ग्वालियर डबरा देहात थाना पुलिस ने एक फर्जी लूट की कहानी का कुछ ही घन्टों में पर्दाफाश आकर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, मजेदार बात ये है कि फरियादी ही आरोपी निकला, उसने ही अपने दोस्त के साथ मिलकर अपने चाचा को फंसाने के लिए लूट की झूठी कहानी रची, पुलिस ने लूट में बताया गया कैश बरामद कर लिया है और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के अनुसार करहिया रोड भितरवार निवासी भगवान लाल मोदी ने कल 5 दिसंबर को डबरा के देहात थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि वो 4 दिसंबर को वो अपनी धान बेचने डबरा मंडी आया था , उसे बेचने के बाद मिली रकम 1,80,180/- रुपये लेकर वो अपने साथी मिथुन के साथ गाँव लौट रहा था तभी रास्ते में सड़क किनारे एक लड़का लेटा हुआ दिखा और तीन उसके साथ मोटरसाइकिल लिए दिखे, उन्होंने हमें रोका तो मुझे लगा इनकी तबियत ख़राब होगी तो मैंने अपना ट्रेक्टर रोक दिया ,मैंने जब नीचे उतरकर तबियत पूछी तो उनमें से एक ने मेरे पेट में कट्टा अड़ा ड़ुआ और दूसरे ने मेरी जेम में रखे पैसे को निकाल लिया, और फिर चारों मोटरसाइकिल पर बैठकर डबरा की तरफ भाग गए, पुलिस ने शिकायत के आधार पर लूट का मामला दर्ज कर लिया और मामले की जाँच शुरू कर दी।
दिनदहाड़े हुई लूट की घटना को एसपी राजेश सिंह चंदेल ने गंभीरता से लिया उन्होंने एडिशनल एसपी देहात निरंजन शर्मा को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए, एडिशनल एसपी के निर्देश पर एसडीओपी डबरा उमेश गर्ग एक्टिव हुए, उन्होंने थाना प्रभारी डबरा देहात इंस्पेक्टर राजेन्द्र सिंह परिहार के नेतृत्व में देहात थाने का फ़ोर्स मौके पर भेजा, पुलिस ने घटना स्थल के आसपास व रोड पर लगे सीसीटीवी फुटेज चेक किए गये।
पुलिस ने आसपास के लोगों से भी चर्चा की तो लूट की घटना संदिग्ध लगी, शक हुआ तो उन्होंने फरियादी भगवान लाल व उसके साथ मिथुन जाटव ने अलग अलग पूछताछ की, दोनों ने अलग अलग कहानी सुनाई, पुलिस का शक और गहरा हो गया , पुलिस ने जब कड़ाई से पूछताछ की तो फरियादी टूट गया और पूरा सच बता दिया।
फरियादी भगवान लाल ने बताया कि मेरे चाचा बलराम मोदी ने मेरी पाँच बीघा जमीन पर कब्जा कर लिया इसलिये उनको झूठा फसाने के लिये षडयंत्र रचा था। सारे रुपये मैंने पन्नी में लपेटकर ट्रैक्टर ट्राली के टूल बॉक्स में छिपाकर रख दिये हैं। पुलिस टीम ने फरियादी की निशादेही पर ट्रेक्टर ट्राली के टूल बॉक्स से 1,80,180/- रुपये बरामद कर जब्त कर लिए और फरियादी भगवान लाल मोदी और उसके साथी मिथुन जाटव के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
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गोगामेड़ी की हत्या पर बवाल: करणी सेना ने किया विरोध-प्रदर्शन, पुलिस से झड़प
भोपाल। राजस्थान के जयपुर में हुई करनी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या का मामला एमपी तक आ चुका है। राजधानी भोपाल में करणी सेना के लोगों ने हत्या का विरोध किया साथ ही आरोपियों को गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की।
मिली जानकारी के मुताबिक, मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया। भोपाल के अलावा शाजापुर, राजगढ़, देवास और बुरहानपुर में राजपूतों ने चक्काजाम कर दिया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़प भी हो गई।
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क्राइम ब्रांच की बड़ी कार्रवाई, 4 पेटी नकली बाम किया जब्त
इन्दौर। इंदौर में प्रदेश के सबसे बड़े दवा बाजार में कलकत्ता के अधिकारियों की शिकायत पर क्राइम ब्रांच द्वारा छापेमार कार्रवाई की गई। बता दें कि दवा बाजार में कलकत्ता के मशहूर कंपनी एपी बाम की हुबहू कॉपी बनाकर बाजार में बेचे जाने की सुचना मिली थी। जिसके बाद कंपनी की लीगल टीम द्वारा इंदौर क्राइम ब्रांच से सम्पर्क किया गया, फिर इस मामले में शिकायत दर्ज की गई। वहीं, क्राइम ब्रांच ने बिना देरी के कुछ ही घंटों में कार्रवाई करते हुए दवा बाजार में छापा मारा। इस दौरान दुकान से बड़ी संख्या में लाल बाम बरामद किए गए। जिसपर एपी कंपनी का टैग लगा हुआ था लेकिन वो बाम पूरी तरह नकली था।
जिसे लेकर संयोगितागंज थाना प्रभारी विजय तिवारी ने बताया कि क्राइम ब्रांच और थाना पुलिस को कलकत्ता से आए अधिकारियों द्वारा यह शिकायत दर्ज करवाई गई थी कि शहर के दवा बाजार से संचालित होने वाले कनक मेडिकल से लंबे समय से कलकत्ता की एपी बाम का डुप्लीकेट प्रोडक्ट बाजार में बेच जा रहा है। जिसके बाद रात में जब पुलिस ने छापा मारा, जहां मौके से 4 से अधिक कार्टून में लाल बाम बरामद किया गया। जिसपर एपी बाम के स्टीकर लगे हुए थे। सभी हुबहू कलकत्ता की कम्पनी जैसा ही दिख रहे थे। जिसके बाद कनक मेडिकल के संचालक राम स्वरुप शर्मा के खिलाफ कॉपी राईट एक्ट सहित 420 का मामला भी दर्ज किया है।
कलकत्ता से आए कम्पनी के अधिकारियों ने मीडिया को यह भी बताया कि बाम एपी स्पेशल ने पिछले कुछ वर्षों में दर्द से परेशान लोगों को काफी राहत पहुंचाई है। इसके चलते यह बाम लोगों में काफी लोकप्रिय हुआ है। सन् 1989 से प्रचलित बाम ए.पी. स्पेशल सिर दर्द, कमर दर्द, हाथ पैर दर्द, दांत दर्द, पेट दर्द सहित अन्य शारीरिक तकलीफों में काफी असरदार साबित हो रहा है। यह बाम सिर्फ 12 ग्राम के पैक में उपलब्ध कराई गई है।
बाम ए.पी. स्पेशल बाम की सफलता और लोकप्रियता के मद्देनजर इन दिनों कई नकली कंपनियां व जाली बाम बनाने वाले कुछ लोग इस नाम से मिलते-जुलते नाम से अपने प्रोडक्ट बाजार में ला रही है, जिससे सावधान रहने के लिए शीशी के नीचे विशेष डिजाइन में “आदर्श” शब्द लिखा हुआ है।
फिलहाल, पुलिस ने दवा बाजार संचालक से पुछताछ कर रही है। साथ ही नकली बाम के कार्टूनों को जब्त कर लिया गया है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।