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सालभर से थी गोगामेड़ी के मर्डर की प्लानिंग, पुलिस ने किया था अलर्ट, हत्यारों पर पांच-पांच लाख का इनाम

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जयपुर । सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड में पुलिस का एक्शन तेज होता जा रहा। जिस तरह से श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष की जयपुर में गोली मारकर हत्या की गई उसके बाद पुलिस हमलावरों की गिरफ्तारी में जुटी है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हमलावरों को चिन्हित किया गया। एक का नाम रोहित सिंह और दूसरे का नाम नितिन फौजी बताया जा रहा। इनके बारे में सूचना देने वालों को 5-5 लाख का इनाम देने का ऐलान पुलिस की ओर से किया गया है। इसी बीच गोगामेड़ी को लेकर बड़ा खुलासा सामने आया है।
पता चला है कि पिछले डेढ़ साल में उन्हें कई बार जान से मारने की धमकियां मिली थीं। सालभर से थी गोगामेड़ी के मर्डर की प्लानिंग की जा रही थी। पंजाब पुलिस ने इसे लेकर राजस्थान पुलिस को अलर्ट भी किया था। खुद गोगामेड़ी ने कई बार प्रेस कॉन्फ्रेंस करके और पुलिस को पत्र लिखकर सुरक्षा की मांग कर चुके थे। बावजूद इसके पुलिस की ओर से उन्हें कोई सुरक्षा नहीं दी गई। ऐसी सूचना है कि एक बार पाकिस्तान से भी जान से मारने की धमकी मिली थी, इसके बावजूद भी पुलिस हरकत में नहीं आई।
पिछले साल पंजाब पुलिस ने सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या की आशंका जताई थी। पंजाब पुलिस की ओर से एसओजी और एटीएस के एडीजी को लिखित में पत्र भेजकर गोगामेड़ी की हत्या होने की आशंका जाहिर की थी। मुख्यमंत्री को भी पत्र भेजा गया लेकिन सरकार और पुलिस प्रशासन की ओर से सुखदेव सिंह को पुलिस सुरक्षा प्रदान नहीं की गई। अपनी जान बचाने के लिए सुखदेव सिंह ने निजी स्तर पर 4 हथियारबंद सिक्योरिटी लगा रखी थी। हत्याकांड के दिन 2 सुरक्षाकर्मी छुट्टी पर थे। इसी का फायदा उठाकर हमलावरों ने सुखदेव की हत्या कर दी।
पंजाब पुलिस ने इसी साल 8 मार्च को राजस्थान पुलिस महानिदेशक को पत्र भेजकर सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या की आशंका जताई थी। इसके बाद एटीएस और एसओजी के डीआईजी ने भी एडीजी (सूचना और सुरक्षा) को पत्र लिखा गया। इस पत्र में यह लिखा गया था कि गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गुर्गे संपत नेहरा जो कि पंजाब की बठिंडा जेल में बंद है। उसके जरिए ही सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या की योजना बनाई जा रही। इसके बावजूद भी पुलिस की ओर से गोगामेड़ी को सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई।
सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड मामले में उनकी पत्नी शीला शेखावत की ओर से जयपुर के श्याम नगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। इस एफआईआर में सरकार और पुलिस द्वारा सुरक्षा मुहैया नहीं कराए जाने का आरोप लगाया गया है। एफआईआर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का नाम और डीजीपी का भी जिक्र किया गया है। साफ लिखा गया है कि बार बार सुरक्षा की मांग करने के बावजूद सुरक्षा प्रदान नहीं की गई। इस मामले की जांच अब एनआईए (राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी) करेगी।
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गोगामेड़ी हत्याकांड: एसआईटी गठित, हत्यारों पर पांच-पांच लाख का इनाम
