अपील, मौत की सजा पाए 8 पूर्व नेवी अफसरों की रिहाई की उम्मीद बढ़ी
भारत के लोगों के लिए और खासकर भारतीय नौ सेना के उन 8 पूर्व अफसरों के परिवारों के लिए ये खबर थोड़ी रहत देने वाली है कि क़तर की अदालत ने भारत सरकार की अपील को स्वीकार कर लिया है, अब जल्दी ही इस अपील पर सुनवाई की जाएगी, कोर्ट के इस कदम से मौत की सजा पाए अफसरों की रिहाई की उम्मीद बढ़ रही है ।
आपको बता दें कि क़तर के एक कोर्ट ने 26 अक्टूबर को भारतीय नौ सेना (Indian Navy) के 8 पूर्व अधिकारियों को मौत किसजा सुनाई थी, इस आदेश के बाद से भी भारत की सरकार न सिर्फ नेवी अफसरों को लेकर चिंतित थी साथ ही क़तर कोर्ट के फैसले पर नाराज भी थी।
भारत सरकार ने अधिकारियों ने क़तर सरकार के अधिकारियों से संपर्क किया और लगातार अपील के बाद एक याचिका दायर की, मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भारत सरकार की अपील को क़तर की कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है जिसपर जल्द ही सुनवाई होगी, उधर विदेश मंत्रालय की तरफ से 23 नवंबर को कहा गया कि “फैसला गोपनीय है लेकिन इसे हमारी क़ानूनी टीम के साथ साझा किया गया, सभी क़ानूनी विकल्पों को ध्यान में रखते हुए अपील की गई है, हम लगातार क़तर सरकार के अधिकारियों के संपर्क में हैं।
गौरतलब है कि भारतीय नौसेना के 8 पूर्व अधिकारियों पर जासूसी के शक के आधार पर क़तर पुलिस ने हिरासत में लिया था जबकि वे मध्य पूर्वी देश में मौजूद एक कंपनी में काम करते थे, पुलिस ने उन्हें कोर्ट में पेश किया जहाँ अदालत ने उन्हें अपने कानून के मुताबिक मौत की सजा सुना दी, तभी से ये मामला गरमाया हुआ है।
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प्रेमी से शादी की जिद में टॉवर पर चढ़ी बसंती, वीरू ने कर दिया था इंकार
गोरखपुर (उप्र)। महराजगंज जिले के भिटौली थाना क्षेत्र में ‘शोले’ फिल्म की तर्ज पर एक 20 वर्षीया युवती अपने 24 वर्षीय ट्रक चालक प्रेमी पर शादी का दबाव बनाने के लिए मोबाइल टावर पर चढ़ गयी। युवती को टावर पर चढ़ा देख स्थानीय लोग मोबाइल टावर के पास इकट्ठा होने लगे, जिससे पास के राजमार्ग पर यातायात जाम हो गया और पुलिस को कार्रवाई करनी पड़ी।
पूरा मामला-पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) अजय सिंह चौहान ने बताया कि ‘युवती बृहस्पतिवार को महराजगंज जिले के सेमरा राजा टोल प्लाजा क्षेत्र के पास मोबाइल टावर पर चढ़ गई। उसका पिछले कुछ वर्षों से एक स्थानीय युवक के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था और वह अपने प्रेमी से शादी के लिए उससे व उसके परिवार से अपनी बात मनवाना चाहती थी।’
मौके पर बढ़ रही भीड़ ने अपने अपने मोबाइल से रिकॉर्डिंग शुरू कर दी जिससे अराजकता उत्पन्न हो गयी और स्थानीय पुलिस को हरकत में आना पड़ा। सीओ ने बताया ‘हमने पहले युवती को नीचे आने के लिए मनाने की कोशिश की। हालांकि जब उसने ऐसा करने से इनकार कर दिया तो एक कांस्टेबल टावर पर चढ़ा और उसे नीचे उतारा।’
मामले से जुड़े लोगों ने बताया कि उसके प्रेमी ने शादी से इंकार करते हुए उसे एक थप्पड़ मार दिया था जिसके बाद वह टावर पर चढ़ गयी। अधिकारी ने बताया कि उसके प्रेमी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। सीओ ने कहा कि मामले की जांच चल रही है। पुलिस के अनुसार परिजनों से पूछताछ में यह पता चला कि उसका कथित प्रेमी नेपाल में ट्रक से सामान पहुंचाने गया था।
इस घटना ने 1975 में रिलीज हुई धर्मेंद्र और हेमा मालिनी अभिनीत मशहूर सुपरहिट फिल्म ‘शोले’ की याद ताजा करा दी जिसमें वीरू की भूमिका निभा रहे धर्मेंद्र को एक ओवरहेड पानी की टंकी पर चढ़कर बसंती (हेमा मालिनी) के प्रति अपने प्यार का इजहार करते दिखाया गया था।