इंदौर। क्राइम ब्रांच ने ग्रीन एनर्जी घोटाले के मास्टर माइंड को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित एक हजार करोड़ से ज्यादा का घोटाला कर इंडोनेशिया भाग गया था। क्राइम ब्रांच उसके विरुद्ध लुकआउट सर्कुलर (एलओसी) जारी कर चुकी थी। जैसे ही आरोपित सूरज एयरपोर्ट पहुंचा सीआइएसएफ अफसरों ने पकड़ लिया। एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया के मुताबिक आरोपित हर्षित अरविंद है। पुलिस दस महीने से उसकी तलाश में जुटी थी।
क्राइम ब्रांच ने सूरत पुलिस की मदद से पूणागांव में दबिश दी, लेकिन वह फरार हो गया। तीन महीने पूर्व पता चला हर्षित विदेश भाग गया है। उसकी लोकेशन इंडोनेशिया की मिल रही थी। अपराध शाखा के डीसीपी निमिष अग्रवाल ने एलओसी जारी करवाकर इंटरपोल और सीबीआई को भी रिपोर्ट भेज दी। सोमवार को सूरत पुलिस ने बताया कि हर्षित को पकड़ लिया है। मंगलवार को हर्षित को कोर्ट पेश कर रिमांड पर ले लिया। पुलिस इसके पूर्व साथी मिलन, नयन और प्रशांत को गिरफ्तार कर चुकी है।
पुलिस आयुक्त मकरंद देऊस्कर को इसी वर्ष फरवरी में 103 लोगों ने धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करवाई थी। क्राइम ब्रांच ने एफआइआर दर्ज कर जांच की तो पता चला राजस्थान, ओडिशा, बंगाल, मुंबई, उप्र सहित विभिन्न राज्यों के बैंक खातों में रुपये जमा हुए हैं। करीब ढाई सौ खातों को जांच में शामिल किया जो दुकानदार, मजदूर, किसानों के नाम से खुले थे। इन खातों से एक-दूसरे में रुपये ट्रांसफर हुए थे। अंत में इंटरनेट बैंकिंग के जरिये रुपये निकाले गए थे। आइपी एड्रेस की जांच हुई तो खाते इंडोनेशिया, थाईलैंड, चीन से आपरेट होना पाए गए। आरोपित हर्षित स्वयं साफ्टवेयर इंजीनियर है
हर्षित की गिरफ्तारी के लिए पुलिस उसके परिवार पर भी दबाव बना रही थी। एलओसी जारी होने के बाद उसकी गिरफ्तारी भी निश्चित हो गई थी। तय योजना के मुताबिक वह इंडोनेशिया से दुबई होते हुए भारत आया। गिरफ्तारी के पूर्व उसने मोबाइल बदल दिया। लैपटाप भी गायब कर दिया। पुलिस को चकमा देने के लिए नया फोन खरीदा, जिसमें से डाटा गायब है।
ऐसे ठगा-टेलीग्राम पर लिंक बनाकर भेजता था आरोपितों ने संगठित रूप से ठगा है। टेलीग्राम पर लिंक बनाकर अलग-अलग लोगों को भेजी गई थी। ग्रीन एनर्जी प्रोजेक्ट में निवेश करने पर मुनाफा का लालच दिया। शुरुआत में रुपये लौटाए ताकि लोग आसानी से विश्वास कर लें। इसके बाद लोग कमीशन के लालच में एक-दूसरे को जोड़ने लगे। अंत में बंपर मुनाफा की स्कीम निकाली। लोगों ने रातोंरात लाखों रुपये लगा दिए। आरोपित मोबाइल नंबर बंद कर लापता हो गए। जिन नंबरों से चैटिंग की, वह वर्चुअल थे।
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रुपयों से भरा बैग चुरा ले गए चोर, CCTV में कैद हुई वारदात
पन्ना। मध्य प्रदेश में शहरों के साथ साथ आसपास के ग्रामीण क्षेत्र में हो रही लूट और चोरी की वारदात के कारण लोगों में भय का वातावरण है। ताजा मामला पन्ना से समाने आया है। यहां 72 हजार रुपयों से भरा बैग पलक झपकते चोर ले कर फरार हो गया। जिसके बाद से ही जिले में हड़कंप का माहौल है।
ये घटना अजयगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत बस स्टेण्ड की है। जहां ई-रिक्शा में किराने का सामान लोड करते समय पलक झपकते ही किराना व्यापारी के 72 हजार रुपयों से भरा बैग चोर ले कर रफूचक्कर हो गया। इस घटना से जिले में हड़कंप का माहौल है। वहीं ये पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हुई हैं। वहीं फुटेज के आधार पर पुलिस मामले की जांच कर आरोपी की तलाश कर रही है।
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डिलीवरी ब्वाय को OTP भेजते ही मेकअप आर्टिस्ट का फोन हैक, ब्लैकमेल कर ठगे रुपए
इंदौर। धोखाधड़ी का हैरान करने वाला तरिका सामने आया है। मेकअप आर्टिस्ट ठगी का शिकार हुई है। उससे रुपये भी वसूल लिए गए हैं। वसूली के लिए पाकिस्तान के नंबरों का उपयोग किया गया है। युवती की शिकायत पर क्राइम ब्रांच ने जांच शुरु कर दी है। सिंधी कालोनी निवासी युवती बुधवार को क्राइम ब्रांच पहुंची और धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करवाई।
पीड़िता ने बताया कि मेकअप के सामान की डिलीवरी भी करती है। कुछ दिनों पूर्व एक डिलीवरी ब्वाय को पार्सल देने के लिए ओटीपी बताया था। इसके बाद उसके पास अनजान नंबरों से फोन आने लगे। युवती से कहा कि उसने आन लाइन लोन लिया है। युवती ने लोन से इन्कार किया तो आरोपितों ने एडिट कर आपत्तिजनक फोटो भे दिए। पीड़िता ने फोटो देखकर अनदेखा किया तो आरोपितों ने परिचितों को मैसेज व काल करना शुरु कर दिया।
घबराई युवती ने जब प्ले स्टोर पर लोन एप को सर्च किया तो वह उसके नंबर से लाग इन मिली। घबरा कर उसने आरोपितों को हजारों रुपये जमा करवा दिए। डिमांड बंद न होने पर बुधवार को क्राइम ब्रांच के समक्ष शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस के मुताबिक ठगी ले लिए वर्चुअल नंबरों का उपयोग हुआ है। पुलिस बैंक खातों और नंबरों की जांच कर रही है।