महेंद्रगढ़। राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष के हत्यारों पर 5-5 लाख का इनाम घोषित किया गया है। राजस्थान-हरियाणा के कई जिलों में बंद रहा। कई जगह प्रदर्शन किए गए। दूसरे शूटर रोहित राठौड़ की तलाश में राजस्थान पुलिस दबिश दे रही है। नितिन फौजी ने सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के सिर में गोली मारी थी।
राजस्थान में राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की उनके घर में घुसकर हत्या करने के मामले में पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज में दिख रहे दोनों हत्यारोपियों की पहचान कर ली है। इनमें एक राजस्थान के मकराना का रोहित राठौड़ मकराना और दूसरा हरियाणा के महेंद्रगढ़ का नितिन फौजी है।
राजस्थान के पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ने मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन करने के साथ वारदात में शामिल दोनों हत्यारों पर 5-5 लाख रुपये का इनाम घोषित किया है। इस बीच राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के आह्वान पर बुधवार को राजस्थान और हरियाणा के कई जिलों में बाजार-स्कूल बंद रहे और विरोध प्रदर्शन हुए।
जयपुर के पुलिस आयुक्त बीजू जॉर्ज जोसेफ ने बताया कि मामले की जांच के लिए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (अपराध) दिनेश एमएन के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया है। वारदात में शामिल नितिन सेना में है और अलवर में तैनात है। उसी ने गोगामेड़ी के सिर में गोली मारी थी। ये दोनों नवीन सिंह शेखावत के साथ गोगामेड़ी के घर गए थे।
उन्होंने कहा कि यह जांच का विषय है कि कपड़े की दुकान चलाने वाले शेखावत को दोनों आरोपियों के इरादों की जानकारी थी या नहीं। नवीन की जवाबी गोलीबारी में मौत हो गई थी। पुलिस ने दूसरे आरोपी की तलाश में कई जगह पर दबिश दी है।
महेंद्रगढ़ के गांव दौंगड़ा जाट निवासी नितिन तीन साल पहले 19 जाट बटालियन में भर्ती हुआ था। उसके पिता कृष्ण कुमार भी सेना से सेवानिवृत्त हैं। बड़ा भाई विकास भी फौज में है। इस समय वह ड्यूटी पर है। अलवर से पहले नितिन पंजाब में तैनात था। शायद इसी दौरान वह गैंगस्टर संपत नेहरा के गुर्गाें के संपर्क में आया। गत 9 नवंबर को महेंद्रगढ़ के गांव खुडाना में आपराधिक वारदात को अंजाम देने दो गाड़ियों से बदमाश पहुंचे थे। उनकी घेराबंदी के लिए पहुंची पुलिस टीम पर बदमाशों ने फायरिंग कर दी थी। महेंद्रगढ़ पुलिस ने इस मामले में सदर थाने में केस दर्ज किया था। नितिन फौजी भी इस मामले में आरोपी है। पुलिस के अनुसार इस वारदात में प्रयोग की गई ब्रेजा गाड़ी नितिन फौजी की थी। अब हरियाणा पुलिस ने नितिन के गैंगस्टर से कनेक्शन की भी जांच शुरू कर दी है। वहीं, हरियाणा पुलिस का कहना है कि राजस्थान पुलिस से अभी तक नितिन या गोगामेड़ी को लेकर कोई संपर्क नहीं किया है।
पिता कृष्ण कुमार ने बताया कि नितिन 6 नवंबर को छुट्टी पर घर आया था और उसे 10 नवंबर को ड्यूटी ज्वाइन करनी थी। 7 नवंबर को वह गाड़ी लेकर महेंद्रगढ़ में ठीक कराने गया था। शाम 4 बजे तक गाड़ी ठीक हो गई थी, जिसकी सूचना नितिन ने फोन पर दी थी। इसके बाद से नितिन का परिवार का कोई संपर्क नहीं हुआ। नितिन की शादी करीब एक वर्ष पहले राजस्थान के अलवर जिले के जाट बहरोड़ में हुई थी।
राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्रा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर बात की और गोगामेड़ी की हत्या से उत्पन्न हालात की जानकारी दी। वहीं, राजभवन के प्रवक्ता ने बताया कि राज्यपाल ने मुख्य सचिव उषा शर्मा, डीजीपी उमेश मिश्रा, जयपुर पुलिस आयुक्त बीजू जॉर्ज जोसेफ और अन्य अधिकारियों को बुलाकर स्थिति की समीक्षा की। राज्यपाल ने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि हत्या में शामिल लोगों को जल्द गिरफ्तार किया जाए। साथ ही अधिकारियों को सतर्क रहने और किसी भी स्तर पर ढिलाई बर्दाश्त नहीं करने की बात कही।

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तेलंगाना में कांग्रेस की 6 गारंटी पर रेड्डी की मुहर, 200 यूनिट फ्री बिजली, बेघरों को जमीन देगी सरकार
हैदराबाद। कांग्रेस नेता रेवंत रेड्डी ने 7 दिसंबर को तेलंगाना के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। भट्टी विक्रमार्क डिप्टी सीएम बनाए गए हैं। उनके साथ 11 मंत्रियों ने भी शपथ ली। शपथ ग्रहण कार्यक्रम एलबी स्टेडियम में हुआ। इसमें सोनिया गांधी, राहुल, प्रियंका गांधी वाड्रा और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे शामिल हुए।
रेवंत ने शपथ लेने के तुरंत बाद दो फाइलों पर दस्तखत किए। पहली फाइल चुनाव से पहले कांग्रेस की तरफ से दी गईं 6 गारंटियों की थी। दूसरी फाइल में एक दिव्यांग महिला को नौकरी देने का वादा किया गया। इसके अलावा उन्होंने मुख्यमंत्री कार्यालय 'प्रगति भवन' के बाहर लगी फेंस को हटवा दिया, जिसकी वजह से कई साल से लोगों को ट्रैफिक जाम की परेशानी हो रही थी।
तेलंगाना का गठन 2014 में हुआ था। तब से लेकर 2023 तक दो बार भारत राष्ट्र समिति (BRS) के के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) मुख्यमंत्री रहे। इस साल हुए विधानसभा चुनाव में केसीआर को हार मिली और रेवंत रेड्डी के रूप में राज्य को दूसरा (कार्यकाल के हिसाब से तीसरा) सीएम मिला।
तेलंगाना की जनता को कांग्रेस की 6 गारंटी
महालक्ष्मी स्कीम- महिलाओं को हर महीने 2500 रुपए और 500 रुपए में गैस सिलेंडर। साथ ही राज्य परिवहन TSRTC की बसों में मुफ्त यात्रा की घोषणा।
राज्य के सभी किसानों को 15 हजार रुपए प्रति एकड़ की वित्तीय सहायता और कृषि मजदूरों को 12 हजार रुपए देने का वादा।
ज्योति योजना के तहत हर परिवार को 200 यूनिट बिजली फ्री।
इंदिरम्मा इंदलु स्कीम- उन परिवारों को घर के लिए जमीन और 5 लाख रुपए की वित्तीय सहायता देंगे, जिनके पास खुद का घर नहीं है।
युवा विकासम योजना- छात्रों को 5 लाख की सहायता, इसका उपयोग वे कॉलेज की फीस जमा करने में कर सकेंगे।
चेयुथा स्कीम- बुजुर्गों और कमजोर वर्ग के लोगों को 4 हजार रुपए की पेंशन दी जाएगी।
तेलंगाना कैबिनेट के मंत्री और उनके विभाग
उत्तम कुमार रेड्डी गृह
कोमाटी रेड्डी वेंकट रेड्डी म्यूनिसिपल
श्रीधर बाबू वित्त
पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी सिंचाई
कोंडा सुरेखा महिला कल्याण
भट्टी विक्रमार्क राजस्व
दामोदर राजनरसिम्हा चिकित्सा और स्वास्थ्य
जुपल्ली कृष्णा राव सिविल सेवाएं
सीताक्का आदिवासी कल्याण
थुम्मला नागेश्वर राव सड़क और भवन
पोन्नम प्रभाकर अभी विभाग तय नहीं
तेलंगाना में कांग्रेस की जीत के बाद 5 दिसंबर को दिल्ली में पार्टी नेताओं की बैठक हुई थी। इसमें राहुल गांधी, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल सहित कई सीनियर नेता मौजूद थे। बैठक में राहुल गांधी ने रेवंत रेड्डी के नाम पर मुहर लगाई थी। रेवंत तेलंगाना कांग्रेस के अध्यक्ष भी हैं।